CBSE Class 7

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions कारक-प्रकरणम्

We are offering NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Grammar Book कारक-प्रकरणम् Questions and Answers can be used by students as a reference during their preparation.

Sanskrit Vyakaran Class 7 Solutions कारक-प्रकरणम्

क्रिया में जो सहायक हो, उसे कारक कहते हैं। संस्कृत में छह कारक हैं, संबंध एवं संबोधन को कारक नहीं माना जाता है,
क्योंकि इन दोनों का क्रिया के साथ संबंध नहीं बैठता। प्रत्येक के लिए एक विभक्ति होती है। सम्बन्ध के लिए षष्ठी विभक्ति का प्रयोग होता है। इस प्रकार संस्कृत में छः कारक और सात विभक्तियाँ होती हैं। संबोधन प्रथमा विभक्ति के समान होता है। यथा

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions कारक-प्रकरणम् 1

कर्ता कारक

1. रामः पत्रं लिखति — राम पत्र लिखता है।
2. मयूराः नृत्यन्ति — मोर नाचते हैं।
3. मेघाः गर्जन्ति — बादल गरजते हैं।
4. अहं गीतं गायामि — मैं गीत गाता हूँ।
5. त्वं पाठं स्मरसि — तू पाठ याद करता है।
6. त्वं स्नानं करोषि — तू स्नान करता है।
7. छात्रः पठति — छात्र पढ़ता है।

कर्म कारक

1. अहं चलचित्रं पश्यामि — मैं सिनेमा देखता हूँ।
2. भिक्षुकः अन्नं याचति — भिखारी अन्न माँगता है।
3. देवः पुष्पं जिघ्रति — देव फल सूंघता है।
4. वृद्धः ग्रामं गच्छति — बूढा व्यक्ति गाँव जाता है।
5. त्वं फलानि खादसि — तू फल खाता है।
6. गजः जलं पिबति — हाथी पानी पीता है।
7. शिशुः दुग्धं पिबति — बच्चा दूध पीता है।

करण कारक

1. सः शकटेन ग्रामं गच्छति — वह छकड़े से गाँव जाता है।
2. श्रीरामः रथेन वनम् अगच्छत् — श्रीराम रथ से वन को गए।
3. छात्रः कलमेन लिखति — छात्र कलम से लिखता है।
4. जीवः मुखेन खदान्ति — प्राणी मुख से खाते हैं।
5. रमा पुष्पैः स्वागतं करोति — रमा फूलों के द्वारा स्वागत करती है।
6. अन्धः पादाभ्यां गच्छति — अन्धा व्यक्ति पैदल चलता है।
7. अहं कन्दुकेन क्रीडामि — मैं गेंद से खेलता हूँ।

सम्प्रदान कारक

1. छात्रः अध्ययनाय पाठशाला गच्छति — छात्र अध्ययन के लिए स्कूल जाता है।
2. सः धनाय विदेशं गच्छति — वह धन के लिए विदेश जाता है।
3. राजा निर्धनाय धनं यच्छति — राजा निर्धन को धन देता है।
4. महिला जलाय कूपं गच्छति — महिला पानी के लिए कएँ पर जाती है।
5. राजा मृगयायै वनं गच्छति — राजा शिकार के लिए वन में जाता है।
6. वीरः देशाय प्राणान् त्यजति — वीर देश के लिए प्राण त्याग करता है।
7. वयं पुष्पेभ्यः उपवनं यामः — हम फूलों के लिए बगीचे को जाते हैं।

अपादान कारक

1. वृक्षात् फलानि पतन्ति — वृक्ष से पत्ते गिरते हैं।
2. लतायाः पुष्पाणि पतन्ति — बेल से फूल गिरते हैं।
3. अश्वात् देवः पतति — घोड़े से देव गिरता है।
4. मेघात् जलं पतति — बादल से पानी गिरता है।
5. बालः सर्पात् बिभेति — बालक साँप से डरता है।
6. शिशुः वानरात् बिभेति — बच्चा बन्दर से डरता है।
7. त्वं चौरात् न बिभेषि — तुम चोर से नहीं डरते हो

सम्बन्ध कारक
1. इयं मम लेखनी अस्ति — यह मेरा पैन है।
2. दशरथस्य चत्वारः पुत्राः आसन् –दशरथ के चार पुत्र थे।
3. श्रीरामस्य पत्नी सीता आसीत् — श्रीराम की पत्नी सीता थी।
4. देवस्य भ्राता विदेशात् आगच्छत् — देव का भाई विदेश से आ गया है।
5. इदं तव भवनम् अस्ति — यह तुम्हारा मकान है।
6. पुष्पाणाम् उपरि भ्रमराः गुञ्जन्ति — फूलों के ऊपर भौंरे गुनगुना रहे हैं।
7. अस्माकं ग्रामः विशालः अस्ति — हमारा गाँव विशाल है।

अधिकरण कारक
1. गृहे शिशवः क्रीडन्ति –घर में बच्चे खेलते हैं।
2. वने सिंहः गर्जति — वन में सिंह चिंघाड़ता है।
3. आकाशे खगाः उड्डयन्ति — आकाश में पक्षी उड़ते हैं।
4. वृक्षे वानराः तिष्ठन्ति — वृक्ष पर बन्दर बैठे हैं।
5. नगरे मम भ्राता वसति — शहर में मेरा भाई रहता है।
6. खट्वायां शिशुः शेते — चारपाई पर बच्चा सोता है।
7. लतायां पुष्पाणि विकसन्ति — बेल पर फूल खिलते हैं।

उपपदविभक्ति
परितः, उभयतः, अभितः, निकषा तथा समया-इन शब्दों के योग में द्वितीया विभक्ति होती है। यथा .
1. गृहं परितः जलम् अस्ति — घर के चारों ओर जल है।
2. नगरं समया मन्दिरम् अस्ति — शहर के निकट मन्दिर है।
3. मार्गममार्गम् उभयतः वृक्षाः सन्ति — सड़क के दोनों ओर वृक्ष हैं।
4. पाठशालाम् अभितः कूपः अस्ति — स्कूल के सामने कुआँ है।
5. ग्रामं निकषा जलाशयः अस्ति — गाँव के पास तालाब है।

सह तथा अलम् ( = बस करो)-इन शब्दों के योग में तृतीया विभक्ति होती है। यथा
1. अहं मित्रेण सह आपणं गच्छामि — मैं मित्र के साथ बाजार जाता हूँ।
2. रमा मात्रा सह नगरं गच्छति — रमा माता के साथ शहर जाती है।
3. अलं हसितेन — हँसो मत।
अङ्गविकार में तृतीया होती है। यथा
4. श्यामः नेत्रेण काणः अस्ति — श्याम एक आँख से काणा है।
विना के योग में तृतीया विभक्ति होती है। यथा
5. परिश्रमेण विना विद्या कुतः — परिश्रम के बिना विद्या कहाँ?
अलम् (= पर्याप्त), नमः, स्वाहा-इन शब्दों के योग में चतुर्थी विभक्ति होती है। यथा
1. अलं मल्लो मल्लाय
2. गुरवे नमः –गुरु को नमस्कार।
3. अग्नये स्वाहा –अग्नि को अर्पित है।

क्रुध्, रुच् तथा स्पृह-इन धातुओं के योग में चतुर्थी विभक्ति होती है। यथा
4. राजा चौराय क्रुध्यति — राजा चोर पर क्रोध करता है।
5. मह्यं दधि रोचते — मुझे दही अच्छा लगता है।
6. रमा पुष्पेभ्यः स्पृह्यति — रमा फूलों की चाह करती है।

भी, रक्ष्, प्र मद् तथा प्रभू-इन धातुओं के योग में पञ्चमी विभक्ति होती है। यथा
1. शिशुः वानरात् बिभेति । — बच्चा बन्दर से डरता है।
2. वीरः देशं शत्रुभ्यः रक्षति — वीर देश को शत्रुओं से बचाता है।
3. सः अध्ययनात् प्रमाद्यति — वह पढ़ाई से जी चुराता है।
4. गङ्गा हिमालयात् प्रभवति — गङ्गा हिमालय से निकलती है।

उपरि, अधः, अन्तः और निर्धारण में षष्ठी विभक्ति होती है।
1. वृक्षस्य उपरि वानराः कूर्दन्ति। — वृक्ष के ऊपर बन्दर कूदते हैं।
2. आश्रमस्य अन्तः, मुनयः सन्ति। — आश्रम के अन्दर मुनि हैं।
3. वृक्षस्य अधः पथिकः तिष्ठति। — वृक्ष के नीचे राहगीर खड़ा है।
4. खगानाम् मयूरः श्रेष्ठः अस्ति। — पक्षियों में मोर श्रेष्ठ है।

अनेक वस्तुओं में एक का चयन करने पर सप्तमी विभक्ति होती है। यथा
1. सीता नारीषु अन्यतमा अस्ति सीता सभी स्त्रियों में सुन्दर है।
2. कविषु कालिदासः श्रेष्ठः अस्ति कवियों में कालिदास श्रेष्ठ है।

अभ्यासः

प्रश्न 1.
दिए गए विकल्पों में उचित उत्तर चुनें
(क) देवः …………. आयाति।
(i) ग्रामम्
(ii) ग्रामाय
(iii) ग्रामात्
(iv) ग्रामे।
उत्तर:
(i) ग्रामम्

(ख) …………. नमः।
(i) शिवं
(ii) शिवाय
(iii) शिवेन,
(iv) शिवे।
उत्तर:
(ii) शिवाय

(ग) बालः . … बिभेति।
(i) सिंहात्
(ii) सिंहम्
(iii) सिंहेन,
(iv) सिंहाय।
उत्तर:
(ii) सिंहम्

(घ) बाल: …………….. अपतत्।
(i)हम्येंण
(ii)हम्यात्
(iii)हम्ये
(iv) हम्पस्य
उत्तर:
(ii)हम्यात्

प्रश्न 2.
कोष्ठक में प्रदत्त शब्दों में उचित विभक्ति का प्रयोग करके रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।
(क) भ्रमराः ………….. स्पृहयन्ति। (पुष्प)
(ख) पुत्रः … … सह याति। (जनक)
(ग) ……….. विना सुखं नास्ति। (धन)
(घ) …………….. स्वाहा। (इन्द्र)
उत्तर:
(क) पुष्पेभ्यः
(ख) जनकेन
(ग) धनं
(घ) इन्द्राय

प्रश्न 3.
निम्नलिखित को शुद्ध करें।
(क) अहं ग्रामम् आगच्छामि।
(ख) महिला कूपेन जलम् आनयति।
(ग) गङ्गा हिमालयेन प्रभवति।
(घ) मालाकारः पुष्पाणि स्पृह्यति।
उत्तर:
(क) ग्रामात्
(ख) कूपात्
(ग) हिमालयात्
(घ) पुष्पेभ्यः

प्रश्न 4.
कोष्ठक से उचित शब्द लेकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।
(क) सः ……. काणः अस्ति। (नेत्रेण, नेत्रात्) ।
(ख) …… परितः वृक्षाः सन्ति। (ग्रामस्य, ग्रामम्)
(ग) ………. विना नरः पशुतुल्यः। (विद्या, विद्यया)
(घ) सीता ……………. सह बनम् अगच्छत् (रामेण, रामस्य)
उत्तर:
(क) नेत्रेण
(ख) ग्रामम्
(ग) विद्यया
(घ) रामेण

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions कारक-प्रकरणम् Read More »

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

We are offering NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Grammar Book पद-विचारः Questions and Answers can be used by students as a reference during their preparation.

Sanskrit Vyakaran Class 7 Solutions पद-विचारः

पद
शब्दों के मूल रूप को प्रातिपदिक कहते हैं। उनके साथ सुपतिङ् प्रत्यय लगने पर वे शब्द पद कहलाते हैं।

शब्द के भेद-शब्द के दो भेद हैं
(क) विकारी अर्थात् जिनमें परिवर्तन होता है।
(ख) अविकारी जिनमें परिवर्तन नहीं होता

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

1. विकारी के भेद-विकारी के दो भेद हैं-
(1) सुबन्त
(2) तिङन्त।

1.1 सुबन्त (संज्ञा, सर्वनाम व विशेषण)
जिनके अन्त में सुप् प्रत्यय लगाते हैं। यथा-रामः, साधुभ्याम् इत्यादि। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण इसके अन्तर्गत आते हैं।

1.2 तिङन्त (आख्यात)
जिन पदों के अन्त में ‘ति’, तः, ‘न्ति’ इत्यादि प्रत्यय आते हैं उन्हें तिङन्त पद कहते हैं। यथा-पठति, चलन्ति इत्यादि। सभी क्रियापद (आख्यात) इसके अन्तर्गत आते हैं।

2. अविकारी के भेद
अविकारी के दो भेद प्रसिद्ध हैं
(1) निपात
(2) अव्यय

वाक्य में इनका स्वतन्त्र रूप से प्रयोग होता है। यथा-अद्य, कदा, कुत्र आदि अव्यय पद हैं।

प्रत्यय तथा उपसर्ग
धातु या शब्द के बाद लगने वाले अंश को प्रत्यय कहते हैं। धातु के पहले जुड़ने वाले अंश को उपसर्ग कहते हैं। प्र, उप, अव, निस्, निर्, सम्, आ तथा वि इत्यादि उपसर्ग हैं। इनसे शब्द के अर्थ में कोई प्रभाव/परिवर्तन आ जाता है।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

प्र – प्रतापः, प्रभावः, प्रकर्षः, प्रक्रिया, प्रमाणः, प्रदानम् इत्यादि।
उप – उपसर्गः, उपादानम्, उपस्थितिः, उपचारः, उपकारः, उपरामः, इत्यादि।
वि – विशेषः, विचारः, विभावः, विस्तारः, विश्रान्तिः, विज्ञानम्, विभीषणम्, इत्यादि।
आ – आकाशः, आकारः, आदानम्, आकर्षणम्, आलेखः, आनन्दः, आस्था, इत्यादि।
अव – अवसादः, अवसानम्, अवमानः, अवदानम्, अवज्ञा इत्यादि।
निस् – निष्कर्षः, निस्सारः, निस्तारः, निश्चयः, इत्यादि।
निर् – निर्गतिः, निर्ममः, निर्मोहः, निरर्थकः, निरादरः, इत्यादि।

2.1 विकार जनक तत्त्व
पदों का विचार करते समय वाक्य या पद में कुछ महत्वपूर्ण तत्त्व होते हैं। जैसे-वचन, पुरुष, लिङ्ग, विशेषण, विशेष्य, लकार इत्यादि।

वचन
यह संख्या का बोध कराता है। इसके तीन भेद होते हैं। एक का बोध कराने वाला एकवचन, दो का बोध कराने वाला द्विवचन तथा दो से अधिक का बोध कराने वाला बहुवचन होता है।
एकवचन – रामः, लता, मुनिः, भवति, अभवत्, भविष्यति, इत्यादि।
द्विवचन -रामौ,लते,मुनी,भवतः ,अभवत् ,भविष्यतः, इत्यादि।
बहुवचन – रामाः, लताः, मुनयः, भवन्ति, अभवन्, भविष्यन्ति, इत्यादि।

पुरुष
वक्ता, श्रोता आदि की दृष्टि से पुरुष का भेद होता है। वक्ता के लिए उत्तम पुरुष, श्रोता के लिए मध्यम पुरुष तथा अन्य के लिए प्रथम पुरुष का प्रयोग होता है। सः, तौ, ते, देवः, देवौ, देवाः, भवति, भवतः, भवन्ति इत्यादि प्रथम पुरुष के उदाहरण हैं। मध्यम पुरुष में त्वम्, युव”, यूयम् का और उत्तम पुरुष में अहम्, आवाम्, वयम् का प्रयोग होता है। भवान् का प्रयोग प्रथम पुरुष में होता है

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

लिङ्ग
संस्कृत भाषा में पुरुषवाचक के लिए पुंल्लिङ्ग, स्त्रीवाचक के लिए स्त्रीलिङ्ग तथा अन्य के लिए नपुंसकलिङ्ग का प्रयोग होता है। देवः, सुतः, पिता, सः, तौ, ते पुल्लिङ्ग में तथा देवी, सुता, माता, सा, ते, ताः स्त्रीलिङ्ग में होते हैं। तत्, ते, तानि, किम्, के, कानि नपुंसकलिङ्ग में होते हैं।

विशेषण-विशेष्य
संस्कृत में संज्ञा शब्दों की विशेषता प्रकट करने वाले शब्दों को विशेषण कहा जाता है और विशेषण के द्वारा जिसकी विशेषता प्रकट की जाती है उसको विशेष्य कहा जाता है। नीलः, कृष्णः, सरलः आदि विशेषण पद हैं। ‘नीलः आकाशः’ में आकाशः विशेष्य पद है। ‘कृष्णः मृगः’ में मृगः विशेष्य पद है। ‘सरलः मार्गः’ में मार्गः विशेष्य पद है। जो वचन तथा लिङ्ग विशेष्य का होता है वही वचन तथा लिङ्ग विशेषण का होता है। यथा-शोभना लता, शोभनम् वस्त्रम्, शोभनः छात्रः।

कारक विचार
वाक्य में क्रियापद की सहायता के लिए अन्य पद होते हैं उन्हें कारक कहते हैं। क्रिया को करने वाला कर्ता, क्रिया का जिस पर प्रभाव पड़े वह कर्म, जिसकी सहायता से क्रिया हो वह करण, जिसके लिए कार्य किया जाता है, वह सम्प्रदान है, जिससे अलग हो वह अपादान, दो पदों के सम्बन्ध को सम्बन्ध, क्रिया के
आधार को अधिकरण कहते हैं।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

लकार
क्रियापदों को काल तथा भावों की दृष्टि से दस भागों में बाँटा गया है जिन्हें लकार की संज्ञा दी है। वर्तमान काल के लिए लट् लकार, भूतकाल के लिए लङ् लकार तथा भविष्यत् काल के लिए लुट् लकार का प्रयोग होता है। लट् लकार के साथ प्रथम पुरुष में स्म का प्रयोग करके भूतकाल का अर्थ प्रगट होता है जैसे गच्छति स्म (गया)।

अभ्यासः
प्रश्न 1.
अधोलिखित में से बहुवचन के रूप लिखें
(i) रामः, (ii) पत्राणि, (iii) साधवः, (iv) लता, (v) बालाः, (vi) देवाः, (vii) नदी।
उत्तर:
पत्राणि, साधवः, बालाः, देवाः।

प्रश्न 2.
अधोलिखित में से धातुओं को पृथक् करके लिखो
राम, रामः, रम्, रमते, देव, देवः, दिव्, दीव्यति,
भू, भावः, भवति, पठ्, पाठः, पठति, हस्, हासः, हसति।
धातवः-(i ) ……… (ii) ……… (iii) ………
(iv) ……. (v) ……. (vi) …….
उत्तर:
रम्, दिव्, भू, पठ्, हस्।।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से विशेषण पदों को पृथक् करके लिखो
सरलः, वृक्षः, सुन्दरी, छाया, पवित्रम्, वस्त्रम्,
योग्यः, लेखकः, निपुणः, हार्दिकः, धन्यवादः, निवेदनम्, निष्ठा।
उत्तर:
विशेषणपदानि – (i) …………… (ii) ………………
(iii) ………………… (iv) …………. (v) …………………..
(vi) ……………..
सरलः, सुन्दरी, पवित्रम्, योग्यः, निपुणः, हार्दिकः।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से विकारी शब्दों को पृथक् करके लिखो
उप, प्र, अव, अधः, पश्चात्, राम, लता, गो, कृष्ण, भवति।
उत्तर:
राम, लता, गो, कृष्ण, भवति।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से क्रियापदों को पृथक् करो
जगन्ति, भवन्ति, सन्ति, भाषाः, भाषते, सुखानि, पीडयन्ति, दु:खानि।
उत्तर:
भवन्ति, सन्ति, भाषते, पीडयन्ति।

प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से उपसर्गों को पृथक् करके लिखो
तूष्णीम्, अधः, पश्चात्, उपरि, अव, प्र, कृ, नी, शी, आ, वा।
उपसर्ग- (i) …….. (ii) …… (iii) …….. (iv) …….
उत्तर:
अव, प्र, आ।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित में से सुबन्त पदों को पृथक् करके लिखो
रामाः, देवाः, भवन्ति, पठामः, गायामः, गीतानि।
सुबन्तपदानि- (i) ……. (ii) …… (iii)……….
उत्तर:
रामाः, देवाः, गीतानि।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

प्रश्न 8. निम्नलिखित में से पदों को पृथक् करो
चरण, पद, पदानि, वद, वदामः, हस्, हसन्ति।
पदानि- (i) …….. (ii) …….. (iii) ………
उत्तर:
पदानि, वदामः, हसन्ति।

प्रश्न 9.
भवति, अभवत्, भविष्यति, हसति, अहसत्, हसिष्यति, गच्छति, अगच्छत्, गमिष्यन्ति।
उत्तर:
भवति, हसति, गच्छति।

बहुविकल्पीयप्रश्नाः

प्रश्न 1.
शब्दानाम् मूलरूपं ……….. कथ्यते।
(क) प्रातिपदिक
(ख) स्वर
(ग) व्यञ्जन
(घ) हल्
उत्तर:
(क) प्रातिपदिक

प्रश्न 2.
सुबन्तः …………. च विकारिपदानाम् द्वौ रूपौ स्तः।
(क) निपात
(ख) तिङ्
(ग) तिङ्न्त
(घ) अव्यय
उत्तर:
(ग) तिङ्न्त

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

प्रश्न 3.
निपात ………. च अविकारिपदानाम् द्वौ रूपौ स्तः।
(क) अव्यय
(ख) तिङ्
(ग) सुप्
(घ) उपसर्ग
उत्तर:
(क) अव्यय

प्रश्न 4.
कियाया: मूलरूप ——— उच्चते
(क) स्वर्ण
(ख) धातु
(ग) विशेषण
(घ) स्वर
उत्तर:
(ख) धातु

प्रश्न 5.
उप्, अनु, प्र, निर् च इत्यादयः ……… सन्ति।
(क) अव्यय
(ख) निपात
(ग) उपसर्गाः
(घ) प्रत्यय
उत्तर:
(ग) उपसर्गाः

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

प्रश्न 6.
एकवचनं …………. बहुवचनं च संस्कृते त्रीणि वचनानि सन्ति।
(क) द्वेवचनं
(ख) द्वयवचनं
(ग) द्वेवचनं
(घ) द्वयाः वचनं
उत्तर:
(क) द्वेवचनं

प्रश्न 7.
संस्कृतभाषायाम् पुंल्लिङ्ग, स्त्रीलिङ्ग ………. च सन्ति।
(क) पञ्चलिङ्ग
(ख) नपुंलिङ्ग
(ग) नपुंसकलिङ्ग
(घ) त्रयलिङ्ग
उत्तर:
(ग) नपुंसकलिङ्ग

प्रश्न 8.
‘शोभनानि आभूषणानि’ अनयोः पदयोः विशेषणपदं किं?
(क) आभूषणानि
(ख) शोभनानि
(ग) आभूषणं
(घ) शोभनं
उत्तर:
(क) आभूषणानि

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

प्रश्न 9.
‘उन्नतः पर्वतः’ अत्र विशेष्यपदं किं?
(क) उन्नतं
(ख) पर्वतः
(ग) उन्नतः
(घ) पर्वतः
उत्तर:
(घ) पर्वतः

प्रश्न 10.
सम्प्रदाने चतुर्थी, अपादाने पञ्चमी ……… च षष्ठी विभक्तिः प्रयुज्यते।
(क) करणे
(ख) सम्बन्धे
(ग) कर्मे
(घ) अधिकरणे
उत्तर:
(ख) सम्बन्धे

प्रश्न 11.
संस्कृते वर्तमानकालाय लट्लकार प्रयुज्यते। इदं वाक्यं ……… अस्ति।
(क) शुद्ध
(ख) अशुद्धं
उत्तर:
(क) शुद्ध

प्रश्न 12.
भूतकालार्थे .. …… लकारः प्रयुज्यते।
(क) लृट्
(ख) लङ्
(ग) लट
(घ) लोट
उत्तर:
(ख) लङ्

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions पद-विचारः Read More »

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

We are offering NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Grammar Book वर्णविचारः Questions and Answers can be used by students as a reference during their preparation.

Sanskrit Vyakaran Class 7 Solutions वर्णविचारः

1. संस्कृत भाषा
संस्कृत वह भाषा है जो पूर्णतया नियमबद्ध है। संस्कृत विश्व की प्राचीनतम भाषा है।

2. वर्णमाला
वर्गों के समूह को वर्णमाला कहते हैं।

2.1. वर्ण/अक्षर
मुख से उच्चरित उस छोटी से छोटी ध्वनि को वर्ण कहते हैं, जिसके फिर से टुकड़े न किए जा सकें। इसीलिए इन्हें अक्षर भी कहते हैं।
उदाहरण-अ, इ, उ, क्, त्, प् आदि वर्ण हैं।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

2.1.1. वर्ण भेद
स्वर/अच् जिन वर्णों का उच्चारण किसी दूसरे वर्ण की सहायता के बिना होता है, उन वर्गों को स्वर कहते हैं।
(1) अ, इ, उ
(2) ऋ,लू
(3) ए, ओ
(4) ऐ, औ

इन वर्गों के ह्रस्व, दीर्घ और प्लुत तीन-तीन प्रकार हैं। सामान्यतः ह्रस्व तथा दीर्घ स्वर तेरह हैं। यथा-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ऋ, लु, ए, ऐ, ओ, औ = 13
इनमें 9 प्लुत वर्गों को (अ ३, इ ३, उ ३, ऋ३, लु ३, ए ३, ऐ ३, ओ ३, औ ३) सम्मिलित कर लिया जाए तो स्वरों की कुल संख्या 22 हो जाती है।

उच्चारण की दृष्टि से अ, इ, उ, ऋ, लु इन पांच वर्षों के उच्चारण में जो समय लगता है उसे एक मात्रा माना जाता है। ये ह्रस्व स्वर हैं। अ, इ, उ, ऋ को बोलते समय दुगुना समय लगाया जाए तो यही ह्रस्व स्वर दीर्घ हो जाते हैं। आ, ई, ऊ, ऋ दीर्घ स्वर हैं। ए, ओ, ऐ, औ भी दीर्घ स्वर हैं क्योंकि इनके उच्चारण में भी दो मात्राओं का समय लगता है। ये मूल स्वरों (अ, इ, उ) के मेल से बने हैं अतः इन्हें संयुक्त स्वर कहा जाता है।

प्लुत स्वरों के उच्चारण में तीन मात्राओं का समय लगता है। प्लुत स्वर-अ ३, इ ३, उ ३, ऋ३, लु ३, ए ३, ऐ ३, ओ ३, औ ३।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

व्यञ्जन/हल्
जिन वर्णों का उच्चारण स्वरों की सहायता से होता है वे वर्ण व्यञ्जन कहलाते हैं।
सामान्यतः छात्र समझते हैं कि ‘क’ एक व्यञ्जन है। यह उनकी भूल है। उच्चारण की सुविधा के लिए उसमें अ स्वर मिला हुआ है। व्यञ्जन के अनुसार इसका सही रूप ‘क्’ है।
व्यञ्जन के भेद-स्पर्श, अन्तःस्थ व ऊष्म
Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः 1
ये सभी 25 व्यञ्जन स्पर्श कहलाते हैं।
(ii) अन्तःस्थ- य र ल व् = 4
ये चार अन्तःस्थ कहलाते हैं। अतः ये स्वर तथा व्यञ्जन दोनों के बीच के वर्ण हैं इन्हें अन्तःस्थ की संज्ञा देते हैं।

(iii) ऊष्म- श् ष् स् ह = 4
ये चार ऊष्म वर्ण हैं, इनके उच्चारण में जिह्वा मुख के किसी भाग के साथ रगड़ खाती है। अतः इन्हें ऊष्म नाम दिया गया है।

अयोगवाह
जिन वर्णों का उच्चारण स्वरों की सहायता के बिना नहीं हो सकता तथा जो स्वरों के साथ मिलकर स्वरों के बाद ही बोले जाते हैं वे अयोगवाह कहलाते हैं। यथा
(1) अनुस्वार (-)
(2) विसर्ग (:)

अभ्यासः

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वर्गों में स्वरों को खोजकर उन्हें पृथक् करके लिखो
अ, क्, द्, आ, उ, म्, ट्, स्, ऋ
स्वर = (i) …….. (ii) …….. (iii) ……. (iv) …….
उत्तर:
अ, आ, उ, ऋ।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित वर्गों में से चुनकर स्पर्श वर्णों को लिखें
क्, ट्, य, द्, व्, श्, प्, ह्, न्
स्पर्श = (i) …….. (ii) …….. (iii) ……. (iv) …….. (v) ……..
उत्तर:
क्, ट्, द्, प्, न्।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

प्रश्न 3.
निम्नलिखित वर्गों में से चुनकर दीर्घ स्वरों को लिखें
ए, ओ, इ, उ, ऋ, ऋ, लु, आ
दीर्घ = (i) ……. (ii) ……. (iii) …… (iv) ……..
उत्तर:
ए, ओ, ऋ, आ।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित वर्गों में से प्लुत वर्णों को चुनकर लिखें
अ ३, ए ३, आ, लु, ऐ ३, औ,
प्लुत = (i) ……. (ii) …….. (iii) …….. (iv) …….
उत्तर:
अ ३, ए ३, ऐ ३।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित वर्गों में से अयोगवाह वर्णों को चुनकर लिखें
Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः 2
अयोगवाह = (i) …….. (ii) ……. (iii) …….. (iv) ……..
उत्तर:
Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः 3

प्रश्न 6.
वर्ण संयोजन करें।
यथा-क् + आ = का
(i) च् + अ = …………..
(ii) प् + इ = …………..
(iii) न् + उ = …………..
(iv) ग् + ए = …………..
(v) ज् + ओ = …………..
उत्तर:
च, पि, नु, गे, जो।

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

प्रश्न 7.
अपने चार मित्रों के नाम लिखें।
(i) …………..
(ii) …………..
(iii) …………..
(iv) …………..
(v) …………..

बहुविकल्पीयप्रश्नाः

प्रश्न 1.
ऋग्वेदः कस्यां भाषायाम् रचितः।
(क) लौकिक संस्कृत
(ख) वैदिक संस्कृत
(ग) हिन्दी भाषा
(घ) अवधी भाषा
उत्तर:
(ख) वैदिक संस्कृत

प्रश्न 2.
रामायणस्य रचयिता आदिकविः कः।
(क) वेदव्यासः
(ख) तुलसीदासः
(ग) सूरदास
(घ) वाल्मीकिः
उत्तर:
(घ) वाल्मीकिः

प्रश्न 3.
वर्णानाम् समूहः ………. कथ्यते।
(क) करमाला
(ख) फूलमाला
(ग) हारमाला
(घ) वाल्मीकिः
उत्तर:
(घ) वाल्मीकिः

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

प्रश्न 4.
अइउण् इत्यादयः शिवसूत्राः ……. भवन्ति।
(क) चतुर्दश
(ख) त्रयोदश
(ग) द्वादश
(घ) पञ्चदश
उत्तर:
(क) चतुर्दश

प्रश्न 5.
स्वरः ………. अयोगवाहः च वर्णस्य त्रयः भेदाः सन्ति।
(क) व्यञ्जन
(ख) प्लुत
(ग) दीर्घ
(घ) गुण
उत्तर:
(क) व्यञ्जन

प्रश्न 6.
स्वरस्य त्रयः भेदाः ……….. दीर्घः प्लुतः च सन्ति।
(क) यण
(ख) ह्रस्व
(ग) हल्
(घ) संयुक्त
उत्तर:
(ख) ह्रस्व

प्रश्न 7.
स्पर्श-व्यञ्जनाः कति सन्ति?
(क) त्रिंशत्
(ख) विंशतिः
(ग) पञ्चविंशतिः
(घ) त्रिंशत्
उत्तर:
(ग) पञ्चविंशतिः

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

प्रश्न 8.
अन्तःस्थ वर्णाः के सन्ति?
(क) य ह श् व्
(ख) य र ल व
(ग) य् र् स् व्
(घ) य् र् ल् व्
उत्तर:
(घ) य् र् ल् व्

प्रश्न 9.
पवर्गस्य वर्णाः के सन्ति?
(क) प् फ् ग् घ् म्
(ख) प फ ब भ म ।
(ग) प् फ् ब् भ् म्
(घ) प् फ् भ् न् त्
उत्तर:
(ग) प् फ् ब् भ् म्

प्रश्न 10.
ऊष्मवर्णाः श् ष् ……….. ह च भवन्ति।
(क) र
(ख) स्
(ग) ऋ
(घ) लु
उत्तर:
(ख) स्

प्रश्न 11.
अ, इ, उ, ऋ, लु एते ………. स्वराः सन्ति।
(क) दीर्घ
(ख) प्लुत्
(ग) हल्
(घ) ह्रस्व
उत्तर:
(घ) ह्रस्व

प्रश्न 12.
व्यञ्जन-वर्णाः ………… अपि कथ्यन्ते।
(क) अच्
(ख) हल्
(ग) यण
(घ) एच
उत्तर:
(ख) हल्

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः

Class 7 Sanskrit Grammar Book Solutions वर्णविचारः Read More »

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम्

Detailed, Step-by-Step NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 15 लालनगीतम् Questions and Answers were solved by Expert Teachers as per NCERT (CBSE) Book guidelines covering each topic in chapter to ensure complete preparation.

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 15 लालनगीतम्

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

प्रश्न 1.
गीतम् सस्वरं गायत।
उत्तर:
स्वयं गायन करें।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम्

प्रश्न 2.
एकपदेन उत्तरत

(क) का विहसति ?
(ख) किम् विकसति ?
(ग) व्याघ्रः कुत्र गर्जति ?
(घ) हरिणः किं खादति ?
(ङ) मन्दं कः गच्छति ?
उत्तर:
(क) धरणी
(ख) कमलम्
(ग) गहने विपिने
(घ) नवधासम्
(ङ) तुङ्गः उष्ट्रः।

प्रश्न 3.
रेखाङ्कितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत

(क) सलिले नौका सेलति।
(ख) पुष्पेषु चित्रपतङ्गा: डयन्ते।
(ग) उष्ट्रः पृष्ठे भार वहति।
(घ) धावनसमये अश्वः किमपि न खादति।
(ङ) उदिते सूर्ये धरणी विहसति।
उत्तर:
(क) सलिले का सेलति ?
(ख) केषु चित्रपतङ्गाः डयन्ते ?
(ग) कः पृष्ठे भारं वहति ?
(घ) कदा अश्व: किमपि न खादति ?
(ङ) उदिते कस्मिन् धरणी विहसति ?

प्रश्न 4.

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 1
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 2
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 3

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम्

प्रश्न 5.
विलोमपदानि मेलयतमन्दरम्

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 4
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 5

प्रश्न 6.
उचितकथनानां समक्षम् ‘आम्’ अनुचितकथनानां समक्षं ‘न’ इति लिखत

(क) धावनसमये अश्वः खादति।
(ख) उष्ट्रः पृष्ठे भारं न वहति।
(ग) सिंहः नीचैः क्रोशति।
(घ) पुष्पेषु चित्रपतङ्गाः डयन्ते।
(ङ) वने व्याघ्रः गर्जति।
(च) हरिण: नवधासम् न खादति।
उत्तर:
(क) न
(ख) न
(ग) न
(घ) आम्
(ङ) आम्
(च) न।

प्रश्न 7.
अधोलिखितानि पदानि निर्देशानुसार परिवर्तयत –

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 10
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 11

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम्

प्रश्न 8.
चित्रं दृष्ट्वा मञ्जूषात: पदानि च प्रयुज्य वाक्यानि रचयत –
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 8
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् 9
उत्तर:
इदम् उद्यानस्य चित्रम् अस्ति।
सूर्य: उदेति।
बाला: कन्दुकेन क्रीडन्ति।
खगाः आकाशे उड्डयन्ति।
सरोवरे कमलानि विकसन्ति।
खगाः कुजन्ति।
पुष्पेषु चित्रपतङ्गाः उड्डयन्ते।

बहुविकल्पी प्रश्न

निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् शुद्धम् उत्तरं चित्वा लिखत –

प्रश्न 1.
‘धरणी’ पदस्य समानार्थकपदं किम् अस्ति ?
(क) नदी
(ख) पृथ्वी
(ग) लता
(घ) धैर्य
उत्तर:
(ख) पृथ्वी

प्रश्न 2.
‘पुरातनम्’ पदस्य किम् विपरीतार्थकं पदम् ?
(क) नूतनम्
(ख) प्राचीनम्
(ग) सनातनम्
(घ) पुरा।
उत्तर:
(क) नूतनम्

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम्

प्रश्न 3.
‘मन्दम्’ पदस्य किम् विपरीतार्थकपदम् ?
(क) दूरम्
(ख) शीघ्रम्
(ग) पुरा
(घ) अधुना।
उत्तर:
(ख) शीघ्रम्

प्रश्न 4.
‘विपिने’ पदस्य समानार्थकपदम् किम् अस्ति ?
(क) वने
(ख) ग्रामे
(ग) वृक्ष
घ) नगरे।
उत्तर:
(क) वने

प्रश्न 5.
उष्ट्रः कथं गच्छति?
(क) शान्तम्
(ख) शीघ्रम्
(ग) मन्दम्
(घ) रुदन्तम्।
उत्तर:
(ग) मन्दम्।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम्

Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् Summary

  1. सूर्य निकलने पर धरती हँसती है। पक्षी कूजते हैं। कमल खिलता है।
  2. मन्दिर में जोर से नगाड़ा बजता है। नदी के पानी में नाव चलती है (हिलती-डुलती है)।
  3. अनेक रंगों के फूलों पर तितलियाँ उड़ती हैं।
  4. हर वृक्ष पर नए पत्ते आते हैं। अनेक रंगों से चित्र (की तरह) सुशोभित होते हैं।
  5. सुबह गाय शुद्ध, साफ, मधुर और चिकना दूध देती है।
  6. घने जंगल में बाघ गरजता है और वहाँ जोर से शेर दहाड़ता है।
  7. हरिण नई घास खाता है और सब तरफ सुन्दर ढंग से देखता है।
  8. ऊँचा ऊँट धीरे चलता है। वह अपनी पीठ पर बहुत अधिक भार ढोता है।
  9. घोड़ा जल्दी दौड़ता है। दौड़ने के समय वह कुछ नहीं खाता है।
  10. इस भयंकर भालू को देखो। ताली बजाकर थ-थ-था करके नाचता है।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 15 लालनगीतम् Read More »

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा

Detailed, Step-by-Step NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा Questions and Answers were solved by Expert Teachers as per NCERT (CBSE) Book guidelines covering each topic in chapter to ensure complete preparation.

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न – अभ्यास

प्रश्न 1.
उच्चारणं कुरुत –

मन्त्री – कर्मकरा: – निर्माणम्
जिज्ञासा – भ्रात्रा – पित्रे .
भ्रातृणाम् – उद्घाटनार्थम् – पितृभ्याम्
नेतरि – अपृच्छत् – चिन्तयन्ती
उत्तर:
स्वयं उच्चारण कीजिए।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा

प्रश्न 2.
अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत –

(क) कस्याः महती जिज्ञासा वर्तते ?
(ख) मन्त्री किमर्थम् आगच्छति ?
(ग) सेतोः निर्माण के अकुर्वन् ?
(घ) सेतोः निर्माणाय कर्मकराः प्रस्तराणि कुतः आनयन्ति ?
(ङ) के सर्वकाराय धनं प्रयच्छन्ति ?
उत्तर:
(क) अनारिकायाः
(ख) सेतोः उद्घाटनार्थम्
(ग) कर्मकराः
(घ) पर्वतेभ्यः
(छ) प्रजाः ।

प्रश्न 3.
रेखाङ्कितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत –

(क) अनारिकायाः प्रश्नः सर्वेषां बुद्धिः चक्रवत् भ्रमति।
(ख) मन्त्री सेतो: उद्घाटनार्थम् आगच्छति।
(ग) कर्मकराः सेतोः निर्माणम् कुर्वन्ति।
(घ) पर्वतेभ्यः प्रस्तराणि आनीय सेतोः निर्माणं भवति।
(ङ) जनाः सर्वकाराय देशस्य विकासार्थं धनं ददति।
उत्तर:
(क) कस्याः प्रश्नः सर्वेषां बुद्धिः चक्रवत् भ्रमति?
(ख) मन्त्री किमर्थम् आगच्छति ?
(ग) के सेतो: निर्माणम् कुर्वन्ति ?
(घ) केभ्यः प्रस्तराणि आनीय सेतो: निर्माण भवति?
(ङ) जनाः कस्मै देशस्य विकासार्थं धनं ददति ?

प्रश्न 4.
उदाहरणानुसारं रूपाणि लिखत- .

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा 1
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा 2
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा 3

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा

प्रश्न 5.
कोष्ठकेभ्यः समुचितपदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –

(क) अहं प्रातः ……….. सह भ्रमणाय गच्छामि। (पित्रा/पितुः)
(ख) बाला आपणात् ………….. फलानि आनयति । (धातु:/भाने)
(ग) कर्मकराः सेतोः निर्माणस्य ………… भवन्ति । (कर्तारम/कर्तारः)
(घ) मम ……………. तु एतेषां प्रश्नानाम् उत्तराणि अददात्। (पिता/पितरः)
(ङ) तव ………. कुत्र जीविकोपार्जनं कुरुतः ? (भ्रातरः/धातरी)
उत्तर:
(क) पित्रा
(ख) भ्रात्रे
(ग) कर्तारः
(घ) पिता
(ङ) भ्रातरौ।

प्रश्न 6.
चित्रं दृष्ट्वा मञ्जूषातः पदानि च प्रयुज्य वाक्यानि रचयत –

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा 4
उत्तर:
अयम् वर्षाकालः अस्ति।
वर्षायाम् बाला: छत्रम् धारयन्ति ।
ते बसयानम् आरोहन्ति।

प्रश्न 7.
अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत –

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा 5
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा 6

बहुविकल्पी प्रश्न

निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् शुद्धम् उत्तरं चित्वा लिखत –

प्रश्न 1.
कस्याः प्रश्नः सर्वेषां बुद्धिः चक्रवत् भ्रमति ?
(क) अम्बिकायाः
(ख) लतायाः
(ग) मालायाः
(घ) अनारिकायाः।
उत्तर:
(घ) अनारिकायाः।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा

प्रश्न 2.
मन्त्री कस्य उद्घाटनार्थम् आगच्छति ?
(क) सेतोः
(ख) आपणस्य
(ग) विद्यालयस्य
(घ) मन्दिरस्य।
उत्तर:
(क) सेतोः

प्रश्न 3.
‘अवदत्’ पदे कः लकार: ?
(क) लट्
(ख) लृट्
(ग) लङ्
(घ) लोट्।
उत्तर:
(ग) लङ्

प्रश्न 4.
‘पार्वे’ पदस्य विपरीतार्थकपदम् किम् अस्ति?
(क) नीचैः
(ख) सदा
(ग) दूरे
(घ) बहिः।
उत्तर:
(ग) दूरे

प्रश्न 5.
‘प्रश्नान्’ पदे का विभक्तिः ?
(क) प्रथमा
(ख) द्वितीया
(ग) तृतीया
(घ) चतुर्थी।
उत्तर:
(ख) द्वितीया।

Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा Summary

1. बालिकाया: ………… भ्रमति । (पृष्ठ 75)

हिन्दी सरलार्थ – बालिका अनारिका के मन में हमेशा बहुत अधिक जिज्ञासा होती है। इसलिए वह बहुत अधिक प्रश्न पूछती है। उसके प्रश्नों से सबकी बुद्धि चक्र की तरह घूम जाती है।

2. प्रातः उत्थाय …………. मन्त्री ददाति? (पृष्ठ 75-76)

हिन्दी सरलार्थ – सुबह उठकर उसने अनुभव किया कि उसका मन प्रसन्न नहीं है। मनोरंजन के लिए वह घूमने के लिए घर से बाहर चली गई और देर तक घूमती रही। घूमते समय उसने देखा कि रास्ते सजे हुए हैं। क्या कारण है’ यह सोचती हुई उसे याद आया कि आज तो मन्त्री जी आएंगे। वे क्यों आएंगे इस विषय में उसकी जिज्ञासा शुरू हुई। उस जिज्ञासा को शांत करने के लिए वह घर लौट आई और पिता से पूछा-पिताजी ! मन्त्री जी क्यों आ रहे हैं। पिता बोले-पुत्रि | नदी के ऊपर जो नया पुल बना है, उसके उदघाटन के लिए मंत्री जी आ रहे हैं। अनारिका ने फिर पूछा-क्या मन्त्री जी ने पल का निर्माण किया है? पिता ने कहा-नहीं मजदूरों ने किया है। फिर अनारिका का प्रश्न था-यदि मजदूरों ने पुल का निर्माण किया है, तब मंत्रीजी क्यों आ रहे हैं। पिता बोलेक्योंकि वे हमारे देश के मंत्री हैं। पिताजी ! पुल के निर्माण के लिए पत्थर कहाँ से आते हैं ? क्या उन्हें मंत्री जी देते हैं।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा

3.विरक्तभावेन पिता ………………. आगच्छति? (पृष्ठ 76)

हिन्दी सरलार्थ – विरक्त भाव से पिता ने उत्तर दिया-अनारिका ! पत्थर लोग पर्वतों से लाते हैं। “पिताजी ! तो क्या, इसके लिए मंत्री जी धन देते हैं ? उसके पास धन कहाँ से आता है। इन प्रश्नों को सुनकर पिता बोले-अरे ! प्रजा सरकार को धन देती है। हैरान अनारिका ने फिर पूछा-पिताजी ! यदि मजदूर पर्वतों से पत्थर लाकर पुल बनाते हैं, प्रजा सरकार को धन देती है, तो मंत्री जी पुल के उद्घाटन के लिए क्यों आ रहे हैं।

4. बहून् प्रश्नान् …..प्रश्नाः सन्ति । (पृष्ठ 76)

हिन्दी सरलार्थ – अनेक प्रश्नों के उत्तर देते हुए पिता बोले-पहले ही मैंने कहा था कि वे ही देश के मंत्री हैं। बहुत ज्यादा प्रश्न करती हो। चलो, तैयार होकर विद्यालय जाओ। अब भी अनारिका के मन में बहुत प्रश्न हैं।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 14 अनारिकायाः जिज्ञासा Read More »

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम्

Detailed, Step-by-Step NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् Questions and Answers were solved by Expert Teachers as per NCERT (CBSE) Book guidelines covering each topic in chapter to ensure complete preparation.

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 13 अमृतं संस्कृतम्

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

प्रश्न 1.
उच्चारणं कुरुत –

बहीनाम् – सङ्गणकस्य
चिकित्साशास्त्रम् – वैशिष्ट्यम्
भूगोलशास्त्रम् – वाङ्मये
विद्यमानाः – अर्थशास्त्रम्
उत्तर:
स्वयं उच्चारण करें।

प्रश्न 2.
प्रश्नानाम् एकपदेन उत्तराणि लिखत –

(क) का भाषा प्राचीनतमा ?
(ख) भारतीयसंस्कृतेः रक्षणं केन सम्भवति ?
(ग) चाणक्येन रचितं शास्त्रं किम् ?
(घ) कस्याः भाषायाः काव्यसौन्दर्यम् अनुपमम् ?
(ङ) शून्यस्य प्रतिपादनं कः अकरोत् ?
उत्तर:
(क) संस्कृतभाषा .
(ख) संस्कृतेन
(ग) अर्थशास्त्रम्
(घ) संस्कृतभाषायाः
(ङ) भास्कराचार्यः।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम्

प्रश्न 3.
प्रश्नानाम् उत्तराणि एकवाक्येन लिखत –

(क) भारतसर्वकारस्य राजचिह्ने किं लिखितम् अस्ति ?
(ख) संस्कृतस्य वाङ्मयं कैः समृद्धमस्ति ?
(ग) संस्कृतस्य सूक्तयः केन रूपेण स्वीकृताः सन्ति ?
(घ) अस्माभिः संस्कृतं किमर्थ पठनीयम् ?
उत्तर:
(क), ‘सत्यमेव जयते’ इति भारतसर्वकारस्य राजचिह्न लिखितम् अस्ति।
(ख) संस्कृतस्य वाङ्मयं वेदैः, पुराणैः, नीतिशास्त्रैः, चिकित्साशास्त्रादिभिः समृद्धमस्ति।
(ग) संस्कृतस्य सूक्तयः ध्येयवाक्यरूपेण स्वीकृताः सन्ति।
(घ) अस्माभिः संस्कृतं पठनीयम् येन मनुष्यस्य समाजस्य च परिष्कारः भवेत्।

प्रश्न 4.
इकारान्त-स्त्रीलिङ्गशब्दरूपम् अधिकृत्य रिक्तस्थानानि पूरयत

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् 1
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् 2

प्रश्न 5.
रेखालानि पानि अधिकृत्य प्रनिगाण सरा –

(क) संस्कृते ज्ञानविज्ञानयोः निधिः सुरक्षितोऽस्ति।
(ख) संस्कृतमेव सङ्गणकस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा।
(ग) शल्यक्रियायाः वर्णनं संस्कृतसाहित्ये अस्ति।
(घ) वरिष्ठान प्रति अस्माभिः प्रियं व्यवहर्त्तव्यम्।
उत्तर:
(क) संस्कृते ज्ञानविज्ञानयोः कः सुरक्षितोऽस्ति?
(ख) संस्कृतमेव कस्य कृते सर्वोत्तमा भाषा ?
(ग) शल्यक्रियायाः वर्णन कस्मिन् अस्ति ?
(घ) कान् प्रति अस्माभिः प्रियं व्यवहर्तव्यम् ?

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम्

प्रश्न 6.
उदाहरणानुसारं पदानां विभक्तिं वचनञ्च लिखत

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् 3
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् 4

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम्

प्रश्न 7.
यथायोग्य संयोज्य लिखत

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् 5
उत्तर:
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् 6

बहुविकल्पी प्रश्न

निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् शुद्धम् उत्तरं चित्वा लिखत –

प्रश्न 1.
चरकसुश्रुतयोः योगदान कस्मिन् क्षेत्रे अस्ति?
(क) गणिते
(ख) चिकित्साशास्त्रे
(ग) ज्योतिषशास्त्रे
(घ) वेदान्ते।
उत्तर:
(ख) चिकित्साशास्त्रे

प्रश्न 2.
चाणक्यस्य प्रसिद्धा रचना का अस्ति?
(क) अर्थशास्त्रम्
(ख) विष्णुपुराणम्
(ग) पञ्चतन्त्रम्
(घ) नीतिशतकम्।
उत्तर:
(क) अर्थशास्त्रम्

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम्

प्रश्न 3.
‘सत्यमेव जयते’ इति सूक्तिः कुत्र प्रयुक्ता?
(क) भारतसर्वकारस्य राजचिह्न
(ख) दूरदर्शने
(ग) जीवनबीमानिगमस्य चिह्न
(घ) पत्रालये।
उत्तर:
(क) भारतसर्वकारस्य राजचिह्न

प्रश्न 4.
‘महापुरुषाणाम् पदे कः मूलशब्दः ?
(क) महान्
(ख) पुरुषः
(ग) महान् पुरुषः
(घ) महापुरुष।
उत्तर:
(घ) महापुरुष।

प्रश्न 5.
‘कथयन्ति’ पदे कः पुरुषः ?
(क) प्रथमः
(ख) द्वितीयः
(ग) उत्तमः
(घ) मध्यमः।
उत्तर:
(क) प्रथमः

प्रश्न 6.
‘वाङ्मयम्’ पदस्य समानार्थकपदं किम् अस्ति ?
(क) संगीतम्
(ख) साहित्यम् ।
(ग) संस्कृतम्
(घ) वैदिकः।
उत्तर:
(ख) साहित्यम् ।

Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् Summary

1. विश्वस्य सर्वासु …………. संस्कृतिस्तथा । (पृष्ठ 69)

हिन्दी सरलार्थ – विश्व की सभी भाषाओं में संस्कृत भाषा सबसे प्राचीन भाषा है। यह भाषा बहुत-सी भाषाओं की जननी मानी गई है। इसी भाषा में ज्ञान और विज्ञान का भंडार सुरक्षित है। जैसा कि कहा गया है-भारत की दो प्रतिष्ठाएँ है-संस्कृत और संस्कृति।

2. अस्याः भाषायाः ………… उल्लेखनीयम्। (पृष्ठ 69)

हिन्दी सरलार्थ – इस भाषा की वैज्ञानिकता का विचार करके ही कम्प्यूटर विशेषज्ञ कहते हैं कि संस्कृत ही कम्प्यूटर के लिए सबसे उत्तम भाषा है। इसका साहित्य वेदों, पुराणों, नीतिशास्त्रों, चिकित्साशास्त्र आदि से समृद्ध है। कालिदास जैसे विश्व कवियों का काव्य सौन्दर्य अनुपम है। चाणक्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र संसार में प्रसिद्ध है। गणितशास्त्र में शून्य का प्रतिपादन सबसे पहले भास्कराचार्य ने सिद्धान्तशिरोमणि में किया। चिकित्साशास्त्र में चरक और सुश्रुत का योगदान विश्व में प्रसिद्ध है। संस्कृत में जो अन्य शास्त्र हैं उनमें खगोलविज्ञान, वास्तुशास्त्र, रसायनशास्त्र, ज्योतिषशास्त्र और विमानशास्त्र उल्लेखनीय हैं।

3. संस्कृतस्य इदं …………… वर्तते । (पृष्ठ 69)

हिन्दी सरलार्थ – संस्कृत को यह विशेषता है कि इसके साहित्य में विद्यमान सूक्तियाँ उन्नति के लिए प्रेरित करती हैं। बड़ों और छोटों के प्रति हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए इसका व्यावहारिक ज्ञान संस्कृत ही देती है। भारत सरकार के विभिन्न विभागों में संस्कृत की सूक्तियाँ ध्येय वाक्य के रूप में स्वीकृत है। भारत सरकार के राजचिहन में प्रयुक्त सक्ति’सत्यमेव जयते’ (सत्य की ही विजय होती है) को सभी जानते हैं। इसी प्रकार राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद् का ध्येय वाक्य ‘विद्ययाऽमृतमश्नुते’ (विद्या से व्यक्ति अमरता प्राप्त करता है) है।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम्

4. केचन कथयन्ति  ………………. ज्ञानविज्ञानपोषकम् । (पृष्ठ 70)

हिन्दी सरलार्थ – कुछ कहते हैं कि संस्कृत भाषा में केवल धार्मिक साहित्य है-यह धारणा उचित नहीं है। संस्कृत के ग्रन्थों में मानव जीवन के लिए अनेक प्रकार के विषय सम्मिलित हैं। महापुरुषों की बुद्धि, उत्तम लोगों का धैर्य और साधारण लोगों की जीवनपद्धति वर्णित है। इसलिए हमें संस्कृत अवश्य पढ़नी चाहिए जिससे मनुष्य और समाज का परिष्कार हो और कहा गया है
मित्र ! संस्कृत अमृत है। इसके वचन सरस (मनोरंजक) और सरल हैं। यह देश में एकता का मूल है तथा ज्ञान और विज्ञान को पुष्ट करने वाली है।

NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Chapter 13 अमृतं संस्कृतम् Read More »

error: Content is protected !!