Detailed, Step-by-Step NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 5 पण्डिता रमाबाई Questions and Answers were solved by Expert Teachers as per NCERT (CBSE) Book guidelines covering each topic in chapter to ensure complete preparation.
NCERT Solutions for Class 7 Sanskrit Ruchira Chapter 5 पण्डिता रमाबाई
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास
प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरत-
(क) ‘पण्डिता”सरस्वती’ इति उपाधिभ्यां का विभूषिता?
(ख) रमा कुतः संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती ?
(ग) रमाबाई केन सह विवाहम् अकरोत् ?
(घ) कासां शिक्षायै रमाबाई स्वकीयं जीवनम् अर्पितवती?
(ङ) रमाबाई उच्चशिक्षार्थं कुत्र अगच्छत् ?
उत्तर:
(क) रमाबाई
(ख) स्वमातुः
(ग) विपिनबिहारीदासेन सह
(घ) नारीणाम्
(ङ) इंग्लैण्डदेशम्।
प्रश्न 2.
रेखाङ्कितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत
(क) रमायाः पिता समाजस्य प्रतारणाम् असहत।
(ख) पत्युः मरणानन्तरं रमाबाई महाराष्ट्र प्रत्यागच्छत्।
(ग) रमाबाई मुम्बईनगरे ‘शारदा-सदनम्’ अस्थापयत्।
(घ) 1922 तमे ख्रिस्ताब्दे रमाबाई-महोदयायाः निधनम।
(ङ) स्त्रियः शिक्षा लभन्ते स्म।
उत्तर:
(क) कस्याः पिता समाजस्य प्रतारणाम् असहत?
(ख) कस्य मरणानन्तरं रमाबाई महाराष्ट्र प्रत्यागच्छत् ?
(ग) रमाबाई कुत्र शारदा-सदनम् अस्थापयत् ?
(घ) 1922 तमे ख्रिस्ताब्दे कस्याः निधनम् अभवत् ?
(ङ) काः शिक्षां लभन्ते स्म?
प्रश्न 3.
प्रश्नानामुत्तराणि लिखत
(क) रमाबाई किमर्थम् आन्दोलनं प्रारब्धवती?
(ख) निःसहायाः स्त्रियः आश्रमे किं लभन्ते स्म?
(ग) कस्मिन् विषये रमाबाई-महोदयायाः योगदानम् अस्ति ?
(घ) केन रचनाद्वयेन रमाबाई प्रशंसिता वर्तते ?
उत्तर:
(क) रमाबाई बालिकानां स्त्रीणां च कृते संस्कृतस्य वेदशास्त्रादिकस्य च शिक्षायै आन्दोलनं प्रारब्धवती।
(ख) नि:सहाया स्त्रियः आश्रमे मुद्रण-टङ्कण-काष्ठकलादीनाञ्च प्रशिक्षणं लभन्ते स्म।
(ग) समाजसेवायाः अतिरिक्तं लेखन क्षेत्रे, रमाबाई-महोदयायाः योगदानम् अस्ति।
(घ) ‘स्त्रीधर्मनीति’, ‘हाईकास्ट हिन्दू विमेन’ इति रचनाद्वयेन रमाबाई प्रशंसिता वर्तते।
प्रश्न 4.
अधोलिखितानां पदानां निर्देशानुसारं पदपरिचयं लिखत –
उत्तर:
प्रश्न 5.
अधोलिखितानां धातूनां लकारं पुरुषं वचनञ्च लिखत –
उत्तर:
प्रश्न 6.
अधोलिखितानि वाक्यानि घटनाक्रमानुसारं लिखत
(क) रमाबाई-महोदयायाः विपिनबिहारीदासेन सह विवाहः अभवत्।
(ख) 1858 तमे ख्रिस्ताब्दे रमाबाई जन्म अलभत।
(ग) सा उच्चशिक्षार्थं इंग्लैण्डदेशं गतवती।
(घ) 1922 तमे ख्रिस्ताब्दे रमाबाई-महोदयायाः निधनम् अभवत्।
(ङ) सा मुम्बईनगरे शारदा-सदनम् अस्थापयत्।
(च) सा स्वमातुः संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती।
उत्तर:
(ख)1858 तमे ख्रिस्ताब्दे रमाबाई जन्म अलभत।
(च) सा स्वमातुः संस्कृतशिक्षा प्राप्तवती।
(क) रमाबाई-महोदयायाः विपिनबिहारीदासेन सह विवाहः अभवत्।
(ग) सा उच्चशिक्षार्थं इंग्लैण्डदेशं गतवती।
(ङ) सा मुम्बईनगरे शारदा-सदनम् अस्थापयत्।
(घ) 1922 तमे ख्रिस्ताब्दे रमाबाई-महोदयायाः निधनम् अभवत् ।
बहुविकल्पी प्रश्न
प्रश्न-निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् शुद्धम् उत्तरं चित्वा लिखत
प्रश्न 1.
‘रमाबाई’ महोदयायाः पितुः नाम किम् आसीत् ?
(क) अनन्तशास्त्री डोंगरे
(ख) सत्यव्रतशास्त्री
(ग) पं. उमाकान्त सहायः
(घ) पं. लक्ष्मीधरः।
उत्तर:
(क) अनन्तशास्त्री डोंगरे
प्रश्न 2.
केन प्रभाविता रमा वेदाध्ययनम् अकरोत् ?
(क) आर्यसमाजेन
(ख) ब्रह्मसमाजेन
(ग) वेदान्तेन
(घ) आंग्लशिक्षायाः।
उत्तर:
(ख) ब्रह्मसमाजेन
प्रश्न 3.
रमायाः प्रसिद्धा रचना का अस्ति?
(क) अर्थशास्त्रम्
(ख) पञ्चतन्त्रम्
(ग) स्त्रीधर्मनीति
(घ) स्त्रीशिक्षा।
उत्तर:
(ग) स्त्रीधर्मनीति
प्रश्न 4.
रमाबाई महोदयायाः निधनम् कदा अभवत् ?
(क) 1922 तमे वर्षे
(ख) 1934 तमे वर्ष
(ग) 1914 तमे वर्षे
(घ) 1858 तमे वर्षे।
उत्तर:
(क) 1922 तमे वर्षे
प्रश्न 5.
‘धनवान्’ पदस्य विपरीतार्थकपदम् किम् अस्ति?
(क) मधुरः
(ख) विपरीतः
(ग) धनी
(घ) विपन्नः।
उत्तर:
(घ) विपन्नः
प्रश्न 6.
‘रमायाः’ पदे किम् वचनम् ?
(क) एकवचनम्
(ख) द्विवचनम्
(ग) बहुवचनम्
(घ) किमपि न।
उत्तर:
(क) एकवचनम्।
Class 7 Sanskrit Chapter 5 पण्डिता रमाबाई Summary
1. रमाबाई …………………………………… प्राप्तवती। (पृष्ठ 26)
हिन्दी सरलार्थ-रमाबाई संस्कृत की विद्वत्ता से ‘पण्डिता’ और ‘सरस्वती’ इन उपाधियों से सुशोभित हुईं। सन् 1858 में उनका जन्म हुआ। उनके पिता अनन्तशास्त्री डोंगरे और माता लक्ष्मीबाई थीं। उस समय स्त्रीशिक्षा की स्थिति चिन्तनीय थी। स्त्रियों के लिए संस्कृत की शिक्षा प्रायः प्रचलित नहीं थी। परन्तु पण्डित अनन्तशास्त्री डोंगरे ने रूढिबद्ध धारणा को छोड़कर अपनी पत्नी को संस्कृत पढ़ायी। इसके लिए रमा के पिता ने समाज की प्रताड़ना (निन्दा) भी सहन की। बाद में रमा ने भी अपनी माँ से संस्कृत की शिक्षा प्राप्त की।
2. कालक्रमेण रमायाः …………………………………… दिवङ्गतः। (पृष्ठ 26)
हिन्दी सरलार्थ-समय के क्रम से रमा के पिता निर्धन हो गए। उसके माता-पिता और बड़ी बहन अकाल से पीड़ित होकर मृत्यु को प्राप्त हो गए। उसके पश्चात् रमा अपने बड़े भाई के साथ पैदल सम्पूर्ण भारत में घूमती हुई कलकत्ता पहुँची। वहाँ उसने ब्रह्म समाज से प्रभावित होकर वेदों का अध्ययन किया। बाद में उसने बालिकाओं और स्त्रियों के लिए संस्कृत और वेदशास्त्रों आदि की शिक्षा के लिए आंदोलन शुरू किया। सन् 1880 में उन्होंने विपिन बिहारी दास के साथ न्यायालय में विवाह कर लिया। डेढ़ वर्ष के बाद उसके पति की मृत्यु हो गई।
3. तदनन्तरं …………………………………… प्रभाविता जाता।। (पृष्ठ 26)
हिन्दी सरलार्थ-उसके पश्चात् वह पुत्री मनोरमा के साथ महाराष्ट्र लौट आई। स्त्रियों के उचित सम्मान के लिए और शिक्षा के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। सरकार द्वारा गठित उच्च शिक्षा आयोग में रमाबाई ने नारी शिक्षा के विषय में अपना विचार प्रस्तुत किया। वह उच्चशिक्षा के लिए इंग्लैण्ड गई। वहाँ ईसाई धर्म के स्त्रियों से संबंधित उत्तम विचारों से प्रभावित हुई।
4. इंग्लैण्डदेशात् …………………………………… यापयन्ति। (पृष्ठ 27)
हिन्दी सरलार्थ-इंग्लैण्ड देश से रमा बाई अमरीका देश चली गई। वहाँ उसने भारत की विधवा स्त्रियों की सहायता के लिए धन इकट्ठा किया। भारत लौटकर मुम्बई नगर में उन्होंने ‘शारदा सदन’ की स्थापना की। परन्तु यह सदन पुणे नगर में स्थानान्तरित हो गया। इस आश्रम में असहाय स्त्रियाँ रहती थीं। वहाँ स्त्रियाँ छपाई, टाइप, लकड़ी का काम आदि की शिक्षा भी प्राप्त करती थीं। उसके पश्चात् पुणे नगर के पास केडगाँव नामक स्थान पर ‘मुक्तिमिशन’ नामक संस्थान की भी उन्होंने स्थापना की। यहाँ आज भी असहाय स्त्रियाँ सम्मान सहित जीवन व्यतीत करती हैं।
5. 1922 तमे …………………………………… वर्तते। (पृष्ठ 27)
हिन्दी सरलार्थ-सन् 1922 में रमाबाई महोदया की मृत्यु हो गई। परन्तु स्त्री शिक्षा में और समाज सेवा में उनके कार्य अविस्मरणीय (जो कभी न भुलाए जा सकते हों) हैं। समाजसेवा के अतिरिक्त लेखन के क्षेत्र में भी उनका महत्त्वपूर्ण योगदान है। ‘स्त्रीधर्मनीति’ और ‘हाई कास्ट हिन्दू विमेन’ उनकी दो प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।