Author name: Prasanna

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी

These NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts.

टोपी NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18

Class 8 Hindi Chapter 18 टोपी Textbook Questions and Answers

कहानी से

प्रश्न 1.
गवरइया और गवरा के बीच किस बात पर बहस हुई और गवरइया को अपनी इच्छा पूरी करने का अवसर कैसे मिला ?
उत्तर:
गवरइया और गवरा के बीच कपड़े पहनने को लेकर बहस हुई। गवरइया का कहना था कि कपड़े मौसम की मार से बचने के लिए भी पहने जाते हैं। गवरइया टोपी पहनना चाहती है। उसे घूरे पर चुगते समय रूई का एक फाहा मिल जाता है। इसी से उसे अपनी इच्छा पूरी करने का अवसर मिल गया।

प्रश्न 2.
गवरइया और गवरे की बहस के तर्कों को एकत्र करें और उन्हें संवाद के रूप में लिखें।
उत्तर:
गवरइया – आदमी को देखते हो ? कैसे रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं! कितना फबता है उन पर कपड़ा!
गवरा – खाक फबता है! कपड़ा पहन लेने के बाद तो आदमी और बदसूरत लगने लगता है।
गवरइया – लगता है आज लटजीरा चुग आए हो ?

गवरा – कपड़े पहन लेने के बाद आदमी की कुदरती खूबसूरती ढंक जो जाती है। अब तू ही सोच! अभी तो तेरी सुघड़ काया का एक – एक कटाव मेरे सामने है, रोवें-रोवें की रंगत मेरी आँखों में चमक रही है। अब अगर तू मानुस की तरह खुद को सरापा ढंक ले तो तेरी सारी खूबसूरती ओझल हो जाएगी कि नहीं ?

गवरइया – कपड़े केवल अच्छा लगने के लिए नहीं, मौसम की मार से बचने के लिए भी पहनता है आदमी।

गवरा – तू समझती नहीं। कपड़े पहन-पहनकर जाड़ा-गरमी-बरसात सहने की उनकी सकत भी जाती रही है। ……. और कपड़े में बड़ा लफड़ा भी है। कपड़ा पहनते ही पहनने वाले की औकात पता चल जाती है…आदमी-आदमी की हैसियत में भेद पैदा हो जाता है।
[इसी प्रकार बाद में आए संवादों को इसमें जोड़ा जा सकता है। आगे के संवाद छात्र स्वयं लिखें।]

प्रश्न 3.
टोपी बनवाने के लिए गवरइया किस-किस के पास गई? टोपी बनने तक के एक-एक कार्य को लिखें।
उत्तर:
टोपी बनवाने के लिए गवरइया धुनिया, कोरी, बुनकर और दर्जी के पास गई। ये लोग राजा के किसी न किसी काम को बेगार के रूप में कर रहे थे। धनिया को आधा मेहनताना देकर गवरइया ने रूई धुनवाई, कोरी को आधा सूत देने का वायदा करके रूई से सूत कतवा लिया। बुनकर को आधा कपड़ा देने का आश्वासन देकर कपड़ा बुनवा लिया। इसी प्रकार दर्जी को मज़दूरी के तौर पर एक टोपी देने का वायदा करके टोपी सिलवा ली। सबने खुश होकर काम कर दिया; क्योंकि गवरइया ने मुफ्त में किसी से भी काम नहीं कराया था।

प्रश्न 4.
गवरइया की टोपी पर दर्जी ने पाँच फुदने क्यों जड़ दिए?
उत्तर:
दर्जी को मुँह माँगी मजूरी मिल गई थी। उसने खुश होकर टोपी सिल दी और गवरइया की टोपी पर इसीलिए पाँच फुदने भी जड़ दिए।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी

कहानी से आगे

प्रश्न 1.
किसी कारीगर से बातचीत कीजिए और परिश्रम का उचित मूल्य नहीं मिलने पर उसकी प्रतिक्रिया क्या होगी? ज्ञात कीजिए और लिखिए।
उत्तर:
मैंने एक दरी बनाने वाले से बातचीत की। उसे सत्तर रुपये रोज़ मज़दूरी के रूप में मिलते हैं। उसकी बनाई दरी पर मालिक को एक सौ सत्तर रुपये का लाभ होता है। वहाँ पर दस मज़दूर काम करते हैं। मालिक एक दिन में एक हजार रुपये का लाभ प्राप्त कर लेता है और दस-दस घंटे काम करने वाले मज़दूर को रोटी का जुगाड़ करना भी भारी पड़ता है। इस बात को लेकर दरी बुनने वाले तनाव और दुख से घिरे रहते हैं। जाएँ भी तो कहाँ जाएँ? सब जगह इसी प्रकार शोषण होता है।

प्रश्न 2.
गवरइया की इच्छा पूर्ति का क्रम घूरे पर रूई के मिल जाने से प्रारंभ होता है। उसके बाद वह क्रमशः एक-एक कर कई कारीगरों के पास जाती है और उसकी टोपी तैयार होती है। आप भी अपनी कोई इच्छा चुन लीजिए। उसकी पूर्ति के लिए योजना और कार्य-विवरण तैयार कीजिए।
उत्तर:
मेरी इच्छा डॉक्टर बनने की है। मैं इसके लिए मन लगाकर पढ़ाई कर रहा हूँ। अपने अध्ययन को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए मैंने समय-सारणी बना ली है। में विज्ञान विषयों का गहराई से अध्ययन कर रहा हूँ। जानकारी बढ़ाने के लिए इंटरनेट और अपने विद्यालय की लाइब्रेरी का भी बहुत उपयोग करता हूँ। मुझे विश्वास है कि परीक्षा की योग्यता-सूची में मेरा स्थान अवश्य आ जाएगा। कालिज में भी मन लगाकर पढूंगा ताकि अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकूँ।

प्रश्न 3.
गवरइया के स्वभाव से यह.प्रमाणित होता है कि कार्य की सफलता के लिए उत्साह आवश्यक है। सफलता के लिए उत्साह की आवश्यकता क्यों पड़ती है, तर्क सहित लिखिए।
उत्तर:
कार्य की सफलता के लिए उत्साह जरूरी है। उत्साह से ही व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने की शक्ति मिलती है। जो व्यक्ति पहले ही हताश और निराश हो जाते हैं; सामने खड़ी सफलता भी उनके हाथ नहीं लगती। अपनी मंज़िल तक पहुंचने के लिए धैर्य के साथ आगे तभी बढ़ा जा सकता है; जब व्यक्ति के मन में उत्साह भरा हो। गवरइया के स्वभाव से भी यही प्रमाणित होता है।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
टोपी पहनकर गवरइया राजा को दिखाने क्यों पहुँची जबकि उसकी बहस गवरा से हुई और वह गवरा के मुँह से अपनी बड़ाई सुन चुकी थी। लेकिन राजा से उसकी कोई बहस हुई ही नहीं थी। फिर भी वह राजा को चुनौती देने को पहुँची। कारण का अनमान लगाइए।
उत्तर:
राजा ने सभी काम करने वालों से मुफ्त में काम कराया था। वह चाहता तो उन्हें मज़दूरी दे सकता था। गवरइया ने सभी को उचित मज़दूरी देकर काम करवाया; इसीलिए उसे खूबसूरत टोपी ओढ़ने के लिए मिली। वह राजा को महसूस कराना चाहती थी कि किसी से मुफ्त में काम लेना बहुत बड़ा अन्याय है। इस प्रकार के अन्याय से काम करने वाला दुखी और नाराज़ रहता है।

प्रश्न 2.
यदि राजा के राज्य के सभी कारीगर अपने-अपने श्रम का उचित मूल्य प्राप्त कर रहे होते तब गवरइया के साथ उन कारीगरों का व्यवहार कैसा होता? ।
उत्तर:
यदि राजा के राज्य के सभी कारीगर अपने-अपने श्रम का उचित मूल्य प्राप्त कर रहे होते तब गवरइया के साथ उनका व्यवहार रूखा न होता। वे अपने श्रम के मूल्य से संतुष्ट होते और गवरइया से भी प्रेमपूर्वक बात करते।

प्रश्न 3.
चारों कारीगर राजा के लिए काम कर रहे थे। एक रजाई बना रहा था। दूसरा अचकन के लिए सूत कात रहा था। तीसरा बागा बुन रहा था। चौथा राजा की सातवीं रानी की दसवीं संतान के लिए झब्ले सिल रहा था। उन चारों ने राजा का काम रोककर गवरइया का काम क्यों किया ?
उत्तर:
राजा श्रम का मूल्य दिये बिना काम करा रहा था। सभी काम करने वाले खीझकर ही काम कर रहे थे। गवरइया ने उनसे आधी मज़दूरी देने का वचन दिया। इसीलिए धुनिया, कोरी, बनुकर और दर्जी ने अपने हाथ का राजा का काम छोड़कर गवरइया का काम किया। वे अपनी उचित मज़दूरी पाकर गवरइया का काम करने को तैयार हो गए।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
गाँव की बोली में कई शब्दों का उच्चारण अलग होता है। उनकी वर्तनी भी बदल जाती है। जैसे गवरइया गौरेया का ग्रामीण उच्चारण है। उच्चारण के अनुसार इस शब्द की वर्तनी लिखी गई। फूंदना, फुलगेंदा का बदला हुआ रूप है। कहानी में अनेक शब्द हैं जो ग्रामीण उच्चारण में लिखे गए हैं, जैसे-मुलुक मुल्क खमा-क्षमा, मजूरी-मजदूरी, मल्लार-मल्हार इत्यादि। आप क्षेत्रीय या गाँव की बोली में उपयोग होने वाले कुछ ऐसे शब्दों को खोजिए और उनका मूल रूप लिखिए, जैसेटेम-टाइम, टेसन/टिसन-स्टेशन।
उत्तर:
टिकस-टिकट, करशाण-किसान, बखत-वक्त, पीसा-पैसा, पलेटफारम- प्लेटफार्म, बजार-बाज़ार, सास्सू-सास, रोट्टी-रोटी।

प्रश्न 2.
मुहावरों के प्रयोग से भाषा आकर्षक बनती है। मुहावरे वाक्य के अंग होकर प्रयुक्त होते हैं। इनका अक्षरशः अर्थ नहीं बल्कि लाक्षणिक अर्थ लिया जाता है। पाठ में अनेक मुहावरे आए हैं। टोपी को लेकर तीन मुहावरे हैं; जैसे- कितनों को टोपी पहनानी पड़ती है। शेष मुहावरों को खोजिए और उनका अर्थ ज्ञात करने का प्रयास कीजिए।
उत्तर:
टोपी से सम्बन्धित मुहावरे-

  1. टोपी सलामत रहना-इज्जत बनी रहना, सम्मान बरकरार रहना।
  2. टोपी उछलना-अपमान होना।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
गवरइया का मन क्या पहनने को करता?
(क) साड़ी
(ख) टोपी।
(ग) कोट
(घ) हार
उत्तर:
(ख) टोपी।

प्रश्न 2.
गवरइया टोपी बनवाने के लिए इनमें से किसके पास नहीं गई?
(क) कोरी
(ख) बुनकर
(ग) राजा
(घ) दर्जी
उत्तर:
(ग) राजा।

प्रश्न 3.
इनमें से मज़दूरी के लिए किसने आधा सूत लिया?
(क) धुनिया
(ख) बुनकर
(ग) कोरी
(घ) दर्जी
उत्तर:
(ग) कोरी।

प्रश्न 4.
गवरइया ने मजदूरी में सबको कितना-कितना भाग दिया?
(क) आधा-आधा
(ख) आधे से कम
(ग) आधे से ज़्यादा
(घ) कुछ नहीं दिया
उत्तर:
(क) आधा-आधा।

प्रश्न 5.
गवरइया को रूई का फाहा कहाँ मिला?
(क) धुनिया के यहाँ
(ख) घूरे पर
(ग) राजा के यहाँ
(घ) घोंसले में
उत्तर:
(ख) घूरे पर।

प्रश्न 6.
दर्जी ने गवरइया की टोपी में कितने फुदने जोड़े?
(क) एक
(ख) दो
(ग) तीन
(घ) पाँच
उत्तर:
(घ) पाँच।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी

प्रश्न 7.
दर्जी ने पाँच फँदनों के बदले क्या लिया?
(क) आधा कपड़ा
(ख) कुछ नहीं
(ग) एक टोपी
(घ) एक रुपया
उत्तर:
(ख) कुछ नहीं।

प्रश्न 8.
“मैं तुम्हें पूरी उज़रत दूँगी” गवरइया ने किससे कहा?
(क) कोरी
(ख) दर्जी
(ग) बुनकर
(घ) धुनिया
उत्तर:
(घ) धुनिया।

प्रश्न 9.
“साव करे भाव तो चबाव करे चाकर”-किसने कहा?
(क) बुनकर ने
(ख) दर्जी ने
(ग) धुनिया ने
(घ) राजा ने
उत्तर:
(क) बुनकर ने।

प्रश्न 10.
राजा के चार टहलुये क्या-क्या नहीं कर रहे थे?
(क) सिर पर चम्पी कर रहा था
(ख) हाथ-पाँव की उँगलियाँ फोड़ रहा था
(ग) पाँव दबा रहा था
(घ) पीठ पर मुक्की मार रहा था
उत्तर:
(ग) पाँव दबा रहा था।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी

टोपी Summary

पाठ का सार

यह एक गवरा और गवरइया की कथा है। इस कथा में जनता और सत्ता के सम्बन्धों की गुत्थी को बड़े अच्छे ढंग से सुलझाने की कोशिश की है। एक दिन गवरइया ने रंग-बिरंगे कपड़े पहने आदमी को देखा और उसकी प्रशंसा की। गवरा का मानना था कि कपड़े पहनने से आदमी की कुदरती खूबसूरती ढक जाती है। गवरइया का अपना तर्क था कि कपड़े मौसम की मार झेलने के लिए भी पहने जाते हैं। गवरइया को आदमी के सिर पर टोपी अच्छी लगती है। उसने ठान लिया कि वह भी टोपी पहनेगी।

धुन की पक्की गवरइया को घूरे पर चुगते हुए रूई का फाहा मिल गया। गवरा ने उसे टोपी के लिए निराश करने की कोशिश की। गवरइया रूई का फाहा लेकर धुनिया के पास गई। गवरइया रूई धुनने के बदले उसे आधा फाहा देने की बात कहती है। न चाहते हुए भी धुनिया उसे रूई धुनकर दे देता है। उसे कभी आधी मज़दूरी नहीं मिली थी सो उसने मन लगाकर रूई धुन दी। फिर सूत कतवाने की लिए वह कोरी के पास पहुँची। वह राजा की अचकन के लिए सूत कात रहा था। वह आधा सूत देने के बदले कोरी से कताई करा लेती है। उसके जिद करके बुनकर से कपड़ा भी बुनवा लिया। उसे भी मज़दूरी के लिए आधा कपड़ा दे दिया।

जब गवरइया दर्जी के पास पहुँची, वह राजा के दसवें बेटे के लिए ढेरों झब्ले सिलने में व्यस्त था। एक टोपी के बदले एक टोपी सिलने के लिए दर्जी तैयार हो गया। खुश होकर दर्जी ने अपनी तरफ से टोपी पर फंदने भी लगा दिए। गवरइया उस टोपी को पहनकर राजा के महल के कँगूरे पर बैठ गई। राजा उस समय अपने सेवकों से चम्पी करा रहा था। गवरइया चिल्लाई-“मेरे सिर पर टोपी, राजा के सिर पर टोपी नहीं।”

राजा उसकी टोपी देखकर चकराया। राजा ने अपनी टोपी मँगवाकर पहन ली तो गवरया ने अपने पाँच फँदने वाली टोपी का राग अलापना शुरू कर दिया। राजा उसे मरवाना चाहता था किन्तु सबने ऐसा करने से मना कर दिया। एक सिपाही ने गुलेल मारकर गवरइया की टोपी नीचे गिरा दी, राजा ने दर्जी, बुनकर, कोरी और धुनिया को बुलाकर टोपी का रहस्य जानने की कोशिश की। सबने बताया कि उन्हें काम के बदले आधा हिस्सा दिया गया था। राजा ये काम बेगार में करवाता था। गवरइया ने कहा कि राजा कंगाल हो गया है। इसीलिए मेरी टोपी ले ली है। बदनामी से बचने के लिए राजा ने गवरइया की टोपी वापस कर दी, गवरइया कहाँ चूकने वाली थी। वह बोली- “यह राजा तो डरपोक है।” गवरइया के मुँह कौन लगता ? राजा ने चुप्पी साध ली।

शब्दार्थ : भिनसार-सवेरा; खोते-घोंसले; झुटपुटा-कुछ अँधेर कुछ, उजाले का समय; फबता–अच्छा लगता; तपाक-तुरंत; लटजीरा-एक पौधा, चिचड़ा; सरापा-सरसे पाँव तक, सकत-शक्ति, लफड़ा-झंझट, औकात-सामर्थ्य, हैसियत; लिबास-पहनावा; निरा-बिल्कुल; पौंगापन-ढोंग दिखावा; ठाठ उलटना-असलियत प्रकट हो जाना; टोपी उछालना-अपमान करना; टोपी सलामत रहना-इज्जत बनी रहना; टोपी पहनाना-बेवकूफ बनाना; जहाँ चाह वहाँ राह-जहाँ कुछ प्राप्त करने की इच्छा होती है, वहाँ उसका रास्ता भी मिल जाता है; मामूल-हमेशा की तरह; घूरे-कूड़े के ढेर; चाम का दाम चलाना-चमड़े का सिक्का चलाना; अगबग-भौंचक होकर, कारिंदे-सेवक; साब करे भाव तो चबाव करे चाकर-जब बड़े काम की बात करते हैं, उस समय नौकर-चाकर व्यर्थ की बात करते हैं; सेंत-मेंत में-मुफ्त में, गफ़श-घना; दबीज-मोट; झब्ले-बच्चों के कपड़े; कुछ देना न लेना-भर माथे पसीना-बिना मजदूरी लिए मेहनत करना; मूजी-दुष्ट, कंजूस; मनोयोग-मन लगाकर; फुदने-ऊन आदि का फुल; हुलस-उल्लास; टहलुओं-नौकरों, फुलेल-इत्र, फदगुद्दी-गौरैया; राग अलापना-बार-बार कहना; हेठी-अपमान, छोटापन; पखने-पंख, नायाब-बेजोड़; मानिंदा-समान, तरह; बेहतरीन-सबसे बढ़िया; नफासत-सजा-सँवरा, सजावट जुरती-जुड़ती, जुटती, प्राप्त होती; दंडवत-लेटकर प्रणाम करना; उज्र-विरोध, उज़रत-मजदूरी; लशकरी-फौजों वाला, लवाजिमा-सामान; बेपरदा करना-वास्तविकता बता देना; बागा-एक पुराना लम्बा पहनावा।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 18 टोपी Read More »

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2

These NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2 Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts.

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Exercise 15.2

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2

Question 1.
Two customers Shyam and Ekta are visiting a particular shop in the same week (Tuesday to Saturday). Each is equally likely to visit the shop on any day as on another day. What is the probability that both will visit the shop on
(i) the same day?
(ii) consecutive days?
(iii) different days?
Solution:
The day are given tues, wed, thr, fri, sat Sample space of the days.
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2 1
Total number of sample space = 5 x 5
n(S) = 25
(i) Let E be the event on the same day
E = (t, t), (w, w), (th, th), (f, f), (s, s)
Number of events E occured the same day = 5
P(E) = \(\frac { 5 }{ 25 }\) = \(\frac { 1 }{ 2 }\) [P(E) = \(\frac { n(E) }{ n(S) }\)]

(ii) Let F be the event on the consecutive days
n( F) = 8
n(S) = 25
P(F) = \(\frac { n(E) }{ n(S) }\) = \(\frac { 8 }{ 25 }\)

(iii) Let G be the event of different days
n(G) = 20
P(G) = \(\frac { 20 }{ 25 }\) = \(\frac { 4 }{ 25 }\)

Question 2.
A die is numbered in such a way that its faces show the number 1, 2, 2, 3, 3, 6. It is thrown two times and the total score in two throws is noted. Complete the following table which gives a few values of the total score on the two throws:
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2 2
What is the probability that the total score is at least 6?
(i) even
(ii) 6
(iii) at least 6
Solution:
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2 3

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2

Question 3.
A bag contains 5 red balls and some blue balls. If the probability of drawing a blue ball is doubles that of a red ball, determine the number of blue balls in the bag.
Solution:
Let the number of blue balls be x
Given that the number of red balls is 5
The total number of balls in bag = x + 5
P (getting a red bails) = \(\frac { x+5 }{ 5 }\)
P (getting a blue ball) = \(\frac { 5 }{ x+5 }\)
According to question
2(\(\frac { x+5 }{ 5 }\)) = \(\frac { 5 }{ (x+5) }\)
10 (x + 15) = x² + 5x
x² – 5x – 50 = 0
x² – 10x + 5x – 50 = 0
x[x – 10] – 5 (x – 10] = 0
(x – 10) (x + 5) = 0
x = – 5 which is not possible.
x = 10
Hence, the number of blue balls is 10.

Question 4.
A box contains 12 balls out of which x i are black. If one ball is drawn at random from the box, what is the probability that it will be black ball? If 6 more black balls are put in the box, the probability of drawing a black ball is how double of what it was before. Find x.
Solution:
The total number of balls containing in a box = 12
The total number of black bails = x ;
P (getting a black ball) = \(\frac { x }{ 12 }\)
Now,
When 6 more black balls are put in the box then
The total number of balls in the box = 12 + 6 = 8
and The total number of black balls = x + 6
P (getting a black ball after putting 6 more balls) = \(\frac { x+6 }{ 18 }\)
According to question
2(\(\frac { x }{ 12 }\)) = \(\frac { x+6 }{ 18 }\)
36x = 12x + 72
24x = 72
x = 3

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2

Question 5.
A jar contains 24 marbles, some are green and others are blue. If a marble is drawn at random from the jar, the probability that it is green is \(\frac { 2 }{ 3 }\). Find the number of blue balls in the jar.
Solution:
The total number of marbles in the jar = 24
Let the total number of green marbles in the jar be x
Then the total number of blue marbles = 24 – x
P (getting a green marble) = \(\frac { x }{ 24 }\)
According to question
P (getting a green marble) = \(\frac { 2 }{ 3 }\)
\(\frac { x }{ 24 }\) = \(\frac { 2 }{ 3 }\)
x = \(\frac { 24×2 }{ 3 }\)
The total number of blue marbles = 34 – x
= 24 – 16 = 8
Hence, the jar contains 8 blue marbles.

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.2 Read More »

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

These NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts.

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Exercise 15.1

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 1.
Complete the following statements:
(i) Probability of an event E + Probability of the event ‘not E’ = ………
(ii) The probability of an event that cannot happen is ……… Such an event is called ………
(iii) The probability of an event that is certain to happen is ………. Such an event is called ………
(iv) The sum of the probabilities of all the elementary events of an experiment is ………..
(v) The probability of an event is greater than or equal to …………. and less than or equal to ………..
Solution:
(i) Probability of an event E + Probability of the event ‘not E’ = 1.
(ii) The probability of an event that cannot happen is 0. Such an event is called impossible event.
(iii) The probability of an event that is certain to happen is 1. Such an event is called sure event.
(iv) The sum of the probabilities of all the elementary events of an experiment is 1.
(v) The probability of an event is greater than or equal to 0 and less than or equal to 1.

Question 2.
Which of the following experiments have equally likely outcomes? Explain.
(i) A driver attempts to start a car. The car starts or does not start.
(ii) A player attempts to shoot a basketball. She/he shoots or misses the shot.
(iii) A trial is made to answer a true-false question. The answer is right or wrong.
(iv) A baby is born. It is a boy or a girl.
Solution:
(i) The outcome is not equally likely because the car starts normally only when there is some defect, the car does not start.
(ii) The outcome is not equally likely because the outcome depends on the training of the player.
(iii) The outcome in the trial of true-false question is, either true or false. Hence, the two outcomes are equally likely.
(iv) A baby can be either a boy or a girl and both the outcomes have equally likely chances.

Question 3.
Why is tossing a coin considered to be a fair way of deciding which team should get the bail at the beginning of a football game?
Solution:
When we toss a coin, the outcomes head and tail are equally likely. So, the result of an individual coin toss is completely unpredictable.

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 4.
Which of the following cannot be the probability of an event?
(A) \(\frac { 2 }{ 3 }\)
(B) -1.5
(C) 15%
(D) 0.7
Solution:
We know that probability of an event cannot be less than 0 and greater than 1.
Correct option is (B).

Question 5.
If P (E) = 0.05, what is the probability of ‘not E’?
Solution:
We have, P (E) + P (not E) = 1
Given: P(E) = 0.05
P (not E) = 1 – 0.05 = 0.95

Question 6.
A bag contains lemon flavoured candies only. Malini takes out one candy without looking into the bag. What is the probability that she takes out
(i) an orange flavoured candy?
(ii) a lemon flavoured candy?
Solution:
(i) A bag contains only lemon flavoured candies.
P (an orange flavoured candy) = 0
(ii) P (a lemon flavoured candy) = 1

Question 7.
It is given that in a group of 3 students, the probability of 2 students not having the same birthday is 0.992. What is the probability that the 2 students have the same birthday?
Solution:
We have, P (E) + P (not E) = 1
⇒ P (E) + 0.992 = 1
⇒ P (E) = 1 – 0.992 = 0.008

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 8.
A bag contains 3 red balls and 5 black balls. A ball is drawn at random from the bag. What is the probability that the ball drawn is
(i) red?
(ii) not red?
Solution:
(i) Number of red balls = 3
Number of black balls = 5
Total number of balls = 3 + 5 = 8
∴ Probability (getting red ball) = \(\frac { 3 }{ 8 }\)

(ii) P (not red) = 1 – P(E)
= 1 – \(\frac { 3 }{ 8 }\)
= \(\frac { 8 – 3 }{ 8 }\)
= \(\frac { 5 }{ 8 }\)

Question 9.
A box contains 5 red marbles, 8 white marbles and 4 green marbles. One marble is taken out of the box at random. What is the probability that the marble taken out will be
(i) red?
(ii) white?
(iii) not green?
Solution:
Total number of marbles = 5 + 8 + 4 = 17
(i) P (red marble) = \(\frac { 5 }{ 17 }\)
(ii) P (white marble) = \(\frac { 8 }{ 17 }\)
(iii) P (not a green marble) = \(\frac { 13 }{ 17 }\)

Question 10.
A piggy bank contains hundred 50 p coins, fifty ₹ 1 coins, twenty ₹ 2 coins and ten ₹ 5 coins. If it is equally likely that one of the coins will fall out when the bank is turned upside down, what is the probability that the coin
(i) will be a 50 p coin?
(ii) will not be a ₹ 5 coin?
Solution:
(i) The total coin contain in piggy bank = 100 + 50 + 20 + 10 = 180
The number of 50 p coin = 100
P (getting a 50 p coin) = \(\frac { 100 }{ 180 }\)
= \(\frac { 10 }{ 18 }\)
= \(\frac { 5 }{ 9 }\)

(ii) Let F be the event “will not be a ₹ coin”.
Number of outcomes favourable to the event F = 180 – 10 = 170 [ ∵ There are ten ₹ 5 coins]
∴ The number of possible outcomes = 180
∴ P(F) = \(\frac { 170 }{ 180 }\) = \(\frac { 17 }{ 18 }\).

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 11.
Gopi buys a fish from a shop for his aquarium. The shopkeeper takes out one fish at random from a tank containing 5 male fish and 8 female fish (see figure). What is the probability that the fish taken out is a male fish?
Solution:
Number of male fish = 5
Number of female fish = 8
Total number of fish = 5 + 8 = 13
P (a male fish) = \(\frac { 5 }{ 13 }\)

Question 12.
A game of chance consists of spinning an arrow which comes to rest pointing at one of the numbers 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 (see figure.), and these are equally likely outcomes. What is the probability that it will point at
(i) 8?
(ii) an odd number?
(iii) a number greater than 2?
(iv) a number less than 9?
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 1
Solution:
(i) P (getting 8) = \(\frac { 1 }{ 8 }\)
(ii) P (an odd number) = \(\frac { 4 }{ 8 }\) = \(\frac { 1 }{ 2 }\) ( odd numbers are 1, 3, 5, 7)
(iii) P (a number greater than 2) = \(\frac { 6 }{ 8 }\) = \(\frac { 3 }{ 4 }\)
(iv) P (a number less than 9) = \(\frac { 8 }{ 8 }\) = 1

Question 13.
A die is thrown once. Find the probability of getting
(i) a prime number
(ii) a number lying between 2 and 6
(ill) an odd number
Solution:
(i) Prime numbers on a die = 2, 3, 5
P (a prime number) = \(\frac { 3 }{ 6 }\) = \(\frac { 1 }{ 2 }\)

(ii) Number lying between 2 and 6 = 3, 4, 5
P(a number lying between 2 and 6) = \(\frac { 3 }{ 6 }\) = \(\frac { 1 }{ 2 }\)

(iii) Odd numbers = 1, 3, 5
P (an odd number) = \(\frac { 3 }{ 6 }\) = \(\frac { 1 }{ 2 }\)

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 14.
One card is drawn from a well-shuffled deck of 52 cards. Find the probability of getting
(i) a king of red colour
(ii) a face card
(iii) a red face card
(iv) the jack of hearts
(v) a spade
(vi) the queen of diamonds
Solution:
Number of cards in a well-shuffled deck = 52.
(i) P (a king of red colour) = \(\frac { 2 }{ 52 }\) = \(\frac { 1 }{ 26 }\)
(ii) P (a face card) = \(\frac { 12 }{ 52 }\) = \(\frac { 3 }{ 13 }\)
(iii) P (a red face card) = \(\frac { 6 }{ 52 }\) = \(\frac { 3 }{ 26 }\)
(iv) P (the jack of hearts) = \(\frac { 1 }{ 52 }\)
(v) P(a spade) = \(\frac { 13 }{ 52 }\) = \(\frac { 1 }{ 4 }\)
(vi) P (the queen of diamonds) = \(\frac { 1 }{ 52 }\)

Question 15.
Five cards – the ten, jack, queen, king and ace of diamonds, are well shuffled with their face downwards. One card is then picked up at random.
(i) What is the probability that the card is the queen?
(ii) If the queen is drawn and put aside, what is the probability that the second card picked up is
(a) an ace?
(b) a queen?
Solution:
Out of 5 cards there is only one queen.
(i) P (getting queen) = \(\frac { 1 }{ 5 }\) [when queen is drawn, four cards are left]
(ii) (a) P (an ace) = \(\frac { 1 }{ 4 }\)
(b) P (a queen) = \(\frac { 0 }{ 4 }\) = 0

Question 16.
12 defective pens are accidentally mixed with 132 good ones. It is not possible to just look at a pen and tell whether or not it is defective. One pen is taken out at random from this lot. Determine the probability that the pen taken out is a good one.
Solution:
Number of defective pens = 12
Number of good pens = 132
Total number of pens = 12 + 132 = 144
P (the pen is good one) = \(\frac { 132 }{ 144 }\) = \(\frac { 11 }{ 12 }\)

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 17.
(i) A lot of 20 bulbs contain 4 defective ones. One bulb is drawn at random from the lot. What is the probability that this bulb is defective?
(ii) Suppose the bulb drawn in (i) is not defective and is not replaced. Now one bulb is drawn at random from the rest. What is the probability that this bulb is not defective?
Solution:
(i) Total number of bulbs = 20
Number of defective bulbs = 4
P (bulb drawn is defective) = \(\frac { 4 }{ 20 }\) = \(\frac { 1 }{ 5 }\)
(ii) Remaining bulbs = 19
P (bulb drawn is not defective) = \(\frac { 15 }{ 19 }\)

Question 18.
A box contains 90 discs which are numbered from 1 to 90. If one disc is drawn at random from the box, find the probability that it bears
(i) a two digit number.
(ii) a perfect square number.
(iii) a number divisible by 5.
Solution:
Total numbers of discs = 90
(i) P (a two digit number) = \(\frac { 81 }{ 90 }\) = \(\frac { 9 }{ 10 }\)

(ii) Here, perfect square numbers are 1, 4, 9, 16, 25, 36, 49, 64, 81
P (getting a perfect square number) = \(\frac { 9 }{ 90 }\) = \(\frac { 1 }{ 10 }\)

(iii) Numbers divisible by 5 are 5, 10, 15, 20, 25, 30, 35, 40, 45, 50, 55, 60, 65, 70, 75, 80, 85, 90
P (getting a number divisible by 5) = \(\frac { 18 }{ 90 }\) = \(\frac { 1 }{ 5 }\)

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 19.
A child has a die whose six faces show the letters as given below:
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 2
The die is thrown once. What is the probability of getting
(i) A?
(ii) D?
Solution:
(i) P (getting A) = \(\frac { 2 }{ 6 }\) = \(\frac { 1 }{ 3 }\)
(ii) P (getting D) = \(\frac { 1 }{ 6 }\)

Question 20.
Suppose you drop a die at random on the rectangular region shown in figure. What is the probability that it will land inside the circle with diameter 1 m?
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 3
Solution:
Area of rectangular region = 1 x b
= 3 x 2 = 6m²
Area of circle whose diameter is 1 = πr²
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 4

Question 21.
A lot consists of 144 ball pens of which 20 are defective and the others are good. Nuri will buy a pen if it is good, but will not buy if it is defective. The shopkeeper draws one pen at random and gives it to her. What is the probability that
(i) she will buy it?
(ii) she will not buy it?
Solution:
Total number of ball pens = 144
Number of defective pens = 20
Number of good pens = 144 – 20 = 124
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 5

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 22.
Two dice, one blue and one grey, are thrown at the same time. Now
(i) Complete the following table:
NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 6
(ii) A student argues that-there are 11 possible outcomes 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12. Therefore, each of them has a probability \(\frac { 1 }{ 11 }\). Do you agree with this argument? Justify your answer.
Solution:
(i) Total number of possible outcomes = 36
(1, 2) and (2, 1) are the favourable events of getting the sum 3.
P(sum 3) = \(\frac { 2 }{ 36 }\) = \(\frac { 1 }{ 18 }\)
(1, 3) , (2, 2) and (3, 1) are the favourable events of getting the sum 4.
P(sum 4) = \(\frac { 3 }{ 36 }\) = \(\frac { 1 }{ 12 }\)
(1, 4) , (2, 3), (3, 2) and (4, 1) are the favourable events of getting the sum 5.
P(sum 5) = \(\frac { 4 }{ 36 }\) = \(\frac { 1 }{ 9 }\)
(1, 5) , (2, 4), (3, 3), (4, 2) and (5, 1) are the favourable events of getting the sum 6.
P (sum 6) = \(\frac { 5 }{ 36 }\)
(1, 6) , (2, 5), (3, 4), (4, 3), (5, 2) and (6, 1) are the favourable events of getting the sum 7.
P(sum 7) = \(\frac { 6 }{ 36 }\) = \(\frac { 1 }{ 6 }\)
(3, 6) , (4, 5), (5, 4) and (6, 3) are the favourable events of getting the sum 9.
P(sum 9) = \(\frac { 4 }{ 36 }\) = \(\frac { 1 }{ 9 }\)
(4, 6) , (5, 5) and (6, 4) are the favourable events of getting the sum 10.
P(sum 10 = \(\frac { 3 }{ 36 }\) = \(\frac { 1 }{ 12 }\)
(5,6) and (6,5) are the favourable events of getting the sum 11.
P(sum 11) = \(\frac { 2 }{ 36 }\) = \(\frac { 1 }{ 18 }\)

(ii) No, because the outcomes as 11 different sum are not equally likely.

Question 23.
A game consists of tossing a one rupee coin 3 times and noting its outcome each time. Hanif wins if all the tosses give the same result, i.e. three heads or three tails, and loses otherwise. Calculate the probability that Hanif will lose the game.
Solution:
Possible outcomes are
HHH, TTT, HHT, HTH, THH, TTH, THT, HTT = 8
P (win the game) = \(\frac { 2 }{ 8 }\) = \(\frac { 1 }{ 4 }\)
P (lose the game) = 1 – \(\frac { 1 }{ 4 }\) = \(\frac { 3 }{ 4 }\)

Question 24.
A die is thrown twice. What is the probability that
(i) 5 will not come up either time?
(ii) 5 will come up at least once?
[Hint: Throwing a die twice and throwing two dice simultaneously are treated as the same experiment.]
Solution:
Total outcomes = 36
Number of outcomes in favour of 5 is (1, 5) (2, 5) (3, 5) (4, 5) (5, 5) (6, 5) (5, 1) (5, 2) (5, 3) (5, 4) (5, 6) = 11
(i) P (5 will not come up either time) = \(\frac { 25 }{ 36 }\)
(ii) P (5 will come up at least once) = \(\frac { 11 }{ 36 }\)

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1

Question 25.
Which of the following arguments are correct and which are not correct? Give reasons for your answer.
(i) If two coins are tossed simultaneously there are three possible outcomes- two heads, two tails or one of each. Therefore, for each of these outcomes, the probability is \(\frac { 1 }{ 3 }\).
(ii) If a die is thrown, there are two possible outcomes- an odd number or an even number. Therefore, the probability of getting an odd number is \(\frac { 1 }{ 2 }\).
Solution:
(i) Argument is incorrect.
The possible outcomes are (HH), (HT), (TH), (TT)
P(HH) = \(\frac { 1 }{ 4 }\)
P(TT) = \(\frac { 1 }{ 4 }\)
P(HT or TH) = \(\frac { 2 }{ 4 }\) = \(\frac { 1 }{ 2 }\)

(ii) Argument is correct.
Possible outcomes = 1, 2, 3, 4, 5, 6
Odd numbers are = 1, 3, 5
P (an odd number) = \(\frac { 3 }{ 6 }\) = \(\frac { 1 }{ 2 }\).

NCERT Solutions for Class 10 Maths Chapter 15 Probability Ex 15.1 Read More »

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

These NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts.

बाज और साँप NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17

Class 8 Hindi Chapter 17 बाज और साँप Textbook Questions and Answers

शीर्षक और नायक

प्रश्न 1.
लेखक ने इस कहानी का शीर्षक कहानी के दो पात्रों के आधार पर रखा है। लेखक ने इस कहानी के लिए बाज और साँप को ही क्यों चुना होगा? क्या यही कहानी किन्हीं और पात्रों द्वारा कही जा सकती है ? आपस में चर्चा कीजिए।
उत्तर:
‘बाज और साँप’ एक दूसरे के दुश्मन हैं। इस कहानी में क्रियाशीलता और आलस्य दो भावनाएँ क्रमशः बाज और साँप के माध्यम से प्रकट की गई हैं। बाज संघर्ष और सक्रियता में आनन्द महसूस करता है। साँप आलसी है। उसके लिए अपनी खोखल से बड़ा सुख कहीं नहीं है। इसलिए लेखक ने इन दोनों को शीर्षक के लिए चुना है। यह कहानी स्वच्छन्द विचरण करने वाले शेर और तोते और पालतू बनकर जीवन बिताने वाले बैल के द्वारा भी कही जा सकती है।

कहानी से

प्रश्न 1.
घायल होने के बाद भी बाज ने यह क्यों कहा- “मुझे कोई शिकायत नहीं है।” अपने विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर:
बाज अपने जीवन से संतुष्ट था। जब तक शरीर में ताकत रही सारे सुख भोगे। दूर-दूर तक उड़ानें भरीं। आकाश की सीमाहीन ऊँचाइयों को अपने पंखों से नापा। इसीलिए उसने कहा कि मुझे कोई शिकायत नहीं है।

प्रश्न 2.
बाज जीवन भर आकाश में ही उड़ता रहा फिर घायल होने के बाद भी वह उड़ना क्यों चाहता था ?
उत्तर:
बाज को अँधेरी गुफा की सीलन और दुर्गन्ध पसन्द नहीं थी। वह आकाश जैसा खुलापन यहाँ नहीं पा सकता था। वह शरीर को घसीट कर बाहर लाया। आकाश को देखकर उसके मन में आशा जगी। इसीलिए वह घायल होने के बाद भी उड़ना चाहता था।

प्रश्न 3.
साँप उड़ने की इच्छा को मूर्खतापूर्ण मानता था फिर भी उसने उड़ने की कोशिश क्यों की ?
उत्तर:
साँप ने सोचा-आकाश में न जाने क्या खज़ाना रखा है। इस रहस्य का पता लगाना चाहिए। कम से कम उस आकाश का स्वाद तो चखना चाहिए इसीलिए उड़ने की इच्छा को मूर्खतापूर्ण मानने पर भी उसने उड़ने की कोशिश की।

प्रश्न 4.
बाज के लिए लहरों ने गीत क्यों गाया होगा ?
उत्तर:
बाज के लिए लहरों ने इसलिए गीत गाया होगा क्योंकि बाज साहसी, प्राणों की बाजी लगाने वाला बहादुर, निडर होकर शत्रुओं का मुकाबला करने के लिए तत्पर था।

प्रश्न 5.
घायल बाज को देखकर साँप खुश क्यों हुआ होगा ?
उत्तर:
बाज साँप का शत्रु है और उस पर आक्रमण कर सकता है। अब घायल होने के कारण बाज उसे हानि नहीं पहुंचा सकता था; अतः बाज को देखकर साँप मन ही मन खुश हुआ।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

कहानी से आगे

प्रश्न 1.
कहानी में से वे पंक्तियाँ चुनकर लिखिए, जिनसे स्वतंत्रता की प्रेरणा मिलती हो।
उत्तर:
“यदि तुम्हें स्वतंत्रता इतनी प्यारी है तो इस चट्टान के किनारे से ऊपर क्यों नहीं उड़ जाने की कोशिश करते। हो सकता है कि तुम्हारे पैरों में अभी इतनी ताकत बाकी हो कि तुम आकाश में उड़ सको। कोशिश करने में क्या हर्ज है?”

प्रश्न 2.
लहरों का गीत सुनने के बाद साँप ने क्या सोचा होगा? क्या उसने फिर से उड़ने की कोशिश की होगी? अपनी कल्पना से आगे की कहानी पूरी कीजिए।
उत्तर:
लहरों का गीत सुनने के बाद साँप ने सोचा होगा कि बाज ने जो प्रयास किया, वह सही किया। बाज साहसी है। उसने घायल होने पर भी उड़ने की कोशिश की। वह आकाश में उड़ने वाला प्राणी है। उसके लिए आकाश ही सबसे खुबसूरत जगह है। मैं उड़ने वाला प्राणी नहीं हूँ इसलिए मैं जिस हालत में हूँ, मेरे लिए वही ठीक है। बाज की तरह उड़ने में मेरे प्राण जाते-जाते बच गए। मुझे दुबारा कोशिश करके खुद को परेशानी में नहीं डालना चाहिए।

प्रश्न 3.
क्या पक्षियों को उड़ते समय सचमुच आनन्द का अनुभव होता होगा या स्वाभाविक कार्य में आनन्द का अनुभव होता ही नहीं? विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर:
हरेक प्राणी को स्वाभाविक कार्य करने में आनन्द महसूस होता है। उड़ना पक्षियों का स्वाभाविक कार्य है। वे जब और जहाँ जाना चाहते हैं, उड़कर तुरन्त जा सकते हैं। उनके लिए कोई बाधा नहीं। उन्हें किसी की आज्ञा का पालन नहीं करना पड़ता। न ही उन पर किसी ने किसी प्रकार का आदेश बलपूर्वक थोपा है; अतः उड़ना पक्षियों के लिए आनन्ददायक है।

प्रश्न 4.
मानव ने भी हमेशा पक्षियों की तरह उड़ने की इच्छा मन में रखी है। मनुष्य की इस इच्छा का परिणाम क्या हुआ? आज मनुष्य उड़ने की इच्छा किन साधनों से पूरी करता है।
उत्तर:
मानव ने भी हमेशा उड़ने की इच्छा अपने मन में रखी है। उसने उड़ने की कोशिश की असफल हुए फिर कोशिशें की। आज वायुयान, हेलीकॉप्टर और अन्तरिक्ष यान मानव की उसी इच्छा शक्ति का परिणाम हैं।

अनुमान और कल्पना

  • यदि इस कहानी के पात्र बाज और साँप न होकर कोई और होते तब कहानी कैसी होती? अपनी कल्पना से लिखिए।
  • तोता और बैल

बैल को खूटे पर बँधा हुआ देखकर तोता हँसा-“भाई तुम्हारे तो ठाठ हैं। दिन भर हल खींचना पड़ता है। किसान के डण्डे भी खाए। तब जाकर तुम्हें चारा मिला। दिन की चिलचिलाती धूप भी तुम्हें अपनी पीठ पर झेलनी पड़ी।”

बैल चारा खाते-खाते रुका-“तुम्हारी तरह दिन भर चार दानों के लिए मीलों-मील मरमार तो नहीं करनी पड़ती। घर लौटने पर इतना तो तय रहता है कि पेट भरने के लिए पूरा चारा मिल जाएगा। फिर जो चारा खिलाएगा, वह काम तो लेगा ही। बिना काम किये खाना भी तो पाप है। तुम कोई काम नहीं करते। चुपके से किसी के मक्का के खेत में घुस जाते हो। किसी के बाग में चोरी-छिपे जाकर फल कुतरने लगते हो।”

“इस तरह खाने का अपना ही आनन्द है। तरह-तरह के बढ़िया फल खाने को मिल जाते हैं। अच्छे फल ढूँढ़ने के लिए भी तो कर्म करना पड़ता है। हमें जो आज़ादी मिली हुई है, उसका तो मज़ा ही कुछ अलग है। हम अपनी मर्जी के मालिक हैं। तुम अपनी मर्जी से कहीं भी नहीं जा सकते। अपनी मर्जी का खा भी नहीं सकते। तुम्हारे मालिक जो चने की बढ़िया दाल खाते हैं, हम उनके आँगन में जाकर कुछ दाने उसमें से खा लेते हैं। तुम्हारे आँगन में इस आम पर हर साल बढ़िया आम लगते हैं। तुमने कभी चखे भी नहीं होंगे। हमें देखिए-पके हुए आमों का आनन्द हम सबसे पहले उठाते हैं। तुम्हारे मालिक से भी पहले”-तोते ने आँखें मटका कर कहा।

बैल कहाँ चुप रहने वाला था। वह अपने थूथन को हिलाकर बोला-“ठण्ड और बारिश में मुझे अलग कोठरी में बाँध देते हैं। तुम्हें तो ठण्ड, बारिश और ओलों की मार झेलनी पड़ती है।”

“अरे भाई! हम भी किसी मकान के कोने में जाकर दुबक जाते हैं। हमारा भी समय कट जाता है। दिक्कत तो सभी के साथ है। हमें शिकारी मार गिराते हैं। चिड़ीमार पकड़ कर पिंजरे में बंद कर लेते हैं। बाज भी झपट्टा मार कर हमें मार देता है। आज़ादी मिली है तो उसकी कुछ कीमत तो चुकानी पड़ेगी। आनन्द और आज़ादी कोई मुफ़्त में थोड़े ही मिलते हैं?” तोते ने अपनी बात को महत्त्व देते हुए कहा-“खुली हवा में साँस लेने का आनन्द ही कुछ और है।”

“तुम सही कहते हो”-बैल ने सिर हिलाकर कहा-“परन्तु मेरा जीवन केवल मेरे लिए नहीं है। मैं जिस फसल को उगाने में मदद करता हूँ, उससे पूरे परिवार का पालन पोषण होता है। मेरा मालिक मुझे चारा खिलाने के बाद ही खाना खाता है। वह सुबह उठकर मुझे पहले चारा खिलाता है तब खुद कुछ खाता है। मेरा जीवन तुम्हारी तरह आज़ाद भले ही न हो, परन्तु एकदम निरर्थक भी नहीं है।”

तोते को बैल की बात सही लगी। वह बोला- “हम दोनों ही अपनी-अपनी जगह सही हैं। ईश्वर ने हमारा जीवन जैसा बनाया है, हमें वैसा ही जीवन जीना है। अच्छा चलता हूँ” कहकर तोता फुर्र से उड़ गया। बैल बहुत देर तक सिर उठाए आकाश की तरफ देखता रह गया।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

‘हिमांशु’

भाषा की बात

प्रश्न 1.
कहानी में से अपनी पसंद के पाँच मुहावरे चुनकर उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर:
(क) अंतिम साँसें गिनना-शिकारी की गोली से आहत कबूतर अंतिम साँसें गिन रहा था।
(ख) आखिरी घड़ी आ पहँची-नेमचन्द कई महीने से बीमार थे। अब उनके जीवन की आखिरी घड़ी आ पहँची थी।
(ग) मिट्टी में मिलना-हमें घमण्ड नहीं करना चाहिए। यह शरीर एक दिन मिट्टी में मिल जाएगा।
(घ) आँखों से ओझल होना-नौकर ने मालिक के आँखों से ओझल होते ही हेराफेरी का काम शरू कर दिया।
(ङ) प्राणों की बाजी लगाना-हजारों जवान प्राणों की बाजी लगाकर शत्रु की सेना पर टूट पड़े।

प्रश्न 2.
‘आरामदेह’ शब्द में ‘देह’ प्रत्यय है। ‘देह’ ‘देने वाला’ के अर्थ में प्रयुक्त होता है। देने वाला के अर्थ में ‘द’, ‘प्रद’, ‘दाता’, ‘दाई’ आदि का प्रयोग भी होता है, जैसे-सुखद, सुखदाता, सुखदाई, सुखप्रद ।
उपर्युक्त समानार्थी प्रत्ययों को लेकर दो-दो शब्द बनाइए।
उत्तर:
उत्तर:
प्रत्ययों से बनने वाले शब्द
द – दुखद, जलद, वारिद
प्रद – लाभप्रद, ज्ञानप्रद, आनन्दप्रद
दाता – अन्नदाता, दुखदाता, शरणदाता
दाई – दुखदाई, आनन्ददाई
देह – नुकसानदेह, तकलीफदेह
[‘नुकसान’ के साथ दायक जोड़कर नुकसानदायक नहीं बनता; इसी प्रकार ‘कष्ट’ के साथ देह जोड़कर ‘कष्टदेह’ नहीं बनता।]

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
साँप कहाँ रहता था ?
(क) चट्टान पर
(ख) पेड़ पर
(ग) अंधेरी गुफा में
(घ) रेगिस्तान में
उत्तर:
(ग) अंधेरी गुफा में।

प्रश्न 2.
बाज किस हालत में गुफा में आ गिरा ?
(क) खून से लथपथ
(ख) तीर से घायल
(ग) सही हालत में
(घ) उड़ते-उड़ते अचानक
उत्तर:
(क) खून से लथपथ।

प्रश्न 3.
बाज के किस हिस्से में जख्मों के निशान थे ?
(क) सिर पर
(ख) पंजों पर
(ग) छाती पर
(घ) आँखों पर
उत्तर:
(ग) छाती पर।

प्रश्न 4.
ज़मीन पर गिरते ही बाज ने क्या किया ?
(क) कुछ नहीं
(ख) चीख मारी
(ग) मुस्कराया
(घ) बड़बड़ाया
उत्तर:
(ख) चीख मारी।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

प्रश्न 5.
साँप तुरन्त बाज के पास क्यों नहीं पहुँचा ?
(क) वह उससे मिलना नहीं चाहता था
(ख) नफरत करता था
(ग) डरता था
(घ) वह कुछ काम कर रहा था
उत्तर:
(ग) डरता था।

प्रश्न 6.
‘मिट्टी में मिलना’ का अर्थ है-
(क) नष्ट होना
(ख) बीज के रूप में तैयार होना
(ग) गायब होना
(घ) छुप जाना
उत्तर:
(क) नष्ट होना।

प्रश्न 7.
लुढ़कता हुआ बाज कहाँ जा गिरा ?
(क) घाटी में
(ख) समुद्र में
(ग) नदी में
(घ) पेड़ के नीचे
उत्तर:
(ग) नदी में।

प्रश्न 8.
छोटी-छोटी चट्टानों पर धप्प से जा गिरा। कौन ?
(क) बाज
(ख) साँप
(ग) मगरमच्छ
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(ख) साँप।

प्रश्न 9.
चट्टानों के नीचे से साँप ने क्या सुना ?
(क) रोने की आवाज़
(ख) कराहने की आवाज़
(ग) चीखने की आवाज़
(घ) गाने की आवाज़
उत्तर:
(ख) गाने की आवाज़।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

बोध-प्रश्न

निम्नलिखित अवतरणों को पढ़िए एवं पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए

(क) बाज में एक नयी आशा जग उठी। वह दूने उत्साह से अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक खींच लाया। खुले आकाश को देखकर उसकी आँखें चमक उठीं। उसने एक गहरी, लंबी साँस ली और अपने पंख फैलाकर हवा में कूद पड़ा।

किंतु उसके टूटे पंखों में इतनी शक्ति नहीं थी कि उसके शरीर का बोझ सँभाल सकें। पत्थर-सा उसका शरीर लुढ़कता हुआ नदी में जा गिरा। एक लहर ने उठकर उसके पंखों पर जमे खून को धो दिया, उसके थके-माँदे शरीर को सफ़ेद फेन से ढक दिया, फिर अपनी गोद में समेटकर उसे अपने साथ सागर की ओर ले चली।

प्रश्न 1.
बाज में एक नयी आशा जागने पर क्या हुआ ?
उत्तर:
नयी आशा जागने पर बाज अपने घायल शरीर को घसीटता हुआ चट्टान के किनारे तक ले लाया।

प्रश्न 2.
खुले आकाश को देखकर बाज पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर:
खुले आकाश को देखकर बाज की आँखों में चमक जाग उठी।

प्रश्न 3.
हवा में कूदने का बाज पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर:
बाज के पंख टूटे हुए थे और उनमें शरीर का बोझ संभालने की ताकत नहीं थी। अतः हवा में कूदने पर उसका पत्थर-सा शरीर लुढ़कता हुआ नदी में जा गिरा।

प्रश्न 4.
लहर ने बाज के साथ क्या व्यवहार किया ?
उत्तर:
एक लहर ने उठकर बाज के पंखों पर जमे खून को धो दिया और उसके थके-माँदे शरीर को सफ़ेद फेन से ढक दिया फिर उसे गोद में समेटकर सागर तक पहुँचा दिया।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

(ख) पक्षी भी कितने मूर्ख हैं! धरती के सुख से अनजान रहकर आकाश की ऊँचाइयों को नापना चाहते थे। किंतु अब मैंने जान लिया कि आकाश में कुछ नहीं रखा। केवल ढेर-सी रोशनी के सिवा वहाँ कुछ भी नहीं, शरीर को सँभालने के लिए कोई स्थान नहीं, कोई सहारा नहीं। फिर वे पक्षी किस बूते पर इतनी डींगें हाँकते हैं, किसलिए धरती के प्राणियों को इतना छोटा समझते हैं। अब मैं कभी धोखा नहीं खाऊँगा, मैंने आकाश देख लिया और खूब देख लिया। बाज तो बड़ी-बड़ी बातें बनाता था, आकाश के गुण गाते थकता नहीं था। उसी की बातों में आकर मैं आकाश में कूदा था। ईश्वर भला करे, मरते-मरते बच गया। अब तो मेरी यह बात और भी पक्की हो गई है कि अपनी खोखल से बड़ा सुख और कहीं नहीं है। धरती पर रेंग लेता हूँ, मेरे लिए यह बहुत कुछ है। मुझे आकाश की स्वच्छंदता से क्या लेना-देना? न वहाँ छत है, न दीवारें हैं, न रेंगने के लिए जमीन है। मेरा तो सिर चकराने लगता है। दिल काँप-काँप जाता है। अपने प्राणों को खतरे में डालना कहाँ की चतुराई है?”

प्रश्न 1.
पक्षी भी कितने मूर्ख हैं! यह बात किसने कही और क्यों ?
उत्तर:
यह बात साँप ने कही। पक्षी धरती के सुख से अनजान है-इसीलिए यह बात कही।

प्रश्न 2.
साँप ने क्या जान लिया था ?
उत्तर:
साँप ने जान लिया था कि आकाश में ढेर सारी रोशनी के सिवा कुछ भी नहीं है। शरीर को सँभालने के लिए न कोई स्थान है और न कोई सहारा।

प्रश्न 3.
साँप किसकी बातों में आकर कूदा था और क्यों ?
उत्तर:
साँप बाज की बातों में आकर कूदा था क्योंकि वह आकाश के गुण गाता था, बड़ी-बड़ी बातें बनाता था।

प्रश्न 4.
साँप के मन में क्या बात पक्की हो गई थी?
उत्तर:
साँप के मन में यह बात पक्की हो गई कि अपनी खोखल से बड़ा सुख कहीं भी नहीं।

प्रश्न 5.
साँप को आकाश की स्वच्छन्दता क्यों पसन्द नहीं थी ?
उत्तर:
साँप को आकाश की स्वच्छन्दता इसलिए पसन्द नहीं थी, क्योंकि वहाँ रेंगने के लिए न छत है, न दीवारें। उसका सिर चकराने लगा था और दिल काँपने लगा था।

प्रश्न 6.
साँप किस बात को उचित नहीं मानता था ?
उत्तर:
साँप अपने जीवन को खतरे में डालना ठीक नहीं समझता।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

(ग) हमारा यह गीत उन साहसी लोगों के लिए है जो अपने प्राणों को हथेली पर रखे हुए घूमते हैं। चतुर वही है जो प्राणों की बाजी लगाकर जिंदगी के हर खतरे का बहादुरी से सामना करे।

ओ निडर बाज! शत्रुओं से लड़ते हुए तुमने अपना कीमती रक्त बहाया है। पर वह समय दूर नहीं है, जब तुम्हारे खून की एक-एक बूंद जिंदगी के अँधेरे में प्रकाश फैलाएगी औरी साहसी, बहादुर दिलों में स्वतंत्रता और प्रकाश के लिए प्रेम पेदा करेगी। तुमने अपना जीवन बलिदान कर दिया किंतु फिर भी तुम अमर हो। जब कभी साहस और वीरता के गीत गाए जाएँगे, तुम्हारा नाम बड़े गर्व और श्रद्धा से लिया जाएगा।

“हमारा गीत जिंदगी के उन दीवनों के लिए है जो मृत्यु से भी नहीं डरते।”

प्रश्न 1.
चतुर प्राणी किसे बताया गया है और क्यों ?
उत्तर:
बाज को चतुर प्राणी बताया गया है क्योंकि उसने प्राणों की बाजी लगाकर ज़िन्दगी के हर खतरे का बहादुरी से सामना किया था।

प्रश्न 2.
बाज को निडर क्यों कहा गया है ?
उत्तर:
बाज ने शत्रुओं से लड़ते हुए अपना कीमती रक्त बहाया था, इसलिए उसे निडर कहा गया था।

प्रश्न 3.
जीवन बलिदान करने पर भी बाज को अमर क्यों कहा गया है ?
उत्तर:
जब कभी साहस और वीरता के गीत गाए जाएँगे उस समय बाज का नाम गर्व और श्रद्धा से लिया जाएगा। इसीलिए बाज को अमर कहा गया है।

प्रश्न 4.
जीवन का गीत किस तरह के दीवानों के लिए है ?
उत्तर:
जीवन का गीत उन दीवानों के लिए है जो मृत्यु से भी नहीं डरते।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

बाज और साँप Summary

पाठ का सार

समद्र के किनारे पर्वत की अँधेरी गफा में एक साँप रहता था। अँधेरी घाटियों में एक नदी भी बहती थी जो शोर मचाती हुई समुद्र में जाकर मिल जाती थी। सॉप अपनी हालत से खुश था। वह अपनी गुफा का स्वामी है, उसे किसी से कुछ लेन-देना नहीं है। एक दिन उड़ता हुआ एक घायल बाज़ गुफा में आ गिरा। वह पीड़ा से चीखा और धरती पर लोटने लगा साँप पहले उससे डरा परन्तु उसकी बेदम हालत को देख कर वह बाज के पास पहुँचा। बाज ने साँप को बताया कि उसने जीवन का आनन्द उठा लिया है। आकाश की ऊँचाइयों को अपने पंखों से नापा है। वह आनन्द तुम्हें नहीं मिलेगा। साँप ने आकाश की तुलना में अपनी गुफा में रहना अच्छा बताया।

साँप का सोचना था-चाहे आकाश में उड़ो, चाहे धरती पर रेंगकर चलो, एक दिन सबको मरना है। बाज ने सीलन भरी गुफा देखी और उड़ने की नाकामी पर दुखी हुआ। उसके दुख को देखकर साँप ने कहा की तुम उड़ने की कोशिश कर सकते हो। बाज गहरी साँस लेकर हवा में कूद पड़ा। पंख कमज़ोर थे। वह सँभल न सका और नदी में गिरकर बह गया। बाज की मृत्यु और आकाश के प्रति उसके प्रेम पर साँप सोचता रहा। साँप ने सोचा-आकाश में ऐसा क्या खज़ाना है। मुझे पता लगाना चाहिए। यह सोचकर साँप ने अपना शरीर सिकोड़ा और खुद को शून्य में छोड़ दिया। वह चट्टान पर जा गिरा लेकिन बच गया।

उसने सोचा आकाश में कुछ नहीं सिवाय ढेर सारी रोशनी के। पक्षी पता नहीं क्यों शेखी बघारते हैं। मैं किसी तरह बच गया। अब धोखा नहीं खाऊँगा। मुझे आकाश से क्या लेना ? बाज़ अभागा था जिसने आकाश की आज़ादी के लिए जान दे दी। तभी साँप ने चट्टानों के नीचे एक मधुर संगीत सुना। लहरें गा रही थीं यह गीत उन लोगों के लिए था जिन्होंने जिन्दगी के हर खतरे का सामना किया। बाज भी उन्हीं में से एक था। वह जान देकर अमर हो गया। “हमारा गीत ज़िन्दगी के उन दीवानों के लिए है जो मर कर भी मृत्यु से नहीं डरते।

शब्दार्थ : मिलाप-मेल; गर्जन-गरजना; तर्जन-डाँटना, धमकाना; अंतिम साँसें गिनना-मरने के निकट होना; आखिरी घड़ी आ पहुँचना-मृत्यु निकट होना; भोगा-आनंद उठाया, आरामदेह-आराम प्रदान करने वाला; मिट्टी में मिलना-मरना; सिटपिटा गया-घबरा गया; वियोग-बिछुड़ना; फेन-झाग; शून्यता-खालीपन; विस्तार-फैलाव; असीमसीमा रहित; आँखों से ओझल होना -गायब होना, दिखाई न देना; आँसू बहाना-दुखी होना; भरपाया-छक गया; प्राणों की बाजी लगाना-मरने के लिए तैयार होना; प्राणों को हथेली पर रखकर घूमना-मरने से बिल्कुल न डरना।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप Read More »

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

These NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts.

पानी की कहानी NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16

Class 8 Hindi Chapter 16 पानी की कहानी Textbook Questions and Answers

पाठ से

प्रश्न 1.
लेखक को ओस की बूंद कहाँ मिली?
उत्तर:
लेखक को ओस की बूंद बेर की झाड़ी पर मिली। वह उसके हाथ पर आ पड़ी; फिर कलाई से सरक कर हथेली पर आ गई।

प्रश्न 2.
ओस की बूंद क्रोध और घृणा से क्यों काँप उठी?
उत्तर:
ओस की बूँद क्रोध और घृणा से काँप उठी क्योंकि पेड़ बहुत बेरहम होते हैं। वे जलकणों को पृथ्वी के भीतर खींच लेते हैं। कुछ को पेड़ एकदम खा जाते हैं और अधिकतर का सब कुछ छीनकर उन्हें बाहर निकाल देते हैं।

प्रश्न 3.
हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को पानी ने अपना पूर्वज (पुरखा) क्यों कहा?
उत्तर:
हाइड्रोजन और ऑक्सीज़न के मिलने से पानी बनता है; इसलिए पानी ने इनको अपना पूर्वज कहा है।

प्रश्न 4.
‘पानी की कहानी’ के आधार पर पानी के जन्म और जीवन-यात्रा का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर:
हाइड्रोजन और ऑक्सीजन की रासायनिक क्रिया से पानी बनता है। पानी की बूंद भाप के रूप में घूमती है। ठंडक मिलने से वह ठोस बर्फ का रूप धारण कर लेती है। वही बूंद गर्म जलधारा के रूप में मिलकर फिर पानी बन जाती है। वाष्प बनने पर फिर वही-बूंद बादल बनकर बरस पड़ती है।

प्रश्न 5.
कहानी के अंत और आरम्भ के हिस्से को पढ़कर देखिए और बताइए कि ओस की बूंद लेखक को आप बीती सुनाते हुए किसकी प्रतीक्षा कर रही थी?
उत्तर:
ओस की बूँद सूर्य की प्रतीक्षा कर रही थी।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

पाठ से आगे

प्रश्न 1.
जलचक्र के विषय में जानकारी प्राप्त कीजिए और पानी की कहानी से तुलना करके देखिए कि लेखक ने पानी की कहानी में कौन-कौन सी बातें विस्तार से बताई हैं।
उत्तर:
महासागरों का जल भाप बनकर वायुमण्डल में बादल का रूप धारण करता है। बादल का पानी बरसकर फिर धरती पर आ जाता है एवं फिर समुद्र में जाकर मिल जाता है। यही चक्र जलचक्र है। लेखक ने पानी के ठोस, गैस एवं तरल रूपों की विस्तार से चर्चा की है।

प्रश्न 2.
“पानी की कहानी” पाठ में ओस की बूंद अपनी कहानी स्वयं सुना रही है और लेखक केवल श्रोता है। इस आत्मकथात्मक शैली में आप भी किसी वस्तु का चुनाव करके कहानी लिखें।
उत्तर:
मैं हूँ आलू का पापड़। मैं छोटे-छोटे बीज के रूप में था। किसान ने खेत की जुताई करके मुझे जमीन में दबा दिया। मेरा दम घुटने लगा। मुझे लगा मेरे प्राण पखेरू उड़ जाएंगे। किसान ने सिंचाई की। मुझसे अंकुर निकलने लगे और ऊपर की कोमल जमीन को चीरकर खुली हवा में साँस लेने का मौका मिला । ठण्ड पड़ने लगी। लगा कि मेरे पत्ते सूख जाएँगे। किसान ने सिंचाई करके मुझे सुखने से बचाया। कुछ कीट-पंतगों ने भी मेरे स्वास्थ्य को खराब करने का बीड़ा उठाया। मेरा मालिक बहुत होशियार था। उसने कीटनाशक छिड़ककर मुझे होने वाली बीमारियों से छुटकारा दिला दिया। मैं धीरे-धीरे बड़ा होने लगा। जमीन के भीतर मेरा आकार बढ़ने लगा।

किसान ने खुदाई करके मुझे बाहर निकाल लिया। बाहर का संसार बहुत सुन्दर था। एक दिन एक हलवाई मुझे खरीदकर ले गया। उसने पहले मुझे बड़े-बड़े भगौनों में उबाला। फिर मेरा छिलका बड़ी बेरहमी से उतारा। मेरी आँखों में इस हलवाई ने नमक-मिर्च झोंक दीं, मसाला भी मिला दिया। मुझे बुरी तहर कुचलकर बेलन से बेला और पापड़ बनाए। वह मुझे इतनी जल्दी छोड़ने वाला नहीं था। उसने मुझे तेज़ धूप में डाल दिया। मैं रो भी नहीं सकता था। इसके बाद उसने मुझे खौलते तेल में डालकर तला। आल से पापड़ बनने की यह मेरी कष्टकारी यात्रा थी।

प्रश्न 3.
समुद के तट पर बसे नगरों में अधिक ठंड और अधिक गर्मी क्यों नहीं पड़ती है?
उत्तर:
समुद्र तट के पास पानी होने के कारण वहाँ का तापमान दिन में अधिक नहीं बढ़ पाता और रात में अधिक कम नहीं हो पाता; इसीलिए समुद्र तट पर बसे नगरों में अधिक ठंड और अधिक गर्मी नहीं पड़ती है।

प्रश्न 4.
पेड़ के भीतर फव्वारा नहीं होता तब पेड़ की जड़ों से पत्ते तक पानी कैसे पहुँचता है? इस क्रिया को वनस्पति शास्त्र में क्या कहते हैं? क्या इस क्रिया को जानने के लिए कोई आसान प्रयोग है? जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर:
छात्र विज्ञान शिक्षक से यह जानकारी प्राप्त करें।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
पानी की कहानी में लेखक ने कल्पना और वैज्ञानिक तथ्य का आधार लेकर ओस की बूंद की यात्रा का वर्णन किया है। ओस की बूंद अनेक अवस्थाओं में सूर्यमंडल, पृथ्वी, वायु, समुद्र, ज्वालामुखी, बादल, नदी और जल से होते हुए पेड़ के पत्ते तक की यात्रा करती है। इस कहानी की भाँति आप भी लोहे अथवा प्लास्टिक की कहानी लिखने का प्रयास कीजिए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं लिखें।

प्रश्न 2.
अन्य पदार्थों के समान जल की भी तीन अवस्थाएँ होती हैं। अन्य पदार्थों से जल की इन अवस्थाओं में एक विशेष अंतर यह होता है कि जल की तरल अवस्था की तुलना में ठोस अवस्था (बफ) हलकी होती है। इसका कारण ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
पानी बर्फ बनने पर अधिक स्थान घेरता है जिससे उसका घनत्व कम हो जाता है। अधिक स्थान घेरने पर ज्यादा ठण्ड में पानी की आपूर्ति की पाइपलाइन फट जाती है।

प्रश्न 3.
पाठ के साथ केवल पढ़ने के लिए दी गई पठन-सामग्री ‘हम पृथ्वी की संतान!’ का सहयोग लेकर पर्यावरण संकट पर एक लेख लिखें।
उत्तर:
ध्वनि प्रदूषण, जल प्रदूषण, वायुप्रदूषण, भूमिप्रदूषण जैसी आपदा हमारे सिर पर खड़ी हैं। इनके दुष्प्रभाव हमारे जीवन पर लगातार पड़ रहे हैं। प्रत्येक पक्ष पर विचार-विमर्श करके छात्र लेख तैयार करें।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

भाषा की बात

प्रश्न 1.
किसी भी क्रिया को संपन्न अथवा पूरा करने में जो भी संज्ञा आदि शब्द संलग्न होते हैं, वे अपनी अलग-अलग भूमिकाओं के अनुसार अलग-अलग कारकों में वाक्य में दिखाई पड़ते हैं; जैसे-“वह हाथों से शिकार को जकड़ लेती थी।”
जकड़ना क्रिया तभी संपन्न हो पाएगी जब कोई व्यक्ति (वह) जकड़ने वाला हो, कोई वस्तु (शिकार) हो जिसे जकड़ा जाए। इन भूमिकाओं की प्रकृति अलग-अलग है। व्याकरण में ये भूमिकाएँ कारकों के अलग-अलग भेदों;
जैसे-कर्ता, कर्म, करण आदि से स्पष्ट होती हैं।
अपनी पाठ्यपुस्तक से इस प्रकार के पाँच और उदाहरण खोजकर लिखिए और उन्हें भली-भाँति परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
उदाहरण-
1. भारतवर्ष सदा कानून को धर्म के रूप में देखता आ रहा है।
(भारतवर्ष-कर्ता, कानून को-कर्म धर्म के सम्बन्ध, रूप में-अधिकरण)

2. कुछ नौजवानों ने ड्राइवर को पकड़कर मारने-पीटने का हिसाब बनाया।
(नौजवानों ने कर्ता, ड्राइवर-कर्म, मारने-पीटने का-सम्बन्ध)?

3. सुबह घर पहुँच जाएँगे। (घर-कर्म)

4. बस-कम्पनी के एक हिस्सेदार भी उसी बस से जा रहे थे।
(हिस्सेदार-कर्ता, बस से-करण)

5. सारा घर धूल से अट गया।
(घर-कर्ता, धूल से-करण)

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
मोती-सी एक बूंद मेरे हाथ पर आ पड़ी। कहाँ से?
(क) आसमान से
(ख) आम के पेड़ से
(ग) बेर की झाड़ी से
(घ) बादलों से
उत्तर:
(ग) बेर की झाड़ी से।

प्रश्न 2.
क्रोध और घृणा से उसका शरीर काँप उठा। किसका ?
(क) लेखक का
(ख) ओस की बूंद का
(ग) मछली का
(घ) नदी का
उत्तर:
(क) ओस की बूंद का।

प्रश्न 3.
फटी हुई पृथ्वी से इनमें से कौन-सा पदार्थ नहीं निकला?
(क) लपटें
(ख) धुआँ
(ग) रेत
(घ) पीतल
उत्तर:
(घ) पीतल।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

प्रश्न 4.
नदी तट पर ऊँची मीनार से किस रंग की हवा निकल रही थी?
(क) भूरे रंग की
(ख) काली-काली
(ग) बैंगनी
(घ) नीली
उत्तर:
(ख) काली-काली।

प्रश्न 5.
बूँद कहाँ नहीं पहुंची थी?
(क) मोटे नल में
(ख) टूटे नल में
(ग) बोतल में
(घ) पृथ्वी में
उत्तर:
(ग) बोतल में।

प्रश्न 6.
बूंद किसका इन्तज़ार कर रही थी?
(क) सूर्य का
(ख) समुद्र का
(ग) बेरं के पेड़ का
(घ) मछली का
उत्तर:
(क) सूर्य का।

प्रश्न 7.
हमारी पृथ्वी प्रारम्भ में क्या थी?
(क) जंगल से भरी
(ख) नदियों से भरी
(ग) आग का एक बड़ा गोला
(घ) चट्टानों से भरी हुई
उत्तर:
(ग) आग का एक बड़ा गोला।

प्रश्न 8.
हाइड्रोजन और आक्सीजन किसके पुरखे हैं?
(क) सूर्य के
(ख) पृथ्वी के
(ग) चन्द्रमा के
(घ) पानी के
उत्तर:
(घ) पानी के।

प्रश्न 9.
ओस की बूंद ने समुद्र में क्या नहीं देखा?
(क) घोंघे
(ख) पेंग्विन
(ग) कई-कई मन भारी कछुवे
(घ) जालीदार मछलियाँ
उत्तर:
(ख) पेंग्विन।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

बोध-प्रश्न

एक-एक वाक्य में उत्तर दीजिए।

प्रश्न 1.
प्रदूषण के महासंकट से निपटने के लिए विश्वभर के राष्ट्रों की बैठक कब और कहाँ हुई?
उत्तर:
प्रदूषण के महासंकट से निपटने के लिए विश्व के राष्ट्रों की बैठक 5 जून, 1972 को स्टॉकहोम (स्वीडन) में हुई।

प्रश्न 2.
प्रत्येक वर्ष पर्यावरण-दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर:
पर्यावरण-दिवस 5 जून को मनाया जाता है।

प्रश्न 3.
पृथ्वी सम्मेलन, कहाँ और कब आयोजित किया गया?
उत्तर:
‘पृथ्वी सम्मेलन’ रियो डि जेनेरो (ब्राजील) में 1992 में आयोजित किया गया?

प्रश्न 4.
प्रकृति के पारिस्थितिकी तंत्र के दो प्रमुख घटक बताइए।
उत्तर:
प्रकृति के पारिस्थितिकी तंत्र के दो प्रमुख घटक जैविक और अजैविक मण्डल हैं।

प्रश्न 5.
जैवमण्डल का निर्माण किन पाँच तत्त्वों से होता है?
उत्तर:
जैवमण्डल का निर्माण भूमि, गगन, वायु, अग्नि और जल-इन पाँच तत्त्वों से होता है।

प्रश्न 6.
पर्यावरण किन दो शब्दों के योग के बना है?
उत्तर:
पर्यावरण-परि + आवरण से मिलकर बना है।

प्रश्न 7.
‘पर्यावरण’ का क्या अर्थ है ?
उत्तर:
‘पर्यावरण’ का अर्थ है-वह आवरण जो हमें चारों तरफ से घेरे हुए है।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

प्रश्न 8.
प्रकृति के असंतुलन के मुख्य कारण क्या हैं?
उत्तर:
प्रकृति के असंतुलन के मुख्य कारण हैं- वनों का विनाश, अवैध व असंगत उत्खनन, कोयला, पेट्रोल, डीजल के उपयोग में बेतहाशा वृद्धि तथा कल-कारखानों का विस्तार।

प्रश्न 9.
ओजोन गैस की परत का लाभ क्या है?
उत्तर:
यह गैस सूर्य से आने वाली हानिकारक गैसों को रोकती है और धरती के लिए रक्षा-कवच का काम करती है।

प्रश्न 10.
ग्लोबल वार्मिंग का क्या खतरा है?
उत्तर:
ग्लोबल वार्मिंग से द्वीप समूहों एवं महाद्वीपों के तटीय क्षेत्रों के डूब जाने का खतरा है।

प्रश्न 11.
‘ग्रीन हाउस प्रमुख’ क्या है?
उत्तर:
ग्लोबल वार्मिंग के कारण जो दुष्प्रभाव पड़ता है, उसे ‘ग्रीन हाउस प्रमुख’ कहा जाता है।

बोध-प्रश्न

(क) “हैं, उनके वंशज अपनी भयावह लपटों से अब भी उनका मुख उज्ज्वल किए हुए हैं। हाँ, तो मेरे पुरखे बड़ी प्रसन्नता से सूर्य के धरातल पर नाचते रहते थे। एक दिन की बात है कि दूर एक प्रचंड प्रकाश-पिंड दिखाई पड़ा। उनकी आँखें चौंधियाने लगीं। यह पिंड बड़ी तेजी से सूर्य की ओर बढ़ रहा था। ज्यों-ज्यों पास आता जाता था, उसका आकार बढ़ता जाता था। यह सूर्य से लाखों गुना बड़ा था। उसकी महान आकर्षण-शक्ति से हमारा सूर्य काँप उठा। ऐसा ज्ञात हुआ कि उस ग्रहराज से टकराकर हमारा सूर्य चूर्ण हो जाएगा। वैसा न हुआ। वह सूर्य से सहस्रों मील दूर से ही घूम चला, परंतु उसकी भीषण आकर्षण-शक्ति के कारण सूर्य का एक भाग टूटकर उसके पीछे चला। सूर्य से टूटा हुआ भाग इतना भारी खिंचाव सँभाल न सका और कई टुकड़ों में टूट गया। उन्हीं में से एक टुकड़ा हमारी पृथ्वी है। यह प्रारंभ में एक बड़ा आग का गोला थी।”

प्रश्न 1.
भयावह लपटों से अब भी किसका मुख उज्ज्वल किए हुए हैं?
उत्तर:
भयावह लपटों से अब भी सूर्य का मुख उज्ज्वल किए हुए है।

प्रश्न 2.
प्रचण्ड प्रकाश किस प्रकार का था?
उत्तर:
प्रचण्ड प्रकाश आँखें चौंधियाने वाला था।

प्रश्न 3.
पिण्ड तेजी से किस ओर बढ़ रहा था?
उत्तर:
पिण्ड तेज़ी से सूर्य की ओर बढ़ रहा था।

प्रश्न 4.
सूर्य के पास आने पर पिण्ड कैसा लग रहा था?
उत्तर:
सूर्य के पास आने पर पिण्ड का आकार बड़ा होता जा रहा था।

प्रश्न 5.
पिण्ड का सूर्य पर क्या प्रभाव पड़ने लगा।
उत्तर:
पिण्ड की आकर्षण शक्ति से सूर्य काँपने लगा। लगता था इससे सूर्य चूर-चूर हो जाएगा।

प्रश्न 6.
वह पिण्ड कहाँ से घूमकर चला गया।
उत्तर:
वह पिण्ड सूर्य से सहस्रों मील दूर से ही घूमकर चला गया।

प्रश्न 7.
उस पिण्ड की भीषण आकर्षण-शक्ति का क्या असर हुआ?
उत्तर:
उस पिण्ड की भीषण आकर्षण शक्ति से सूर्य का एक भाग टूटकर उसके पीछे चला गया।

प्रश्न 8.
हमारी पृथ्वी कौन-सा टुकड़ा है और किसका टुकड़ा है?
उत्तर:
सूर्य से टूटा हुआ भाग कई टुकड़ों में टूट गया। उन्हीं टुकड़ों में से एक हमारी पृथ्वी बन गई।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

(ख) मैं और गहराई की खोज में किनारों से दूर गई तो मैंने एक ऐसी वस्तु देखी कि मैं चौंक पड़ी। अब तक समुद्र में अँधेरा था, सूर्य का प्रकाश कुछ ही भीतर तक पहुँच पाता था और बल लगाकर देखने के कारण मेरे नेत्र दुखने लगे थे। मैं सोच रही थी कि.यहाँ पर जीवों को कैसे दिखाई पड़ता होगा कि सामने ऐसा जीव दिखाई पड़ मानो कोई लालटेन लिए घूम रहा हो। यह एक अत्यंत सुंदर मछली थी। इसके शरीर से एक प्रकार की चमक निकलती थी जो इसे मार्ग दिखलाती थी। इसका प्रकाश देखकर कितनी छोटी-छोटी अनजान मछलियाँ इसके पास आ जाती थीं और यह जब भूखी होती थी तो पेट भर उनका भोजन करती थी।”

प्रश्न 1.
अब तक समुद्र में प्रकाश की स्थिति क्या थी?
उत्तर:
अब तक समुद्र में अँधेरा था। सूर्य का प्रकाश कुछ ही भीतर तक पहुँच पाता था।

प्रश्न 2.
बूंद ने ऐसी क्या चीज़ देखी थी, जिसे देखकर बूँद चौंक पड़ी?
उत्तर:
द को एक ऐसा जीव दिखाई दिया, जो मानो लालटेन लिये घूम रहा हो। यह जीव एक सुन्दर मछली थी।

प्रश्न 3.
इस प्रकाश वाली मछली की क्या विशेषता थी?
उत्तर:
इस मछली के शरीर से एक प्रकार की चमक निकलती थी, जो इसे मार्ग दिखलाती थी।

प्रश्न 4.
इसके प्रकाश का अन्य मछलियों पर क्या प्रभाव पड़ता था?
उत्तर:
इस मछली के प्रकाश से प्रभावित होकर छोटी-छोटी अनजान मछलियाँ इसके पास आ जाती थीं। जब यह भूखी होती थी तो इन छोटी मछलियों से अपना पेट भर लेती थी।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

(ग) सरिता के वे दिवस बड़े मजे के थे। हम कभी भूमि को काटते, कभी पेड़ों को खोखला कर उन्हें गिरा देते। बहते-बहते मैं एक दिन एक नगर के पास पहुँची। मैंने देखा कि नदी के तट पर एक ऊँची मीनार में से कुछ काली-काली हवा निकल रही है। मैं उत्सुक हो उसे देखने को क्या बढ़ी कि अपने हाथों दुर्भाग्य को न्यौता दिया। ज्योंही मैं उसके पास पहुँची अपने और साथियों के साथ एक मोटे नल में खींच ले गई। कई दिनों तक मैं नल-नल घूमती फिरी। मैं प्रति क्षण उसमें से निकल भागने की चेष्टा में लगी रहती थी। भाग्य मेरे साथ था। बस, एक दिन रात के समय मैं ऐसे स्थान पर पहुँची जहाँ नल टूटा हुआ था। मैं तुरंत उसमें होकर निकल भागी और पृथ्वी में समा गई। अंदर घूमते-घूमते इस बेर के पेड़ के पास पहुँची।”

प्रश्न 1.
सरिता के रूप में कौन-से दिन बड़े मजे के थे?
उत्तर:
सरिता के वे दिन मज़े के थे; जब भूमि को काटने और पेड़ों को खोखला कर गिराने का मौका मिलता था।

प्रश्न 2.
नगर के पास बूँद ने क्या देखा?
उत्तर:
नगर के पास बूंद ने नदी के तट पर एक ऊँची मीनार देखी; जिसमें से काली-काली हवा निकल रही थी।

प्रश्न 3.
बूंद ने किस दुर्भाग्य को न्योता दिया?
उत्तर:
बूँद जैसे ही आगे बढ़ी एक मोटे नल ने उसको अपने भीतर खींच लिया। इस प्रकार उसने दुर्भाग्य को न्योता दिया।

प्रश्न 4.
बूंद को निकलने का मौका किस प्रकार मिला?
उत्तर:
बूंद एक रात में ऐसे स्थान पर पहुंची, जहाँ नल टूटा हुआ था। वह उसमें से होकर तुरन्त निकल भागी।

प्रश्न 5.
बूँद बेर के पेड़ के पास कैसे पहुँची?
उत्तर:
नल से निकल भागने पर वह पृथ्वी में समा गई और अंदर घूमते-घूमते बेर के पेड़ के पास पहुंची।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

(केवल पढ़ने के लिए)

हम पृथ्वी की संतान 5 जून, 1972 को स्टॉक होम (स्वीडन) में प्रदूषण के महासंकट से निपटने के लिए विश्वभर के देशों की बैठक हुई। इस अवसर पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने “माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ का सन्देश दिया। इस दिन की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 5 जून को पर्यावरण दिवस मानते हैं। सन् 1992 में रियो डि जेनेरो (ब्राजील) में पृथ्वी सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रकृति में दो प्रकार के घटक हैं-जैविक और अजैविक। जैव मण्डल का निर्माण-भूमि, गगन, वायु, अग्नि, जल नामक पाँच तत्त्वों से होता है। इसमें हम छोटे-बड़े एवं जैव-अजैव विविधताओं के बीच रहते रहे हैं। पेड़-पौधों का एवं प्राणियों का एक तयशुदा सन्तुलन इसको महत्त्वपूर्ण बनाता है।

पर्यावरण में वह आवरण प्रमुख है जो हमें चारों तरफ से सही ढंग से ढके हुए है। प्रकृति और मानव के बीच का संतुलन बिगड़ रहा है। बढ़ती जनसंख्या एवं प्रकृति का दोहन एवं शोषण इसमें प्रमुख कारण है। वनों की कटाई, भूमिगत संसाधनों का दोहन, नदियों का भयंकर प्रदूषण खतरनाक स्थिति तक पहुंच चुका है। ओजोन की परत धरती वासियों के लिए रक्षा-कवच का काम करती है। यह सूर्य की अनावश्यक किरणों को रोकती है, लेकिन इसकी परत में छेद हो चुके हैं जो ग्लोबल वार्मिंग का कारण बन गई है। पृथ्वी के इस बढ़ते तापमान से आने वाले समय में तटीय क्षेत्रों के डूबने का खतरा मँडरा रहा है। अमृत जैसा जल देने वाले ग्लेशियर लुप्त होते जा रहे हैं। गंगा अपने उद्गम से पीछे खिसक चुकी है।

विकास के नाम पर बहुत से लोग बेघर हो चुके हैं। वन कटने से नदियों में प्रलयंकारी बाढ़ आने लगी है। ‘हे पवित्र करने वाली भूमि! हम कोई ऐसा कार्य न करें जिससे तेरे हृदय को आघात पहुँचे।’ हमारी यह प्राचीन प्रार्थना आज बिसर गई है। विश्व को सभी मतभेद भुलाकर पर्यावरण की रक्षा करने के लिए संकल्प लेना चाहिए। हमारी धरती हमारे स्वार्थ के कारण बर्बाद न हो। यदि हमें ज़िन्दा रहना है तो पृथ्वी की रक्षा के बारे में जरूर सोचें। यह तभी सम्भव है जब हम अपने इस सम्बन्ध “भूमि हमारी माता है और हम पृथ्वी की संतान हैं को ठीक तरह से निभाएँ।”

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी

पानी की कहानी Summary

पाठ का सार

बेर की झाड़ी से उतरकर ओस की बूंद लेखक की हथेली पर आ गई। वह अपनी कहानी लेखक को बता रही है। वायुमण्डल में भीड़ होने के कारण एवं सूर्यास्त होने से उसे पत्रों पर ही सिकुड़कर बैठे रहना पड़ा। बूंद को पौधों से डर लगता है; क्योंकि वे उसे अपने भीतर खींच लेते हैं। लेखक ने उसे सुरक्षा का भरोसा दिलाया।

उस यूँद के पुरखे हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन के रूप में मौजूद थे। उस समय वायुमण्डल में उथल-पुथल मच रही थी। उसी उथल-पुथल में सूर्य का एक भाग टूटकर पृथ्वी बन गया। पृथ्वी प्रारम्भ में आग का एक बड़ा गोला थी। बाद में धरती ठण्डी होती गई। यह लाखों साल पहले की बात है। हम और हमारे साथी बर्फ बन गए थे। एक दिन हम पिघलने शुरू हो गए। मैं कई महीने समुद्र में घूमी। गर्म धारा से मिलकर मैं भी पिघल गई और पानी बनकर समुद्र में मिल गई। समुद्र में पानी के अलावा अनेक प्रकार के जीवों की भी चहल-पहल रही है।

समुद्र के भीतर घुमकर देखा-रेंगने वाले घोंघे, जालीदार मछलियाँ, भारी कछुए और हाथों वाली मछलियाँ भी थीं। एक मछली तो आदमी से भी कई गुना लम्बी थी। अधिक दूर समुद्र में जाकर देखा-वहाँ घोर अंधेरा था। वहाँ एक ऐसा जीव दिखाई दिया जो मानो कोई लालटेन लेकर घूम रहा हो। वह सुन्दर मछली थी। इसकी चमक देखकर छोटी मछलियाँ पास आ जातीं और यह उनको खा जाती। समुद्र की तह में जंगल है। जहाँ मोटे पत्ते वाले ठिगने पेड़ उगे हुए हैं। यहाँ घाटियाँ, पहाड़ियाँ और गुफाएँ भी हैं जहाँ कई प्रकार के जीव रहते हैं। मैं समुद्रतल से ऊपर आना चाहती थी; परन्तु मेरे ऊपर पानी की कोई तीन मील मोटी तह थी। मैं भूमि में घुसकर जान बचाना चाहती थी।

मैं अपने दूसरे साथियों के साथ चट्टान में घुस गई। हम सब चलते रहे। अचानक ऐसी जगह पहुँचे जहाँ तापमान बहुत
अधिक था। हम देखते-देखते ऑक्सीजन और हाइड्रोजन में बदल गए और साथियों सहित वहाँ से भाग निकले। फिर ऐसे स्थान पर चले गए, जहाँ से धमाके के साथ हम बाहर फेंक दिए गए थे। यह ज्वालामुखी था। हम जब ऊपर पहुँचे तो भाप का एक बड़ा दल मिला। हम गरजकर आपस में मिले और आगे बढ़े।

भाप जल-कणों के मिलने से भारी होकर बूंद बने और नीचे कूद पड़े। मैं पहाड़ पर गिरी और उछलती-कूदती आगे बढ़ चली। मैं नीचे आकर समतल धारा में मिल गई। जब एक नगर में पहुँची तो मोटे नल में खींच ली गई। किसी तरह टूटे हुए नल से निकलकर भागी और पृथ्वी में समा गई।

सूर्य निकल आया था। वह यूँद धीरे-धीरे घटी और आँखों से ओझल हो गई।

शब्दार्थ : दृष्टि-नज़र; झंकार-गूंज; अनुभव-तजुर्बा; सुरीली-सुन्दर सुर वाली; निर्दयी-निर्दय, बेरहम; असंख्य-अनगिन; बंधुओं-भाइयों; उत्सुकता-जानने की चाह; साँसत-कठिनाई; भावपूर्ण-भाव से भरा हुआ; विचित्र-अनोखा; चौंधियाना-चकाचौंध करना; चूर्ण-चकनाचूर; सहस्रों-हजारों; प्रत्यक्ष-सामने; अस्तित्व-वजूद; सौन्दर्य-खूबसूरती वार्तालाप-वातचीत; फलस्वरूप-परिणाम के रूप में; वर्णनातीत-वर्णन से परे; निरा-बिल्कुल; ठिगने-छोटे; बहुतायत-बहुत संख्या में; नाना प्रकार-तरह-तरह; निपट-विल्कुल; स्वच्छंद-आजाद; किलोलें-खेल; प्रहार-चोट; उन्मत्त-मस्ती से भरा;

मुहावरे-
कमर कसकर तैयार रहना – पूरी तरह तैयार रहना;
दाल में नमक के समान – बहुत ही कम मात्रा में;
मुख पर हवाइयाँ उड़ना – बहुत घबराहट होना;
आँखों से ओझल होना – बिल्कुल गायब हो जाना;

सही रूप-निर्दयी-निर्दय;
एक बड़ा आग का गोला – आग का एक बड़ा गोला;
एक और भाप का बड़ा दल – भाप का एक और बड़ा दल;
सूर्य निकल आए थे – सूर्य निकल आया था, सूर्यदेव निकल आए थे

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 16 पानी की कहानी Read More »

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूरदास के पद

These NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूरदास के पद Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts.

सूरदास के पद NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15

Class 8 Hindi Chapter 15 सूरदास के पद Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
बालक श्रीकृष्ण किस लोभ के कारण दूध पीने के लिए तैयार हुए?
उत्तर:
दूध पीने से उनकी चोटी बलराम की चोटी की तरह लम्बी और मोटी हो जाएगी। इसी लोभ के कारण बालक श्रीकृष्ण दूध पीने के लिए तैयार हुए।

प्रश्न 2.
श्रीकृष्ण अपनी चोटी के विषय में क्या-क्या सोच रहे थे?
उत्तर:
अपनी चोटी के बारे में श्रीकृष्ण सोच रहे थे कि काढ़ते समय, मूंथते समय और नहाते समय मेरी चोटी नागिन की तरह भूमि पर लहराने लगेगी अर्थात् उनकी चोटी इतनी लम्बी हो जाएगी कि भूमि का भी स्पर्श कर लेगी।

प्रश्न 3.
दूध की तुलना में श्रीकृष्ण कौन-से खाद्य पदार्थ को अधिक पसंद करते हैं?
उत्तर:
श्री कृष्ण दूध की तुलना में माखन-रोटी को अधिक पसन्द करते हैं।

प्रश्न 4.
‘तैं ही पूत अनोखौ जायौ’-पंक्तियों में ग्वालिन के मन के कौन-से भाव मुखरित हो रहे हैं?
उत्तर:
इन पंक्तियों में ग्वालन के मन में आए उलाहने और उपेक्षा के भाव प्रकट हुए हैं।

प्रश्न 5.
मक्खन चुराते और खाते समय श्री कृष्ण थोड़ा-सा मक्खन बिखरा क्यों देते हैं?
उत्तर:
श्रीकृष्ण जानबूझकर मक्खन नहीं बिखराते हैं। वे जब अपने सखाओं को भी मक्खन देते हैं तो कुछ मक्खन न चाहते हुए भी हड़बड़ी में गिर जाता है।

प्रश्न 6.
दोनों पदों में से आपको कौन-सा पद अधिक अच्छा लगा और क्यों?
उत्तर:
पहले पद में श्रीकृष्ण की बालसुलभ चेष्टाओं का वर्णन किया गया है जो उसके भोलेपन और निश्छल स्वभाव को सूचित करता है। इसलिए हमें यह पद अधिक अच्छा लगा।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूरदास के पद

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
दूसरे पद को पढ़कर बताइए कि आपके अनुसार उस समय श्रीकृष्ण की उम्र क्या रही होगी?
उत्तर:
हमारे अनुसार उस समय श्रीकृष्ण की उम्र 7-8 साल की रही होगी।

प्रश्न 2.
ऐसा हुआ हो कभी कि माँ के मना करने पर भी घर में उपलब्ध किसी स्वादिष्ट वस्तु को आपने चुपके-चुपके थोड़ा-बहुत खा लिया हो और चोरी पकड़े जाने पर कोई बहाना भी बनाया हो। अपनी आपबीती की तुलना श्रीकृष्ण की बाल लीला से कीजिए।
उत्तर:
माँ के एक बार सबसे छुपाकर कोठरी में लड्डू रखे थे। मैंने धीरे-धीरे करके सब लड्डू खा लिये। जब माँ का सन्देह छोटी बहिन पर गया तो मैंने अपना पूरा कारनामा माँ को बता दिया। श्रीकृष्ण भी इसी तरह चुपचाप अपने या दूसरों के घर में से मक्खन चुराकर खा लेते थे।

प्रश्न 3.
किसी ऐसी घटना के विषय में लिखिए जब किसी ने आपकी शिकायत की हो और फिर आपके किसी अभिभावक (माता-पिता, बड़ा भाई-बहिन इत्यादि) ने आपसे उत्तर माँगा हो।
उत्तर:
घर में मेरी गुल्लक में पैसे डाले गए थे। मैंने बीच-बीच में उसमें से पैसे निकालकर स्कूल की कैंटीन से समोसे खरीदकर खा लिये। महीने भर बाद जब मेरी गुल्लक देखी गई तो उसमें कोई पैसा नहीं था। पिता जी ने कसकर डाँटा तो मुझे सब कुछ बता देना पड़ा।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
श्रीकृष्ण गोपियों का माखन चुरा-चुराकर खाते थे इसलिए उन्हें माखन चुराने वाला भी कहा गया है। इसके लिए एक शब्द दीजिए।
उत्तर:
इसके लिए एक शब्द है-माखनचोर

प्रश्न 2.
श्रीकृष्ण के लिए पाँच पर्यायवाची शब्द लिखिए।
उत्तर:
श्रीकृष्ण के लिए पाँच पर्यायवाची शब्द हैं-
गिरिधर, मुरलीधर, पीताम्बर, यशोदानंदन, माघव।

प्रश्न 3.
कुछ शब्द परस्पर मिलते-जुलते अर्थ वाले होते हैं, उन्हें पर्यायवाची कहते हैं और कुछ विपरीत अर्थ वाले भी। समानार्थी शब्द पर्यायवाची कहे जाते हैं और विपरीतार्थक शब्द विलोम, जैसे-
पर्यायवाची-
चंद्रमा – राशि, इंदु, राका
मधुकर – भ्रमर, भौंरा, मधुप
सूर्य – रवि, भानु, दिनकर

विपरीतार्थक-
दिन – रात
श्वेत – श्याम
शीत – उष्ण
पाठों से दोनों प्रकार के शब्दों को खोजकर लिखिए।
उत्तर:
मिलते-जुलते अर्थ वाले शब्द
बेनी-चोटी
हलधर-बल
लाल-पूत-ढोटा

विलोम अर्थ वाले शब्द
छोटी – लम्बी
शहर – गाँव
बहुत – कम
जवान – बूढ़ा
व्यक्तिगत – सामाजिक
अच्छाई – बुराई

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूरदास के पद

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
श्रीकृष्ण को सबसे अधिक क्या पसन्द था?
(क) दूध
(ख) माखन-रोटी
(ग) रोटी
(घ) छाछ
उत्तर:
(ख) माखन-रोटी।

प्रश्न 2.
श्रीकृष्ण के बड़े भाई का नाम क्या था?
(क) सुदामा
(ख) श्रीदामा
(ग) बलराम
(घ) मनसुखा
उत्तर:
(ग) बलराम।

प्रश्न 3.
श्रीकृष्ण छीके से गोरस कैसे उतार लेते थे?
(क) ओखली पर चढ़कर
(ख) सीढ़ी से
(ग) उछलकर
(घ) नीचे खड़े होकर
उत्तर:
(क) ओखली पर चढ़कर।

प्रश्न 4.
गोपी ने यशोदा को उलाहना देते हुए किस प्रकार के पुत्र की बात कही?
(क) आज्ञाकारी
(ख) अनोखा
(ग) बहुत भला
(घ) समझदार
उत्तर:
(ख) अनोखा।

प्रश्न 5.
गोपी ने प्रतिदिन होने वाली किस हानि की बात की?
(क) भोजन
(ख) रुपया
(ग) गोरस
(घ) दही का बर्तन
उत्तर:
(ग) गोरस।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूरदास के पद

सप्रसंग व्याख्या

(क) मैया, कबहिं बढ़ेगी चोटी?
किती बार मोहिं दूध पियत भई, यह अजहूँ है छोटी।
तू जो कहति बल की बेनी ज्यौं, है है लाँबी-मोटी।
काँचो दूध पियावत पचि-पचिए देतिन माखन-रोटी।
सूरज चिरजीवौ दोउ भैया, हरि-हलधर की जोटी।

शब्दार्थ : कबहि-कब; बढेगी-बढ़ेगी; किती-कितनी; बार-समय,देरी; मोहिं-मुझे पियत भई-पीते हो गया; अजहूँ-आज भी; बल-बलराम; बेनी-वेणि, चोटी; ज्यौं-समान; दै-हो जाएगी; लाँबी-लम्बी; काढ़त-काढ़ना; गुहत-Dथना; न्हवावत-नहाते समय; नागिनी सी-साँपिन की तरह; भुइँ-भूमि पर; लोटी-लेटी; काँचों-कच्चा; पियावत-पिलाती है; पचि-पचि-बार-बार; सूरज-सूरदास; चिरजीवौ-चिरंजीव रहो, लम्बी उम्र वाले बनो; हरि-कृष्ण; हलधर-बलराम; जोटी-जोड़ी।

प्रसंग- यह पद ‘सूरदास के पद’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचनाकार भक्त कवि ‘सूरदास’ जी हैं। यशोदा कृष्ण को दूध पिलाती हैं और कहती हैं कि इससे तुम्हारी चोटी बड़ी हो जाएगी। कृष्ण जी को यशोदा की बात पर भरोसा नहीं होता। .

व्याख्या- श्रीकृष्ण जी यशोदा से पूछते है कि हे माँ मेरी चोटी कब बड़ी होगी? मुझे दूध पीते हुए कितना समय बीत गया है, परन्तु मेरी चोटी तो पहले की तरह छोटी ही है। तू तो कहती है कि दूध पीने से तेरी चोटी बलराम की चोटी की तरह लम्बी और मोटी हो जाएगी, काढ़ते समय, मूंथते समय और नहाते समय चोटी नागिन की तरह धरती पर लोटने लगेगी, लगता है तू मुझे कच्चा दूध पिलाती है। बार-बार माँगने पर भी मक्खन और रोटी खाने के लिए नहीं देती है। कवि सूरदास कृष्ण की इन बाल सुलभ बातों से भाव-विभोर होकर कहते हैं कि कृष्ण और बलराम इन दोनों भाइयों की यह जोड़ी चिरंजीवी हो।

विशेष-

  1. कृष्ण की बाल-सुलभ चेष्टाओं का सहज एवं सुन्दर चित्रण हुआ है।
  2. ब्रज भाषा का प्रयोग, वाल्सल्य रस
  3. ‘नागिनी-सी’ में उपमा अलंकार है
  4. ‘हरि-हलधर’ में अनुप्रास अलंकार है।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूरदास के पद

(ख) तेरै लाल मेरौ माखन खायौ।
दुपहर दिवस जानि घर सूनो ढूंढि-ढंढोरि आपही आयौ।
खोलि किवारि, पैठि मंदिर मैं, दूध-दही सब सखनि खवायौ।
ऊखल चढ़ि, सींके कौ लीन्हौ, अनभावत भुइँ मैं ढरकायौ।
दिन प्रति हानि होति गोरस की, यह ढोटा कौनैं ढंग लायौ।
सूर स्याम कौं हटकि न राखै तैं ही पूत अनोखौ जायौ।

शब्दार्थ : लाल-पुत्र; दुपहर-दोपहर; दिवस-दिन; सूनो-सूना; दूँढ़ि-ढूंढ़कर; आपही-खुद ही; किवारि-किवाड़; पैठि-घुसकर; मंदिर-घर; मैं-में, भीतर; सखनि-मित्रों को; खवायौ-खिलाता है; चढ़ि-चढ़कर; सीके-छीके; लीन्हौ-लेना; अनभावत-जो अच्छा नहीं लगा; भुइँ-भूमि; ढरकायौ-गिरा दिया; गोरस-गाय के दूध से बने पदार्थ; ढोटा-पुत्र; कौनैं-कोई; ढंग-तरीका; हटकि न राखै-रोककर नहीं रखती; तें-त; अनोखौ-अनोखा; जायौ-पैदा किया।

प्रसंग- यह पद ‘सूरदास के पद’ से उद्धृत है। इस पद में सूरदास ने गोपियों की शिकायत को बहुत सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया है। कृष्ण क्या-क्या शरारत करते हैं, एक गोपी उलाहना देकर यशोदा से कहती है

व्याख्या- हे यशोदा! तेरे पुत्र कृष्ण ने मेरा मक्खन खा लिया है। दोपहर के समय घर को सुना देखकर, ढूँढ़ते-ढाँढ़ते खुद ही आ पहुँचे। किवाड़ खोल कर घर में घुस गए। घर में जो भी दूध और दही था, वह सब मित्रों को खिला दिया। ओखली पर चढ़कर छीके पर जो कुछ भी रखा था, उसे उतार लिया। जो अच्छा नहीं लगा, उसे ज़मीन पर गिरा दिया। इस प्रकार हमारे गोरस की रोज हानि हो रही है। यह लड़का तरह-तरह की अनोखी शरारत करता रहता है। सूर गोपी की यशोदा को कही तीखी बात का वर्णन करते हुए कहते हैं कि अपने कृष्ण को तुम रोक कर नहीं रखतीं। लगता है तुमने ही अनोखे पूत को जन्म दिया है।

विशेष-

  1. गोपी के उलाहने को स्वाभाविक रूप में प्रस्तत किया है।
  2. ‘दुपहर दिवस’ ढूँढ़ि-टॅढ़ोरि, दूध-दही, सब सखनि, हानि होत, सूर स्याम-में अनुप्रास अलंकार का सौन्दर्य दर्शनीय है।
  3. ‘ते ही पूत अनोखौ जायौ’ का भाव है कि पुत्र तो औरों के यहाँ भी पैदा होते हैं। तुम कोई विशेष नहीं हो, जिसने अनोखा पुत्र पैदा किया हो।

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूरदास के पद Read More »

error: Content is protected !!