These NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant & Bal Mahabharat Katha Class 7 Questions Answers Summary in Hindi Chapter 19 मायावी सरोवर are prepared by our highly skilled subject experts.
Bal Mahabharat Katha Class 7 Questions Answers Summary in Hindi Chapter 19 मायावी सरोवर
Bal Mahabharat Katha Class 7 Questions Answers in Hindi Chapter 19
प्रश्न 1.
युधिष्ठिर ने नकुल से क्या कहा ?
उत्तर:
पांडव एक ब्राह्मण की सहायता के लिए वन में बहुत दूर निकल गए थे। वे बहुत थक गए थे। युधिष्ठिर ने नकुल से कहा कि जरा पेड़ पर चढ़कर देखो कि कहीं आसपास जलाशय या नदी दिखाई दे रही है ?
प्रश्न 2.
नकुल जब पानी लेने के लिए गया तो उसके साथ क्या घटना घटी ?
उत्तर:
नकुल जब जलाशय पर पहुँचा तो वहाँ से एक आवाज आई-“माद्रीपुत्र! दुःसाहस न करो। यह जलाशय मेरे अधीन है। पहले मेरे प्रश्नों का उत्तर दो। फिर पानी पियो।”
प्रश्न 3.
नकुल के न लौटने पर युधिष्ठिर ने क्या किया ?
उत्तर:
नकुल के न लौटने पर युधिष्ठिर ने सहदेव को भेजा उसके साथ भी वही कुछ घटा जो नकुल के साथ घटा था। उसने भी प्रश्नों का उत्तर दिए बिना जल पी लिया और मूछित हो गया।
प्रश्न 4.
अर्जुन को गुस्सा क्यों आया ?
उत्तर:
अर्जुन को क्रोध इसलिए आया क्योंकि जिधर से आवाज आ रही थी वह उधर ही बाण छोड़ रहा था फिर भी कोई परिणाम नहीं निकल रहा था। अपने बाणों को बेकार जाते देख अर्जुन का क्रोध और बढ़ गया।
प्रश्न 5.
भीम क्या सोचकर जल पीने लगा ?
उत्तर:
भीम ने सोचा कि पहले मैं जल पी लूँ तब देलूँगा कि मुझे यह रोकने वाला कौन है? पानी पीते ही भीम भी अचेत होकर किनारे पर ही गिर पड़े।
Bal Mahabharat Katha Class 7 Summary in Hindi Chapter 19
कथासार जब पांडवों के वनवास की अवधि पूरा होने को थी तब एक दिन ब्राह्मण की सहायता करते हुए पाँचों भाई जंगल में काफी दूर निकल गए। वे बहुत थक गए थे, सुस्ताने लगे। युधिष्ठिर ने नकुल से कहा; “भैया जरा उस पेड़ पर चढ़कर देखो तो सही कि कहीं कोई जलाशय या नदी दिखाई दे रही है ? नकुल ने पेड़ पर चढ़कर देखा कुछ ही दूरी पर ऐसे पौधे दिखाई दे रहे हैं। पास ही कुछ बगुले भी बैठे थे। युधिष्ठिर ने नकुल को पानी लाने भेजा। दूर चलने पर नकुल को एक जलाशय दिखाई दिया। उसने सोचा कि पहले मैं प्यास बुझा लूँ फिर तरकश में पानी भरकर भाइयों के लिए ले जाऊँगा। वह अंजुलि भरकर पानी पीना ही चाहता था कि तभी एक आवाज़ आई कि माद्रीपुत्र! यह जलाशय मेरे अधीन है इसलिए पहले मेरे प्रश्नों का उत्तर दो तभी जल पीना। नकुल वाणी की परवाह किए बिना जल पी गया। काफी देर तक जब नकुल नहीं पहुँचा तो युधिष्ठिर चिंतित हुए उन्होंने पता लगाने के लिए सहदेव को भेजा। सहदेव के साथ भी वही सब घटित हुआ जो नकुल के साथ हुआ था। युधिष्ठिर नकुल व सहदेव दोनों के ही न आने पर और अधिक चिंतित हुए उन्होंने पता लगाने के लिए अर्जुन को भेजा। अर्जुन ने सरोवर के निकट जाकर अपने दोनों भाइयों को मृत पड़े देखा। उनकी मृत्यु का कारण सोचते हुए अर्जुन भी जलाशय से पानी पीने लगा तो उसको भी वही वाणी सुनाई दी कि मेरे प्रश्नों का उत्तर देने के बाद ही जल पीना अन्यथा तुम्हारी भी वही दशा होगी जो तुम्हारे भाइयों की हुई। अर्जुन जिधर से आवाज़ आ रही थी उधर ही वाण छोड़ने लगा। वाणों को बेकार जाते देख अर्जुन के क्रोध की सीमा न रही। वह प्यास बुझाने के लिए पानी पीने लगा और पानी पीकर किनारे तक आते-आते मूर्छित होकर गिर पड़ा। अब युधिष्ठिर की व्याकुलता और बढ़ गई। उन्होंने भीमसेन को भेजा। भीमसेन ने अपने तीनों भाइयों को सरोवर के किनारे मृत पड़े देखा। वह पानी पीने के लिए जलाशय में उतरा और पानी पीते ही अपने भाइयों की तरह अचेत हो गया। युधिष्ठिर अकेले बैठे घबराने लगे। उनके मन में तरह-तरह के विचार आ रहे थे इसलिए युधिष्ठिर ने सोचा कि मैं ही चलकर देखता हूँ कि कारण क्या है।