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MCQ Questions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 16 पतझर में टूटी पत्तियाँ with Answers

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पतझर में टूटी पत्तियाँ Class 10 MCQs Questions with Answers

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Here are the links available online for Free Download of Class 10 Hindi पतझर में टूटी पत्तियाँ MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF.

Question 1.
कैसे लोगों ने समाज को गिराया है ?
(a) आदर्शवादी लोगों ने
(b) व्यवहारवादी लोगों ने
(c) यथार्थवादी लोगों ने
(d) सामाजिक लोगों ने

Answer

Answer: (b) व्यवहारवादी लोगों ने।


Question 2.
जापान में कितने प्रतिशत लोग मनोरोगी हैं ?
(a) बीस प्रतिशत
(b) चालीस प्रतिशत
(c) साठ प्रतिशत
(d) अस्सी प्रतिशत

Answer

Answer: (d) अस्सी प्रतिशत।


Question 3.
जापानी मित्र शाम को लेखक को कहाँ ले गए ?
(a) एक रेस्तराँ में
(b) एक फिल्म दिखाने
(c) टी-सेरेमनी में
(d) कॉफी हाउस में ।

Answer

Answer: (c) टी-सेरेमनी में।


Question 4.
पर्णकुटी के बाहर क्या रखा हुआ था ?
(a) ताँबे का बर्तन ।
(b) मिट्टी का बर्तन
(c) पीतल का बर्तन
(d) चाँदी का बर्तन

Answer

Answer: (b) मिट्टी का बर्तन।


Question 5.
पर्णकुटी के अंदर कौन बैठा था ?
(a) चाचीन
(b) जापान
(c) चीन
(d) नाचीन

Answer

Answer: (a) चाचीन।


Question 6.
‘दो झो’ का जापानी में क्या अर्थ है ?
(a) बैठ जाइए
(b) रुक जाइए
(c) आइए, तशरीफ लाइए
(d) चले जाइए

Answer

Answer: (c) आइए, तशरीफ लाइए


Question 7.
चाय बनाने की सभी क्रियाएँ किस ढंग से हुईं ?
(a) जल्दबाजी में
(b) ग्राहकों के अनुसार
(c) समय के अनुसार
(d) गरिमापूर्ण ढंग से

Answer

Answer: (d) गरिमापूर्ण ढंग से।


Question 8.
‘टी-सेरेमनी’ में एक साथ कितने लोगों को प्रवेश दिया जाता है ?
(a) तीन
(b) चार
(c) पाँच
(d) छह

Answer

Answer: (a) तीन।


Question 9.
लेखक के अनुसार कौन-सा काल सत्य है ?
(a) भूतकाल
(b) वर्तमानकाल ।
(c) भविष्यत्काल
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (b) वर्तमानकाल
वर्तमान।


Question 10.
वर्तमान काल कितना विस्तृत था ?
(a) भूतकाल जितना
(b) भविष्यत् का जितना
(c) वर्तमानकाल जितना
(d) अनंतकाल जितना रित दल

Answer

Answer: (d) अनंतकाल जितना रित दल
अनंतकाल जितना।


Question 11.
‘गिन्नी का सोना’ किसे कहा जाता है ?
(a) जो बिल्कुल शुद्ध हो
(b) जिसमें ताँबा मिला होता है
(c) जिससे सोने के सिक्के बनते हैं
(d) जिसमें ताँबा नहीं मिला होता है

Answer

Answer: (d) जिसमें ताँबा नहीं मिला होता है
जिसमें ताँबा मिला हो और जो आभूषण बनाने के काम आता हो।


Question 12.
शुद्ध आदर्शों की तुलना किससे की है ?
(a) गिन्नी के सोने से
(b) शुद्ध सोने से
(c) गाँधी जी से
(d) जिस सोने के आभूषण बनते हैं

Answer

Answer: (b) शुद्ध सोने से।


Question 13.
शुद्ध आदर्शों में लोग क्या मिला देते हैं ?
(a) व्यावहारिकता
(b) यथार्थवादिता
(c) अपने विचार
(d) अपने स्वार्थ

Answer

Answer: (a) व्यावहारिकता।


Question 14.
आदर्शों में व्यावहारिकता मिलाने वाले लोगों को क्या कहा जाता है ?
(a) समझदार
(b) आदर्शवादी
(c) यथार्थवादी
(d) प्रैक्टिकल आइडियालिस्ट

Answer

Answer: (d) प्रैक्टिकल आइडियालिस्ट।


Question 15.
कुछ लोग गाँधी जी को क्या कहते थे ?
(a) व्यवहारवादी
(b) आदर्शवादी
(c) प्रैक्टिकल आइडियालिस्ट
(d) यथार्थवादी

Answer

Answer: (c) प्रैक्टिकल आइडियालिस्ट।


Question 16.
चंद लोगों के अनुसार गाँधी जी के आदर्श कैसे थे ?
(a) विलक्षण
(b) व्यावहारिक
(c) जनता से जुड़े
(d) समाजोपयोगी

Answer

Answer: (a) विलक्षण।


Question 17.
गाँधी जी अपने आदर्शों को किस स्तर पर नहीं उतरने देते थे ?
(a) मनोवैज्ञानिक स्तर पर
(b) व्यवहारिकता के स्तर पर
(c) अपने आदर्शों के स्तर पर
(d) समाज के स्तर पर

Answer

Answer: (b) व्यवहारिकता के स्तर पर।


Question 18.
हमेशा कैसे लोग सजग रहते हैं ?
(a) आदर्शवादी लोग
(b) मिलनसार लोग
(c) यथार्थवादी लोग
(d) व्यवहारवादी लोग

Answer

Answer: (d) व्यवहारवादी लोग।


Question 19.
महत्त्व की क्या बात है ?
(a) अपना नुकसान न होने दे
(b) सदा लाभ-हानि का हिसाब रखना
(c) तारता हुआ तरे
(d) जीवन में असंतुष्ट न हों

Answer

Answer: (c) तारता हुआ तरे
तारता हुआ तरे अर्थात् अपने कल्याण के साथ दूसरों का भी कल्याण करे।


Question 20.
खुद ऊपर चढ़ना और दूसरों को भी ऊपर ले चलना ये काम कौन करता है ?
(a) बहादुर लोग
(b) व्यवहारवादी लोग
(c) परिश्रमी लोग
(d) आदर्शवादी लोग

Answer

Answer: (d) आदर्शवादी लोग।


गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न

(1)

जापान में मैंने अपने एक मित्र ने पूछा, “यहाँ के लोगों  को कौन-सी बीमारियाँ अधिक होती हैं ?”
“मानसिक”, उन्होंने जवाब दिया, “यहाँ के अस्सी फीसदी लोग मनोरुग्ण हैं।”
“इसकी क्या वजह है ?”
कहने लगे, “हमारे जीवन की रफ्तार बढ़ गई है। यहाँ कोई चलता नहीं, बल्कि दौड़ता है। कोई बोलता नहीं बकता है। हम जब अकेले पड़ते हैं तब अपने आपसे लगातार बड़बड़ाते रहते हैं। ….अमेरिका से हम प्रतिस्पर्धा करने लगे। एक महीने में पूरा होने वाला काम एक दिन में ही पूरा करने की कोशिश करने लगे। वैसे भी दिमाग की रफ्तार हमेशा तेज ही रहती है। उसे ‘स्पीड’ का इंजन लगाने पर वह हज़ार गुना अधिक रफ़्तार से दौड़ने लगता है। फिर एक क्षण ऐसा आता है जब दिमाग का तनाव
बढ़ जाता है और पूरा इंजन टूट जाता है।….यही कारण है जिससे मानसिक रोग यहाँ बढ़ गए हैं।

Question 1.
जापान के लोगों को कौन-सी बीमारी अधिक होती है ?
(a) हृदयाघात
(b) मनोरोग
(c) कैंसर
(d) टी.बी.

Answer

Answer: (b) मनोरोग।


Question 2.
जापान में मनोरोगियों की संख्या बढ़ने का क्या कारण
(a) आर्थिक तंगी
(b) परस्पर झगड़े
(c) जीवन की रफ्तार का बढ़ना
(d) नाम की चाह

Answer

Answer: (c) जीवन की रफ्तार का बढ़ना।


Question 3.
जापानी किस देश से विकास में आगे निकलना चाह रहे
(a) अमेरिका से
(b) चीन से
(c) जापान से
(d) इंग्लैंड से

Answer

Answer: (a) अमेरिका से।


Question 4.
दिमाग का इंजन कब टूट जाता है ?
(a) जब कुछ कार्य करना चाहते हैं
(b) जब इंजन को स्टार्ट किया जाता है
(c) जब पढ़ने-लिखने का बोझ होता है
(d) जब दिमाग का तनाव बढ़ जाता है

Answer

Answer: (d) जब दिमाग का तनाव बढ़ जाता है।


Question 5.
मानसिक रोगी क्या करता है ?
(a) अकेले में बड़बड़ाता है
(b) जीवन से वंचित हो जाता है
(c) वह कुछ भी नहीं करता
(d) खाली गप्पें हाँकता है

Answer

Answer: (a) अकेले में बड़बड़ाता रहता है।


(2)

शुद्ध सोना अलग है और गिन्नी का सोना अलग। गिन्नी के सोने में थोड़ा-सा ताँबा मिलाया हुआ होता है, इसलिए वह ज़्यादा चमकता है और शुद्ध सोने से मज़बूत भी होता है। औरतें अक्सर इसी सोने के गहने बनवा लेती हैं।
फिर भी होता तो वह है गिन्नी का ही सोना।
शुद्ध आदर्श भी शुद्ध सोने के जैसे ही होते हैं। चंद लोग उनमें व्यावहारिकता का थोड़ा-सा ताँबा मिला देते हैं और चलाकर दिखाते हैं। तब हम लोग उन्हें प्रैक्टिकल आइडियालिस्ट’ कहकर उनका बखान करते हैं।
पर बात न भूलें कि बखान आदर्शों का नहीं होता, बल्कि व्यावहारिकता का होता है। और जब व्यावहारिकता का बखान होने लगता है तब ‘प्रैक्टिकल आइडियालिस्टों’ के जीवन से आदर्श धीरे-धीरे पीछे हटने लगते हैं और उनकी व्यवहारिक सूझबूझ ही आगे आने लगती है। सोना पीछे रहकर ताँबा ही आगे आता है।

Question 1.
गिन्नी का सोना और शुद्ध सोने में क्या अंतर होता है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • गिन्नी के सोने में ताँबा मिला होता है
  • गिन्नी के सोने के आभूषण बनते हैं
  • शुद्ध सोना बहुत मुलायम होता है, वह मजबूत कम होता है।

Question 2.
‘फिर भी होता तो वह है गिन्नी का ही सोना’ पंक्ति का – आशय स्पष्ट कीजिए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • शुद्ध सोने की ही कीमत अधिक होती है
  • शुद्ध सोने में ताँबा मिलाकर गिन्नी बनाई जाती है
  • ताँबा सोने की कीमत को कम करता है।

Question 3.
शुद्ध आदर्शों की तुलना शुद्ध सोने से क्यों की गई है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • शुद्ध सोने में भी किसी प्रकार की मिलावट नहीं होती
  • शुद्ध आदर्शों में भी व्यावहारिकता को नहीं मिलाया जा सकता।

Question 4.
आदर्शों में व्यावहारिकता मिलाने का क्या परिणाम होता |

Answer

Answer:
संकेतः

  • आदर्शों में व्यावहारिकता मिलने पर व्यावहारिकता का ही बखान होता है
  • शुद्ध आदर्श पीछे छूट जाते हैं।

Question 5.
‘सोना पीछे रहकर ताँबा ही आगे आता है। पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • आदर्श पीछे छूट जाते हैं
  • लोगों की व्यावहारिक सूझ-बूझ ही आगे आने लगती है।

(3)

चंद लोग कहते हैं, गाँधी जी प्रैक्टिकल आइडियालिस्ट’ थे। व्यावहारिकता को पहचानते थे। उसकी कीमत जानते
थे। इसीलिए वे अपने विलक्षण आदर्श चला सके। वरना हवा में ही उड़ते रहते। देश उनके पीछे न जाता।
हाँ, पर गाँधी जी कभी आदर्शों को व्यावहारिकता के स्तर पर उतरने नहीं देते थे। बल्कि व्यावहारिकता को आदर्शों के स्तर पर चढ़ाते थे। वे सोने में ताँबा नहीं बल्कि ताँबे में सोना मिलाकर उसकी कीमत बढ़ाते थे।
इसलिए सोना ही हमेशा आगे आता रहता था। व्यवहारवादी लोग हमेशा सजग रहते हैं। लाभ-हानि का हिसाब लगाकर ही कदम उठाते हैं। वे जीवन में सफल होते हैं, अन्यों से आगे भी जाते हैं, पर क्या वे ऊपर चढ़ते हैं। खुद ऊपर चढ़ें और अपने साथ दूसरों को भी ऊपर ले चलें, यही महत्त्व की बात है। यह काम तो हमेशा आदर्शवादी लोगों ने ही किया है। समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो वह आदर्शवादी लोगों का ही दिया हुआ है। व्यवहारवादी लोगों ने तो समाज को गिराया ही है।

Question 1.
लोगों का गाँधी जी के बारे में क्या मानना है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • कुछ लोग गाँधी जी को व्यावहारिक आदर्शवादी मानते हैं
  • उन्हें व्यावहारिकता की पहचान थी
  • व्यावहारिकता के बल पर ही वे अपने आदर्श चला सके।

Question 2.
लेखक के अनुसार गाँधी जी के आदर्श कैसे थे ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • गाँधी जी व्यावहारिकता को आदर्शों में ढालने में माहिर थे
  • वे ताँबे में सोना मिलाकर ताँबे की कीमत को बढ़ा देते थे।

Question 3.
व्यवहारवादी लोगों की क्या विशेषता होती है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • व्यवहारवादी लोग अपने स्वार्थों को सबसे ऊपर रखते हैं
  • वे हर कार्य लाभ-हानि देखकर करते हैं।

Question 4.
लेखक ने किस बात को महत्त्व की बात कहा है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • अपनी उन्नति के साथ दूसरों की उन्नति में भागीदार बनें
  • सबकी उन्नति में ही अपनी उन्नति है।

Question 5.
आदर्शवादी लोगों की क्या विशेषता होती है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • आदर्शवादी लोग दूसरों की उन्नति के लिए प्रयत्नशील रहते हैं
  • इन लोगों के कारण ही समाज उन्नति करता है
  • समाज में जो भी शाश्वत मूल्य हैं, वे आदर्शवादी लोगों की ही देन हैं।

(4)

शाम को वह मुझे एक ‘टी-सेरेमनी’ में ले गए। चाय पीने की यह एक विधि है। जापानी में उसे चा-नो-यू कहते हैं।
वह एक छः मंजिली इमारत थी जिसकी छत पर दफ़्ती की दीवारों वाली और तातामी (चटाई) की ज़मीन वाली एक सुंदर पर्णकुटी थी। बाहर बेढब-सा एक मिट्टी का बरतन था। उसमें पानी भरा हुआ था। हमने अपने हाथ-पाँव इस पानी से धोए। तौलिए से पोंछे और अंदर गए। अंदर ‘चाजीन’ बैठा था। हमें देखकर वह खड़ा हुआ। कमर झुकाकर उसने हमें प्रणाम किया। दो…झो. ..(आइए, तशरीफ़ लाइए) कहकर स्वागत किया। बैठने की जगह हमें दिखाई। अँगीठी सुलगाई। उस पर चायदानी रखी। बगल के कमरे में जाकर कुछ बरतन ले आया। तौलिए से बरतन साफ किए। सभी क्रियाएँ इतनी गरिमापूर्ण ढंग से की कि उसकी हर भंगिमा से लगता था मानो जयजयवंती के सुर गूंज रहे हों। वहाँ का वातावरण इतना शांत था कि चायदानी के पानी का खदबदाना भी सुनाई दे रहा था।

Question 1.
शाम को लेखक के मित्र उन्हें कहाँ ले गए ? जापानी में उसे क्या कहते हैं ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • शाम को वे एक ‘टी-सेरेमनी’ में गए
  • जापानी में उसे ‘चा-नो-यू’ कहते हैं।

Question 2.
जहाँ ये लोग चाय पीने गए थे वह स्थान कैसा था ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • जहाँ ये चाय पीने गए थे, वह एक छह मंजिला इमारत थी
  • उसकी दीवारें दफ्ती की थीं
  • वह पत्तों की बनी हुई एक कुटिया थी।

Question 3.
चाजीन ने अतिथियों का स्वागत किस प्रकार किया ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • चाजीन ने झुककर उनका अभिवादन किया
  • उनको उनके बैठने की जगह दिखलाई।

Question 4.
चाजीन ने चाय बनाने की तैयारी कैसे की ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • उसने पहले अँगीठी सुलगाई और उस पर चायदानी रखी
  • तौलिए से बरतन साफ किए
  • सभी क्रियाएँ बहुत ही गरिमापूर्ण ढंग से सम्पन्न हुईं।

Question 5.
चाय बनाने वाले की भंगिमा को देखकर कैसा लमता था और वहाँ का वातावरण कैसा था ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • चाय बनाने वाले की भंगिमा को देखकर लगता था मानो जयजयवंती के सुर गूंज रहे हैं
  • वहाँ का वातावरण एकदम शांत था।

(5)

चाय तैयार हुई। उसने वह प्यालों में भरी। वे प्याले हमारे सामने रख दिए गए। वहाँ हम तीन मित्र थे। इस विधि में शाांति मुख्य बात होती है। इसलिए वहाँ तीन से अधिक आदमियों को प्रवेश नहीं दिया जाता। प्याले में दो घूट से अधिक चाय नहीं थी। हम ओठों से प्याला लगाकर एक-एक बूँद चाय पीते रहे। करीब डेढ़ घंटे तक चुसकियों का यह सिलसिला चलता रहा।
पहले दस-पंद्रह मिनट तो मैं उलझन में पड़ा। फिर देखा, दिमाग की रफ्तार धीरे-धीरे धीमी पड़ती जा रही है। थोड़ी देर में बिलकुल बंद भी हो गई। मुझे लगा, मानो अनंतकाल में मैं जा रहा हूँ। यहाँ तक कि सन्नाटा भी मुझे सुनाई देने लगा।
अक्सर हम या तो गुज़रे हुए दिनों की खट्टी-मीठी यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपने देखते रहते हैं। हम या तो भूतकाल में रहते हैं या भविष्यत्काल में। असल में दोनों काल मिथ्या हैं। एक चला गया है, दूसरा आया नहीं है। हमारे सामने जो वर्तमान क्षण है, वही सत्य है। उसी में जीना चाहिए। चाय पीते-पीते उस दिन मेरे दिमाग से भूत और भविष्यत् दोनों काल उड़ गए थे, केवल वर्तमान क्षण सामने था। और वह अनंतकाल जितना विस्तृत था।
जीना किसे कहते हैं, उस दिन मालूम हुआ। झेन परंपरा की यह बड़ी देन मिली है जापानियों को !

Question 1.
‘टी-सेरेमनी’ में एक साथ कितने आदमियों को प्रवेश दिया जाता है और क्यों ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • टी-सेरेमनी में एक साथ तीन या तीन से कम आदमियों को ही प्रवेश दिया जाता है
  • ताकि वहाँ का वातावरण शांत रह सके।

Question 2.
लेखक की उलझन का क्या कारण था ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • लेखक सोच रहा था कि इस प्रकार चाय पीने से क्या लाभ हो रहा था
  • अभी तक उनके सामने परिणाम नहीं आया था।

Question 3.
दिमाग की रफ्तार कम होने पर लेखक को कैसा लगा ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • जैसे वह अनंत काल में जी रहा है
  • उनको सन्नाटा भी सुनाई देने लगा।

Question 4.
लेखक ने दुःखों का कारण भूत और भविष्य को क्यों माना है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • भूतकाल चला गया। अतः सोचने से क्या लाभ है
  • भविष्यत्काल अभी आया नहीं अतः उसकी चिंता क्यों करते हो
  • ये दोनों ही बातें मनुष्य के दुःख को बढ़ाती हैं।

Question 5.
कवि ने सत्य किसे माना है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • सत्य केवल वर्तमान है
  • वर्तमान में जो जीता है वह ही सुखी रहता है
  • तनाव रहित जीवन ही सुख है।

बोधात्मक प्रश्न

Question 1.
जापानियों में मनोरोग के क्या कारण हैं ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • प्रतिस्पर्धा की भावना
  • एक महीने के काम को एक दिन में समाप्त करने का संकल्प।

Question 2.
शुद्ध आदर्शों की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • शुद्ध सोने में किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं होती
  • शुद्ध आदर्शों में भी व्यावहारिकता को नहीं मिलाया जा सकता।

Question 3.
आपके विचार से कौन-कौन से मूल्य शाश्वत हैं ? वर्तमान समय में इन मूल्यों की प्रासंगिकता स्पष्ट कीजिए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • ईमानदारी, सत्य, अहिंसा और परिश्रम आदि शाश्वत मूल्य हैं
  • जब मूल्य नष्ट होने लगते हैं तो उनकी प्रासंगिकता और अधिक बढ़ जाती है।

Question 4.
प्रैक्टिकल आइडियालिस्ट किसे कहते हैं ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • जो आदर्शों में व्यावहारिकता को मिलाकर अपने आदर्शों को चला देते हैं।

Question 5.
जापान में जहाँ चाय पिलाई जाती है उस स्थान की क्या विशेषता है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • वह स्थान एक छह मंजिला इमारत पर है
  • यहाँ एक पर्णकुटी बनाई गई है
  • नीचे चटाई बिछी हुई थी।

Question 6.
गाँधी जी में नेतृत्व की अद्भुत क्षमता थी। सिद्ध कीजिए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • उनकी व्यावहारिकता पर गहरी पकड़ थी
  • असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन
  • डांडी यात्रा आदि के अवसर पर उनके नेतृत्व की क्षमता का सबने लोहा माना
  • वे अपने आदर्शों के प्रति सदा सजग रहे
  • उनकी प्राथमिकता लोक-कल्याण में थी।

Question 7.
चाय पीने के बाद लेखक ने स्वयं में क्या परिवर्तन महसूस किया ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • उनके मस्तिष्क से भूतकाल व भविष्यत्काल दोनों ही उड़ गए
  • उनके दिमाग की रफ्तार धीरे-धीरे कम हो गई
  • उनको लगने लगा कि वे अनंतकाल में जी रहे हैं।

Question 8.
‘समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो वह आदर्शवादी लोगों का ही दिया हुआ है’ कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • समाज को बनाने का काम आदर्शवादी लोग करते हैं
  • चंद आदर्शवादी लोग व्यवहारवादियों पर भारी पड़ते हैं
  • आदर्शवादी लोग ही समाज का आधार मजबूत बनाए हुए हैं
  • वे अपने स्वार्थों से ऊपर उठकर कार्य करते हैं।

Question 9.
मनुष्य के दुःखों का कारण क्या है ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • अनावश्यक प्रतिस्पर्धा
  • भूत और भविष्य की कल्पनाओं में खोए रहना
  • अप्राप्य की चाह।

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MCQ Questions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 13 तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र with Answers

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तीसरी कसम के शिल्पकार शैलेंद्र Class 10 MCQs Questions with Answers

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Question 1.
कलाकार का क्या कर्त्तव्य होता है?
(a) वह दर्शकों का मनोरंजन करे
(b) वह दर्शकों की इच्छानुसार अभिनय करे
(c) वह अपनी इच्छाओं का पालन करे
(d) उपभोक्ता की रुचियों का परिष्कार करने का प्रयत्न करे

Answer

Answer: (a) वह दर्शकों का मनोरंजन करे
बाह्यदर्शकों का मनोरंजन करे।


Question 2.
शैलेन्द्र के गीत कैसे होते थे?
(a) दुरुह
(b) द्वि-अर्थी
(c) भाव-प्रवण
(d) प्रवाहमय

Answer

Answer: (c) भाव-प्रवण।


Question 3.
हमारी फ़िल्मों की सबसे बड़ी कमजोरी क्या होती है?
(a) कहानी कमजोर होती है
(b) लोक-तत्त्व का अभाव होता है
(c) भावनाओं का शोषण करने वाली होती हैं
(d) धरातल से परे होती है

Answer

Answer: (d) धरातल से परे होती है।


Question 4.
भारतीय फ़िल्मों में त्रासद स्थितियों को ग्लोरिफाई क्यों किया जाता है?
(a) ताकि दर्शकों का मनोरंजन किया जा सके
(b) ताकि दर्शकों की भावनाओं का शोषण कर सकें
(c) ताकि दर्शकों को सीख दी जा सके
(d) ताकि अधिक धन कमाया जा सके

Answer

Answer: (d) ताकि अधिक धन कमाया जा सके।


Question 5.
‘तीसरी कसम’ फ़िल्म दुःख को किस रूप में प्रस्तुत करती है ?
(a) असहज स्थिति में
(b) विकट स्थिति में
(c) सहज स्थिति में
(d) असामान्य तरीके से

Answer

Answer: (c) सहज स्थिति में।


Question 6.
‘सजनवा बैरी हो गए हमार…..’ गीत किसके द्वारा गाया गया?
(a) मौ. रफी
(b) किशोर कुमार
(c) मुकेश
(d) मन्ना डे

Answer

Answer: (c) मुकेश।


Question 7.
अभिनय की दृष्टि से तीसरी कसम कैसी फ़िल्म थी?
(a) साधारण फ़िल्म
(b) सबसे हसीन फ़िल्म
(c) मनोरंजक फ़िल्म
(d) कला प्रधान फ़िल्म

Answer

Answer: (b) सबसे हसीन फ़िल्म।


Question 8.
राजकपूर को कहाँ का सबसे बड़ा शो-मैन कहा जाता है?
(a) एशिया का
(b) विश्व का
(c) बॉलीवुड का
(d) हॉलीवुड का

Answer

Answer: (a) एशिया का।


Question 9.
‘तीसरी कसम’ की पटकथा किसने लिखी थी।
(a) शैलेन्द्र ने
(b) सलीम खान ने
(c) जावेद ने
(d) फणीश्वरनाथ रेणु ने

Answer

Answer: (d) फणीश्वरनाथ ‘रेणू’ ने।


Question 10.
किस फ़िल्म की सफलता ने राजकपूर में ‘आत्मविश्वास भर दिया था?
(a) संगम की
(b) तीसरी कसम की
(c) जागते रहो की
(d) मेरा नाम जोकर की

Answer

Answer: (c) जागते रहो की
जागते रहो।


Question 11.
‘मेरा नाम जोकर’ का निर्माण कब प्रारंभ हुआ?
(a) 1960 में
(b) 1970 में
(c) 1965 में
(d) 1975 में

Answer

Answer: (c) 1965 में।


Question 12.
‘तीसरी कसम’ फिल्म परदे पर कब आई?
(a) सन् 1965 में
(b) सन् 1966 में
(c) सन् 1967 में
(d) सन् 1970 में

Answer

Answer: (b) सन् 1966 में।


Question 13.
‘तीसरी कसम’ फ़िल्म किस की कहानी पर बनी थी?
(a) प्रेमचंद्र के
(b) शैलेंद्र के
(c) जयशंकर प्रसाद के
(d) फणीश्वरनाथ रेणु की

Answer

Answer: (d) फणीश्वरनाथ रेणु की
फणीश्वरनाथ रेणू।


Question 14.
‘तीसरी कसम’ को निम्न में से कौन-सा पुरस्कार मिला?
(a) फ़िल्म फेयर पुरस्कार
(b) दादा साहब फाल्के पुरस्कार
(c) सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फ़िल्म पुरस्कार
(d) राष्ट्रपति स्वर्ण पदक

Answer

Answer: (d) राष्ट्रपति-स्वर्ण पदक।


Question 15.
‘तीसरी कसम’ में शैलेन्द्र ने किसकी भावनाओं को शब्द दिए ?
(a) अपनी भावनाओं को
(b) फणीश्वरनाथ रेणु की
(c) राजकपूर की
(d) हीरामन की

Answer

Answer: (c) राजकपूर की।


Question 16.
राजकपूर ने ‘तीसरी कसम’ फ़िल्म के लिए कितना पारिश्रमिक लिया?
(a) एक रुपया
(b) एक लाख रुपया
(c) दस लाख रुपया
(d) पचास लाख

Answer

Answer: (a) एक रुपया।


Question 17.
हीराबाई का किरदार (चरित्र) किस अभिनेत्री ने निभाया था?
(a) नूतन
(b) वहीदा रहमान
(c) जीनत अमान
(d) नर्गिस

Answer

Answer: (b) वहीदा रहमान।


Question 18.
‘तीसरी कसम’ फ़िल्म में किसका संगीत था?
(a) लक्ष्मीकांत प्यारे लाल
(b) शंकर जयकिशन
(c) रहमान
(d) सरदार अली

Answer

Answer: (b) शंकर-जयकिशन।


Question 19.
‘प्यार हुआ इकरार हुआ….’ गीत किस फ़िल्म का
(a) तीसरी कसम
(b) श्री 420
(c) जागते रहो
(d) मेरा नाम जोकर

Answer

Answer: (b) श्री 4201


(1)

अभिनय के दृष्टिकोण से ‘तीसरी कसम’ राजकपूर की जिंदगी की सबसे हसीन फ़िल्म है। राजकपूर जिन्हें समीक्षक और कला-मर्मज्ञ आँखों से बात करने वाला कलाकार मानते हैं, ‘तीसरी कसम’ में मासूमियत के चर्मोत्कर्ष को छूते हैं। अभिनेता राजकपूर जितनी ताकत के साथ ‘तीसरी कसम’ में मौजूद हैं, उतना ‘जागते रहो’ में भी नहीं। ‘जागते रहो’ में राजकपूर के अभिनय को बहुत सराहा गया था, लेकिन ‘तीसरी कसम’ वह फ़िल्म है जिसमें राजकपूर अभिनय नहीं करता। वह हीरामन के साथ एकाकार हो गया है। खालिस देहाती भुच्च गाड़ीवान जो सिर्फ दिल की जुबान समझता है, दिमाग की नहीं। जिसके लिए मोहब्बत के सिवा किसी दूसरी चीज़ का कोई अर्थ नहीं। बहुत बड़ी बात यह है कि ‘तीसरी कसम’ राजकपूर के अभिनय-जीवन का वह मुकाम है, जब वह एशिया के सबसे बड़े शोमैन के रूप में स्थापित हो चुके थे। उनका अपना व्यक्तित्व एक किंवदंती बन चुका था। लेकिन ‘तीसरी कसम’ में वह महिमामय व्यक्तित्व पूरी तरह हीरामन की आत्मा में उतर गया है। वह कहीं हीरामन का अभिनय नहीं करता, अपितु खुद हीरामन में ढल गया है।

Question 1.
भिनय की दृष्टि से कौन-सी फ़िल्म राजकपूर की जिंदगी की सबसे हसीन फ़िल्म है?
(a) सत्यं शिवं सुदंरम्
(b) जागते रहो
(c) आग
(d) तीसरी कसम

Answer

Answer: (d) तीसरी कसम।


Question 2.
राजकपूर को फ़िल्म समीक्षक कैसा कलाकार मानते हैं?
(a) मँजा हुआ कलाकार
(b) आँखों से बात करने वाला
(c) सुपर स्टार
(d) भावुक कलाकार

Answer

Answer: (b) आँखों से बातें करने वाला।


Question 3.
‘तीसरी कसम’ में राजकपूर किस पात्र के साथ एकाकार हो गया?
(a) हीरामन के साथ
(b) राजू के साथ
(c) जोकर के साथ
(d) लालमन के साथ

Answer

Answer: (a) हीरामन के साथ।


Question 4.
खालिस देहाती भुच्च गाड़ीवान कैसी जुबान समझता
(a) डंडे की
(b) आँखों की
(c) दिल की
(d) प्रेम की

Answer

Answer: (c) दिल की ज़बान।


Question 5.
राजकपूर का महिमामय व्यक्तित्व किस की आत्मा में उतर गया था?
(a) दर्शकों की
(b) हीरामन की
(c) हीराबाई की
(d) शैलेंद्र की

Answer

Answer: (b) हीरामन की।


(2)

शैलेन्द्र ने राजकपूर की भावनाओं को शब्द दिए हैं। राजकपूर ने अपने अनन्य सहयोगी की फ़िल्म में उतनी ही तन्मयता के साथ काम किया, किसी पारिश्रमिक की. अपेक्षा किए बगैर। शैलेन्द्र ने लिखा था कि वे राजकपूर के पास ‘तीसरी कसम’ की कहानी सुनाने पहुँचे तो कहानी सुनकर उन्होंने बड़े उत्साहपूर्वक काम करना स्वीकार कर लिया। पर तुरंत गंभीरतापूर्वक बोले-“मेरा पारिश्रमिक एडवांस देना होगा।” शैलेन्द्र को ऐसी उम्मीद नहीं थी कि राजकपूर ज़िंदगी-भर की दोस्ती का ये बदला देंगे। शैलेन्द्र का मुरझाया हुआ चेहरा देखकर राजकपूर ने मुस्कराते हुए कहा- “निकालो एक रुपया, मेरा पारिश्रमिक! पूरा एडवांस।” शैलेन्द्र राजकपूर की इस याराना मस्ती से परिचित तो थे, लेकिन एक निर्माता के रूप में बड़े व्यावसायिक सूझ-बूझ वाले भी चक्कर खा जाते हैं, फिर शैलेन्द्र तो फ़िल्म-निर्माता बनने के लिए सर्वथा अयोग्य थे। राजकपूर ने एक अच्छे और सच्चे मित्र की हैसियत से शैलेन्द्र को फ़िल्म की असफलता के खतरों से आगाह भी किया। पर वह तो एक आदर्शवादी भावुक कवि था, जिसे अपार संपत्ति और यश तक की इतनी कामना नहीं थी जितनी आत्म-संतुष्टि के सुख की अभिलाषा थी। ‘तीसरी कसम’ कितनी ही महान फ़िल्म क्यों न रही हो, लेकिन यह एक दुखद सत्य है कि इस प्रदर्शित करने के लिए बमुश्किल वितरक मिले।

Question 1.
राजकपूर ने ‘तीसरी कसम’ फिल्म में किस प्रकार कार्य किया?

Answer

Answer:
संकेत:

  • पूरी तन्मयता के साथ।
  • बिना पारिश्रमिक की चाह के।

Question 2.
शैलेन्द्र जब ‘तीसरी कसम’ की कहानी राजकपूर को सुनाने गए तब क्या हुआ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • राजकपूर को कहानी पसंद आई।
  • उन्होंने अपना पारिश्रमिक एडवांस माँगा।

Question 3.
शैलेन्द्र को राजकपूर से कैसी उम्मीद नहीं थी?

Answer

Answer:
संकेतः

  • कि राजकपूर उनका दोस्त होने के बावजूद भी उनसे पारिश्रमिक एडवांस माँगेगा।
  • राजकपूर ने शैलेन्द्र से पूरा पारिश्रमिक (1 रुपया) एडवांस माँगा।

Question 4.
राजकपूर ने शैलेन्द्र को क्या समझाया?

Answer

Answer:
संकेतः

  • फ़िल्म बनाने में बहुत जोखिम है।
  • फ़िल्म यदि न चले तो बहुत बड़ी आर्थिक हानि उठानी पड़ती है।

Question 5.
‘तीसरी कसम’ फ़िल्म को वितरक क्यों नहीं मिल पाए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • क्योंकि इस फ़िल्म का प्रचार नहीं हुआ
  • प्रचार के लिए पैसा चाहिए।
  • इतना पैसा शैलेन्द्र के पास नहीं था कि वे प्रचार पर खर्च कर सके।

(3)

ऐसा नहीं है कि शैलेन्द्र बीस सालों तक फिल्म इंडस्ट्री में रहते हुए भी वहाँ के तौर-तरीकों से नांवाकिफ़ थे, परंतु उनमें उलझकर वे अपनी आदमियत नहीं खो सके थे। ‘श्री 420’ का एक लोकप्रिय गीत है-‘प्यार हुआ, इकरार हुआ है, प्यार से फिर क्यूँ डरता है दिल’ इसके अंतरे की एक पंक्ति-‘रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ’ पर संगीतकार जयकिशन ने आपत्ति की। उनका ख्याल था कि दर्शक ‘चार दिशाएँ’ तो समझ सकते हैं-‘दस दिशाएँ’ नहीं। लेकिन शैलेंद्र परिवर्तन के लिए तैयार नहीं हुए। उनका दृढ़ मंतव्य था कि दर्शकों की रुचि की आड़ में हमें उथलेपन को उन पर नहीं थोपना चाहिए। कलाकार का यह कर्त्तव्य भी है कि वह उपभोक्ता की रुचियों का परिष्कार करने का प्रयत्न करे। और उनका यकीन गलत नहीं था। यही नहीं, वे बहुत अच्छे गीत भी जो उन्होंने लिखे’ बेहद लोकप्रिय हुए। शैलेन्द्र ने झूठे अभिजात्य को कभी नहीं अपनाया। उनके गीत भाव-प्रवण थे-दुरूह नहीं। ‘मेरा जूता है जापानी, ये पतलून इंगलिस्तानी, सर पे लाल टोपी रूसी, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’-यह गीत शैलेन्द्र ही लिख सकते थे। शांत नदी का प्रवाह और समुद्र की गहराई लिए हुए। यही विशेषता उनकी जिंदगी की थी और यही उन्होंने अपनी फ़िल्म के द्वारा भी साबित किया था।

Question 1.
शैलेन्द्र फिल्म इंडस्ट्री में किस प्रकार रहे?

Answer

Answer:
संकेतः

  • वे फ़िल्म इंडस्ट्री के नियमों से अवगत थे।
  • उनमें उलझकर उन्होंने अपनी आदमियत नहीं खोई।

Question 2.
शंकर जयकिशन को श्री 420 के गीत पर क्या आपत्ति थी?

Answer

Answer:
संकेतः

  • उनका कहना था कि दर्शक चार दिशाएँ समझते हैं, दस नहीं।

Question 3.
शैलेन्द्र श्री 420 के गीत के बोल बदलने के लिए क्यों सहमत नहीं हुए ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • उनका मानना था कि दर्शकों की रुचि की आड़ में हमें उन पर उथलेपन को नहीं थोपना चाहिए।
  • कलाकार का कर्तव्य है कि वह उपभोक्ता की रुचियों का परिष्कार करने का प्रयत्न करे।

Question 4.
शैलेन्द्र और उनके गीतों की क्या विशेषता थी?

Answer

Answer:
संकेतः

  • शैलेन्द्र ने कभी झूठे अभिजात्य को नहीं अपनाया।
  • शैलेन्द्र के गीत भावनाओं से भरे हुए थे।
  • उनके गीत दुरूह नहीं होते थे।

Question 5.
शैलेन्द्र की जिंदगी की क्या विशेषता थी?

Answer

Answer:
संकेतः

  • उनकी जिंदगी शांत नदी का प्रवाह और समुद्र की गहराई लिए हुए थी।

(4)

हमारी फ़िल्मों की सबसे बड़ी कमज़ोरी होती है, लोक-तत्त्व का अभाव। वे जिंदगी से दूर होती हैं। यदि त्रासद स्थितियों का चित्रांकन होता है तो उन्हें ग्लोरीफाई किया जाता है। दुख का ऐसा वीभत्स रूप प्रस्तुत होता है जो दर्शकों का भावनात्मक शोषण कर सके। और ‘तीसरी कसम’ की यह खास बात थी कि वह दुख को भी सहज स्थिति में, जीवन-सापेक्ष प्रस्तुत करती है।
मैंने शैलेन्द्र को गीतकार नहीं, कवि कहा है। वे सिनेमा की चकाचौंध के बीच रहते हुए यश और धन-लिप्सा से कोसों दूर थे। जो बात उनकी जिंदगी में थी, वहीं उनके गीतों में भी। उनके गीतों में सिर्फ करुणा नहीं, जूझने का संकेत भी था और वह प्रक्रिया भी मौजूद थी; जिसके तहत अपनी मंजिल तक पहुँचा जाता है। व्यथा आदमी को पराजित नहीं करती, उसे आगे बढ़ने का संदेश देती है।

Question 1.
पाठ का नाम व लेखक का नाम लिखिए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • पाठ : ‘तीसरी कसम’ के शिल्पकार शैलेन्द्र।
  • लेखकः प्रह्लाद अग्रवाल।

Question 2.
हमारी फ़िल्मों की कमजोरी लोक-तत्त्व का अभाव है, क्यों?

Answer

Answer:
संकेत:

  • लोक-तत्त्व के अभाव में फ़िल्म की कहानी आम जिंदगी से दूर होती है।
  • दर्शक उन फ़िल्मों से अपने को जोड़कर नहीं देखते।
  • त्रासद स्थितियों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है।
  • फिल्म वास्तविकता से दूर होती है।

Question 3.
‘तीसरी कसम’ फिल्म की क्या विशेषताएँ हैं?

Answer

Answer:
संकेतः

  • इस फिल्म में जीवन के दुःखों का सहज रूप में दिखाया गया है।
  • फिल्म की स्वाभाविकता को नष्ट नहीं होने दिया गया।
  • यथार्थ चित्रण इस फ़िल्म की बड़ी विशेषता है।

Question 4.
‘तीसरी कसम’ में मनुष्य के लिए क्या संदेश है?

Answer

Answer:
संकेतः

  • यह फिल्म आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
  • फ़िल्म में व्यथा आदमी को पराश्रित नहीं करती वरन् जूझने का संकेत देती है।

Question 5.
लेखक ने शैलेन्द्र को गीतकार न कहकर कवि क्यों कहा है?

Answer

Answer:
संकेत:

  • जैसी फ़िल्म तीसरी कमस है। ऐसी फ़िल्म कोई कवि-हृदय ही बना सकता है।
  • शैलेन्द्र के गीतों पर एक गीतकार से अधिक उनके कवि होने की छाप होती थी।

विषय बोध पर आधारित प्रश्न

Question 1.
अभिनय की दृष्टि से ‘तीसरी कसम’ राजकपूर की कैसी फ़िल्म है?

Answer

Answer:
संकेतः

  • सबसे हसीन फ़िल्म है।
  • ‘तीसरी कसम’ में वो मासूमियत के चरमोत्कर्ष को छूते हैं।
  • राजकपूर ‘तीसरी कसम’ में पूरी ताकत के साथ मौजूद है।

Question 2.
भारतीय फ़िल्मों की सबसे बड़ी कमजोरी क्या है? ‘तीसरी कसम’ उनसे किस प्रकार अलग है?

Answer

Answer:
संकेतः

  • सबसे बड़ी कमजोरी लोक-तत्त्व का अभाव है।
  • जिंदगी से दूर होती है।
  • त्रासद स्थितियों का चित्रांकन ग्लोरिफाई किया जाता है।
  • दुख का ऐसा वीभत्स रूप प्रस्तुत किया जाता है जो दर्शकों की भावनाओं का शोषण कर सके।

Question 3.
‘तीसरी कसम’ को प्रदर्शित करने के लिए वितरक मुश्किल से क्यों मिले ?

Answer

Answer:
संकेतः

  • यह फ़िल्म साहित्यिक कृति पर बनी थी।
  • लोग बाजारू चीज़ को पसंद करते हैं।
  • यह फ़िल्म दो के चार बनाने वालों की समझ से परे थी।
  • उसमें रची-बसी करुणा तराजू पर तौली जाने वाली चीज़ नहीं थी।

Question 4.
फ़िल्म वितरक कैसी फ़िल्मों को हाथ में लेते हैं?

Answer

Answer:
संकेतः

  • वे उन्हीं को हाथ में लेते हैं जहाँ उन्हें लाभ नज़र आए।
  • वे मसालेदार फ़िल्मों को ज्यादा पसंद करते हैं। आम जनता की पसंद उनकी पसंद होती है।

Question 5.
शैलेन्द्र ‘तीसरी कसम उर्फ मारे गए गुल्फाम’ कहानी पर फ़िल्म क्यों बनाना चाहते थे?

Answer

Answer:
संकेतः

  • ‘तीसरी कसम’ कहानी बहुत ही सशक्त थी।
  • शैलेन्द्र एक भावुक हृदय कवि थे।
  • वे धन दौलत के लिए नहीं, अपनी आत्म-संतुष्टि के लिए फ़िल्म बनाना चाहते थे।

Question 6.
“तीसरी कसम’ फिल्म को सैल्युलाइड पर लिखी कविता क्यों कहा है?

Answer

Answer:
संकेतः

  • सैल्युलाइड का अर्थ है- कैमरे की रील।
  • ‘तीसरी कसम’ को कागज पर न लिखकर कैमरे की रील पर उतारा गया।
  • ‘तीसरी कसम’ कविता की तरह भावनाओं को छूने वाली है
  • यह फिल्म कविता की भाव-शैली में गुंथी हुई परदे पर उतारी गई है।

Question 7.
शैलेन्द्र के अनुसार कलाकार का क्या कर्तव्य होना चाहिए?

Answer

Answer:
संकेतः

  • दर्शकों की रुचियों का परिष्कार करना।
  • विकृत मानसिकता को बढ़ावा न दें।
  • अपनी फ़िल्म से कुछ ऐसा संदेश दे जिससे समाज का भला हो सके।

Question 8.
शैलेन्द्र के निजी जीवन की छाप उनकी फ़िल्मों में झलकती है। स्पष्ट कीजिए।

Answer

Answer:
संकेतः

  • शैलेन्द्र एक भावुक और आदर्शवादी व्यक्ति थे।
  • उनकी फ़िल्म का हीरामन भी केवल दिल की भाषा समझता है, दिमाग की नहीं।
  • शैलेन्द्र जैसे भाव-प्रवण गीत लिखते थे- वैसी ही भाव-प्रवणता उन्होंने ‘तीसरी कसम’ को प्रदान की।

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MCQ Questions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 3 रीढ़ की हड्डी with Answers

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रीढ़ की हड्डी Class 9 MCQs Questions with Answers

Practicing the Class 9 Hindi Kritika Chapter 3 MCQ with Answers aids students to learn all the fundamental concepts and prepare effectively for the exams. MCQ of रीढ़ की हड्डी Class 9 with Answers are prepared based on the latest exam pattern & CBSE guidelines.

Here are the links available online for Free Download of Class 9 Hindi रीढ़ की हड्डी MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF.

Question 1.
रामस्वरूप अपनी बेटी की उच्च शिक्षा को क्यों छिपाता है?
(a) वह लड़कियों को उच्च शिक्षा में से खिलाफ है
(b) उच्च शिक्षित लड़कियों के विवाह में बाधा आती है
(c) जिस परिवार में वे अपनी लड़की की शादी करना चाहते हैं वह पुराने विचारों का है जिन्हें अधिक पड़ी लिखी सड़की नहीं चाहिए
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) जिस परिवार में वे अपनी लड़की की शादी करना चाहते हैं वह पुराने विचारों का है जिन्हें अधिक पड़ी लिखी सड़की नहीं चाहिए


Question 2.
गोपाल प्रसाद विवाह को क्या मानते हैं?
(a) बिजनेस मानते हैं।
(b) दो आत्माओं का मिलन मानते हैं
(c) पारिवारिक संबंध मानते हैं
(d) ईश्वर की बनाई रीति मानते हैं

Answer

Answer: (a) बिजनेस मानते हैं।


Question 3.
“आपके लाइले बेटे की रीढ़ की हड्डी है भी या नहीं-” उमा इस कथन से किस ओर संकेत करती
(a) शंकर की बीमारी की और
(b) शंकर की चरित्रहीनता की ओर
(c) शंकर की कमजोरी की और
(d) शंकर के परिवार की ओर

Answer

Answer: (b) शंकर की चरित्रहीनता की ओर


Question 4.
रीढ़ की हड्डी’ एकांकी का प्रमुख पात्र कौन है?
(a) रामस्वरूप
(b) गोपाल प्रसाद
(c) शंकर
(d) उमा

Answer

Answer: (d) उमा
उमा इस एकांकी की प्रमुख पात्र है।


Question 5.
रीढ़ की हड्डी एकांकी का उद्देश्य क्या है?
(a) लोगों का मनोरंजन करना
(b) ऐसे लोगों का पर्दाफाश करना जो विवाह के नाम पर सौदेबाजी करते हैं।
(c) एकांकी विधा का महत्व बताना
(d) वैवाहिक जीवन के बारे में बताना

Answer

Answer: (b) ऐसे लोगों का पर्दाफाश करना जो विवाह के नाम पर सौदेबाजी करते हैं।


Question 6.
हमारे समाज को आज कैसे व्यक्तित्व की जरूरत
(a) रामस्वरूप जैसे
(b) उमा जसे
(c) गोपाल प्रसाद जैसे
(d) शंकर जैसे

Answer

Answer: (b) उमा जसे
उमा जसे व्यक्तित्व की आज के समाज को यहुत आवश्यकता है।


Question 7.
रामस्वरूप और गोपाल प्रसाद किस युग की बातें करते हैं?
(a) गुजरे जमाने की
(b) वर्तमान युग की
(c) भविष्य की
(d) आदि काल की

Answer

Answer: (a) गुजरे जमाने की
वे गुजरे जमाने की बातें करते हैं।


Question 8.
रीढ़ की हड्डी नाटक में कितने पात्र हैं?
(a) चार
(b) पाँच
(c) तीन
(d) यह

Answer

Answer: (d) यह


Question 9.
उमा कैसी लड़की है?
(a) शमौली
(b) बहादूर
(c) कायर
(d) कम पढ़ी-लिखी

Answer

Answer: (b) बहादूर
बहादुर लड़की।


Question 10.
रीढ़ की हड्डी किसकी नहीं है?
(a) रामस्वरूप की
(b) गोपाल प्रसाद
(c) शंकर की
(d) प्रेमा की

Answer

Answer: (c) शंकर की


Question 11.
रीढ़ की हड्डी’ हिन्दी की किस विधा में लिखा गया
(a) एकाकी नाटक
(b) कहानी
(c) उपन्यास
(d) झायरी

Answer

Answer: (a) एकाकी नाटक


Question 12.
रीढ़ की हड्डी’ पाठ के लेखक कौन हैं
(a) प्रेमचंद
(b) शमशेर बहादुर सिंह
(c) फणीश्वर नाथ रेणु
(d) जगदीश चंद्र माथुर

Answer

Answer: (d) जगदीश चंद्र माथुर


नीचे दिए गए कथन का उनके वक्ता के साथ मिलान कीजिए

(क) परमात्मा के यहाँ अक्ल बंट रही थी तो तू देर से पहुंचा था क्या – शंकर
(ख) जी हाँ कोई नौकरी तो करानी नहीं – रामस्वरूप
(ग) लेकिन वह तुम्हारी लाइली बेटी तो मुंह फुलाए पड़ी है – गोपाल प्रसाद
(घ) कचौड़ियों भी तो उस जमाने में पैसे की दो आती थी – बाबू
(ङ) जरा इसे भी तो मुंह खोलना चाहिए – रामस्वरूप
(च) रिकार्ड एक बार बढ़ा तो रुकने का नाम नहीं – प्रेमा

Answer

Answer:
(क) – वादू
(ख) – शकर
(ग) – प्रेमा
(घ) – रामस्वरूप
(ङ) – गोपाल प्रसाद
(च) – रामस्वरूप।


उचित कथन के सामने (✓) जुनचित कयन के सामने (✗) का निशान लगाइए

(क) उमा ने एम. ए. की परीक्षा पास की है।

Answer

Answer: (✗)
उमा ने बी.ए. की परीक्षा पास की है


(ख) गोपाल प्रसाद उमा की नाक पर चश्मा देखकर चौंक गए।

Answer

Answer: (✓)


(ग) उमा रामस्वरूप की बेटी थी।

Answer

Answer: (✓)


(घ) गोपाल प्रसाद ने कहा जी हाँ वह तो रंगीन जमाना था।

Answer

Answer: (✗)
यह कथन रामस्वरूप का है गोपाल प्रसाद का नहीं


(ङ) उमा हाथ में चाय की ट्रे लेकर आती है।

Answer

Answer: (✗)
हाथ में चाय की ट्रे लेकर रामस्वरूप आता है।


(च) उमा हाथों में पान की तश्तरी लेकर आती है।।

Answer

Answer: (✓)


सामने दिए गए वाक्यांशों के साथ मिलान करके लगाइए

MCQ Questions for Class 9 Hindi Kritika Chapter 3 रीढ़ की हड्डी with Answers 1

Answer

Answer:
(क) तेरे कानों में डाट लगी है क्या?
(ख) किस मर्ज की दवा हो?
(ग) सारे जतन करके तो हार गई।
(घ) बिना टीमटाम के भला कौन पूछता है।
(ड) बाप सेर है तो लड़का सवा सेर।
(च) व्याह तय करने आए हो।
(छ) कोई पेट तो भरना धा नहीं।
(ज) कोई पाप नहीं किया।


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MCQ Questions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 8 शक्र तारे के समान with Answers

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शक्र तारे के समान Class 9 MCQs Questions with Answers

Practicing the Class 9 Hindi Sparsh Chapter 8 MCQ with Answers aids students to learn all the fundamental concepts and prepare effectively for the exams. MCQ of शक्र तारे के समान Class 9 with Answers are prepared based on the latest exam pattern & CBSE guidelines.

Here are the links available online for Free Download of Class 9 Hindi शक्र तारे के समान MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF.

Question 1.
आँखों में तेल डालने का आशय है?
(a) आँखें साफ करना
(b) नेत्रों की ज्योति बढ़ाना
(c) नियमपूर्वक रहना
(d) प्रत्येक चीज को बहुत गौर से देखना।

Answer

Answer: (d) प्रत्येक चीज को बहुत गौर से देखना।


Question 2.
गाँधी जी के पास आने से पहले महादेव जी क्या करते थे?
(a) वे सेना में थे
(b) वे सरकार के अनुवाद-विभाग में नौकरी करते थे
(c) वे व्यापार करते थे
(d) वे खेती करते थे।

Answer

Answer: (b) वे सरकार के अनुवाद-विभाग में नौकरी करते थे


Question 3.
लेखक ने ‘छोटा बादशाह’ किसे कहा है?
(a) वायसराय को
(b) गवर्नर को
(c) लार्ड कर्जन को
(d) लार्ड माउंटबैटन को।

Answer

Answer: (a) वायसराय को


Question 4.
लेखक ने बिहार और उत्तर प्रदेश में बहने वाली नदियों की क्या विशेषता बताई है?
(a) ये अपने साथ पत्थर बहाकर लाती हैं
(b) इनका पानी बहत स्वादिष्ट होता है
(c) नदियों द्वारा बहाकर लाई गई मिट्टी मुलायम व उपजाऊ होती है
(d) नदियों द्वारा लाई गई मिट्टी में कंकड़. पत्थर होते हैं।

Answer

Answer: (c) नदियों द्वारा बहाकर लाई गई मिट्टी मुलायम व उपजाऊ होती है


Question 5.
लेखक ने महादेव भाई की प्रतिभा को किस जैसा बताया है?
(a) उच्च कोटि का
(b) सूर्य के समान
(c) चंद्र शुक्र के समान
(d) बृहस्पति के समान।

Answer

Answer: (c) चंद्र शुक्र के समान


Question 6.
महादेव भाई हँसी मजाक में अपने को क्या कहते थे?
(a) गाँधी जी का हम्माल
(b) गाँधी जी का घोड़ा
(c) गाँधी जी का गधा
(d) इनमें से कोई नहीं।

Answer

Answer: (a) गाँधी जी का हम्माल


Question 7.
गाँधी जी ने किस अखबार को हफ्ते में दो बार निकालने का निश्चय किया?
(a) बांबे क्रानिकल.
(b) नवजीवन
(c) यंग इंडिया
(d) युग-चेतना।

Answer

Answer: (c) यंग इंडिया


Question 8.
महादेव भाई देसाई कौन थे?
(a) गाँधी जी के सहपाठी
(b) गाँधी जी के निजी सचिव
(c) एक समाज सुधारक
(d) एक राजनेता।

Answer

Answer: (b) गाँधी जी के निजी सचिव


Question 9.
‘शुक्रतारे के समान’ पाठ में लेखक ने किसके बारे में लिखा है?
(a) मुरारजी भाई देसाई के
(b) वल्लभ भाई के
(c) विट्ठल भाई के
(d) महादेव भाई देसाई के।

Answer

Answer: (d) महादेव भाई देसाई के।


Question 10.
‘शुक्रतारे के समान’ पाठ के लेखक कौन हैं?
(a) स्वामी आनंद
(b) रामविलास शर्मा
(c) काका कालेलकर
(d) गणेश शंकर विद्यार्थी।

Answer

Answer: (a) स्वामी आनंद


गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए

आकाश के तारों में शुक्र का कोई जोड़ नहीं। शुक्र चन्द्र का साथी माना गया है। उसकी आभा-प्रभा का वर्णन करने में संसार के कवि थके नहीं। फिर भी नक्षत्र मण्डल में कलगी रूप इस तेजस्वी तारे को दुनिया या तो ऐन शाम के समय, बड़े सवेरे घण्टे दो घण्टे से अधिक देख नहीं पाती। इसी तरह भाई महादेव जी आधुनिक भारत की स्वतन्त्रता के उषाकाल में अपनी वैसी ही आभा से हमारे आकाश को जगमगाकर, देश और दुनिया को मुग्ध करके, शुक्रतारे की तरह ही अचानक अस्त हो गए। सेवाधर्म का पालन करने के लिए इस धरती पर जन्मे स्वर्गीय महादेव देसाई गाँधी जी के मन्त्री थे। मित्रों के बीच विनोद में अपने को गाँधी जी का ‘हम्माल’ कहने में और कभी-कभी अपना परिचय उनके ‘पीर-बावर्ची-भिश्ती-खर’ के रूप में देने में वे गौरव का अनुभव किया करते थे।

Question 1.
लेखक ने शुक्र तारे के बारे में क्या कहा है?

Answer

Answer: आकाश में कोई भी तारा शुक्र तारे के समान नहीं है। शुक्र तारा चन्द्रमा का साथी होता है। कवियों ने संसार में उसकी चमक-दमक का खूब वर्णन किया है। शुक्र तारा ऐन शाम के समय और बड़े सवेरे ही दिखाई देता है।


Question 2.
महादेव देसाई कौन थे?

Answer

Answer: महादेव देसाई गाँधी जी के सचिव थे। वे बहुत गुणवान व्यक्ति थे।


Question 3.
महादेव जी हँसी मज़ाक में अपने को क्या कहते थे?

Answer

Answer: महादेव जी हँसी मज़ाक में अपने को गाँधी जी का ‘हम्माल’ अर्थात् बोझ उठाने वाला और कभी-कभी तो वे अपने को उनका ‘पीर, बावर्ची, भिश्ती अथवा खर’ कहा करते थे। वे इसमें भी अपना गौरव समझते थे।


Question 4.
लेखक ने महादेव भाई की तुलना शक्र तारे से क्यों की है?

Answer

Answer: जिस प्रकार शुक्र तारा थोड़ी देर के लिए दिखाई देता है परन्तु वह अपनी आभा के कारण अलग ही दिखाई देता है। इसी प्रकार महादेव भाई देसाई भी थोड़े समय के लिए ही अपनी चमक बिखेर कर अस्त हो गए अर्थात् परलोकवासी हो गये। उनकी अद्वितीय प्रतिभा के कारण ही लेखक ने उनको शुक्र तारे के समान बताया है।


सही कथन के सामने (✓) गलत कथन के सामने (✗) का चिह्न लगाइए।

(क) महादेव भाई गाँधी जी के लिए पुत्र से भी अधिक थे

Answer

Answer: (✓)


(ख) महादेव भाई का लेख सुंदर नहीं था।

Answer

Answer: (✗)
उनका लेख बहुत सुंदर था।


(ग) ब्रिटिश द्वारा हार्निमन को देश निकाला दिए जाने के कारण ‘यंग-इंडिया’ में लेखों की कमी पडने लगी।

Answer

Answer: (✓)


(घ) गाँधी जी ने ‘यंग इंडिया’ का संपादक बनकर उसे अहमदाबाद से निकालना शुरू कर दिया

Answer

Answer: (✓)


(ङ) ‘यंग इंडिया’ और ‘नवजीवन’ सूरत से निकलते थे

Answer

Answer: (✗)
सूरत से नहीं अहमदाबाद से होता था।


(च) महादेव भाई दिन में 16-16 घंटे काम करते थे

Answer

Answer: (✓)


(छ) 1919 में पलवल स्टेशन पर गिरफ्तारी के समय गाँधी जी ने महादेव भाई को अपना वारिस कहा

Answer

Answer: (✓)


(ज) महादेव भाई ने टैगोर द्वारा रचित ‘विदाई का अभिशाप’ एवं शरत चंद्र की कहानियों का अनुवाद किया।

Answer

Answer: (✓)


वाक्य का सही वाक्यांशों के साथ मिलान कीजिए

MCQ Questions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 8 शक्र तारे के समान with Answers 1

Answer

Answer:
(क) शुक्र चंद्र का साथी माना जाता है।
(ख) साप्ताहिक पत्र भी कम पड़ने लगा।
(ग) देश भ्रमण में बीतने लगा।
(घ) महादेव ने सरकार के अनुवाद-विभाग में नौकरी की थी।
(ङ) कातना कभी चूकते नहीं थे।
(च) रास्ते में सुपारी फोड़ने लायक पत्थर भी कहीं मिलेगा नहीं।


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MCQ Questions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 9 रैदास के पद with Answers

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रैदास के पद Class 9 MCQs Questions with Answers

Practicing the Class 9 Hindi Sparsh Chapter 9 MCQ with Answers aids students to learn all the fundamental concepts and prepare effectively for the exams. MCQ of रैदास के पद Class 9 with Answers are prepared based on the latest exam pattern & CBSE guidelines.

Here are the links available online for Free Download of Class 9 Hindi रैदास के पद MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF.

Question 1.
गरीबों के सिर पर छत्र कौन रखवा सकता है?
(a) पूजा
(b) राजा
(c) ईश्वर
(d) कवि

Answer

Answer: (c) ईश्वर


Question 2.
रैदास ने ऐसी लाल ……… सभै सरै”…… पद में उस समय की किस समस्या को उठाया है?
(a) विधवा विवाह
(b) बाल विवाह
(c) अशिक्षा
(d) छुआछूत

Answer

Answer: (d) छुआछूत
छुआछूत की समस्या


Question 3.
ईश्वर क्या कर सकते हैं?
(a) नीच से नीच व्यक्ति को ऊँचा उठा सकते हैं
(b) सब पर अपनी कृपा कर सकते हैं
(c) रंक के सिर पर भी ताज रख सकते हैं।
(d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।


Question 4.
रैदास ने यहाँ निम्न में से किस कवि का उल्लेख नहीं किया है?
(a) कबीर
(b) बोधा
(c) नामदेव
(d) धन्ना।

Answer

Answer: (b) बोधा


Question 5.
गोविंद का प्रयोग किसके लिए हुआ है?
(a) ईश्वर के लिए
(b) गुरु के लिए
(c) स्वयं कवि के लिए
(d) अन्य कवियों के लिए

Answer

Answer: (a) ईश्वर के लिए


Question 6.
मिलान कीजिए
(i) दीपक – चकोर
(ii) चंदन – बाती
(ii) घन – धागा
(iv) मोती – सुगाहा
(v) चाँद – दास
(vi) सोना – मोर
(vii) स्वामी – पानी उत्तर
(a) (i) बाती (ii) पानी (iii) मोर (iv) धागा (v) चकोर (vi) सोहागा (vii) दास
(b) (i) मोर (ii) धागा (iii) बाती (iv) पानी (v) दास (vi) सोहागा (vii) चकोर
(c) (i) धागा (ii) बाती (iii) मोर (iv) पानी (७) दास (vi) सोहागा (vii) चकोर
(d) (i) दास (ii) सोहागा (iii) चकोर (iv) धागा (v) बाती (vi) मोर (vii) पानी।

Answer

Answer: (a) (i) बाती (ii) पानी (iii) मोर (iv) धागा (v) चकोर (vi) सोहागा (vii) दास


Question 7.
धागे की कीमत कब होती है?
(a) जब उसके साथ मोती है
(b) जब उसके साथ सोना है
(c) जब उसके साथ दीपक हो
(d) जब उसके साथ सुहागा हो

Answer

Answer: (c) जब उसके साथ दीपक हो


Question 8.
दिन रात किसकी ज्योति बढ़ती है?
(a) दीपक की
(b) बाती की
(c) ईश्वर की
(d) कवि की

Answer

Answer: (c) ईश्वर की


Question 9.
रैदास अपने आपको ईश्वर रूपी दीपक का क्या बताते हैं?
(a) बाती
(b) लौ
(c) तेल
(d) बरतन

Answer

Answer: (a) बाती


Question 10.
ईश्वर घन है तो रैदास क्या है?
(a) चकोर
(b) पानी
(c) चंदन
(d) मोर

Answer

Answer: (d) मोर


Question 11.
रैदास चंदन किसको मानते हैं?
(a) स्वयं को
(b) परमात्मा को
(c) चंदन के वृक्ष को
(d) कीमती वस्तुओं को

Answer

Answer: (b) परमात्मा को


Question 12.
कवि रैदास को किसके नाम की रट लग गई है?
(a) अपनी प्रियतमा के
(b) चंदा के नाम की
(c) परमात्मा के नाम की
(d) मोक्ष प्राप्त करने की

Answer

Answer: (c) परमात्मा के नाम की


काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित पद को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

अब कैसे छूटै राम नाम रट लागी,
प्रभु जी, तुम चन्दन हम पानी, जाकी अंग-अंग बास समानी।
प्रभु जी, तुम घन बन हम मोरा, जैसे चितवन चंद चकारो।।
प्रभु जी, तुम दीपक हम बाती, जाकी जोति बरै दिन राती।
प्रभु जी, तुम मोती हम धागा, जैसे सोनहिं मिलत सुहागा।
प्रभु जी, तुम स्वामी हम दासा, ऐसी भक्ति करै रैदासा।।

Question 1.
इस पद में किस भाव की अभिव्यक्ति हुई है?
(a) भक्ति भाव
(b) प्रेम भाव
(c) ईर्ष्या भाव
(d) निंदा भाव

Answer

Answer: (a) भक्ति भाव


Question 2.
रैदास के अंग-अंग में क्या समाया हुआ है?
(a) चंदन
(b) जल
(c) प्रेम
(d) ईश्वर

Answer

Answer: (d) ईश्वर


Question 3.
कवि ईश्वर की ओर आशा भाव से किस प्रकार देखते हैं?
(a) जैसे मोर बादलों की ओर देखता है
(b) जैसे चकोर चाँद की ओर देखता है
(c) जैसे पपीहा बादलों की ओर देखता है
(d) जैसे किसान बादलों की ओर देखता है।

Answer

Answer: (b) जैसे चकोर चाँद की ओर देखता है


Question 4.
मोती के साथ मिलने से किसकी कीमत बढ़ जाती है?
(a) सुहागे की
(b) सोने की
(c) धागे की
(d) व्यक्ति की।

Answer

Answer: (c) धागे की


Question 5.
रैदास अपने को क्या मानते हैं?
(a) ईश्वर का सखा
(b) ईश्वर का पुत्र
(c) ईश्वर सहचर
(d) ईश्वर का दास।

Answer

Answer: (d) ईश्वर का दास।


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MCQ Questions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 16 नौबतखाने में इबादत with Answers

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नौबतखाने में इबादत Class 10 MCQs Questions with Answers

Practicing the Class 10 Hindi Kshitij Chapter 16 MCQ with Answers aids students to learn all the fundamental concepts and prepare effectively for the exams. MCQ of नौबतखाने में इबादत Class 10 with Answers are prepared based on the latest exam pattern & CBSE guidelines.

Here are the links available online for Free Download of Class 10 Hindi नौबतखाने में इबादत MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF.

Question 1.
किनके गीतों को सुनकर अमीरुद्दीन की गायकी में रुचि बढ़ी?
(a) के.एल. सहगल के
(b) सुरेन्द्र और कमल बारूद के
(c) नूरजहाँ के
(d) रसुलनबाई बतूलन बाई के

Answer

Answer: (d) रसुलनबाई बतूलन बाई के
रसुलनबाई बतूलन बाई के गीतों को सुनकर।


Question 2.
बिस्मिल्ला खाँ की शहनाई में क्या समाया हुआ था?
(a) संगीत के सातों सुर
(b) स्वयं परवरदिगार
(c) गंगा माँ तथा उसके उस्ताद की नसीहतें
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी
सभी कथन सत्य हैं।


Question 3.
‘शहनाई की दुनिया में डुमराँव को क्यों याद किया जाता है?
(a) डुमराँव की सोन नदी के किनारों पर उगने वाली नरकट घास से शहनाई बनती है
(b) डुमराँव उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ की जन्म स्थलो है
(c) बिस्मिल्ला खाँ के परदादा उस्ताद सलार खाँ डुमराँव के निवासी थे
(d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं
सभी कथन सत्य हैं।


Question 4.
सुषिर वाद्यों से क्या अभिप्राय है?
(a) शीत ऋतु में बजाया जाने वाला राग
(b) एक तरह का तबला वादन
(c) फूंककर बजाए जाने वाले वाद्य
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) फूंककर बजाए जाने वाले वाद्य ।


Question 5.
शहनाई को क्या उपाधि दी गई है?
(a) मंगल ध्वनि का वाद्य
(b) मधुर ध्वनि का वाद्य
(c) सुषिर वाद्यों में शाह की उपाधि
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (c) सुषिर वाद्यों में शाह की उपाधि
शहनाई को सुषिर वायों में शाह की उपाधि दी गई है।


Question 6.
कुलसुम की देसी घी में बनी कचौड़ी को क्या कहते
(a) खस्ता कचौड़ी
(b) संगीतमय कचौड़ी
(c) सुमधुर कचौड़ी
(d) जायकेदार कचौड़ी

Answer

Answer: (b) संगीतमय कचौड़ी
संगीतमय कचौड़ी कहा जाता है।


Question 7.
बिस्मिल्ला खाँ के लिए शहनाई और काशी क्या हैं?
(a) जीवन का आधार
(b) जन्नत से बढ़कर
(c) आजीविका का आधार
(d) उपर्युक्त सभी

Answer

Answer: (b) जन्नत से बढ़कर
बिस्मिल्ला खाँ के लिए शहनाई एवं काशी जन्नत से भी बढ़कर हैं।


Question 8.
यतीन्द्र मिश्र का जन्म कब और कहाँ हुआ?
(a) उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगर में सन् 1977 में
(b) लखनऊ में सन् 1967 में
(c) काशी में सन् 1957 में
(d) मथुरा में सन् 1947 में

Answer

Answer: (a) उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगर में सन् 1977 में
अयोध्या में सन् 1977 में यतीन्द्रनाथ का जन्म हुआ था।


Question 9.
‘नौबत खाने में इबादत’ पाठ किसके बारे में लिखा गया है ?
(a) सालिम अली के
(b) अमजद अली के
(c) कैफ़ी आज़मी के
(d) उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के

Answer

Answer: (d) उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के
उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के बारे में।


Question 10.
उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का बचपन का नाम क्या था?
(a) शमसुद्दीन
(b) अमीरुद्दीन
(c) ग्यासुद्दीन
(d) कुतबुद्दीन

Answer

Answer: (b) अमीरुद्दीन
इनके बचपन का नाम अमीरुद्दीन था।


Question 11.
भीमपलासी और मुल्तानी क्या है?
(a) एक मिट्टी के दो नाम
(b) एक तरह का खाद्य
(c) एक तरह का राग
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (c) एक तरह का राग
ये दोनों एक तरह के राग हैं।


Question 12.
शहनाई की ध्वनि को कैसी ध्वनि कहा जाता है?
(a) मंगल ध्वनि
(b) मेघ ध्वनि
(c) सुमधुर ध्वनि
(d) कर्ण प्रिय ध्वनि

Answer

Answer: (a) मंगल ध्वनि
शहनाई की ध्वनि को मंगल ध्वनि कहा जाता है।


Question 13.
अमीरुद्दीन का जन्म कहाँ हुआ?
(a) मिथिला में
(b) पटना में
(c) वाराणसी में
(d) बिहार के डुमराँव गाँव में

Answer

Answer: (d) बिहार के डुमराँव गाँव में
अमीरुद्दीन का जन्म बिहार के डुमराँव गाँव में हुआ।


Question 14.
बालाजी के मंदिर तक जाने का कौन-सा रास्ता अमीरुद्दीन को पसंद था?
(a) सुलोचना के घर से होकर जाने वाला
(b) निम्मी के घर से होकर जाने वाला
(c) रसुलन बाई बतूलन बाई के घर से होकर जाने वाला
(d) मधुबाला के घर से होकर जाने वाला

Answer

Answer: (c) रसुलनबाई बतूलन बाई के घर से होकर जाने वाला।


गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न

(1)

काशी में संगीत आयोजन की एक प्राचीन एवं अद्भुत परम्परा है। यह आयोजन पिछले कई बरसों से संकटमोचन मंदिर में होता आया है। यह मंदिर शहर के दक्षिण में लंका पर स्थित है व हनुमान जयंती के अवसर पर यहाँ पाँच दिनों तक शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय गायन-वादन की उत्कृष्टं सभा होती है। इसमें बिस्मिल्ला खाँ अवश्य रहते हैं। अपने मज़हब के प्रति अत्यधिक समर्पित उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ की श्रद्धा काशी विश्वनाथ जी के प्रति भी अपार है। वे जब भी काशी से बाहर रहते हैं तब विश्वनाथ व बालाजी मंदिर की दिशा की ओर मुँह करके बैठते हैं, थोड़ी देर ही सही, मगर उसी ओर शहनाई का प्याला घुमा दिया जाता है और भीतर की आस्था रीड के माध्यम से बजती है। खाँ साहब की एक रीड 15 से 20 मिनट के अंदर गीली हो जाती है तब वे दूसरी रीड का इस्तेमाल कर लिया करते हैं।

Question 1.
लेखक ने यहाँ किस परम्परा की बात की है?
(a) संगीत आयोजन
(b) नृत्य समारोह
(c) साहित्य सम्मेलन
(d) कवि सम्मेलन

Answer

Answer: (a) संगीत आयोजन
संगीत का आयोजन होता है।


Question 2.
संकट मोचन मंदिर में संगीत का आयोजन कब होता
(a) होली के अवसर पर
(b) हनुमान जयंती के अवसर पर
(c) दीपावली पर
(d) मुहर्रम के अवसर पर

Answer

Answer: (b) हनुमान जयंती के अवसर पर।


Question 3.
काशी विश्वनाथ के प्रति बिस्मिल्ला खाँ अपनी श्रद्धा किस प्रकार दर्शाते हैं ?
(a) वे काशी की ओर मुँह करके बैठते हैं
(b) वे अपनी शहनाई का प्याला काशी की ओर घुमा देते हैं
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों कथन सत्य हैं
(d) केवल ‘क’ कथन सत्य है

Answer

Answer: (c) ‘a’ और ‘b’ दोनों कथन सत्य हैं
काशी की ओर मुँह करके बैठते हैं और शहनाई का प्याला भी उधर ही घुमाकर शहनाई बजाते हैं।


Question 4.
यहाँ रीड का क्या आशय है?
(a) कमर की हड्डी का नाम रीड है
(b) रीड नरकट घास से बनती है। शहनाई के अंदर रीड से ही ध्वनि उत्पन्न होती है
(c) रीड शहनाई के प्याले को कहते हैं
(d) रीड एक संगीत परंपरा का नाम है

Answer

Answer: (b) रीड नरकट घास से बनती है। शहनाई के अंदर रीड से ही ध्वनि उत्पन्न होती है।


Question 5.
अत्यधिक शब्द का संधि-विच्छेद कीजिए ?
(a) अत्य + अधिक
(b) अत् + अधिक
(c) अत्या + अधिक
(d) अति + अधिक

Answer

Answer: (d) अति + अधिक


(2)

अमीरुद्दीन का जन्म डुमराँव, बिहार के एक संगीत-प्रेमी परिवार में हुआ है। 5-6 वर्ष डुमराँव में बिताकर वह नाना के घर, ननिहाल काशी में आ गया है। डुमराँव का इतिहास में कोई स्थान बनता हो, ऐसा नहीं लगा कभी भी। पर यह ज़रूर है कि शहनाई और डुमराँव एक-दूसरे के लिए उपयोगी हैं। शहनाई बजाने के लिए रीड का प्रयोग होता है। रीड अंदर से पोली होती है जिसके सहारे शहनाई को फूंका जाता है। रीड, नरकट (एक प्रकार की घास) से बनाई जाती है जो डुमराँव में मुख्यतः सोन नदी के किनारों पर पाई जाती है। इतनी ही महत्ता है इस समय डुमराँव की जिसके कारण शहनाई जैसा वाद्य बजता है। फिर अमीरुद्दीन जो हम सबके प्रिय हैं, अपने उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ साहब हैं। उनका जन्म-स्थान भी डुमराँव ही है। इनके परदादा उस्ताद सलार हुसैन खाँ डुमराँव निवासी थे। बिस्मिल्ला खाँ उस्ताद पैगंबरबख्श खाँ और मिट्ठन के छोटे साहबजादे हैं।

Question 1.
बिस्मिल्ला खाँ का बचपन का क्या नाम था?
(a) शमशुद्दीन
(b) बदरुद्दीन
(c) अमीरुद्दीन
(d) शहाबुद्दीन

Answer

Answer: (c) अमीरुद्दीन।


Question 2.
अमीरुद्दीन का जन्म कहाँ हुआ था ?
(a) काशी में
(b) डुमराँव में
(c) लखनऊ में
(d) इलाहाबाद में

Answer

Answer: (b) डुमराँव में
डुमराँव बिहार में।


Question 3.
रीड का प्रयोग किसके लिए होता है?
(a) नृत्य के लिए
(b) शहनाई बजाने के लिए
(c) तबला बजाने के लिए
(d) सितार बजाने के लिए

Answer

Answer: (b) शहनाई बजाने के लिए।


Question 4.
बिस्मिल्ला खाँ के परदादा का क्या नाम था?
(a) शमशुघीन
(b) शहाबुद्दीन
(c) अमीरुद्दीन
(d) उस्ताद सलार हुसैन

Answer

Answer: (d) उस्ताद सलार हुसैन


Question 5.
डुमराँव में कौन-सी नदी बहती है?
(a) गंगा
(b) कोसी
(c) सोन
(d) बेतवा

Answer

Answer: (c) सोन
सोन नदी।


(3)

वैदिक इतिहास में शहनाई का कोई उल्लेख नहीं मिलता। इसे संगीत शास्त्रांतर्गत ‘सुषिर-वाद्यों’ में गिना जाता है। अरब देश में फूंककर बजाए जाने वाले वाद्य जिसमें नाड़ी (नरकट या रीड) होती है, को ‘नय’ बोलते हैं। शहनाई को ‘शाहेनय’ अर्थात् ‘सुषिर वाद्यों में शाह’ की उपाधि दी गई है। सोलहवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में तानसेन के द्वारा रची बंदिश, जो संगीत राग कल्पद्रुप से प्राप्त होती है, में शहनाई, मुरली, वंशी, शृंगी एवं मुरछंग आदि का वर्णन आया है।
अवधी पारंपरिक लोकगीतों एवं चैती में शहनाई का उल्लेख बार-बार मिलता है। मंगल का परिवेश प्रतिष्ठिता करने वाल यह वाद्य इन जगहों पर मांगलिक विधि-विधानों के अवसर पर ही प्रयुक्त हुआ है। दक्षिण भारत के मंगल वाद्य ‘नागस्वरम्’ की तरह शहनाई, प्रभाती की मंगलध्वनि का संपूरक है।
शहनाई के इसी मंगलध्वनि के नायक बिस्मिल्ला खाँ साहब अस्सी बरस से सुर माँग रहे हैं। सच्चे सुर की नेमत। अस्सी बरस की पाँचों वक्त वाली नमाज़ इसी सुर को पाने की प्रार्थन में खर्च हो जाती है। लाखों सज़दे, इसी एक सच्चे सुर की इबादत में खुदा के आगे झुकते है।

Question 1.
‘सुषिर-वाद्य’ का क्या अर्थ है?
(a) जो मधुर ध्वनि उत्पन्न करते हों
(b) जो फूंक कर बजाए जाने वाले वाद्य हों
(c) हारमोनियम की तरह के वाद्यों को सुषिर वाद्य कहते हैं
(d) जो वाद्य देखने में सुंदर हो

Answer

Answer: (b) जो फूंक कर बजाए जाने वाले वाद्य हों।


Question 2.
‘शाहेनय’ किस वाद्य को कहा जाता है?
(a) शहनाई को
(b) सितार को
(c) तबले को
(d) हारमोनियम को

Answer

Answer: (a) शहनाई को
शहनाई को कहा जाता है।


Question 3.
किस भाषा के लोकगीतों में शहनाई का उल्लेख मिलता
(a) ब्रज भाषा
(b) छत्तीसगढ़ी
(c) अवधी भाषा
(d) भोजपुरी

Answer

Answer: (c) अवधी भाषा
अवधी भाषा में


Question 4.
शहनाई की ध्वनि कैसी है ?
(a) मंगल ध्वनि
(b) मधुर ध्वनि
(c) कर्कश ध्वनि
(d) इनमें से कोई नहीं

Answer

Answer: (a) मंगल ध्वनि।


Question 5.
बिस्मिल्ला खाँ अस्सी बरस से किस चीज की माँग कर रहे हैं ?
(a) शहनाई की
(b) धन एवं शौहरत की
(c) सुरों की
(d) सुषिर वाद्य की

Answer

Answer: (c) सुरों की
सुरों की माँग कर रहे हैं।


(4)

बिस्मिल्ला खाँ और शहनाई के साथ जिस एक मुस्लिम पर्व का नाम जुड़ा हुआ है, वह मुहर्रम है। मुहर्रम का महीना वह होता है जिसमें शिया मुसलमान हज़रत इमाम हुसैन एवं उनके कुछ वंशजों के प्रति अज़ादारी (शोक मनाना) मनाते हैं। पूरे दस दिनों का शोक । वे बताते हैं कि उनके खानदान का कोई व्यक्ति मुहर्रम के दिनों में न तो शहनाई बजाता है, न ही किसी संगीत के कार्यक्रम में शिरकत ही करता है। आठवीं तारीख उनके लिए खास महत्त्व की है। इस दिन खाँ साहब खड़े होकर शहनाई बजाते हैं व दालमंडी में फातमान के करीब आठ किलोमीटर की दूरी तक पैदल रोते हुए, नौहा बजाते जाते हैं। इस दिन कोई राग नहीं बजता। राग-रागिनियों की अदायगी का निषेध है इस दिन। उनकी आँखें इमाम हुसैन और उनके परिवार के लोगों की शहादत में नम रहती हैं। अज़ादारी होती है। हज़ारों आँखें नम। हज़ार बरस की परंपरा पुनर्जीवित। मुहर्रम संपन्न होता है। एक बड़े कलाकार का सहज मानवीय रूप ऐसे अवसर पर आसानी से दिख जाता है।

Question 1.
मुहर्रम के महीने में मुसलमान क्या करते हैं ?

Answer

Answer:
संकेत-

  • शिया मुसलमान हजरत इमाम हुसैन एवं उनके वंशजों के प्रति शोक प्रकट करते हैं।

Question 2.
बिस्मिल्ला खाँ मुहर्रम के अवसर पर क्या करते हैं ?

Answer

Answer:
संकेत-

  • वे किसी संगीत कार्यक्रम में भाग नहीं लेते
  • वे आठ तारीख को शहनाई बजाते हैं
  • वे आठ किलोमीटर तक पैदल ही रोते हुए नौहा बजाते जाते हैं।

Question 3.
मुहर्रम के दिन किस-किस का निषेध है ?

Answer

Answer:
संकेत-

  • इस दिन कोई राग नहीं बजाया जाता
  • सभी राग-रागिनियों का निषेध है।

Question 4.
मुहर्रम के अवसर पर बिस्मिल्ला खाँ का कैसा रूप सामने आता है ?

Answer

Answer:
संकेत-

  • सहज मानवीय रूप
  • धर्म के प्रति समर्पित रूप।

Question 5.
मुहर्रम क्यों मनाया जाता है?

Answer

Answer:
संकेत :

  • इमाम हुसैन और उनके परिवार की सहादत के कारण
  • इस दिन इन लोगों को मार दिया गया था।

(5)

काशी संस्कृति की पाठशाला है। शास्त्रों में आनंदकानन के नाम से प्रतिष्ठित। काशी में कलाधर हनुमान व नृत्य-विश्वनाथ हैं। काशी में बिस्मिल्ला खाँ हैं। काशी में हज़ारों सालों का इतिहास है जिसमें पंडित कंठे महाराज हैं, विद्याधरी हैं, बड़े रामदास जी हैं, मौजुद्दीन खाँ हैं व इन रसिकों से उपकृत होने वाला अपार जन-समूह है। यह एक अलग काशी है जिसकी अलग तहज़ीब है, अपनी बोली और अपने विशिष्ट लोग हैं। इनके अपने उत्सव हैं, अपना गम। अपना सेहरा-बन्ना और अपना नौहा। आप यहाँ संगीत को भक्ति से, भक्ति को किसी भी धर्म के कलाकार से, कजरी को चैती से, विश्वनाथ को विशालाक्षी से, बिस्मिल्ला खाँ को गंगाद्वार से अलग करके नहीं देख सकते।

Question 1.
काशी को संस्कृति की पाठशाला क्यों कहा गया है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • काशी भारतीय संस्कृति की धरोहर है
  • काशी में कलाधर हनुमान व नृत्य विश्वनाथ हैं
  • भारतीय संस्कृति से जुड़े लोग यहाँ हुए हैं।

Question 2.
काशी को लेखक ने और नगरों से अलग क्यों कहा है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • काशी में गंगा जमना संस्कृति का मिश्रित रूप देखने को मिलता है
  • यहाँ भक्ति की गंगा निरंतर प्रवाहित होती रहती है।

Question 3.
इस गद्यांश में किन-किन महान विभूतियों का उल्लेख हुआ है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • पंडित कंठे महाराज
  • विद्याधरी
  • रामदास
  • मौजुद्दीन खाँ।

Question 4.
काशी में एकरूपता किस प्रकार विद्यमान है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • यहाँ हिन्दू-मुसलिम का फर्क नज़र नहीं आता
  • बिस्मिल्ला खाँ की दिनचर्या में सबसे पहले हनुमान मंदिर में शहनाई बजाना शामिल था।

Question 5.
सेहरा-बन्ना और नौहा कब बजाए जाते हैं ?

Answer

Answer:
संकेत :

  • सेहरा-बन्ना विवाह आदि के अवसर पर
  • नौहा गम के क्षणों में; जैसे-मुहर्रम।

(6)

सचमुच हैरान करती है काशी-पक्का महाल से जैसे मलाई बरफ़ गया, संगीत, साहित्य और अदब की बहुत सारी परंपराएँ लुप्त हो गईं। एक सच्चे सुर साधक और सामाजिक की भाँति बिस्मिल्ला खाँ साहब को इन सबकी कमी खलती है। काशी में जिस तरह बाबा विश्वनाथ और बिस्मिल्ला खाँ एक दूसरे के पूरक रहे हैं, उसी तरह मुहर्रम-ताजिया और होली-अबीर, गुलाल की गंगा-जमुनी संस्कृति भी एक दूसरे के पूरक रहे हैं। अभी जल्दी ही बहुत कुछ इतिहास बन चुका है। अभी आगे बहुत कुछ इतिहास बन जाएगा। फिर भी कुछ बचा है जो सिर्फ काशी में है। काशी आज भी संगीत के स्वर पर जगती और उसी की थापों पर सोती है। काशी में मरण भी | मंगल माना गया है। काशी आनंदकानन है। सबसे बड़ी बात है कि काशी के पास उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ जैसा लय और सुर की तमीज सिखाने वाला नायाब हीरा रहा हैं जो हमेशा से दो कौमों को एक होने व आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा।

Question 1.
काशी में बिस्मिल्ला खाँ को किन की कमी खलती है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • मलाई बरफ़ की
  • साहित्य और अदब की परंपराएँ।

Question 2.
लेखक ने किन-किन को एक दूसरे का पूरक बताया है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • बाबा विश्वनाथ और बिस्मिल्ला खाँ
  • मुहर्रम-ताजिया और होली-अबीर, गुलाल की गंगा-जमुनी संस्कृति।

Question 3.
काशी की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • काशी संगीत के स्वर पर जगती है और उसी की थापों पर सोती है
  • काशी में मरण भी मंगलदायक होता है।

Question 4.
बिस्मिल्ला खाँ साम्प्रदायिक सद्भाव रखने में किस प्रकार सहायक हैं ?

Answer

Answer:
संकेत-

  • बिस्मिल्ला खाँ के लिए गंगा मैया का बहुत महत्त्व है
  • बिस्मिल्ला खाँ हनुमान मंदिर में शहनाई बजाते थे
  • बिस्मिल्ला खाँ काशी की संस्कृति के पुजारी रहे हैं।

Question 5.
बिस्मिल्ला खाँ कैसा हीरा है?

Answer

Answer:
संकेत-

  • लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाला नायाब हीरा।

बोधात्मक-प्रश्न

Question 1.
काशी में संगीत आयोजन की अद्भुत परंपरा की क्या विशेषता है?

Answer

Answer:
संकेत बिंदु :

  • यहाँ संगीत का आयोजन पिछले कई बरसों से होता आ रहा हैं
  • हनुमान जयंती के अवसर पर यहाँ पाँच दिनों तक शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय गायन की सभा होती है

Question 2.
बिस्मिल्ला खाँ की जमीन जायदाद शहनाई और उनकी फूंक थी। टिप्पणी कीजिए ?

Answer

Answer:
संकेत बिंदु :

  • बिस्मिल्ला खाँ ने शहनाई बजाकर मिलने वाले पारिश्रामिक से अपने परिवार को पाला
  • शहनाई ही उनकी जीविका का आधार थी।

Question 3.
बिस्मिल्ला खाँ कैसा जीवन जिए ?

Answer

Answer:
संकेत बिंदु :

  • वे बहुत सादगी के साथ अपने परिवार को एक जगह समेटकर रहे
  • वे खाँटी बनारसी थे
  • उन्होंने अपनी शहनाई से दुनिया को चमत्कृत किया
  • उन्होंने अपनी पारंपरिक जीवन-शैली नहीं बदली।

Question 4.
बिस्मिल्ला खाँ को किस बात का पक्का यकीन था?

Answer

Answer:
संकेत बिंदु :

  • ईश्वर उन्हें सच्चा सुर प्रदान करेगा
  • उनकी मुराद पूरी हो जाएगी।

Question 5.
बिस्मिल्ला खाँ पर रसुलन बाई बतूलन बाई का क्या प्रभाव पड़ा ?

Answer

Answer:
संकेत बिंदु :

  • उनके कारण बिस्मिल्ला खाँ की संगीत में रुचि बढ़ी
  • वे शहनाई के सरताज बन गए।

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