CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 2 are part of CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium. Here we have given CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 2.
CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 2
Board | CBSE |
Class | 10 |
Subject | Social Science |
Sample Paper Set | Paper 2 |
Category | CBSE Sample Papers |
Students who are going to appear for CBSE Class 10 Examinations are advised to practice the CBSE sample papers given here which is designed as per the latest Syllabus and marking scheme as prescribed by the CBSE is given here. Paper 2 of Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium is given below with free PDF download Answers.
समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न-पत्र में कुल 26 प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न के अंक उसके सामने दिए गए हैं।
- प्रश्न संख्या 1 से 7 अति लघु-उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है।
- प्रश्न संख्या 8 से 18 तक प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 80 शब्दों से अधिक का नहीं होना चाहिए।
- प्रश्न संख्या 19 से 25 तक प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का है। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 100 शब्दों से अधिक का नहीं होना चाहिए।
- प्रश्न संख्या 26 मानचित्र से सम्बंधित है। इसके दो भाग हैं 26(A) और 26(B) / 26(A) 2 अंक का इतिहास से तथा 26(B) 3 अंक का भूगोल से है। मानचित्र का प्रश्न पूर्ण होने पर उसे अपनी उत्तर-पुस्तिका के साथ नत्थी करें।
- पूर्ण प्रश्न-पत्र में विकल्प नहीं हैं। फिर भी कई प्रश्नों में आंतरिक विकल्प हैं। ऐसे सभी प्रश्नों में से प्रत्येक से आपको एक ही विकल्प हल करना है।
प्र०1.
खिलाफत आंदोलन के दो प्रमुख मुस्लिम नेताओं के नाम लिखिए। 1
प्र०2.
भारत के किस राज्य में आरंभिक सूती वस्त्र उद्योग स्थापित हुए? इस राज्य में सूती वस्त्र उद्योग के विकास का एक कारण दीजिए। 1
प्र०3.
भारत का कौन-सा पड़ोसी देश है जो लोकतंत्र के आधार की चुनौती से जूझ रहा है? 1
प्र०4.
सत्ता का क्षैतिज वितरण किसे कहते हैं? 1
प्र०5.
उपभोक्ता आंदोलन के उदय के पीछे प्रमुख कारण क्या था? 1
प्र०6.
किस खाते में बैंक उच्च दर से ब्याज प्रदान करते हैं? 1
प्र०7.
शरीर द्रव्यमान सूचकांक को परिभाषित कीजिए। 1
प्र०8.
रिंडरपेस्ट क्या था? इसने अफ्रीकी लोगों को किस प्रकार प्रभावित किया? 3
अथवा
अंग्रेजों ने ब्रिटिश वरतुओं का भारतीय बाजारों में किस प्रकार विस्तार किया? 3
अथवा
ब्रिटेन की महिला कामगारों ने स्पिनिंग जेनी मशीनों पर हमले क्यों किए? व्याख्या करें। 3
प्र०9.
उन परिस्थितियों की व्याख्या कीजिए, जिनमें गांधीजी ने 1931 में सविनय अवज्ञा आंदोलन को वापस लेने का निर्णय लिया। 3
प्र०10.
गुटेन्बर्ग को प्रिन्टिग प्रैस का विचार कहाँ से मिला? गुटेनबर्ग ने पहली किताब कौन-सी छापी? 3
अथवा
औपनिवेशिक भारत में उपन्यास किस प्रकार उपनिवेशिकारों और राष्ट्रवादियों, दोनों के लिए लाभदायक था? स्पष्ट कीजिए।
प्र०11.
सन् 1919 में इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल से पारित रॉलट एक्ट के खिलाफ भारत के लोगों की प्रतिक्रियाओं को स्पष्ट कीजिए? 3
प्र०12.
खनिज संसाधनों का संरक्षण क्यों आवश्यक है? खनिज संसाधनों के संरक्षण की किन्हीं तीन विधियों को स्पष्ट कीजिए। 3
प्र०13.
काली मृदा का निर्माण कैसे होता है? ये मृदाएँ भारत में कहाँ पायी जाती हैं? 3
प्र०14.
राजनीतिक दल अपना कामकाज बेहतर ढंग से करें, इसके लिए उन्हें मजबूत बनाने के लिए कुछ सुझाव दीजिए। 3
प्र०15.
बेल्जियम सरकार की जातीय समस्या को संक्षेप में समझाइए। 3
प्र०16.
संघीय शासन व्यवस्था की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए। 3
प्र०17.
असंगठित क्षेत्रक की प्रमुख विशेषताएँ बताइए। असंगठित श्रमिकों के संरक्षण के उपाय भी लिखिए। 3
प्र०18.
उपभोक्ता सुरक्षा परिषदे’ किस प्रकार उपभोक्ताओं की मदद करती हैं? तीन तरीके स्पष्ट कीजिए। (3 x 1 = 3)
प्र०19.
फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान की भावना पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियों द्वारा शुरू किए गए किन्हीं पाँच उपायों का वर्णन कीजिए। 5
अथवा
वियतनाम में उपनिवेशी शिक्षा के क्षेत्र में फ्रांसीसियों के सामने दो प्रमुख समस्याएँ क्या थीं? उन्होंने इन समस्याओं को हल करने के लिए किस प्रकार प्रयास किए? स्पष्ट कीजिए। (2 + 3 = 5)
प्र०20.
जूट मिलें हुगली नदी के निकट क्यों केन्द्रित है? पाँच कारण लिखिए। 5
प्र०21.
“भारत में जल बहुत ही महत्त्वपूर्ण और संकटग्रस्त संसाधन है।” प्रत्येक के लिए किन्हीं तीन बिंदुओं की व्याख्या करते हुए इस कथन की पुष्टि कीजिए। 5
प्र०22.
बेल्जियम व श्रीलंका की सत्ता की साझेदारी के मॉडलों (प्रतिमानों) की तुलना कीजिए। 5
प्र०23.
लोकतंत्र की बुनियादी आधार बनाने की चुनौती’ से आप क्या समझते हैं? विश्व में कुछ देश किस प्रकार लोकतंत्र की बुनियादी आधार बनाने की चुनौती का सामना कर रहे हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए। (2 + 3 = 5)
प्र०24.
भारत में वैश्वीकरण उत्पादकों के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए किस प्रकार लाभदायक रहा है? स्पष्ट कीजिए?
प्र०25.
भारत में कौन-सी सरकारी संस्था ऋणों के औपचारिक स्रोतों की कार्यप्रणाली पर नज़र रखती है? इस संस्था की कार्यप्रणाली को स्पष्ट कीजिए। (1 + 4 = 5)
प्र०26.
(A) भारत के दिए गए राजनीतिक रेखा-मानचित्र पर
पहचानिए : (a) से अंकित किया गया वह स्थान, जहाँ सितंबर 1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ। 1
पता लगाकर चिन्हित कीजिए : (b) वह स्थान, जहाँ गाँधी जी ने नमक बनाकर कानून तोड़ा। 1
(B) भारत के दिए गए राजनीतिक रेखा-मानचित्र पर पहचानिए:
(c) से अंकित किया गया एक प्रमुख जूट उत्पादन क्षेत्र 1
पता लगाकर चिन्हित कीजिए।
(i) सूरत : सूती वस्त्र उद्योग
(ii) नेवेली : कोयले की खान (1 + 1 = 2)
नोटः निम्नलिखित प्रश्न केवल दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए प्रश्न संख्या 26 के स्थान पर हैं: (5 x 1 = 5)
(a) जहाँ उस स्थान का नाम लिखिए जहाँ गाँधीजी ने नमक कानून तोड़ा।
(b) वह स्थान जहाँ 1927 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ।
(c) उस राज्य का नाम लिखिए जहाँ विशाखापट्टनम समुद्री-पत्तन स्थित है।
(d) उस नगर का नाम लिखिए जहाँ राजा सांसी वायु पत्तने स्थित है।
(e) उस राज्य का नाम लिखिए जिसमें नेवेली कोयले की खान स्थित है।
Answers
उत्तर 1.
मोहम्मद अली और शौकत अली।
उत्तर 2.
महाराष्ट्र में आरंभिक सूती वस्त्र उद्योग स्थापित हुए। महाराष्ट्र में कपास की उत्तम फसल के अच्छे उत्पादन के कारण यह उद्योग वहाँ अधिक विकसित हुआ।
उत्तर 3.
पाकिस्तान।
उत्तर 4.
शासन के विभिन्न अंग-जैसे विधायिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका के बीच सत्ता का बँटवारा, सत्ता का क्षैतिज वितरण कहलाता है।
उत्तर 5.
उपभोक्ताओं का शोषण।
उत्तर 6.
लम्बी अवधि की सावधि जमाओं में बैंक उच्च दर से ब्याज प्रदान करते हैं।
उत्तर 7.
शरीर द्रव्यमान सूचकांक को व्यक्ति के शरीर के भार और उसकी ऊँचाई के वर्ग के अनुपात के रूप में परिभाषित किया जाता है। यदि BMI, 18.5 से कम होता है तो इससे अभिप्राय है कि उस व्यक्ति का आवश्यकता से कम वज़न है और यदि BMI, 25 से अधिक होता है तो इसका अर्थ है व्यक्ति का वज़न आवश्यकता से अधिक है। अतः BMI, 18.5 तथा 24.9 के बीच होना चाहिए।
उत्तर 8.
अफ्रीका में 1890 के दशक में रिंडरपेस्ट नामक बीमारी बहुत तेजी से फैल गई। मवेशियों में प्लेग की तरह फैलने वाली इस बीमारी से लोगों की आजीविका और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा। यह बीमारी ब्रिटिश आधिपत्य वाले एशियाई देशों से आए जानवरों से फैली थी। रिंडरपेस्ट ने अपने रास्ते में आने वाले 90 प्रतिशत मवेशियों को मौत की नींद सुला दिया। पशुओं के खत्म हो जाने से अफ्रीकियों की रोजी-रोटी के साधन समाप्त हो गए। जिसके फलस्वरूप धीरे-धीरे सारा अफ्रीका उपनिवेशिक ताकतों का गुलाम बनकर रहे गया।
अथवा
- औद्योगीकरण के युग में विज्ञापनों ने वस्तुओं के लिए बाजार का विस्तार करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। वस्तुओं का विज्ञापन किया तथा विज्ञापनों ने वस्तुओं को जरूरी और वांछनीय बना दिया। इससे लोगों की सोच बदलने लगी तथा नई ज़रूरतें पैदा होने लगीं।
- कपड़ों के बण्डलों पर लेबल लगाए गए। लेबल से खरीददारों को कंपनी का नाम एवं उत्पादन की जगह का पता चल जाता था। लेबल चीजों की गुणवत्ता का प्रतीक भी था। जब कपड़े पर मोटे अक्षरों में ‘मेड इन मानचेस्टर’ लिखा दिखाई देता तो खरीददारों को कपड़ा खरीदने में किसी प्रकार को डर नहीं रहता था।
- देवी-देवताओं की तस्वीरों के बहाने निर्माता यह दिखाने की कोशिश करते थे कि ईश्वर भी चाहता है। कि लोग इस चीज़ को खरीदें। कृष्ण या सरस्वती की तस्वीरों का फायदा यह होता था कि विदेशी में बनी चीज़ भी भारतीयों को जानी-पहचानी लगती थीं।
- मुद्रित कैलेण्डरों ने उत्पादों को लोकप्रिय बनाया। अखबारों और पत्रिकाओं को तो पढ़े-लिखे लोग ही समझ सकते थे लेकिन कैलेण्डर उन लोगों की समझ में भी आ जाते थे जो पढ़ नहीं सकते थे। चाय की दुकानों, दफ्तरों एवं मध्यवर्गीय घरों में कैलेण्डर लटके रहते थे।
अथवा
बेरोज़गारी की आशंका के कारण मजदूर नयी प्रौद्योगिकी से चिढ़ते थे। जब ऊन उद्योग में स्पिनिंग जेनी मशीन का इस्तेमाल शुरू किया गया तो हाथ से ऊन कातने वाली औरतें इस तरह की मशीनों पर हमला करने लगीं। इन मशीनों से उत्पादन तेज़ी से तथा सस्ता होता था। उद्योगपतियों ने इन मशीनों का प्रयोग आरंभ कर दिया और इन महिलाओं को धीरे-धीरे काम देना बंद कर दिया। आय के स्रोतों के बंद होने से ये महिलाएँ इन मशीनों से चिढ़ने लगीं और हताशा में मशीनों पर हमले करने लगीं। स्पिनिंग जेनी के इस्तेमाल पर यह टकराव लंबे समय तक चलता रहा।
उत्तर 9.
सविनय अवज्ञा आंदोलन को जबरन दबाने के लिए ब्रिटिश सरकार ने दमन का रास्ता अपनाया। शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे सत्याग्रहियों पर लाठियाँ बरसाई गईं। औरतों व बच्चों को भी नहीं बख्शा गया। उन्हें बुरी तरह मारा-पीटा गया। लगभग एक लाख लोग गिरफ्तार कर लिए गए। आंदोलन को बलपूर्वक दबाने के लिए देश के प्रत्येक हिस्से में अंग्रेज़ों ने ऐसा दमनचक्र चलाया कि उससे आहत होकर महात्मा गांधी को आंदोलन वापस लेने का निर्णय लेना पड़ा। 5 मार्च, 1931 को उन्होंने लॉर्ड इरविन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसी गांधी-इरविन समझौते के अंतर्गत गांधीजी ने लंदन में होने वाले द्वितीय गोल मेज सम्मेलन में हिस्सा लेने पर अपनी सहमति दे दी।
उत्तर 10.
गुटेन्बर्ग के पिता व्यापारी थे। गुटेन्बर्ग खेती की एक बड़ी रियासत का मालिक था। वह बचपन से ही जैतून का तेल निकालने वाली मशीनें देखता रहता था। अपने ज्ञान और अनुभव का इस्तेमाल उसने अपने इस नए आविष्कार में किया। जैतून प्रेस ही प्रिटिंग प्रेस को मॉडल या आदर्श बना और साँचों का उपयोग अक्षरों की धातुई आकृतियों को गढ़ने के लिए किया गया। उसकी पहली छपी किताब बाइबिल थी।
अथवा
उपन्यास निम्न प्रकार से लाभदायक थे:
- अंग्रेजों ने उपन्यास में दर्शाई गई देसी जीवन व रीति-रिवाज़ से जुड़ी जानकारियाँ एकत्रित कीं। इन उपन्यासों ने उन्हें लोगों से संबंधित जानकारियाँ उपलब्ध कराईं। ये सब जानना अंग्रेजों के लिए बहुत आवश्यक था क्योंकि वे अपनी औपनिवेशिक जनता पर शासन करना चाहते थे।
- उपन्यासों ने समाज की बुराईयों को उजागर किया और उनके समाधान भी बताए।
- उपन्यासों ने भारतीय अतीत की गौरव गाथाओं को उजागर कर भारतीयों में राष्ट्रीय गौरव की भावना का संचार किया।
- उपन्यासों में एक ही तरह की भाषाएँ थीं। उपन्यासों ने एक भाषा के आधार पर भारतीयों में एकता की भावना पैदा करने में सहायता की।
उत्तर 11.
रॉलट एक्ट को गांधीजी ने अन्यायपूर्ण कानून बताया और उसके खिलाफ़ अहिंसक ढंग से नागरिक अवज्ञा आंदोलन आरंभ किया। विभिन्न शहरों में रैली व जुलूसों का आयोजन किया गया। रेलवे वर्कशॉप्स में कामगार हड़ताल पर चले गए। बाजार बंद हो गए। विरोध से भयभीत होकर अंग्रेजी सरकार ने राष्ट्रवादियों तथा शांत आंदोलनकारियों के विरुद्ध दमन की नीति अपनाई। अमृतसर में बहुत सारे स्थानीय नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। गांधीजी के दिल्ली प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई। 13 अप्रैल, 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग में जनरल डायर के नेतृत्व में एक शांत सभा पर गोलियाँ चलाई गईं जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए। परिणामस्वरूप लोगों में रोष फैल गया। पूरे देश में विरोधस्वरूप पुलिस थानों, सरकारी बैंकों, डाकखानों तथा रेलवे स्टेशनों पर हमले होने लगे। लोगों के गुस्से को दबाने के लिए ब्रिटिश प्रशासन ने मार्शल लॉ लागू कर दिया तथा जनरल डायर ने पुलिस की कमान संभाल ली।
उत्तर 12.
खनिजों के संरक्षण की आवश्यकता निम्न कारणों से है :
- उद्योगों को खनिजों की कच्चे माल के रूप में अति आवश्यकता होती है। उद्योग अधिकांशतः खनिजों पर ही निर्भर करते हैं। यदि खनिजों का संरक्षण न हो तो यह उद्योग नष्ट हो जाएँगे।
- कृषि की खनिज और उनसे निर्मित पदार्थों पर भारी निर्भरता रहती है। अत: कृषि के लिए भी खनिजों का संरक्षण अति आवश्यक है।
खनिज संसाधनों के संरक्षण की विधियाँ :
- निम्न कोटि के अयस्कों का कम लागतों पर प्रयोग करने के लिए तकनीक विकसित करते रहना चाहिए।
- धातुओं के पुन:चक्रण द्वारा एवं रद्दी, धातुओं का प्रयोग कर खनिज संसाधनों का संरक्षण किया जा सकता है।
- खनिज संसाधनों का सुनियोजित एवं सतत् पोषणीय ढंग से प्रयोग करके खनिज संसाधनों का संरक्षण किया जा सकता है।
उत्तर 13.
काली मृदा का निर्माण- लावा के ठोस होकर ठंडा होने तथा उसके अपक्षय से काली मृदा का निर्माण से होता है। दूसरे शब्दों में, लावा के प्रवाह से बनी मृदा को काली मृदा कहते हैं। इसका स्थानीय नाम रेगड़ है।
- यह पानी पड़ने पर चिपचिपी तथा सूखने पर दरारी हो जाती है।
- इस मृदा में अनेक खनिज तत्व मिले होते हैं लेकिन लोहांश सबसे अधिक होता है।
- यह मृदा कपास के लिए बहुत उपयोगी है। अतः इसे कपास वाली मृदा भी कहा जाता है।
भारत में काली मृदा का विस्तार-यह मृदा दक्कन ट्रैप प्रदेश की प्रमुख मृदा है। भारत में काली मृदा मुख्यतः महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश तथा आंध्र प्रदेश के कुछ भागों में मिलती है।
उत्तर 14.
राजनीतिक दलों द्वारा कामकाज को बेहतर ढंग से चलाने के लिए निम्नलिखित सुझाव :
- दलों को अपने संविधान का हर प्रकार से पालन करना चाहिए।
- उन्हें अपने संगठन के प्रत्येक स्तर पर महिलाओं के लिए आरक्षण करना चाहिए।
- दलों के चुनावी खर्चे का प्रबंध राज्य द्वारा किया जाना चाहिए।
- जनता को भी शिकायत पत्रों, प्रदर्शनों आदि के माध्यम से दलों पर सुधार के लिए दबाव डालना चाहिए।
- आम जनता को दलों में सुधार हेतु उनसे जुड़ना चाहिए।
उत्तर 15.
बेल्जियम यूरोप को एक छोटा-सा देश है। इसकी आबादी एक करोड़ से थोड़ी-सी अधिक है। परंतु इस छोटे-से देश के समाज की जातीय बनावट बहुत जटिल है।
- देश की कुल आबादी को 59% हिस्सा फलेमिश क्षेत्र में निवास करता है तथा डच बोलता है।
- 40% लोग वेलोनिया क्षेत्र में रहते हैं तथा फ्रेंच बोलते हैं। शेष बचे 1% लोग जर्मन बोलते हैं।
- राजधानी ब्रूसेल्स के 80% लोग फ्रेंच बोलते हैं और 20% लोग डच भाषा बोलते हैं।
उत्तर 16.
संघीय शासन व्यवस्था की विशेषताएँ :
- यहाँ सरकार दो या अधिक स्तरों वाली होती है।
- अलग-अलग स्तर की सरकारें एक ही नागरिक समूह पर शासन करती हैं परन्तु कानून बनाने, कर वसूलने और प्रशासन का उनका अपना-अपना अधिकार क्षेत्र होता है।
- वित्तीय स्वायत्तता निश्चित करने के लिए विभिन्न स्तर की सरकारों के लिए राजस्व के अलग-अलग स्त्रोत निर्धारित हैं।
- विभिन्न स्तरों की सरकारों के अधिकार-क्षेत्र संविधान में स्पष्ट रूप से वर्णित होते हैं इसलिए संविधान सरकार के हर स्तर के अस्तित्व और प्राधिकार की गांरटी और सुरक्षा देता है।
उत्तर 17.
असंगठित क्षेत्रक की प्रमुख विशेषताएँ :
- असंगठित क्षेत्रक छोटी-छोटी और बिखरी इकाइयों, जो अधिकांशतः सरकारी नियंत्रण से बाहर होती हैं, से निर्मित होता है।
- इस क्षेत्रक के लिए नियम और विनिमय तो होते हैं परंतु उनका अनुपालन नहीं होता है।
- इनके अंतर्गत प्रायः कम वेतन वाले रोज़गार आते हैं जो अधिकांशतः नियमित नहीं हैं।
- यहाँ अतिरिक्त समय में काम करने, सवेतन छुट्टी, बीमारी के कारण छुट्टी इत्यादि का कोई प्रावधान नहीं है तथा रोजगार सुरक्षित नहीं है। श्रमिकों को बिना किसी कारण काम से हटाया जा सकता है।
- कुछ मौसमों में, जब काम कम होता है, तो कुछ लोगों को काम से हटा दिया जाता है। बहुत-से लोग नियोक्ता की पसंद पर निर्भर करते हैं।
असंगठित श्रमिकों के संरक्षण के उपाय- ग्रामीण क्षेत्रों के असंगठित श्रमिकों, जो अधिकांशतः किसान हैं, को समय से बीज, कृषि-उपकरणों, साख भण्डारण सुविधा और विपणन केन्द्र की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। शहरी क्षेत्रों में असंगठित क्षेत्र को भी कच्चे माल की प्राप्ति और उत्पाद के विपणन के लिए सरकारी सहायता की आवश्यकता होती है। आकस्मिक श्रमिकों को शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में संरक्षण दिए जाने की ज़रूरत है।
उत्तर 18.
- उपभोक्ता सुरक्षा परिषदे’ उपभोक्ताओं का मार्गदर्शन करती हैं कि उपभोक्ता कैसे अपनी असुविधाओं के विरोध में उपभोक्ता अदालत में मुकद्दमा दर्ज कराएँ।
- अनेक अवसरों पर ये परिषदें उपभोक्ता अदालत में व्यक्ति विशेष (उपभोक्ता) का प्रतिनिधित्व भी करती हैं।
- ये परिषदें स्वयंसेवी संगठनों तथा जनता में जागरूकता पैदा करने के लिए सरकार से समय-समय पर वित्तीय सहायता भी प्राप्त करती हैं।
उत्तर 19.
फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान का भाव पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियों ने निम्नलिखित कदम उठाए :
- सामूहिक पहचान की भावना पैदा करने के लिए पितृभूमि और नागरिक जैसे विचारों पर बल दिया गया।
- एक नया फ्रांसीसी झंडा (तिरंगा) चुना गया जिसने पहले के राष्ट्रध्वज की जगह ले ली।
- स्टेट जनरल का चुनाव सक्रिय नागरिकों के समूह द्वारा किया जाने लगा और उसका नाम बदल कर नेशनल एसेंबली कर दिया गया।
- नयी स्तुतियाँ रची गईं, शपथे ली गईं, शहीदों का गुणगान हुआ और यह सब राष्ट्र के नाम पर हुआ।
- एक केन्द्रीय प्रशासनिक व्यवस्था लागू की गई जिसने अपने भू-भाग में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए समान कानून बनाए।
- आंतरिक आयात-निर्यात शुल्क समाप्त कर दिए गए और भार तथा नापने की एक समान व्यवस्था लागू की गई।
- क्षेत्रीय बोलियों को हतोत्साहित किया गया। उस समय पेरिस में फ्रेंच बोली और लिखी जाती थी, वही राष्ट्र की सांझी भाषा बन गई।
अथवा
वियतनाम में उपनिवेशी शिक्षा के क्षेत्र में प्रमुख समस्याएँ :
- फ्रांसीसियों के सामने सबसे मुख्य समस्या यह थी कि वह वियतनामियों को किस हद तक या कितनी शिक्षा दें ताकि वे शिक्षित भी हो जाएं और मानसिक तौर पर उनके दास भी बने रहें।
- फ्रांसीसियों को शिक्षित कामगारों की आवश्यकता थी परंतु एक समस्या यह भी थी कि वह पढ़-लिखकर उनके ही विरुद्ध खड़े न हो जाएं अथवा अन्य कई समस्याएँ न खड़ी कर दें।
उन्होंने इन समस्याओं को निम्न प्रकार से हल करने का प्रयास किया :
- फ्रांसीसियों ने “टोंकिन फ्री” स्कूलों की स्थापना की जहाँ वियतनामियों को पश्चिमी तरीके से शिक्षा प्रदान की जाती थी तथा फ्रांसीसी सभ्यता और संस्कृति को महान् बताकर केवल उसी का गुणगान किया जाता था। इस शिक्षा में विज्ञान, स्वच्छता तथा फ्रेंच भाषा की कक्षाएँ भी शामिल थीं।
- उनका यह सुझाव था कि वियतनामियों को निम्न तथा फ्रांसीसियों को उच्च कक्षाओं में पढ़ाया जाए।
- वियतनामी विद्यार्थियों में से कुछ विद्यार्थी जो फ्रांसीसी भाषा सीख कर फ्रांसीसी संस्कृति को अपना लेते थे उनको फ्रांसीसी नागरिकता प्रदान की जाती थी।
उत्तर 20.
जूट मिलों के हुगली नदी के निकट स्थित होने के कारण :
- हुगली नदी क्षेत्र जूट उत्पादन में अग्रणी है। इसलिए मिलों को कच्चा माल आसानी से उपलब्ध हो जाता है।
- हुगली नदी अंत:स्थानीय जल मार्ग का केन्द्र भी है तथा इसके समीप सड़कों और रेलवे की अच्छी सुविधाएँ हैं जिससे तैयार माल का परिवहन सरलता से हो जाता है।
- जूट उत्पादन करने वाली मिलों में उपयोग किए जाने वाले पानी की माँग हुगली नदी द्वारा आसानी से पूरी हो जाती है।
- इन मिलों के लिए सस्ते मज़दूर पश्चिम बंगाल, बिहार, ओड़िशा और उत्तर प्रदेश से आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।
- वर्षा के अधिक होने से नदियाँ, तालाब और जलाशय जल से भरे रहते हैं। जूट को रंगने, साफ करने, गलाने आदि के लिए विपुल मात्रा में जल चाहिए, जो यहाँ सहज सुलभ है।
उत्तर 21.
भारत में जल बहुत ही महत्त्वपूर्ण संसाधन है :
- भारत कृषि प्रधान देश है। यहाँ पर पूरे साल फसलों की सिंचाई के लिए बहुत मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है।
- बढ़ती हुई जनसंख्या के लिए जल की बहुतायत में आवश्यकता होती है। मनुष्य की दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जल एक अति आवश्यक साधन है।
- शहरीकरण और औद्योगीकरण को विकास गति प्रदान करने में जल अपरिहार्य है।
जल-संकटग्रस्त संसाधन :
- भारत में जल के अत्यधिक प्रयोग से जल की कमी हो गयी है। पानी के स्रोत सूख रहे हैं तथा भौम जल स्तर नीचे जा रहा है। पुराने जल स्रोतों, जैसे पोखरों आदि, को भी पाट दिया गया है।
- भारत में जल प्रदूषित हो गया है। उपलब्ध जल भी प्रदूषण के कारण उपयोग में लाने योग्य नहीं रह गया है। चारों ओर जल की कमी अनुभव हो रही है।
- वर्षा की कमी के कारण जल और भी अधिक संकटग्रस्त संसाधन बन जाता है। वर्षा की कमी से-
- फसलें सूखने लगती हैं;
- पशुओं को हरा चारा नहीं मिल पाती; तथा
- पीने के पानी की राशनिंग करनी पड़ती है जिससे पानी कुछ घंटे ही मिल पाता है।
उत्तर 22.
बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी का मॉडल :
- संविधान में इस बात को स्पष्ट प्रावधान है कि केन्द्रीय सरकार में डच और फ्रेंच-भाषी मंत्रियों की संख्या समान रहेगी।
- राज्य सरकारें केंद्रीय सरकार के अधीन नहीं हैं।
- ब्रूसेल्स में अलग सरकार है और इसमें दोनों समुदायों का समान प्रतिनिधित्व है।
श्रीलंका की सत्ता की साझेदारी का मॉडल-
- सिंहली समुदाय के नेताओं ने बहुसंख्यक होने के बल पर शासन पर प्रभुत्व जमाया हुआ है।
- 1956 में एक कानून बनाया गया जिसके तहत तमिल भाषा को दरकिनार करके सिंहली भाषा को राजभाषा घोषित कर दिया गया।
- नए संविधान में यह प्रावधान भी किया गया कि सरकार बौद्ध मत को संरक्षण और बढ़ावा देगी।
उत्तर 23.
लोकतंत्र की बुनियादी आधार बनाने की चुनौती का अर्थ है- मौजूदा गैर-लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को गिराना, सत्ता पर सेना के नियंत्रण को समाप्त करना और एक संप्रभु तथा कारगर शासन व्यवस्था को स्थापित करना।
लोकतंत्र की बुनियादी आधार बनाने की चुनौती- दुनिया के एक-चौथाई भाग में अभी भी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था स्थापित नहीं हो पाई है। इन देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था की ओर जाने और लोकतांत्रिक सरकार गठित करने के लिए आवश्यक मूलभूत आधार बनाने की चुनौती है। गैर-लोकतांत्रिक देशों में चल रही निरंकुश शासन व्यवस्था को गिराने तथा सत्ता पर सेना के नियंत्रण को समाप्त करने की चुनौती है। एक संप्रभु तथा कारगर शासन व्यवस्था को स्थापित करने की भी चुनौती है।
उदाहरणतया, 2006 में नेपाल में राजशाही के विरूद्ध तथा लोकतंत्र को शासन का बुनियादी आधार बनाने के लिए एक विलक्षण जन-आंदोलन हुआ। आम जनता की भागीदारी तथा राजनीतिक दलों की एकजुटता के कारण राजा को झुकना पड़ा तथा लोकतांत्रिक सरकार का गठन हुआ।
उत्तर 24.
विभिन्न देशों के बीच परस्पर सम्बंध और तीव्र एकीकरण की प्रक्रिया ही वैश्वीकरण है। बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ वैश्वीकरण की प्रक्रिया में मुख्य भूमिका निभा रही हैं। विभिन्न देशों के बीच वैश्वीकरण के फलस्वरूप अधिक से अधिक वस्तुओं और सेवाओं, निवेश और प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान हो रहा है।
वैश्वीकरण द्वारा भारतीय कंपनियाँ निम्न प्रकार से लाभान्वित हो रही हैं।
- इन कंपनियों ने नवीनतम प्रौद्योगिकी और उत्पादन प्रणाली में निवेश किया और अपने उत्पादन मानकों को ऊँचा उठाया है।
- कुछ कंपनियों ने विदेशी कंपनियों के साथ सफलतापूर्वक सहयोग कर लाभ अर्जित किया है।
- वैश्वीकरण ने कुछ बड़ी भारतीय कंपनियों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों के रूप में उभरने के योग्य बनाया है।
- वैश्वीकरण के कारण लोग अच्छी गुणवत्ता वाली वस्तुएँ कम कीमत पर खरीद सकते हैं।
उत्तर 25.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ऋणों के औपचारिक स्रोतों की कार्यप्रणाली पर नज़र रखता है।
उदाहरण के लिए, आर०बी०आई० (RBI) नज़र रखता है कि बैंक वास्तव में नकद शेष बनाए हुए हैं।
आर०बी०आई० (RBI) इस पर भी नज़र रखता है कि बैंक केवल लाभ अर्जित करने वाले व्यवसायियों और व्यापारियों को ही तो ऋण उपलब्ध नहीं करा रहे, बल्कि छोटे किसानों, छोटे उद्योगों, छोटे कर्जदारों इत्यादि को भी ऋण दे रहे हैं। बैंकों को समय-समय पर आर०बी०आई० (RBI) को जानकारी देनी होती है कि वे किनको और कितना ऋण दे रहे हैं और उसकी ब्याज की दरें क्या हैं?
यह इसलिए भी आवश्यक है ताकि अर्थव्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे और अपेक्षितों को संरक्षण प्राप्त हो। सके।
उत्तर 26.
(a) दांडी (गुजरात)
(b) मद्रास
(c) आंध्र प्रदेश
(d) अमृतसर
(e) तमिलनाडु
We hope the CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 2 help you. If you have any query regarding CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 2, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.