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NCERT Books Download PDF for Class 12, 11, 10, 9, 8, 7, 6, 5, 4, 3, 2, 1

NCERT Books for Class 1 to 12 – Download Free PDF

NCERT BOOKS FOR CLASS 12 – DOWNLOAD PDF

NCERT Books for Class 12 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा १२ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 12 Physics Part 1 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ भौतिकी भाग 1
NCERT Class 12 Physics Part 2 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ भौतिकी भाग २
NCERT Class 12 Chemistry Part 1 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ रसायन विज्ञान भाग 1
NCERT Class 12 Chemistry Part 2 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ रसायन विज्ञान भाग २
NCERT Class 12 Maths Part 1 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ गणित भाग 1
NCERT Class 12 Maths Part 2 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ गणित भाग २
NCERT Class 12 Biology Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ जीवविज्ञान
NCERT Class 12 Accountancy Books NCERT Class 12 Accountancy Books in Hindi
NCERT Class 12 Accountancy 1 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ लेखाशास्त्र भाग 1
NCERT Class 12 Accountancy 2 Book एन सी ई आर टी कक्षा १२ लेखाशास्त्र भाग २
NCERT Class 12 Business Studies Books NCERT Class 12 Business Studies Books in Hindi
NCERT Class 12 Business Studies 1 एन सी ई आर टी कक्षा १२ व्यवसाय अध्ययन भाग 1
NCERT Class 12 Business Studies 2 एन सी ई आर टी कक्षा १२ व्यवसाय अध्ययन भाग २
NCERT Class 12 Economics Books NCERT Class 12 Economics Books in Hindi
NCERT Book Introductory Microeconomics एन सी ई आर टी कक्षा १२ परिचयात्मक व्यष्टि अर्थशास्त्र
NCERT Book Introductory Macroeconomics एन सी ई आर टी कक्षा १२ परिचयात्मक सूक्ष्म अर्थशास्त्र
NCERT Class 12 Geography Books NCERT Class 12 Geography Books in Hindi
NCERT Book Fundamental of Human Geography एन सी ई आर टी कक्षा १२ मानव भूगोल के मूल सिद्धांत
NCERT Book India- People and Economy एन सी ई आर टी कक्षा १२ भारत लोग और अर्थव्यवस्था (भूगोल )
NCERT Book Practical Working Geography Part II एन सी ई आर टी कक्षा १२ भूगोल में परिजयोजनात्मक प्रयोगात्मक कार्य
NCERT Class 12 History Books NCERT Class 12 History Books in Hindi
NCERT Book Themes in Indian History 1 एन सी ई आर टी कक्षा १२ भारतीय इतिहास के कुछ विषय भाग 1
NCERT Book Themes in Indian History 2 एन सी ई आर टी कक्षा १२ भारतीय इतिहास के कुछ विषय भाग २
NCERT Book Themes in Indian History 3 एन सी ई आर टी कक्षा १२ भारतीय इतिहास के कुछ विषय भाग ३
NCERT Class 12 Political Science Books NCERT Class 12 Political Science Books in Hindi
NCERT Book Contemporary World Politics एन सी ई आर टी कक्षा १२ समकालीन विश्व राजनीति
NCERT Book Political Science 2 स्वतंत्र भारत में राजनीति भाग २
NCERT Class 12 Psychology Books NCERT Class 12 Psychology Books in Hindi
NCERT Book Psychology एन सी ई आर टी कक्षा १२ मनोविज्ञान
NCERT Class 12 Sociology Books NCERT Class 12 Sociology Books in Hindi
NCERT Book Indian Society एन सी ई आर टी कक्षा १२ भारतीय समाज
NCERT Book Social Change and Development India एन सी ई आर टी कक्षा १२ भारत में सामाजिक परिवर्तन और विकास
NCERT Class 12 Hindi Books
एन सी ई आर टी कक्षा १२ अंतरा
एन सी ई आर टी कक्षा १२ अंतराल भाग 2
एन सी ई आर टी कक्षा १२ आरोह
एन सी ई आर टी कक्षा १२ वितान
NCERT Class 12 English Books
NCERT Book Flamingo
NCERT Book Kaleidoscope
NCERT Book Vistas

NCERT BOOKS FOR CLASS 11 – DOWNLOAD FREE PDF

NCERT Books for Class 11 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा ११ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 11 Physics Part 1 Book एन सी ई आर टी कक्षा ११ भौतिकी भाग 1
NCERT Class 11 Physics Part 2 Book एन सी ई आर टी कक्षा ११ भौतिकी भाग २
NCERT Class 11 Chemistry Part 1 Book एन सी ई आर टी कक्षा ११ रसायन विज्ञान भाग 1
NCERT Class 11 Chemistry Part 2 Book एन सी ई आर टी कक्षा ११ रसायन विज्ञान भाग २
NCERT Class 11 Maths Book एन सी ई आर टी कक्षा ११ गणित
NCERT Class 11 Biology Book एन सी ई आर टी कक्षा ११ जीवविज्ञान
NCERT Class 11 Accountancy Books NCERT Class 11 Accountancy Books in Hindi
NCERT Financial Accounting- 1 एन सी ई आर टी कक्षा ११ लेखाशास्त्र भाग 1
NCERT Accountancy- 2 एन सी ई आर टी कक्षा ११ लेखाशास्त्र भाग २
NCERT Class 11 Business Studies Books NCERT Class 11 Business Studies Books in Hindi
NCERT Business Studies एन सी ई आर टी कक्षा ११ व्यवसाय अध्ययन
NCERT Class 11 Economics Books NCERT Class 11 Economics Books in Hindi
NCERT Indian Economic Development एन सी ई आर टी कक्षा ११ भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास
NCERT Class 11 Geography Books NCERT Class 11 Geography Books in Hindi
NCERT Class 11 Indian Physical Environment एन सी ई आर टी कक्षा ११ भारतीय भौतिक पर्यावरण
NCERT Class 11 Practical Work in Geography एन सी ई आर टी कक्षा ११ भूगोल में प्रयोगात्मक कार्य भाग 1 
NCERT Class 11 Fundamentals of Physical Geography एन सी ई आर टी कक्षा ११ भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत 
NCERT Class 11 History Books NCERT Class 11 History Books in Hindi
NCERT Themes in World History एन सी ई आर टी कक्षा ११ विश्व इतिहास के कुछ विषय
NCERT Class 11 Political Science Books NCERT Class 11 Political Science Books in Hindi
NCERT Indian Constitution at Work एन सी ई आर टी कक्षा ११ भारत का संविधान सिद्धांत और व्यवहार
NCERT Political Theory एन सी ई आर टी कक्षा ११ राजनीति सिद्धांत
NCERT Class 11 Psychology Books NCERT Class 11 Psychology Books in Hindi
NCERT Introduction to Psychology एन सी ई आर टी कक्षा ११ मनोविज्ञान
NCERT Class 11 Sociology Books NCERT Class 11 Sociology Books in Hindi
NCERT Introducing Sociology एन सी ई आर टी कक्षा ११ समाजशास्त्र भाग 1
NCERT Introducing Sociology एन सी ई आर टी कक्षा ११ समाज का बोध
NCERT Class 11 Economics Books NCERT Class 11 Economics Books in Hindi
NCERT Indian Economic Development एन सी ई आर टी कक्षा ११ भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास
NCERT Class 11 Hindi Books
एन सी ई आर टी कक्षा ११ अंतरा
एन सी ई आर टी कक्षा ११ अंतराल
एन सी ई आर टी कक्षा ११ आरोह
एन सी ई आर टी कक्षा ११ वितान
NCERT Class 11 English Books
NCERT Hornbill
NCERT Snapshots Supplementary Reader English
NCERT Woven Words

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NCERT BOOKS FOR CLASS 10 – DOWNLOAD FREE PDF

NCERT Books for Class 10 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा १० की किताबें हिंदी में

NCERT Class 10 Science Book एन सी ई आर टी कक्षा १0 विज्ञान
NCERT Class 10 Maths Book एन सी ई आर टी कक्षा १0 गणित
NCERT Class 10 Social Science Books NCERT Class 10 Social Science Books
NCERT Contemporary India एन सी ई आर टी कक्षा १0 भारत और समकालीन विश्व भाग २
NCERT India and the Contemporary World-II एन सी ई आर टी कक्षा १0 आर्थिक विकास की समझ
NCERT Understanding Economic Development एन सी ई आर टी कक्षा १0 समकालीन भारत
NCERT Democratic Politics-II एन सी ई आर टी कक्षा १0 लोकतान्त्रिक राजनीति
NCERT Class 10 Hindi Books
एन सी ई आर टी कक्षा १0 कृतिका 
एन सी ई आर टी कक्षा १0 क्षितिज
एन सी ई आर टी कक्षा १0 संचयन भाग २
एन सी ई आर टी कक्षा १0 स्पर्श
NCERT Class 10 English Books
NCERT First Flight
NCERT Footprints Without Feet Supplementary Reader

NCERT TEXTBOOKS FOR CLASS 9 – DOWNLOAD FREE PDF

NCERT Books for Class 9 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा ९ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 9 Science Book एन सी ई आर टी कक्षा ९ विज्ञान
NCERT Class 9 Maths Book एन सी ई आर टी कक्षा ९ गणित
NCERT Class 9 Social Science Books NCERT Class 9 Social Science Books in Hindi
NCERT Contemporary India एन सी ई आर टी कक्षा ९ भारत और समकालीन विश्व भाग- I
NCERT India and the Contemporary World-I एन सी ई आर टी कक्षा ९ अर्थशास्त्र
NCERT Economics एन सी ई आर टी कक्षा ९ समकालीन भारत
NCERT Democratic Politics एन सी ई आर टी कक्षा ९ लोकतान्त्रिक राजनीति
NCERT Class 9 Hindi Books
एन सी ई आर टी कक्षा ९ कृतिका
एन सी ई आर टी कक्षा ९ क्षितिज
एन सी ई आर टी कक्षा ९ संचयन 
एन सी ई आर टी कक्षा ९ स्पर्श
NCERT Class 9 English Books
NCERT BeeHive English Textbook
NCERT Moments Supplementary Reader
NCERT Words and Expressions- I

NCERT TEXTBOOKS FOR CLASS 8 – DOWNLOAD FREE PDF

NCERT Books for Class 8 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा ८ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 8 Science Book एन सी ई आर टी कक्षा ८ विज्ञान
NCERT Class 8 Maths Book एन सी ई आर टी कक्षा ८ गणित
NCERT Class 8 Social Science Books NCERT Class 8 Social Science Books in Hindi
NCERT Our Past-III: Part 1 एन सी ई आर टी कक्षा ८ हमारे अतीत III(Itihas)
NCERT Our Past- III: Part 2 एन सी ई आर टी कक्षा ८ हमारे अतीत भाग २
NCERT Social and Political Life एन सी ई आर टी कक्षा ८ सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन
NCERT Resource and Development (Geography) एन सी ई आर टी कक्षा ८ संसाधन एवं विकास (भूगोल )
NCERT Class 8 Hindi Books
एन सी ई आर टी कक्षा ८ भारत की खोज 
एन सी ई आर टी कक्षा ८ दूर्वा 
एन सी ई आर टी कक्षा ८ वसंत
NCERT Class 8 English Books
NCERT HoneyDew
NCERT It So Happened

NCERT TEXTBOOKS FOR CLASS 7 – DOWNLOAD FREE PDF

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एन सी ई आर टी कक्षा ७ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 7 Science Book एन सी ई आर टी कक्षा ७ विज्ञान
NCERT Class 7 Maths Book एन सी ई आर टी कक्षा ७ गणित
NCERT Class 7 Social Science Books NCERT Class 7 Social Science Books in Hindi
NCERT Our Past-II एन सी ई आर टी कक्षा ७ हमारे अतीत II
NCERT Social and Political Life-II एन सी ई आर टी कक्षा ७ हमारा पर्यावरण
NCERT Our Environment एन सी ई आर टी कक्षा ७ सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन
NCERT Class 7 Hindi Books
एन सी ई आर टी कक्षा ७ दूर्वा
एन सी ई आर टी कक्षा ७ महाभारत
एन सी ई आर टी कक्षा ७ वसंत
NCERT Class 7 English Books
NCERT Honeycomb
NCERT An Alien Hand SupplementaryReader

NCERT TEXTBOOKS FOR CLASS 6 – DOWNLOAD PDF

NCERT Books for Class 6 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा ६ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 6 Science Book एन सी ई आर टी कक्षा ६ विज्ञान
NCERT Class 6 Maths Book एन सी ई आर टी कक्षा ६ गणित
NCERT Class 6 Social Science Books NCERT Class 6 Social Science Books in Hindi
NCERT Our Pasts-I एन सी ई आर टी कक्षा ६ हमारे अतीत I
NCERT The Earth Our Habitat एन सी ई आर टी कक्षा ६ पृथ्वी हमारा आवास (भूगोल )
NCERT Social and Political Life-I एन सी ई आर टी कक्षा ६ सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन
NCERT Class 6 Hindi Books
एन सी ई आर टी कक्षा ६ बाल राम कथा
न सी ई आर टी कक्षा ६ दूर्वा 
एन सी ई आर टी कक्षा ६ वसंत
NCERT Class 6 English Books
NCERT A Pact With The Sun
NCERT HoneySuckle

NCERT TEXTBOOKS FOR CLASS 5 – DOWNLOAD PDF

NCERT Books for Class 5 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा ५ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 5 Maths Magic Book एन सी ई आर टी कक्षा ५ गणित
NCERT Class 5 Environmental Studies Books NCERT Class 5 Environmental Studies Books in Hindi
NCERT Looking Around एन सी ई आर टी कक्षा ५ आस पास
NCERT Class 5 Hindi Book
एन सी ई आर टी कक्षा ५ रिमझिम
NCERT Class 5 English Book
NCERT Marigold

NCERT TEXTBOOKS FOR CLASS 4 – DOWNLOAD PDF

NCERT Books for Class 4 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा ४ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 4 Maths Book – Magic एन सी ई आर टी कक्षा ४ गणित का जादू 
NCERT Class 4 Environmental Studies Books NCERT Class 4 Environmental Studies Books in Hindi
NCERT Looking Around EVS एन सी ई आर टी कक्षा ४ आस पास
NCERT Class 4 Hindi Book
एन सी ई आर टी कक्षा ४ रिमझिम
NCERT Class 4 English Book
NCERT Marigold

NCERT TEXTBOOKS FOR CLASS 3 – DOWNLOAD PDF

NCERT Books for Class 3 – English Medium

एन सी ई आर टी कक्षा ३ की किताबें हिंदी में

NCERT Class 3 Maths Book एन सी ई आर टी कक्षा ३ गणित
NCERT Class 3 Environmental Studies Books NCERT Class 3 Environmental Studies Books in Hindi
NCERT Looking Around एन सी ई आर टी कक्षा ३ आस पास
NCERT Class 3 Hindi Book
एन सी ई आर टी कक्षा ३ रिमझिम
NCERT Class 3 English Book
NCERT Marigold

NCERT BOOKS FOR CLASS 2 – DOWNLOAD PDF

NCERT Class 2 Maths Book – Magic
एन सी ई आर टी कक्षा २ गणित
NCERT Class 2 Hindi Book
एन सी ई आर टी कक्षा २ रिमझिम
NCERT Class 2 English Book
NCERT Marigold
NCERT Raindrops

NCERT BOOKS FOR CLASS 1 – DOWNLOAD PDF

Maths Class 1 Maths Book – Magic
एन सी ई आर टी कक्षा १ गणित का जादू 
NCERT Class 1 Hindi Book
एन सी ई आर टी कक्षा १ रिमझिम
NCERT Class 1 English Books
Marigold
Raindrops

NCERT Textbook

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 is part of CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium . Here we have given CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4

Board CBSE
Class X
Subject Science
Sample Paper Set Paper 4
Category CBSE Sample Papers

Students who are going to appear for CBSE Class 10 Examinations are advised to practice the CBSE sample papers given here which is designed as per the latest Syllabus and marking scheme as prescribed by the CBSE is given here. Paper 4 of Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium is given below with free PDF download solutions.

समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80

सामान्य निर्देश :

  • इस प्रश्न पत्र के दो भाग, A व B हैं। आप को दोनों भाग करने हैं।
  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • भाग A के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं तथा भाग B के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं।
  • भाग A के प्रश्न सं० 1 व 2 एक अंक के हैं। इनका उत्तर एक शब्द अथवा एक वाक्य में लिखना है।
  • प्रश्न सं० 3 से 5 तक दो अंक के हैं। इनका उत्तर 30 शब्दों में (प्रत्येक प्रश्न के लिए) लिखिए।
  • प्रश्न सं० 6 से 15 तक तीन अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न सं० 16 से 21 तक पाँच अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 70 शब्दों में लिखिए।
  • भाग B के प्रश्न सं० 22 से 27 तक प्रयोगात्मक कौशल पर आधारित हैं। प्रत्येक प्रश्न दो अंक का है।

SECTION A

प्र०1.
एक ऐसे पुष्प का नाम लिखिए जिसमें पुंकेसर व स्त्रीकेसर दोनों भाग पाए जाते हैं।

प्र०2.
पेप्सिन एवं ट्रेप्सिन एंजाइमों के बीच एक अंतर लिखिए। पेप्सिन

प्र०3.
एक तत्व “X” जिसका परमाणु द्रव्यमान 35 है तथा उसके परमाणु में यदि 18 न्यूट्रॉन हों तो उस तत्व “X” की समूह संख्या तथा आवर्त संख्या ज्ञात कीजिए।

प०4.
1.2 m ऊँचाई वाले बिम्ब को एक अवतल दर्पण के सामने रखा है। यदि दर्पण की फोकस दूरी 20 cm है और बिम्ब का प्रतिबिम्ब दर्पण के सामने 60 cm की दूरी पर वास्तविक प्रतिबिम्ब बनता है। ज्ञात कीजिए कि बिम्ब दर्पण के सामने कितनी दूरी पर रखा है? बनने वाले प्रतिबिम्ब की ऊँचाई ज्ञात कीजिए।

प्र०5.
गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोतों के दोहन की क्या आवश्यकता है? कोई दो मुख्य कारण लिखिए।

प्र०6.
उस वैद्युत संयंत्र का नाम लिखिए जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में रूपांतरित करता है। इसका एक नामांकित चित्र बनाएं तथा इसकी कार्यविधि का सिद्धांत भी लिखिए।
अथवा
(i) वैद्युत उपकरणों में भूसंपर्क तार को क्या कार्य है?
(ii) विद्युत प्रवाह में लघुपथन का क्या अर्थ है? इसकी व्याख्या कीजिए।
(iii) निम्नलिखित के लिए कितनी मात्रा का फ्यूज़ विद्युत परिपथ में लगाना चाहिए :
(a) बल्ब तथा पंखों के लिए
(b) 2 kW या उससे अधिक शक्ति वाले उपकरणों के लिए?

प्र०7.
एक ऐसे विद्युत परिपथ का आरेख बनाइए जिसमें एक सेल, एक कुंजी, एक ऐमीटर तथा एक 4Ω के प्रतिरोधक के साथ श्रेणी क्रम में, दो 8Ω के प्रतिरोधक जो परस्पर समांतर क्रम में लगे हैं, उसके साथ जुड़े हैं। समांतर क्रम के साथ वोल्टमीटर भी लगा है। ये तीनों प्रतिरोधक, प्रत्येक अधिकतम ऊर्जा लेकर 16Ω की शक्ति को बिना पिघले हुए सह सकते हैं। प्रत्येक प्रतिरोधक में से अधिकतम कितनी विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है, उसकी गणना कीजिए।

प्र०8.
जल के वैद्युत अपघटन में :
(a) केथोड तथा एनोड पर एकत्रित होने वाली गैसों के नाम लिखिए।
(b) एक इलेक्ट्रॉड पर एकत्र होने वाली गैस का आयतन दूसरी गैसों से दोगुना क्यों है?
(c) यदि जल में तनु H2SO4 अम्ल नहीं डालेंगे तो क्या होगा?

प्र०9.
मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी तथा आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों को स्थान देने के तरीकों में अंतर स्पष्ट कीजिए।

प्र०10.
ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ग्लूकोज़ किस प्रकार विघटित होता है, उन विधियों के बारे में लिखिए।
अथवा
धमनियों तथा शिराओं के बीच कोई तीन अंतर लिखिए।

प्र०11.
मेंडल के प्रयोगों से किस प्रकार सिद्ध होता है कि लक्षण प्रभावी अथवा अप्रभावी होते हैं?

प्र०12.
रोहित ने एक उत्तल लेंस का उपयोग करते हुए एक मोमबत्ती की ज्वाला को एक सफेद पर्दे पर फोकसित किया। उसने निम्नलिखित पठनों को अंकित किया :
मोमबत्ती की स्थिति = 26.0 cm
उत्तल लेंस की स्थिति = 50.0 cm
पर्दे की स्थिति = 74.0 cm
अब निम्नलिखित को उत्तर दीजिए :
(i) उत्तल लेंस की फोकस दूरी ज्ञात कीजिए।
(ii) यदि रोहित अब मोमबत्ती को 38 cm पर रखता है तो उसका प्रतिबिम्ब कहाँ पर बनेगा?
(iii) ऊपर की (ii) स्थिति के लिए प्रतिबिम्ब के बनने के लिए किरण आरेख बनाइए।

प्र०13.
“pH का हमारे जीवन में काफी महत्त्व है”, इसका वर्णन तीन उदाहरण देते हुए कीजिए।
अथवा
जिप्सम से एक यौगिक को बनाया जाता है। यह यौगिक पानी की उचित मात्रा को साथ मिलाने पर कठोर हो जाता है। इस यौगिक को पहचानिए एवं इसका रासायनिक सूत्र लिखिए। इसे बनाने के लिए समीकरण लिखिए। इस यौगिक का एक उपयोग भी लिखिए।

प्र०14.
जैव विकास के अध्ययन के लिए जीवाश्मों का ज्ञान क्यों महत्त्वपूर्ण है? उन दो विधियों का वर्णन कीजिए जिनसे जीवाश्मों की आयु का अनुमान लगाया जा सकता है।

प्र०15.
AIDS के विषय में लोगों को जानकारी देने के लिए हमारी सरकार समय-समय पर पोस्टरों द्वारा, रेडियो कार्यक्रमों द्वारा तथा अन्य प्रकार के विज्ञापनों द्वारा इससे बचने के उपाय तथा उपचार के विषय में बताती रहती है।
(a) AIDS किस प्रकार का रोग है? इस रोग के कारक का नाम लिखिए।
(b) हमारी सरकार ऊपरलिखित कार्यक्रमों द्वारा AIDS के विषय में लोगों में किस प्रकार की जागरूकता विकसित करना चाहती है?

प्र०16.
एक लंबे सीधे चालक तार में विद्युत धारा प्रवाहित होने पर उसके चारों तरफ किस प्रकार का चुंबकीय क्षेत्र उत्पादित होता है, विद्युत परिपथ के नामांकित चित्र द्वारा एक क्रियाकलाप द्वारा इसका वर्णन करें।
(i) उस नियम का नाम लिखिए जो इस प्रकार के विद्युत धारा प्रवाहित चालक में उत्पादित चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को बताता है।
(ii) क्या इसी प्रकार का चुंबकीय क्षेत्र तब भी विकसित होगा जबे
(a) एल्फा कणों का एक पतला पुंज गतिशील है तथा
(b) न्यूट्रॉन कणों का एक पतला पुंज गतिशील है?

प्र०17.
यदि आपको गेंद व तीलियों के 6 कार्बन व 14 हाइड्रोजन परमाणुओं वाला मॉडल दिया गया है। साथ में अतिरिक्त तीलियाँ भी दी गई हैं। इनसे आप C6H14 वाले कितने प्रकार के अणुओं को बना सकते है?
अथवा
C3H6O अणुसूत्र वाले दो समावयव यौगिकों के संरचना सूत्र लिखिए। इन दोनों यौगिकों के इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना सूत्र भी लिखिए।

प्र०18.
(a) (i) मनुष्य के मस्तिष्क का एक साफ़ चित्र बनाइए।
(ii) इस चित्र में मेडुला व अनुमस्तिष्क को नामांकित कीजिए।
(iii) ऊपरलिखित भागों के कार्य भी लिखिए।।
(b) वृद्धि हार्मोन के अधिक उत्पादन तथा कम उत्पादन के कारण हमारे शरीर में किस प्रकार के रोग हो जाते हैं? उनका वर्णन कीजिए।

प्र०19.
नूपुर को अपनी आंख की दृष्टि को ठीक करने के लिए -4.5 D शक्ति के लेंस लगाने की आवश्यकता पड़ती है।
(a) नुपुर को किस प्रकार का दृष्टिदोष है? ।
(b) इस दोष को ठीक करने वाले लेंस की प्रकृति व फोकस दूरी क्या है?
(c) (i) दोष दिखाने के लिए व
(ii) उसके संशोधन के लिए किरण आरेख बनाइए।
(d) इस दृष्टि दोष के दो कारण लिखिए।

प्र०20.
(a) धातुओं की सक्रियता श्रेणी से आप क्या समझते हैं? इस श्रेणी की सहायता से हम विभिन्न धातुओं का परस्पर अधिक या कम् क्रियाशील होने का पता किस प्रकार लगा सकते हैं?
(b) धातुओं की सक्रियता श्रेणी में मध्य भाग में पाई जाने वाली धातुओं को उनके ऑक्साइड अयस्कों से किस प्रकार प्राप्त किया जा सकता है? इसी प्रकार इस श्रेणी में ऊपरी सिरे पर पाई जाने वाली धातुओं को उनके ऑक्साइडों से किस प्रकार प्राप्त कर सकते हैं? प्रत्येक के लिए एक उदाहरण दीजिए।

प्र०21.
(a) “हमारी जीवनशैली की उन्नति के कारण बहुत मात्रा में कचरे का उत्पादन हो रहा है।” इस कथन के पक्ष में दो उदाहरण दीजिए। एक ऐसे परिवर्तन के विषय में लिखिए जो हम अपनी जीवनशैली में अपनायें जिससे अनिम्नीकरण वाले कचरे की मात्रा कम हो सके।
(b) निम्नलिखित जीव एक खाद्य श्रृंखला बनाते हैं :
कीड़ा, बाज, घास, सांप, मेंढक
इनमें से किस जीव में सबसे अधिक मात्रा में अनिम्नीकरणीय रसायन पाए जाएंगे। इस प्रकृम का नाम लिखिए।
अथवा
(a) ‘जले संभर प्रबंधन’ से आप क्या समझते हैं? इसके कोई दो लाभ लिखिए।
(b) “मनुष्य किसी खाद्य श्रृंखला में सबसे अधिक पोषी स्तर पर है।’ इसका हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

SECTION B

प्र०22.
आप निम्नलिखित परखनलियों में बारी-बारी से एसिटिक अम्ल की कुछ बूंदें डालने पर क्या प्रेक्षण करेंगे?
(a) फिनॉलफ्थेलीन
(b) सार्वत्रिक सूचक
(c) आसुत जल
(d) सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट

प्र०23.
साबुन के घोल से कितनी मात्रा में झाग बनती है, इसके लिए रिया ने दो प्रयोग किए। ये प्रयोग हैं :
प्रयोग I: रिया ने एक परखनली “A” में 10 मिली आसुत जल लिया तथा उसमें 5-6 बूंदें तरल साबुन की डाल कर, उसे अच्छी प्रकार से हिलाया।
प्रयोग II: उसने एक परखनली “A” में 10 मिली आसुत जल लेकर उसमें 5-6 बूंदें तरल साबुन की डालीं तथा उसमें आधा चम्मच CaSO4 डाला तथा परखनली को अच्छी तरह से हिलाया।
अब इन दोनों परखनलियों में आप क्या प्रेक्षण करेंगे, लिखिए।

प्र०24.
एक विद्यार्थी ने यीस्ट में अलैंगिक प्रजनन को दिखाते हुए एक स्थाई स्लाइड को सूक्ष्मदर्शी में देखा। उसने स्लाइड में जो प्रेक्षण देखे, उसे चित्रों द्वारा दिखाएं तथा इस प्रजनन विधि का नाम भी लिखिए।

प्र०25.
श्वसन क्रिया में CO2 गैस उत्पादित होती है, इसके लिए एक विद्यार्थी ने एक प्रयोग किया। इस प्रयोग को करते हुए कौन-कौन सी सावधानियाँ अपनानी चाहिए। कोई दो सावधानियाँ लिखिए।

प्र०26.
एक प्रतिरोधक में प्रवाहित विद्युत धारा I तथा उसके लिए विभावंतर V के मानों को नीचे एक सारणी में दर्शाया गया है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 26
इस आधार पर V तथा I के बीच एक ग्राफ बनाइए तथा उससे प्रतिरोधक का प्रतिरोध ज्ञात कीजिए।
अथवा
ओम के नियम को सत्यापित करने वाले प्रयोग में एक विद्यार्थी ऐमीटर की सुई को 17 के निशान पर पाता है। यदि ऐमीटर में 10 भागों के बीच 0 से 0.5 A का मान हो तो 17 भागों के बराबर विद्युत धारा की मात्रा क्या होगी?

प्र०27.
एक प्रिज्म में से एक प्रकाश की किरण को जाते हुए दिखाने के लिए एक किरण आरेख बनाइए तथा उसमें आपतन कोण व विचलन कोण को नामांकित कीजिए।

Answers

उत्तर 1-
ऐसे पुष्प उभयलिंगी पुष्प कहलाते हैं।
उदाहरण : सरसों के पुष्प, गुड़हल (Hibiscus) के पुष्प आदि।

उत्तर 2-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 2

उत्तर 3-
तत्व X की परमाणु संख्या = (35 – 18) = 17
∴ इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास = 2, 8, 7
∴ इस तत्व की समूह संख्या 17 है क्योंकि इसके सबसे बाहरी कक्ष में 7 इलेक्ट्रॉन हैं। इसकी आवर्त संख्या 3 है, क्योंकि इसके तीन कक्ष हैं।

उत्तर 4-
h1 = 1.2 m; f = -20 cm (अवतल दर्पण); v = -60 cm;
u = ? h2 = ?
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 4
प्रतिबिम्ब की ऊँचाई -2.4 m है, ऋणात्मक चिन्ह दर्शाता है कि प्रतिबिम्ब वास्तविक व उलटा बना है।।

उत्तर 5-
गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोतों के दोहन के मुख्य कारणः
(i) मनुष्य की जनसंख्या वृद्धि के कारण तथा आधुनिक जीवन शैली के कारण, ऊर्जा की मांग काफी बढ़ती जा रही है।
(ii) जीवाश्म ईंधनों की मात्रा काफी तेज़ी से पृथ्वी पर घटती जा रही है।

उत्तर 6-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 6
जो संयंत्र यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में रूपांतरित करता है वह विद्युत जनित्र (Electric Generator) कहलाता है।
विद्युत जनित्र की कार्यविधि का सिद्धांत-विद्युत जनित्र का कार्य विद्युत चुम्बक प्रेरण पर आधारित है तथा इसे फ्लेमिंग के दक्षिण-हस्त (दाँया हाथ) नियम के आधार पर समझा जा सकता है। जब एक विद्युतरोधी तार को एक चुंबक के चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाता है तो चुंबकीय क्षेत्र परिवर्तित हो जाता है। इस कारण विद्युतरोधी तार में विद्युत प्रवाह प्रेरित होता है।
अथवा
(i) वैद्युत उपकरणों में भूसंपर्क तार का कार्य- भूसंपर्क तार एक सुरक्षा व्यवस्था है जिसे विद्युत परिपथ में प्रयोग किया जाता है। जब उपकरण में किसी त्रुटि के कारण विद्युत धारा का रिसाव होने लगता है। तो यह तार काफी अधिक मात्रा की विद्युत धारा को भूमि में ले जाती है तथा ऐसे उपकरण को छूने पर हम विद्युत आघात से बच जाते हैं।
(ii) विद्युत प्रवाह में लघुपथन का अर्थ-विद्युत प्रवाह के समय यदि विद्युन्मय तार, उदासीन तार को परिपथ के बीच में ही संपर्क कर ले तो उसे लघुपथन कहते हैं। इससे परिपथ में काफी अधिक मात्रा में विद्युत प्रवाहित होने लगती है जिसके कारण आग भी लग सकती है।
(iii) (a) 5A का।।
(b) 15A को।।

उत्तर 7-
हमें ज्ञात है, P = I²R;
P = 16 वाट
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 7

उत्तर 8-
(a) कैथोड पर हाइड्रोजन H2 व एनोड पर ऑक्सीजन O2 गैस एकत्र होगी।
(b) कैथोड पर हाइड्रोजन गैस का आयतन एनोड पर ऑक्सीजन गैस के आयतन से दोगुना होगा क्योंकि जल (H2O) के अणु में इनका आयतन अनुपात 2:1 होता है। जल में ऑक्सीजन तत्वों के एक भाग की तुलना में हाइड्रोजन तत्वों के दो भाग होते हैं।
(c) यदि जल में तनु H2SO4 अम्ल की थोड़ी-सी मात्रा नहीं डालेंगे तो जल में से विद्युत धारा प्रवाहित नहीं होगी क्योंकि शुद्ध जल विद्युत धारा का कुचालक है। H2SO4 अम्ल की बूंदें डालने पर, हम इसे विद्युत धारा का अच्छा सुचालक बना सकते हैं।

उत्तर 9-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 9
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 9.1

उत्तर 10-
ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ग्लूकोज़ दो प्रकार से विघटित होता है :
(i) जीवाणुओं तथा यीस्ट फंफूद कोशिका में, ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में, ग्लूकोज़ CO2 गैस तथा एथिल अल्कोहॉल (C2H5OH) में विघटित होता है। इस क्रिया में बहुत कम मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है। क्योंकि यह प्रक्रम वायु ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है, इसे अवायवीय श्वसन कहते है।
(ii) हमारी मांसपेशियों में भी ग्लूकोज वायु की अनुपस्थिति में कभी-कभी विघटित होकर लैक्टिक अम्ल के दो अणु बनाता है। इस प्रक्रिया में भी कम मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है।
अथवा
धमनियों तथा शिराओं के बीच अंतर :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 10

उत्तर 11-
लक्षण प्रभावी अथवा अप्रभावी होते हैं-जब मेंडल ने एक संतति (F1 पीढ़ी) पाने हेतु अलग-अलग लक्षण की प्रवृत्ति वाले एक जैसे पौधों, एक लंबे मटर के पौधे (TT) तथा एक बौने मटर के पौधे (tt), का आपस में संकरण करवाया तो उसने पाया कि सभी F1 पौधे लम्बे थे। इस पीढी का प्रभावी गुण लंबाई था। परंतु जब F1 पीढ़ी के पौधों का स्वनिषेचन कराया तो इसे पीढ़ी में दोनों लक्षण अलग अलग हो गए। F2 पीढ़ी के सभी पौधे लंबे नहीं थे। F2 पीढ़ी के एक-चौथाई पौधे बौने थे। F1 और F2 दोनों पीढ़ियों में लंबाई अभिलक्षण पाया गया अर्थात् यह प्रभावी लक्षण था। वहीं बौनेपन का लक्षण F1 पीढ़ी में दिखाई नहीं देता परंतु यह लक्षण फिर से F2 पीढ़ी में दिखाई दिया अर्थात् यह अप्रभावी लक्षण था।।

उत्तर 12-
(i) लेंस की स्थिति = 50.0 cm;
मोमबत्ती की स्थिति = 26.0 cm
u = (50 – 26) = 24 cm;
u = -24 cm (चिन्ह परिपाटी अनुसार)
पर्दे की स्थिति = 74.0 cm;
v = 74 – 50 = 24 cm
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 12

उत्तर 13-
हमारे जीवन में pH के महत्त्व के लिए तीन उदाहरण :
(i) हमारे पाचन तंत्र का pH : हमारे अमाशय में भोजन अम्लीय माध्यम pH मान 4 से 6 के बीच में पचता है। pH मान इससे कम हो जाए तो अम्लता का रोग हो सकता है।
(ii) जलीय जीव अपने जैविक कार्यों को ठीक प्रकार से तब कर पाते हैं जब जल स्रोतों का pH मान उदासीन (pH मान 6.5 से 7.5 के बीच) होता है। अम्लीय वर्षा के कारण जब जल स्रोतों का pH मान घट जाता है तो जलीय जीवन बुरी तरह से प्रभावित होता है।
(iii) pH परिवर्तन के कारण दंत-क्षय : हमारे दांतों में छेद भी pH के मुख गुहिका में मान के कम होने के कारण होते हैं। दांतों के बीच फंसे हुए रात के भोजन के अवशेषों के साथ मुख में जीवाणु अभिक्रिया करते हैं तथा उसे अम्ल में बदल देते हैं। यह अम्ल दांतों के ऊपरी कठोर चमकीले भाग से क्रिया कर उसे हटाने लगता है। जिसके कारण दांतों में छेद होने लगते हैं। इसके कुप्रभावों से बचने के लिए हमें रात को दांत साफ करके सोना चाहिए। टूथपेस्ट क्षारीय होने के कारण अम्ल के प्रभाव को समाप्त कर देता है।
अथवा
यह यौगिक प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) है।
इसका रासायनिक सूत्र : CaSO4. ½H2O
POP बनाने के लिए समीकरण :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 13
इस यौगिक का एक उपयोग-इस यौगिक का उपयोग घर की दीवारों तथा आंतरिक छतों को सजाने के लिए किया जाता है।

उत्तर 14-
जीवाश्मों के अध्ययन से हमें पता चलता है कि किस प्रकार सरल जीवों से जटिल जीवों का विकास हुआ है। जीवाश्म दो प्रकार के जीवों के समूह के बीच संबंध के लिए जोड़ (link) का कार्य भी करते हैं, अर्थात् बताते हैं कि किस प्रकार एक प्रकार के समूह से दूसरी प्रकार के समूह के जीवों का विकास हुआ है।
दो विधियाँ जिनसे जीवाश्मों की आयु का अनुमान लगाया जा सकता है :
(i) जीवाश्मों की आयु का अनुमान हम समस्थानिकों C-14 की प्रतिशत मात्रा की तुलना द्वारा जीवाश्मों में | उपस्थित इसकी प्रतिशत मात्रा व आजकल के जीवों में इसकी प्रतिशत मात्रा के आधार पर लगा सकते हैं।
(ii) जीवाश्म चट्टानों में कितनी गहराई से प्राप्त हुए हैं, उसे आधार पर भी उनकी आयु का अनुमान लगा सकते हैं। जैसे कि ऊपरी चट्टानों पर पाये जाने वाले जीवाश्मों की आयु गहरी चट्टानों पर पाए जाने वाले जीवाश्मों से कम है।

उत्तर 15-
(a) AIDS एक प्रकार का विषाणुजनित रोग है। इसका कारक HIV विषाणु है। यह लैंगिक संचारित रोग है।
(b) हमारी सरकार ऊपर प्रश्न में लिखे गए कार्यक्रमों द्वारा, AIDS जैसी घातक बीमारी के प्रति जागरूक करना चाहती है। यह रोग यौन क्रियाओं द्वारा अधिक तेज़ी से फैलता है। इस रोग से किस प्रकार बचा जा सकता है, इसके विषय में सरकार समय-समय पर समाचार पत्रों, रेडियो तथा टी०वी० के माध्यम से लोगों को जानकारी देने का प्रयास करती रहती है।

उत्तर 16-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 16
क्रियाकलाप-एक 12 V की बैटरी, एक परिवती प्रतिरोध (धारा नियंत्रक), 0-5 A परिसर को ऐमीटर, एक प्लग कुजी तथा एक लंबा मोटा सीधा ताँबे का तार लीजिए। एक आयताकार कार्डबोर्ड का टुकड़ा लेकर उसके बीचोंबीच कार्डबोर्ड के तल के अभिलंबवत इस मोटे तार को प्रविष्ट कराइए। यह सावधानी रखिए कि कार्डबोर्ड तार में स्थिर रहे, ऊपर-नीचे हिले-डुले नहीं। चित्र में दिखाए अनुसार ताँबे के तार को उर्ध्वाधरत: बिंदुओं A तथा B के बीच श्रेणीक्रम में बैटरी, ऐमीटर, धारा नियंत्रक तथा प्लग कुंजी से संयोजित कीजिए। तार के चारों ओर कार्डबोर्ड पर कुछ लौह-चूर्ण एकसमान रूप से छितराइए। धारा-नियंत्रक के परिवर्तक को किसी एक नियत स्थिति पर रखिए तथा ऐमीटर में विद्युत धारा का पाठ्यांक नोट कीजिए। कुंजी लगाकर परिपथ बंद कीजिए ताकि ताँबे के तार से विद्युत धारा प्रवाहित हो। यह सुनिश्चित कीजिए कि बिंदुओं A और B के बीच में लगा ताँबे का तार ऊध्र्वाधरतः सीधा रहे। कार्डबोर्ड को हलके से कुछ बार थपथपाइए। लौह-चूर्ण के पैटर्न का प्रेक्षण कीजिए। आप देखेंगे कि लोह-चूर्ण संरेखित होकर तार के चारों ओर संकेंद्री वृत्तों के रूप में व्यवस्थित होकर एक वृत्ताकार पैटर्न बनाता है।
(i) यह नियम दक्षिण-हस्त अंगुष्ठ नियम है।
(ii) • हाँ, इसमें चुंबकीय क्षेत्र उत्पादित होगा क्योंकि एल्फा कणों पर धन आवेश होता है तथा ये गतिशील कण एक प्रकार से विद्युत धारा का प्रवाह कर रहे हैं।
• न्यूट्रॉन कणों के गतिशील पुंज के कारण कोई चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न नहीं होगा क्योंकि इन कणों पर कोई आवेश नहीं होता है।

उत्तर 17-
इनसे हम 5 प्रकार के C6H14 वाले अणु बना सकते हैं क्योंकि C6H14 (हेक्सेन) के 5 समावयव होते हैं।
ये अणु हैं :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 17
अथवा
C3H6O अणुसूत्र वाले दो समावयव
(i) C2H5CHO, प्रोपेनैल और
(ii) CH3COCH3 प्रोपेनोन हैं।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 17.1

उत्तर 18-
(a) (i) & (ii):
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 18
(iii) मेडुला के कार्य-यह पश्चमस्तिष्क का एक भाग है। मेडुला रक्तदाब, लार आना तथा वमन आदि क्रियाओं को नियंत्रित करता है।
अनुमस्तिष्क के कार्य-अनुमस्तिष्क भी पश्चमस्तिष्क का एक भाग है। अनुमस्तिष्क एच्छिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है। यह भाग शरीर की संस्थिति तथा संतुलन के लिए भी उत्तरदायी
(b) वृद्धि हार्मोन शरीर की वृद्धि तथा विकास को नियत्रित करता है। वृद्धि हार्मोन के अधिक उत्पादन के कारण, व्यक्ति काफी लम्बा व दानव रूपी हो जाता है। तथा इस हार्मोन के कम उत्पादन के कारण व्यक्ति बौना रह जाता है।

उत्तर 19-
(a) नुपुर निकटदृष्टि दोष से पीड़ित है।।
(b) P = -4.5D; f= ?; f = \(\frac { 1 }{ p }\)
f = \(\frac { 1 }{ -4.5 }\) = \(\frac { -10 }{ 45 }\) = -0.22 मी०
दोष को ठीक करने वाले लेंस की फोकस दूरी -0.22 m है। (-) चिन्ह दर्शाता है कि यह अवतल लेंस है।
(c) (i) दोष दिखाने के लिए व (ii) उसे ठीक करने के लिए किरण आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 19
(d) निकटदृष्टि दोष के कारण :
(i) नेत्रगोलकों की लम्बाई बढ़ने के कारण।
(ii) अभिनेत्र लेंस की वक्रता अत्यधिक होने के कारण।

उत्तर 20-
(a) सक्रियता श्रेणी-धातुओं को उनकी घटती हुई क्रियाशीलता के अनुसार एक खड़ी पंक्ति में क्रमबद्ध करने की प्रक्रिया को धातुओं की सक्रियता श्रेणी कहा जाता है।
सक्रियता श्रेणी में जो धातु ऊपर हैं, वह अधिक क्रियाशील हैं, बीच वाली धातु मध्यम क्रियाशील हैं नीचे वाली धातु कम क्रियाशील हैं। कोई भी धातु, अपने से नीचे वाली धातुओं को उनके लवणों के विलयनों से विस्थापित कर सकती है। जो धातु इस श्रेणी में हाइड्रोजन से ऊपर हैं, वे हाइड्रोजन को तनु अम्लों में से तथा जल में से विस्थापित कर सकती हैं।
(b) मध्यम क्रम की धातुओं को उनके ऑक्साइड यौगिकों से दो विधियों द्वारा प्राप्त किया जा सकता हैं :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 20

उत्तर 21-
(a) आधुनिक जीवन में अधिक कचरा उत्पादन होने के दो उदाहरण :
(i) वर्तमान में बहुत अधिक मात्रा में अपघटित पदार्थों, जैसे पॉलीथीन, प्लास्टिक तथा पेपर प्लेट्स, का उपयोग बढ़ गया है।
(ii) कांच की बोतलों तथा टिन के डिब्बों आदि का उपयोग भी बहुत बढ़ गया है।
कचरा, कम करने के सुझाव-हम अनिम्नीकरणीय कचरे का निपटान कम उपयोग, पुन: उपयोग तथा पुनः चक्रण जैसी तकनीकों का प्रयोग करके कर सकते हैं। हमें प्लास्टिक व कांच के डिब्बों को घरों में पुनः प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि हम इस प्रकार के कचरे की मात्रा में कमी ला सकें। पैकिंग किए जाने वाले पदार्थ पुनः प्रयोग किए जाने वाले पदार्थों से बनाए जाने चाहिएं-जैसे कपड़ा तथा कागज़।
(b) इस खाद्य श्रृंखला का सही क्रम है :
घास → कीड़ा → मेंढक → सांप → बाज
इनमें से बाज में सबसे अधिक मात्रा में अनिम्नीकरणीय रसायन पाए जाएंगे। इस प्रक्रम को जैव आवर्धन कहते हैं।
अथवा
(a) जल संभर प्रबंधन-मिट्टी, भूमि तथा जल स्रोतों को संरक्षण जब वैज्ञानिक पद्धतियाँ अपना करे किया जाए तो इसे जल संभर प्रबंधन कहते हैं।
जल संभर प्रबंधन के दो लाभ :
(i) इससे हम अकाल तथा बाढ़ की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं।
(ii) इस प्रबंधन द्वारा स्थानीय समुदाय के लोगों द्वारा बनाए गए उत्पादों का उत्पादन बढ़ेगा जिससे उनकी आय में भी वृद्धि होगी।
(b) मनुष्यों का अपनी खाद्य श्रृंखलाओं में सबसे ऊपर के पोषी स्तर पर पाये जाने के कारण, मानव शरीर में हानिकारक रसायनों की मात्रा जैव-आवर्धन के कारण लगातार बढ़ती जाएगी। जिससे मानव शरीर में कई प्रकार के घातक रोग हो सकते हैं।
सबसे ऊपरी पोषी स्तर पर होने के कारण, मनुष्य को भोजन की ऊर्जा भी काफी कम मात्रा में उपलब्ध हो पाती है (10% ऊर्जा प्रवाह नियमानुसार)।

उत्तर 22-
(a) ऐसिटिक अम्ल फिनॉफ्थेलीन विलयन में रंगहीन का रंगहीन ही रहेगा।
(b) सार्वत्रिक सूचक में इसका रंग संतरी हो जाएगा।
(c) आसुत जल में अम्ल विलय हो जाएगा तथा एक पारदर्शी शुद्ध विलयन बनाएगा।
(d) इसमें से एक रंगहीन गैस CO2 उत्पादित होगी, जो कि चूने के पानी को दूधिया कर देती है।

उत्तर 23-
प्रयोग I में साबुन की झाग की काफी अधिक मात्रा बनेगी।
प्रयोग II में साबुन की झाग काफी कम मात्रा में बनेगी क्योंकि उसमें Ca2+ आयन होने के कारण वह जल कठोर हो जाएगा। कठोर जल में साबुन झाग नहीं बनाता है, परंतु सफेद अघुलनशील झाग बनाता है।

उत्तर 24-
यह विधि अलैंगिक प्रजनन की मुकुलन विधि के नाम से जानी जाती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 24

उत्तर 25-
दो सावधानियाँ :
(i) उपकरण पूरी तरह से वायुरुद्ध होना चाहिए ताकि उत्पादित CO2 गैस उसमें से बाहर न निकल पाए।
(ii) फ्लास्क में अंकुरित होते हुए (जीवित) बीज लिए जाएं।

उत्तर 26-
ग्राफ से हम V तथा I के मानों को ले सकते हैं :
V = (6.7 – 3.4) = 3.3 वोल्ट
I = (2.0 – 1.0) = 1.0 A
R = \(\frac { V }{ I }\) = \(\frac { 3.3 }{ 1.0 }\) = 3.3Ω
प्रतिरोध = 3.3 Ω
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 26
अथवा
ऐमीटर में 10 भागों के बीच 0 से 0.5 A का मान है।
1 भाग का मान = \(\frac { 0.5-0.0 }{ 10 }\) = 0.05A
ऐमीटर की सुई 17 वें भाग के निशाने पर पाई जाती है।
विद्युत धारा की मात्रा = 0.05 x 17 = 0.85A

उत्तर 27-
काँच के त्रिभुज प्रिज्म से प्रकाश का अपवर्तन :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 4 27
PE – आपतित किरण
EF – अपवर्तित किरण
FS – निर्गत किरण
∠A – प्रिज्म कोण
∠i – आपतन कोण
∠r – अपवर्तन कोण
∠e – निर्गत कोण
∠D – विचलन कोण

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CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 is part of CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium . Here we have given CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1

Board CBSE
Class X
Subject Science
Sample Paper Set Paper 1
Category CBSE Sample Papers

Students who are going to appear for CBSE Class 10 Examinations are advised to practice the CBSE sample papers given here which is designed as per the latest Syllabus and marking scheme as prescribed by the CBSE is given here. Paper 1 of Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium is given below with free PDF download solutions.

समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80

सामान्य निर्देश :

  • इस प्रश्न पत्र के दो भाग, A व B हैं। आप को दोनों भाग करने हैं।
  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • भाग A के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं तथा भाग B के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं।
  • भाग A के प्रश्न सं० 1 व 2 एक अंक के हैं। इनका उत्तर एक शब्द अथवा एक वाक्य में लिखना है।
  • प्रश्न सं० 3 से 5 तक दो अंक के हैं। इनका उत्तर 30 शब्दों में (प्रत्येक प्रश्न के लिए) लिखिए।
  • प्रश्न सं० 6 से 15 तक तीन अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न सं० 16 से 21 तक पाँच अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 70 शब्दों में लिखिए।
  • भाग B के प्रश्न सं० 22 से 27 तक प्रयोगात्मक कौशल पर आधारित हैं। प्रत्येक प्रश्न दो अंक का है।

SECTION A

प्र०1.
जब बेरियम क्लोराइड का विलयन सोडियम सल्फेट विलयन से अभिक्रिया करता है, इस अभिक्रिया का संतुलित रासायनिक समीकरण उपयुक्त संकेतों के साथ लिखिए।

प्र०2.
पारितन्त्र क्या है?

प्र०3.
एक उत्तल दर्पण के सामने 30 cm दूरी पर एक वस्तु पड़ी है। यदि इस दर्पण की फोकस दूरी 15 cm है तो वस्तु का जो प्रतिबिम्ब प्राप्त होता है उसकी चार विशेषताएँ लिखिए।

प्र०4.
संपोषित प्रबंधन क्या है? पुनः उपयोग, पुनःचक्रण की अपेक्षा क्यों अच्छा है?

प्र०5.
आयनी यौगिकों के मुख्य गुण लिखिए।

प्र०6.
प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम लिखिए। इसके बनाने के लिए समीकरण लिखिए। इस यौगिक को सूखे व शुष्क स्थान पर क्यों रखना चाहिए।

प्र०7.
वृक्काणु (नेफ्रॉन) की सरंचना व कार्यविधि लिखिए।

प्र०8.
जंतुओं में नियंत्रण एवं समन्वय के लिए तंत्रिका तथा हार्मोन क्रियाविधि की तुलना तथा अंतर स्पष्ट कीजिए।

प्र०9.
दो बल्ब, एक 40 वाट का व दूसरा 100 वाट का, 220 वोल्ट के विद्युत परिपथ में समान्तर क्रम में जुड़े
(i) इसके विद्युत परिपथ का चित्र बनाइए।
(ii) विद्युत परिपथ में प्रवाहित विद्युतधारा का मान ज्ञात कीजिए।
(iii) जब दोनों बल्ब एक साथ एक घण्टे के लिए जलाए जाते हैं तो खर्च हुई विद्युत ऊर्जा की गणना कीजिए।
अथवा
दो प्रतिरोधक, जिनका क्रमशः मान 10Ω तथा 15Ω है, को 12 वोल्ट की बैटरी से किस प्रकार जोड़ा। जाए कि हमें :
(i) न्यूनतम विद्युत धारा प्राप्त हो?
(ii) अधिकतम विद्युत धारा प्राप्त हो?
(a) प्रत्येक स्थिति में प्रतिरोधों को जोड़ने का तरीका स्पष्ट कीजिए।
(b) दोनों बार प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा भी ज्ञात कीजिए।

प्र०10.
एक तांबे की कुण्डलित तार के साथ गैल्वैनोमीटर को लगाया गया है। क्या होगी यदि एक छड़ चुबंक को
(i) कुण्डलित तार में धकेला जाता है?
(ii) उसे कुण्डली से बाहर निकाला जाता है?
(iii) उसे कुण्डलित तार में स्थिर रखा जाता है?

प्र०11.
निम्नलिखित समीकरणों को पूरा कीजिए :
(i) CH3COOC2H5 + NaOH →
(ii) CH3COOH + NaOH →
(iii) C2H5OH + CH3COOH →सांद्र H2SO4

प्र०12.
आधुनिक आवर्त सारणी में खड़ी पंक्तियों तथा क्षैतिज पंक्तियों को क्या कहते हैं? खड़ी पंक्तियों में ऊपर से नीचे जाने पर धातुओं के धात्विक गुण किस प्रकार बदलते हैं? क्षैतिज पंक्ति में बाएँ से दाएँ जाने पर परमाणु आकार किस प्रकार बदलता है? प्रत्येक उत्तर के लिए कारण भी लिखिए।
अथवा
एक तत्व P ( परमाणु क्रमांक, 20) दूसरे तत्व Q (परमाणु क्रमांक, 17) के साथ एक यौगिक बनाता है। अब निम्नलिखित प्रश्नों का कारण सहित उत्तर लिखिए। P तथा Q तत्व का आवर्त सारणी में स्थान बताइए। P तथा Q के बीच बनने वाले यौगिक का अणु सूत्र लिखिए।

प्र०13.
लैंगिक जनन की मूलभूत आवश्यकता क्या है? प्रकृति में इस जनन का क्या महत्त्व है?

प्र०14.
जैव विकास हुआ है’ इसे निम्नलिखित द्वारा कैसे प्रमाणित किया जा सकता है? प्रत्येक का एक उदाहरण भी दीजिए :
(a) समजात अंग;
(b) समरूप अंग;
(c) जीवाश्म

प्र०15.
जब किसी व्यक्ति की आँख की पक्ष्माभी पेशियाँ कमजोर होने लगती हैं तथा आँख के लेंस को लचीलापन कम होने लगता है तो उस व्यक्ति की आँख के इस दोष को क्या नाम दिया जाता है? इस दोष को ठीक करने के लिए उसे किस प्रकार के लेंस का चश्मा लगाया जाता है, इस लेंस का वर्णन करें।

प्र०16.
एक क्रियाकलाप द्वारा अम्लों की धातु कार्बोनेट तथा धातु हाइड्रोजन कार्बोनेट लवणों के साथ अभिक्रिया दर्शाए।

प्र०17.
मनुष्य में दोहरे रक्त परिसंचरण के विषय में लिखिए।
(a) यह क्यों आवश्यक है?
(b) धमनियों तथा शिराओं में भिन्नताएँ लिखिए।

प्र०18.
सौर कुकर की बनावट, कार्यविधि, उसके लाभ तथा हानियों के विषय में लिखिए।

प्र०19.
साबुन तथा अपमार्जक एक प्रकार के कार्बनिक अम्लों के लवण है। दोनों में क्या अंतर है? साबुन की सफाई करने की विधि लिखिए। कठोर जल के साथ साबुन झाग क्यों नहीं बनाते हैं। अपमार्जकों के उपयोग से होने वाली दो समस्याओं के विषय में लिखिए।

प्र०20.
(a) मनुष्य में उस अंग का नाम लिखिए जो शुक्राणु बनाता है तथा एक हार्मोन भी उत्पन्न करता है। उस हार्मोन का नाम लिखिए तथा उसका कार्य भी लिखिए।
(b) स्त्री के जनन तंत्र के उस अंग का नाम लिखिए जहाँ निषेचन होता है।
(c) विकसित होता भ्रूण माता के शरीर से किस प्रकार पोषण प्राप्त करता है? इसका वर्णन कीजिए।

प्र०21.
(a) किरण आरेख बनाने के लिए हमें ऐसी दो किरणों को चुनना है जिनकी दिशा हम दर्पण से। परावर्तन के बाद आसानी से जान सकें। ऐसी दो किरणों को चुनिए तथा अवतल दर्पण से परावर्तन के बाद इनके मार्ग के विषय में लिखिए। अब इन्हीं दो किरणों का प्रयोग करके अवतल दर्पण के सामने, ध्रुव तथा फोकस के बीच बिम्ब रखिए तथा बिंब के प्रतिबिंब को प्राप्त करने
के लिए किरण आरेख बनाइए।
(b) एक अवतल दर्पण अपने सामने रखे बिंब का तीन गुणा बड़ा प्रतिबिम्ब पर्दे पर बनाता है। यदि बिम्ब दर्पण के सामने 20 cm पर रखा है तो बिम्ब व पर्दे के बीच दूरी ज्ञात कीजिए।
अथवा
(a) एक किरण आरेख की सहायता से प्रिज्म के विचलन कोण के विषय में लिखिए।
(b) एक प्रिज्म में से सफेद प्रकाश की किरण गुजरने पर वह सात रंगों के स्पैक्ट्रम में क्यों विभाजित | हो जाती है? व्याख्या कीजिए।
(c) इन्द्रधनुष बनने को दिखाने के लिए एक नामांकित किरण आरेख बनाइए।

SECTION B

प्र०22.
क्या होता है, जब सोडियम सल्फेट का विलयन बेरियम क्लोराइड के विलयन में मिलाया जाता है। इसको संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए। यह अभिक्रिया किस प्रकार की है?

प्र०23.
प्रतिरोधों को श्रेणी क्रम में जोड़ने पर परिणामी प्रतिरोध ज्ञात करने के लिए किए गए प्रयोग में एक विद्यार्थी को क्या-क्या सावधानियाँ अपनानी चाहिए?

प्र०24.
स्लाइड बनाते समय अधिकतर पत्ती की निचली परत से ही झिल्ली क्यों ली जाती है?

प्र०25.
एसिटिक अम्ल को जब एक परखनली में लिये गये सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के पाउडर पर डालते हैं तो तेज़ बुलबुलों के साथ एक गैस निकलती है। इस गैस का नाम लिखिए तथा इस गैस को पहचानने के लिए एक प्रयोग लिखिए।

प्र०26.
उस अलैंगिक प्रजनन का नाम लिखिए जिसमें एक जनक से दो नये जीव बनते हैं तथा इसमें जनक अपनी पहचान खो देता है। इस जनन के पहले चरण को नाम लिखिए। इस प्रकार के जनन की पहली दो अवस्थाओं का चित्र भी बनाइए।

प्र०27.
एक विद्यार्थी एक मोमबत्ती की ज्वाला को एक उतल लेंस से 60 cm की दूरी पर रखता है और उसके प्रतिबिम्ब को परदे पर फोकस करता है। अब वह ज्वाला को धीरे-धीरे लेंस की ओर ले जाता है तथा हर बार प्रतिबिम्ब को परदे पर प्राप्त करता है। इस लेंस की फोकस दूरी 10 cm
(a) वह पर्दे को किस तरफ ले जाता है, लेंस से दूर अथवा लेंस की तरफ।
(b) प्रतिबिम्ब का आकार किस प्रकार बदलता है?
(c) जब वह उस ज्वाला को लेंस की तरफ ले जाता है तो प्रतिबिम्ब की चमक कैसे बदलती है?
(d) लेंस से ज्वाला कितनी दूरी पर रखी होगी जब उसका प्रतिबिंब पर्दे पर उलटा व आकार में बिंब के बराबर बनता है?

Answers

उत्तर 1-
BaCl2 (aq) + Na2SO4(aq) → BaSO4(s)सफेद अवक्षेप + 2 NaCl(aq)

उत्तर 2-
किसी स्थान या विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले जैव समुदाय व अजैव कारकों के बीच संबंध को पारितंत्र कहते

उत्तर 3-
प्रतिबिम्ब की चार विशेषताएँ :
(i) प्रतिबिम्ब सीधा व आभासी होगा।
(ii) प्रतिबिम्ब वस्तु से साइज में छोटा बनता है।
(iii) प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बनता है।
(iv) प्रतिबिम्ब दर्पण के P व F बिंदुओं के बीच बनता है।

उत्तर 4-
संपोषित प्रबंधन से तात्पर्य है कि प्राकृतिक संसाधनों का इस प्रकार उपयोग हो कि इनके दोहन से वर्तमान आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति एवं विकास को प्रोत्साहित करते हुए, इन संसाधनों को साथ ही साथ भावी संतति के लिए संरक्षित भी करें। पुन:चक्रण में ऊर्जा की कुछ मात्रा खर्च होती है, जबकि पुन:उपयोग में कोई ऊर्जा खर्च नहीं होती है। पदार्थों के पुन:चक्रण से पर्यावरण प्रदूषित होता है जबकि पुनःउपयोग में ऐसा नहीं होता है, इसलिए पुन:चक्रण की तुलना में पुनःउपयोग उत्तम माना जाता है।

उत्तर 5-
(i) आयनी यौगिक ठोस व कठोर होते हैं।
(ii) इन यौगिकों का गलनांक व क्वथनांक उच्च होता है।
(iii) अपनी तरल तथा जलीय अवस्था में यह यौगिक विद्युत धारा के सुचालक होते हैं।
(iv) यह यौगिक जल में घुलनशील होते हैं तथा कार्बनिक विलायकों, जैसे पेट्रोल, मिट्टी के तेल आदि, में अघुलनशील होते हैं।

उत्तर 6-
प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम कैल्सियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट तथा इसका सूत्र CaSO½H20 है।
बनाने के लिए समीकरण :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 6
वायु में नमी की उपस्थिति में प्लास्टर ऑफ पेरिस, कठोर ठोस जिप्सम में बदल जाता है इसलिए इसे शुष्क स्थान पर रखना चाहिए।

उत्तर 7-
वृक्काणु (नेफ्रॉन) की सरंचना-वृक्काणु, वृक्क (kidney) की कार्यिक इकाई है। यह एक बहुत महीन कुण्डलित नलिका होती है जिसमें एक कप जैसी सरंचना होती है, जिसे बोमेन संपुट कहते है। इस कप में वृक्क धमनी की एक शाखा रक्त लेकर आती है और एक कोशिका गुच्छ बनाती है। अंत में यह नलिका मूत्र लेकर संग्राहक वाहिनी में जा कर खुलती है।
वृक्काणु (नेफ्रॉन) की कार्यविधि (मूत्र बनने की प्रक्रिया)-वृक्क में आधारी निस्पंदन एकक, फुफ्फुस की तरह ही बहुत पतली भित्ति वाली रुधिर कोशिकाओं का गुच्छा होता है। वृक्क में प्रत्येक कोशिका गुच्छ, एक नलिका के कप के आकार के सिरे के भीतर होता है। यह नलिका छने हुए मूत्र को एकत्र करती है। प्रत्येक वृक्क में ऐसे अनेक नियंदन एकक (filtration units) होते हैं जिन्हें वृक्काणु (Nephron) कहते हैं।
प्रारंभिक नियंदन में कुछ पदार्थ, जैसे ग्लूकोज़, अमीनो अम्ल, लवण तथा प्रचुर मात्रा में जल, रह जाते हैं। जैसे-जैसे मूत्र इस नलिका में प्रवाहित होता है, इन पदार्थों का चयनित पुन:अवशोषण हो जाता है। प्रत्येक वृक्क में बनने वाला मूत्र एक लंबी नलिका, मूत्रवाहिनी (ureter) में प्रवेश करता है। जो वृक्क को मूत्राशय से जोड़ती है। मूत्राशय (urinary bladder) में मूत्र एकत्रित होता है, जब तक कि फैले हुए मूत्राशय का दाब मूत्रमार्ग द्वारा उसे बाहर न कर दे।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 7

उत्तर 8-
तंत्रिका कार्यविधि तथा हार्मोन कार्यविधि में अंतर :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 8

उत्तर 9-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 9
अथवा
(i) न्यूनतम विद्युत धारा प्राप्त करने के लिए हमें इन प्रतिरोधकों को श्रेणी क्रम में जोड़ना होगा।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 9.1

उत्तर 10-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 10
(i) जब छड़ चुबंक का N ध्रुव कुण्डली के भीतर जाता है तो गैल्वैनोमीटर की सुई दाईं तरफ मुड़ती है।
(ii) जब छड़ चुबंक का N ध्रुव कुण्डली से बाहर निकाला जाता है तो गैल्वैनोमीटर की सुई बाईं तरफ मुड़ती है।
(iii) जब चुबंक को कुण्डलित चालक तार में स्थिर रखा जाता है तो गैल्वैनोमीटर की सुई स्थिर रहती है अर्थात् चालक में प्रेरित विद्युत धारा उत्पन्न नहीं होती है।

उत्तर 11-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 11

उत्तर 12-
आधुनिक आवर्त सारणी में :
खड़ी पंक्तियाँ = समूह क्षैतिज पंक्तियाँ = आवर्त
एक समूह में ऊपर से नीचे जाने पर धात्विक गुण अधिक होते जाते हैं क्योंकि ऊपर से नीचे जाने पर एक नया कोश जुड़ जाता है। इससे नाभिक तथा सबसे बाहय कोश के मध्य दूरी बढ़ जाती है। इससे नाभिक को आवेश बढ़ जाने के बाद भी परमाणु का आकार बढ़ जाता है। जिससे बाहरी कोश के इलेक्ट्रॉन आसानी से परमाणु से बाहर निकाले जा सकते हैं।
एक आवर्त में बांये से दांये जाने पर परमाणु आकार कम होता जाता है क्योंकि नाभिक में प्रोटॉन की संख्या बढ़ती जाती है, इसलिए उसी बाहरी कक्ष के इलेक्ट्रॉनों को वे अधिक बल से आकर्षित करते हैं, जिसके कारण परमाणु का आकार छोटा हो जाता है।
अथवा
तत्व P का परमाणु क्रमांक = 20
∴ इसका इलेक्ट्रॉन विन्यास 2, 8, 8, 2 है।
यह तत्व P आवर्त 4 तथा समूह 2 पर स्थित है क्योंकि इसमें 4 कक्ष हैं तथा इसके परमाणु के बाहरी कक्ष में 2 इलेक्ट्रॉन हैं।
तत्व Q का परमाणु क्रमांक = 17
∴ इसका इलेक्ट्रॉन विन्यास 2, 8, 7 है।
यह तत्व Q आवर्त 3 तथा समूह 17 पर स्थित है क्योंकि इसके परमाणु में 3 कक्ष हैं तथा इसके बाहरी कक्ष में 7 इलेक्ट्रॉन हैं।
यौगिक का अणु सूत्र PQ2 है क्योंकि P की संयोजकता 2 तथा Q की संयोजकता 1 है।

उत्तर 13-
लैंगिक जनन की मूलभूत आवश्यकता नर तथा मादा में लैंगिक संभोग करके नुर युग्मक तथा मादा युग्मक का एकीकरण कर अण्डाणु को निषेचित करना है। निषेचित अण्डाणु युग्मनज में बदल कर नये जीव में विकसित होने लगता है।
लैंगिक जनन का महत्त्व-लैंगिक जनन से उत्पन्न हुए जीवों में अधिक विभिन्नताएँ पाई जाती हैं जिसके कारण परिवर्तित होते हुए वातावरण में सफलतापूर्वक जीवन व्यतीत कर पाते हैं। इन विभिन्नताओं के कारण नई प्रजाति के जीवों का विकास संभव हो पाता है। लैंगिक जनन जनसंख्या में विविधता को जन्म देता है जो प्राकृतिक चयन में सहायक होता है।

उत्तर 14-
(a) समजात अंग-वे अंग जिनकी मूल संरचना अलग-अलग जीवों में एक जैसी होती है परन्तु इनका इन जीवों में कार्य भिन्न-भिन्न होता है। उदारहण-मनुष्य की बांहे, घोडे व शेर आदि की अगली टांगे एक-दूसरे के समजात अंग हैं। इनके बुनियादी ढाँचे से पता चलता है कि ये एक ही पूर्वजों से विकसित हुए हैं।
(b) समरुप अंग-वे अंग, जो अलग-अलग जीवों में कार्य तो एक जैसी करते हैं परन्तु उनकी मूल सरंचना एक-दूसरे से भिन्न होती है, समरुप अंग कहलाते हैं। उदारहण-पक्षियों, चमगादड़ों तथा कीटों के पंख समरूप अंग है। इन अंगों के अध्ययन से पता चलता है कि इनमें तो समानता है परंतु इनके डिजाइन और संरचना बहुत अलग है।
(c) जीवाश्मे-लुप्त हुए जीवों के अंगों के कुछ अवशेष अथवा चट्टानों पर पाये जाने वाले उनके अंगों के छाप जीवाश्म कहलाते हैं। जीवाश्मों के अध्ययन से जैव विकास होने के प्रमाण मिलते हैं तथा यह पता चलता है कि सरल जीवों से ही जटिल जीवों का विकास हुआ है। उदाहरण-आर्कियोप्टेरिक्स जीवाश्म के अध्ययन से यह ज्ञात हुआ कि उसमें कुछ गुण सरीसृप वर्ग के तथा कुछ गुण पक्षी वर्ग के विकसित हुए थे। इससे पता चलता है कि पक्षियों का विकास सरीसृपों से हुआ है।

उत्तर 15-
इस दोष को नाम जरादूरदृष्टिता है।
इस दोष को ठीक करने के लिए द्विफोकसी लेंस का उपयोग किया जाता है। इस लेंस के ऊपरी भाग में अवतल लेंस होता है जो कि दूर की वस्तुओं को ठीक से देखने के लिए उपयोग किया जाता है। इस लेंस के नीचे वाले भाग में उतल लेंस होता है जो नज़दीक की वस्तुओं के देखने के लिए उपयोग किया जाता है।

उत्तर 16-
दो परखनलियाँ लेकर इन्हें A तथा B से अंकित कीजिए। परखनली A में 0.5 ग्राम सोडियम कार्बोनेट तथा परखनली B में 0.5 ग्राम सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट डालिए। अब प्रत्येक परखनली में 2 मिली तनु HCl अम्ल डालिए तथा निष्कासित गैस को चूने के पानी से गुज़ार कर उसकी पहचान कीजिए। हम देखेंगे कि दोनों परखनलियों से निकली गैस चूने के पानी को दूधिया कर देती है। इससे पता चलता है कि यह CO2 गैस है अर्थात् कार्बोनेट तथा हाइड्रोजन कार्बोनेट यौगिक अम्लों के साथ अभिक्रिया करके CO2 गैस उत्पन्न करते हैं।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 16
यह अभिक्रिया यह दर्शाती है कि अम्लों की कार्बोनेट तथा हाइड्रोजन कार्बोनेट के साथ अभिक्रिया से लवण, कार्बनडाइऑक्साइड तथा जल बनता है।

उत्तर 17-
दोहरा रक्त परिसंचरण-मनुष्य में रक्त एक बार जब बाकी अंगों में परिवहन करता है तो हृदय में उसी एक चक्र में दोबारा आता है। पहली बार फेफड़ों से ऑक्सीकृत रक्त बाएं आलिंद में तथा दूसरे बार सभी अंगों से अनॉक्सीकृत रक्त दाएं आलिंद में आता है। इसे ही दोहरा रक्त परिसंचरण कहते हैं।
(a) दोहरा रक्त परिसंचरण, ऑक्सीकृत तथा अनॉक्सीकृत रक्त को अलग-अलग करने के लिए आवश्यक है। इससे शरीर को विभिन्न कार्यों को करने के लिए अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है।
(b) धमनियाँ तथा शिराओं में अंतर :
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उत्तर 18-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 18
सौर कुकर की बनावट-यह एक वर्गाकार बॉक्स की तरह होता है। इसके ढक्कन पर समतल दर्पण लगा होता है। बॉक्स पर एक काँच की शीट लगी होती है। बॉक्स को अंदर एवं बाहर से काले
रंग से पेंट किया जाता है। बॉक्स के ढक्कन को इस प्रकार टेढा खुला रखा जाता है ताकि सूर्य की किरणें समतल दर्पण पर पड़ सके।
सौर कुकर की कार्यविधि-जब सौर किरणें कुकर के समतल दर्पण पर पड़ती हैं तो वे परावर्तित होकर बॉक्स में जाती है। कांच पट्टिका के हरितगृह प्रभाव के कारण बॉक्स के अंदर का तापक्रम
बढ़ जाता है, जिसके कारण उसमे रखा खाना पक जाता है।
सौर कुकर के लाभ :
(i) इससे सौर ऊर्जा द्वारा भोजन आसानी से व सस्ते तरीके से बनाया जा सकता है।
(ii) खाना पकाने के लिए किसी भी प्रकार का ईंधन जलाना नहीं पड़ता। जिससे पर्यावरण प्रदूषित नहीं होता।
(iii) सौर ऊर्जा द्वारा बने भोजन के पौष्टिक तत्व नष्ट नहीं होते।
सौर कुकर की हानियाँ :
(i) सौर ऊर्जा को उपयोग वर्षा के दिनों में तथा रात को नहीं किया जा सकता।
(ii) खाना बनाने के लिए इसका उपयोग घर की छत पर या धूप आने वाले खुले स्थान में करना पड़ता है। बाहर की गर्मी व तपिश की दिशानुसार सौर कुकर की दिशा निरंतर बदलनी पड़ती है।।

उत्तर 19-
साबुन लम्बी श्रृंखला वाले कार्बोक्सिलिक अम्लों के सोडियम अथवा पोटेशियम लवण हैं।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 19
अपमार्जक लंबी श्रृंखला वाले कार्बोक्सिलिक अम्लों के अमोनियम अथवा सल्फोनेट लवण हैं। साबुन की सफाई करने की विधि-अधिकांश मैल तैलीय होती है। तथा तेल पानी में अघुलनशील है। साबुन के अणु लंबी श्रृंखला वाले कार्बोक्सिलिक अम्लों के सोडियम एवं पोटैशियम लवण होते हैं। साबुन का आयनिक भाग जल में घुल जाता है जबकि कार्बन श्रृंखला तेल में घुल जाती है। इस प्रकार साबुन के अणु मिसेली संरचना तैयार करते हैं। जहां अणु का एक सिरा तेल कण की ओर तथा आयनिक सिरा बाहर की ओर होता है। इससे पानी में झाग बनता है। इस प्रकार साबुन का मिसेल (micelle) मैल को पानी में घुलाने में सहायता करता हैं तथा हमारे कपड़े साफ हो जाते है।
साबुन के अणु कठोर जल में उपस्थित Ca2+ तथा Mg2+ आयनों के साथ मिलकर अघुलनशील सफेद अवक्षेप बनाते हैं जो कि वस्तु के साथ चिपक जाते हैं तथा इसलिए उसकी सफाई नहीं हो पाती है।
अपमार्जकों के उपयोग से होने वाली दो समस्याएँ :
(i) अपमार्जक जैव-अनिम्नीकरणीय पदार्थ हैं इसलिए यह जलस्रोतों का प्रदूषण करते हैं।
(ii) अपमार्जक हमारी त्वचा के लिए हानिकारक हैं।

उत्तर 20-
(a) मनुष्य का वह अंग जो शुक्राणु बनाता है तथा एक हार्मोन भी उत्पन्न करता है : वृषण जो हार्मोन उत्पन्न हुआ है : टेस्टेस्ट्रॉन हार्मोन
टेस्टेस्ट्रॉन के कार्य-यह हार्मोन लड़कों में किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों तथा जनन अंगों के परिवर्तनों को नियंत्रित करता है। जैसे–किशोरों में चेहरे पर दाढ़ी-मूंछों का विकसित होना आदि।
(b) स्त्री के जनन तंत्र का वह अंग जहाँ निषेचन होता है : अण्डवाहिका
(c) गर्भस्थ भ्रूण माँ के रुधिर से अपना पोषण विशेष उत्तकों द्वारा बनी नलिका से प्राप्त करता है जिसे अपरा (प्लैसेन्टा) कहते हैं। यह एक तश्तरीनुमा संरचना होती है जो गर्भाशय की भित्ति में धंसी होती है। प्लेसेन्टा माँ से भ्रूण को ग्लूकोज़, ऑक्सीजन एवं अन्य पदार्थों के स्थानान्तरण हेतु एक बड़ा क्षेत्र प्रदान करता है। विकासशील भ्रूण द्वारा उत्पादित अपशिष्ट पदार्थों को प्लेसेन्टा के माध्यम द्वारा माँ के रुधिर को भेजा जाता है। माँ के रुधिर से ये अपशिष्ट पदार्थ माँ के मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकलते हैं।

उत्तर 21-
(a) दो किरणें हैं :
(i) प्रकाश किरण, जो मुख्य अक्ष के समान्तर जाती है, वह दर्पण से परावर्तित होने के बाद F बिन्दु से होकर गुजरती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 21
अथवा
(a) एक प्रिज्म में से गुजरने वाली आपतित किरण व निर्गत किरण के बीच बनने वाले कोण को विचलन कोण कहते है (दोनों किरणों को बढ़ाने पर यह कोण बनता है।)। PQ = आपतित किरण, RS = निर्गत किरण ∠D = विचलन कोण
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 21.1
(b) प्रिज्म में से गुजरने वाली श्वेत प्रकाश किरण, सात रंगों के स्पेक्ट्रम में इसलिए विभाजित हो जाती है। क्योंकि प्रिज्म में से गुजरते हुए प्रत्येक रंग के किरण की चाल अलग-अलग होती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 21.2
(c) इन्द्रधनुष का बनना-इन्द्रधनुष वायुमंडल में उपस्थित जले की सूक्ष्म बूंदों द्वारा सूर्य के प्रकाश के परिक्षेपण के कारण बनता है। जल की यह सूक्ष्म बूंदें प्रिज्मों की भांति कार्य करती है।

SECTION B

उत्तर 22-
• इस अभिक्रिया में BaSO4 (बेरियम सल्फेट) के सफेद अवक्षेप बनते हैं।
• Na2SO4 (aq) + BaCl2(aq) →BaSO4 (s) सफेद अवक्षेप + 2NaCl (aq)
• यह एक द्विविस्थापन अभिक्रिया है।

उत्तर 23-
(i) जोड़ने वाली चालक तारों के अंतिम सिरों को खुरदरे (रेतीले) कागज से साफ कर लेना चाहिए।
(ii) तारों के जोड़ों को पूरी तरह से कस लेना चाहिए।
(iii) विद्युत परिपथ को कुंजी के पठन लेते समय ही बंद कीजिए।
(iv) एमीटर तथा वोल्टमीटर की शून्य त्रुटियों को पहले से नोट कर लें।

उत्तर 24-
स्कूल में प्रयोगशाला के आस-पास द्विबीजपत्री पौधे होते हैं। ऐसे पौधों में स्टोमेटा छिद्र पत्ती की निचली परत में होते हैं इसीलिए पत्ती की झिल्ली की स्लॉइड निचली परत से बनाई जाती है।

उत्तर 25-
उत्पन्न होने वाली गैस CO2 है।
जब CO2 गैस को चूने के पानी के में से गुजारते हैं तो वह दूधिया हो जाता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 25

उत्तर 26-
यह अलैंगिक प्रजनन द्विखण्डन विधि है।
यह प्रजनन क्रिया, कोशिका के केन्द्रक के लंबाई में बढ़ने से, आरंभ होती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 1 26

उत्तर 27-
(a) वह पर्दे को लेंस से दूर ले जायेगा।
(b) प्रतिबिम्ब का आकार बढ़ता जायेगा।
(c) प्रतिबिम्ब की चमक धीमी पड़ती जायेगी।
(d) लेंस से 20 cm (2f) की दूरी पर ज्वाला को रखना होगा।

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CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 is part of CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium. Here we have given CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2

Board CBSE
Class X
Subject Science
Sample Paper Set Paper 2
Category CBSE Sample Papers

Students who are going to appear for CBSE Class 10 Examinations are advised to practice the CBSE sample papers given here which is designed as per the latest Syllabus and marking scheme as prescribed by the CBSE is given here. Paper 2 of Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium is given below with free PDF download solutions.

समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80

सामान्य निर्देश :

  • इस प्रश्न पत्र के दो भाग, A व B हैं। आप को दोनों भाग करने हैं।
  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • भाग A के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं तथा भाग B के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं।
  • भाग A के प्रश्न सं० 1 व 2 एक अंक के हैं। इनका उत्तर एक शब्द अथवा एक वाक्य में लिखना है।
  • प्रश्न सं० 3 से 5 तक दो अंक के हैं। इनका उत्तर 30 शब्दों में (प्रत्येक प्रश्न के लिए) लिखिए।
  • प्रश्न सं० 6 से 15 तक तीन अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न सं० 16 से 21 तक पाँच अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 70 शब्दों में लिखिए।
  • भाग B के प्रश्न सं० 22 से 27 तक प्रयोगात्मक कौशल पर आधारित हैं। प्रत्येक प्रश्न दो अंक का है।

SECTION A

प्र०1.
जब किसी अम्ल को पानी डालकर तनु किया जाता है तो उसके हाइड्रोनियम आयन (H3O)+ की सान्द्रता पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

प्र०2.
निम्नलिखित खाद्य श्रृंखला में यदि शेर को 100 जूल ऊर्जा प्राप्त थी तो हरे पौधे को कितनी ऊर्जा प्राप्त थी।
हरे पौधे → हिरण → शेर

प्र०3.
(i) वन सरंक्षण तथा
(ii) जंगली प्राणियों के सरंक्षण में प्रत्येक के दो-दो लाभ लिखिए।

प्र०4.
लोहे की बनी वस्तुओं को जंग लगने से बचाने के लिए दो उपाय लिखिए।

प्र०5.
चुबंकीय बल रेखाओं के गुण लिखिए।

प्र०6.
धातुओं तथा अधातुओं के रासायनिक गुणों में भिन्नताएँ लिखिए।

प्र०7.
अमीबा में पोषण प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
अथवा
मनुष्य के हृदय का नामांकित चित्र बनाइए। उत्तर

प्र०8.
प्रतिवर्ती चाप क्या है? किसी गर्म वस्तु को छू लेने पर प्रतिवर्ती क्रिया के लिए, प्रतिवर्ती चाप को नामांकित चित्र बनायें।

प्र०9.
तीन प्रतिरोधक, जिनका प्रत्येक का मान 6 Ω है, आप किस प्रकार जोड़ेंगे कि विद्युत परिपथ में कुल प्रतिरोध का मान
(a) 9Ω
(b) 4Ω हो?

प्र०10.
निम्नलिखित में चुबंकीय क्षेत्र दिखाते हुए चित्र बनाइए :
(i) जब एक वृत्ताकार लूपनुमा चालक तार में विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है।
(ii) जब एक परिनलिका में विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है।

प्र०11.
ऐथेनॉल का सरंचना सूत्र लिखिए। क्या होता है, जब ऐथेनॉल को 443K ताप पर सान्द्र H2SO4 अम्ल के साथ गर्म किया जाता है? इस अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए तथा इसमें सान्द्र H2SO4 अम्ल का क्या कार्य है?
अथवा
एस्टरीकरण तथा साबुनीकरण अभिक्रियाओं में रासायनिक समीकरण द्वारा अंतर स्पष्ट कीजिए। प्रत्येक का एक-एक उपयोग लिखिए :
(a) एस्टर्स
(b) साबुनीकरण विधि।

प्र०12.
Na, Mg तथा Al, आधुनिक आवर्त सारणी के तीसरे आवर्त के तत्व हैं। इनका समूह क्रमशः 1,2 व 13 है। इनमें से,
(a) सबसे अधिक संयोजकता;
(b) सबसे बड़ा परमाणु आकार व
(c) सबसे अधिक रासायनिक क्रियाशीलता, किसकी है? अपने उत्तर के लिए कारण भी लिखिए।

प्र०13.
स्त्रियों में गर्भधारण को रोकने की कोई तीन विधियाँ लिखिए? इनमें से कौन-सी विधि पुरुष के लिए उपयोग नहीं की जा सकती? इन विधियों को अपनाने से एक परिवार के स्वास्थ्य तथा उन्नति पर क्या प्रभाव पड़ता है?

प्र०14.
एक लेंस द्वारा वस्तु की सभी स्थितियों के लिए हमेशा सीधा तथा छोटा बनता है। बताये यह लेंस किस प्रकार का है? इसके लिए एक किरण आरेख भी बनायें। यदि इस लेंस की शक्ति 10D है तो इस लेंस की फोकस दूरी ज्ञात कीजिए।

प्र०15.
(a) जल जीवन की मूल आवश्यकता है एवं एक महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है। आपके विज्ञान के अध्यापक चाहते हैं कि आप, ‘महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन-जल, इसको कैसे बचाया जाए’, विषय पर एक रचनात्मक आकलन क्रियाकलाप की योजना बनाएं। आप कोई दो ऐसे उपाय बताइए जो कि आपके पड़ोस को ‘पानी को कैसे बचाया जाए’ के लिये जागरूक कर सकें।
(b) एक ऐसा सुझाव दीजिए जिससे भौम जल का स्तर और नीचे न जाए।

प्र०16.
(a) हमारे दैनिक जीवन में pH का क्या महत्त्व है?
(b) साधारण नमक से Cl2 ( क्लोरीन) गैस तथा सोडियम हाइड्रॉक्साइड किस प्रकार बना सकते हैं। इस प्रक्रम को क्या कहते हैं?

प्र०17.
(a) एक तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) का चित्र बनाकर इसका कार्य लिखिए।
(b) पौधों में प्रकाशानुवर्तन कैसे होता है?

प्र०18.
(a) सौर सेल पैनल का वर्णन कीजिए।
(b) एक पवन चक्की के कार्य सिंद्धात के विषय में लिखिए।

प्र०19.
कुछ यौगिकों को हाइड्रोकार्बन क्यों कहते हैं? एल्केन, एल्कीन, एल्काइन श्रेणियों को सामान्य सूत्र लिखिए। प्रत्येक श्रेणी के पहले सदस्य का सरंचना सूत्र भी लिखिए। उस रासायनिक अभिक्रिया का नाम लिखिए जिस द्वारा एल्कीन यौगिकों को एल्केन में बदला जाता है। इस अभिक्रिया का समीकरण भी लिखिए।

प्र०20.
(a) मनुष्य के मादा जनन तंत्र में निम्नलिखित के कार्य लिखिए :
(i) अण्डाशय
(ii) गर्भाशय
(iii) अण्डवाहिका
(b) मनुष्य की मादा में प्लेसेंटा की सरंचना व उसका कार्य लिखिए।

प्र०21.
(a) यदि एक दर्पण द्वारा उसके सामने रखी वस्तु की सभी स्थितियों के लिए उसका प्रतिबिम्ब हमेशा छोटा, सीधा व काल्पनिक बनता है तो वह दर्पण किस प्रकार का है? अपने उत्तर की पुष्टि के लिए एक किरण आरेख बनाइए। इस दर्पण का एक उपयोग भी लिखिए।
(b) किसी गोलीय दर्पण की वक्रता त्रिज्या की परिभाषा लिखिए। उस दर्पण की फोकस दूरी ज्ञात कीजिए जिसकी वक्रता त्रिज्या +24 सेमी। यह दर्पण किसी प्रकार का है।
अथवा
(a) एक विद्यार्थी जो निकट दृष्टि दोष से पीड़ित है, वह 5 m से दूर रखी वस्तुओं को ठीक प्रकार से नहीं देख पाता है। ऐसे दो कारण लिखिए जिसके कारण उसे यह दृष्टि दोष हुआ है। किरण
आरेखों की सहायता से समझाइए कि :
(i) वह विद्यार्थी 5 m से अधिक दूरी पर रखी वस्तुओं को ठीक प्रकार से क्यों नहीं देख पाता?
(ii) किस प्रकार के लेंस से यह दृष्टि दोष ठीक हो सकता है?
(b) इस दोष में यदि ठीक करने वाले लेंस की फोकस दूरी 5 m है तो इस लेंस की शक्ति चिन्ह परिपाटी अनुसार ज्ञात कीजिए।

SECTION B

प्र०22.
(a) किसी वोल्टमीटर के न्यूनतम माप से तुम क्या समझते हो?
(b) एक वोल्टमीटर में 0 से 0.5V चिन्ह के बीच 20 छोटे भाग अंकित हैं। इस वोल्टमीटर की न्यूनतम माप का मान ज्ञात कीजिए।

प्र०23.
(a) किसी pH पेपर का प्रयोग एक विलयन के pH मान को निकालने में कैसे किया जाता है?
(b) यदि जल का pH मान 7 है तो इसकी तुलना में
(i) सोडियम हाइड्रॉक्साइड के जलीय विलयन व
(ii) तनु HCl अम्ल का pH मान क्या होगा?

प्र०24.
एक पत्ती की झिल्ली में स्टोमेटो छिद्रों को देखने के लिए, एक अस्थाई स्लाइड के बनाते समय हमें क्या-क्या सावधानियां अपनानी चाहिए?

प्र०25.
प्रयोगशाला में साबुन बनाने के लिए हमें कौन-कौन से रसायनों की आवश्यकता होगी। साबुनीकरण की अभिक्रिया में अभिकारकों के मिश्रण की प्रकृति (अम्लीय अथवा क्षारीय) जानने के लिए हम कौन-सा टेस्ट करेंगे?

प्र०26.
अमीबा में द्विखण्डन विधि द्वारा प्रजनन दिखाने के लिए क्रम से (चार अवस्थाएँ दिखाते हुए) चित्र बनाइए।

प्र०27.
एक विद्यार्थी एक मोमबत्ती की ज्वाला, जो एक उतल लेंस से 2 m की दूरी पर पड़ी है, के प्रतिबिंब को एक परदे पर प्राप्त करता है। लेंस की फोकस दूरी 10 cm है। अब वह मोमबत्ती की ज्वाला को धीरे-धीरे लेंस की तरफ ले जाता है तथा प्रत्येक बारी उसके प्रतिबिम्ब को परदे पर प्राप्त करता है। अब इनका उत्तर दीजिए :
(a) वह हर बार लेंस को किस तरफ ले जायेगा ताकि प्रतिबिम्ब हर बार पर्दे पर फोकस हो सके।
(b) प्रतिबिम्ब के आकार में क्या परिवर्ततन होता जाता है?
(c) परदे पर प्रतिबिम्ब की चमक का क्या प्रभाव पड़ता है?
(d) जब ज्वाला लेंस के काफी नज़दीक होती है तो परदे पर क्या दिखाई पड़ता है (लगभग लेंस से 2 cm दूरी पर)।

Answers

उत्तर 1-
किसी अम्ल को पानी डालकर तनु करने पर उसके हाइड्रोनियम आयन (H3O)+ की सान्द्रता कम हो जाती है।

उत्तर 2-
10,00,000 जूल (10 लाख जूल)।।

उत्तर 3-

  • वन संरक्षण के लाभ :
    (a) वन सरंक्षण से बाढ़ तथा भूमि कटाव को रोकने में सहायता मिलती है।
    (b) वन सरंक्षण से उस स्थान की ‘जैव विविधता’ भली प्रकार बनी रहती है।
    (c) वन सरंक्षण बाढ़ जैसी भयानक प्राकृतिक आपदा को भी रोकने में सहायक है।
  • जंगली प्राणियों के संरक्षण :
    (a) इनके संरक्षण से पर्यावरण में संतुलन बनाये रखने में सहायता मिलती है।
    (b) जंगली प्राणियों के संरक्षण से खाद्य श्रृंखलाएँ तथा खाद्य जाल सुरक्षित रहते हैं।

उत्तर 4-
(i) लोहे की वस्तुओं पर पेंट तथा ग्रीस लगाकर।।
(ii) लोहे की वस्तुओं पर गैल्वेनाइजेशन विधि द्वारा जस्ते की परत चढ़ाकर।

उत्तर 5-
(i) ये बल रेखाएँ छड़ चुबंक के N ध्रुव से आरंभ होकर S ध्रुव की ओर जाती हैं।
(ii) कोई भी दो चुबंकीय बल रेखाएँ परस्पर काटती नहीं हैं।
(iii) चुबंक के ध्रुवों के पास ये बल रेखाएँ अधिक संख्या में होती हैं।
(iv) चुबंकीय रेखा के किसी बिन्दु पर उसके साथ खींचा गया अभिलम्ब उस बिन्दु पर चुबंकीय क्षेत्र की दिशा बताता है।

उत्तर 6-
धातुओं तथा अधातुओं के रासायनिक गुणों में भिन्नताएँ : धातु
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 6

उत्तर 7-
अमीबा कोशिकीय सतह से अँगुली जैसे अस्थायी प्रवर्ध की मदद से भोजन ग्रहण करता है। यह प्रवर्ध भोजन के कणों को घेर लेते हैं तथा संगलित होकर खाद्य रिक्तिका बनाते हैं। खाद्य रिक्तिका के अंदर जटिल पदार्थों का विघटन सरल पदार्थों में किया जाता है और वे कोशिकाद्रव्य में विसरित हो जाते हैं। बचा हुआ अपचे पदार्थ कोशिका की सतह की ओर गति करता है तथा शरीर से बाहर निष्कासित कर दिया जाता है।
अथवा
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उत्तर 8-
प्रतिवर्ती चाप-किसी प्रतिवर्ती क्रिया को पूरा करने के लिए जिस पथ को अपनाया जाता है, उसे प्रतिवर्ती चाप कहते हैं।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 8

हल 9-
R1 = R2 = R3 = 6 Ω
(a) R1 को R2 वे R3 के समान्तर क्रम के साथ श्रेणी क्रम में जोड़ने पर :
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उत्तर 10-
(i)
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 10
(ii)
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 10.1

उत्तर 11-
ऐथेनॉल (C2H5OH) :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 11
जब हम ऐथेनॉल को सान्द्र H2SO4 अम्ल के साथ गर्म करते है तो एथीन गैस बनती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 11.
सान्द्र H2SO4 अम्ल निर्जलीकारक के रूप में कार्य करता है जो निर्मुक्त जल को अवशोषित करता है।
अथवा
एस्टरीकरण ; ऐसी अभिक्रिया में एक ऐल्कोहॉल तथा एक कार्बोक्सिलिक अम्ल के साथ सान्द्र H2SO4 की उपस्थिति में क्रिया करके खुशबूदार एस्टर यौगिक बनता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 11.1
साबुनीकरण : इस अभिक्रिया में एक एस्टर की क्रिया NaOH क्षार के साथ करवाई जाती है तो अम्ल का एक सोडियम लवणे व ऐल्कोहॉल बनती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 11.2
उपयोग :
(i) एस्टर्स का उपयोग ऑइसक्रीम व पेय पदार्थों को बनाने के लिए किया जाता है।
(ii) साबुनीकरण विधि का उपयोग विभिन्न प्रकार के साबुन बनाने में किया जाता है।

उत्तर 12-
(a) Al धातु की संयोजकता सबसे अधिक है क्योंकि इसके सबसे बाहरी कक्ष में 3 इलेक्ट्रॉन हैं।
(b) Na धातु के परमाणुओं का आकार सबसे बड़ा है क्योंकि एक आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर परमाणु आकार कम होता जाता है।
(c) Na धातु सबसे अधिक क्रियाशील धातु है क्योंकि एक आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर धातुओं की रासायनिक क्रियाशीलता कम होती जाती है।

उत्तर 13-
स्त्रियों में गर्भधारण को रोकने की कोई तीन विधियाँ :
(i) यांत्रिक अवरोध विधि-इस विधि में पुरुष श्श्नि को ढकने वाले कंडोम तथा स्त्रियाँ डायाफ्राम का प्रयोग करती हैं।
(ii) हार्मोन विधि (रासायनिक विधि)-इस विधि में स्त्रियों को गोलियाँ (मौखिक तथा यौनिक) दी जाती हैं जो उनके हार्मोन संतुलन को नियंत्रित करती हैं ताकि वह गर्भधारण न कर सकें।
(iii) शल्य विधि-इस विधि में शल्य चिकित्सा द्वारा पुरुषों की शुक्रवाहिकाओं को अवरुद्ध कर दिया जाता है। जिससे शुक्राणुओं का स्थानांतरण रुक जाता है तथा स्त्रियों की अण्डवाहिनी को बाधित कर दिया जाता है जिसके परिणामस्वरूप अंड गर्भाशय तक नहीं पहुँच पाता।।
हार्मोन विधि का प्रयोग पुरुषों द्वारा नहीं किया जा सकता।
इन विधियों को अपनाने से परिवार के स्वास्थ्य तथा उन्नति पर प्रभाव-गर्भरोधक विधियों को अपना कर एक परिवार बच्चों की संख्या को सीमित कर सकते है जिससे उसकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो जाएगी। ऐसे परिवारों में कम बच्चे होने से माता-पिता उनको अच्छी शिक्षा तथा अच्छा पोषण दे पायेंगे जिससे बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। यही नहीं इन विधियों को अपनाने से बढ़ती जनसंख्या जैसी भयानक समस्या पर भी नियंत्रण किया जा सकता है।

उत्तर 14-
यह लेंस एक अवतल लेंस है।।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 14
इसलिए इस लेंस की फोकस दूरी -10 cm है।

उत्तर 15-
(a) ‘पानी को कैसे बचाया जाए’ के लिये जागरूकता लाने वाले दो उपाय :
(i) हम लोगों को पानी को बचाने हेतु कई उपाय सुझा सकते हैं। जैसे नहाने, बर्तन-कपड़े आदि क्रियाएँ सम्पन्न होने के बाद नल को भली प्रकार से बंद कर देना चाहिए तथा नहाने के लिए
शॉवर के स्थान पर बालटी का उपयोग करना चाहिए।
(ii) हम घर-घर जाकर एक अभियान द्वारा लोगों को, पानी का विकट अभाव तथा गर्मियों के मौसम में पानी की कमी के विषय में, जागरूक कर सकते हैं।
(iii) मैं यह सुझाव भी दे सकता हूँ कि अपने मौहल्ले के पार्क में वर्षा ऋतु के दौरान व्यर्थ होने वाले वर्षा जल का संग्रहण किस प्रकार किया जा सकता है ताकि गर्मियों में, जब पानी की
बहुत किल्लत होती है, इस संग्रहित पानी का उपयोग किया जा सके।
(b) भौम जल स्तर और अधिक नीचे ना जाए इसके लिए हम वर्षा जल को अपने क्षेत्र के पार्क अथवा किसी घास के मैदान में बने भूमिगत टैंकों में संग्रहित कर सकते हैं।

उत्तर 16-
(a) दैनिक जीवन में pH का महत्त्व
(i) हमारे शरीर में आमाशय व छोटी आंत में भोजन का पाचन एक विशेष pH मान पर ही होता है। यदि इन अंगों में pH के मान में परिवर्तन हो जाए तो भोजन का पाचन ठीक प्रकार से
नहीं हो पाता है।
(ii) मुख गुहिका में जब pH का मान 5.5 से कम हो जाता है तो दाँतों की ऊपरी परत हटने लगती है तथा दाँत खोखले हो जाते हैं।
(iii) सजीव प्राणी pH मान के बेहद कम परिवर्तन में जीवित रह पाते हैं। जब अम्लीय वर्षा का पानी, पानी के स्रोतों, जैसे तालाब, नहरें, नदियों आदि, में बह जाता है तो यह जलीय जीवन
के लिए अत्यंत घातक सिद्ध होता है। पौधों को भी अपनी स्वस्थ वृद्धि के लिए एक विशेष pH मान की आवश्यकता होती है।
(b) जब सोडियम क्लोराइड के जलीय विलयन से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो इसका विद्युत अपघटन हो जाता है और एनोड पर Cl2 गैस प्राप्त होती है तथा विलयन के रूप में सोडियम हाइड्रॉक्साइड, क्षार प्राप्त होता है। इस प्रक्रम को क्लोर-क्षारीय प्रक्रम कहते हैं।
2NaCl (aq) + 2H2O (l) → 2NaOH (aq) + Cl2(g) + H2(g)

उत्तर 17-
(a) तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) तंत्रिका तंत्र की कार्यात्मक इकाई है।
कार्य-किसी संवेदी ग्राही की सूचना एक तंत्रिका कोशिका के द्रुमकृतिक सिरे द्वारा उपार्जित की जाती है और एक रासायनिक क्रिया द्वारा यह एक विद्युत आवेग पैदा करती है। यह आवेग द्रुमिका से कोशिकाकाय तक जाता है और तब तंत्रिकाक्ष (एक्सॉन) में होता हुआ इसके अंतिम सिरे तक पहुँच जाता है। तंत्रिकाक्ष के अंत में विद्युत आवेग कुछ रसायनों को विमोचन कराता है। ये
रसायन सिनेप्स को पार करते हैं और अगली तंत्रिका कोशिका की दुमिका में इसी तरह को विद्युत आवेग प्रारंभ करते हैं। यह शरीर में तंत्रिका आवेग की मात्रा की सामान्य योजना है। इस तरह का एक अंतग्रर्थन अंततः ऐसे आवेगों को तंत्रिका | कोशिका से अन्य कोशिकाओं, जैसे कि पेशी कोशिकाओं या ग्रंथि तक ले जाया जाता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 17
(b) पौधों में प्रकाशानुवर्तन-पौधों की प्रकाश की ओर वृद्धि को प्रकाशानुवर्तन कहते हैं। पौधे को तना भाग प्रकाश की ओर वृद्धि व गति करता है तथा इसकी जड़े प्रकाश की विपरीत दिशा में वृद्धि करती है। ऑक्सिन हार्मोन द्वारा इस वृद्धि को नियंत्रित किया जाता है। छाया की तरफ ऑक्सिन अधिक बनता है और प्रकाश की तरफ ऑक्सिन कम बनता है। जिससे छाया की तरफ तने की वृद्धि अधिक होती है तथा प्रकाश की तरफ वृद्धि कम होती है। इस कारण पौधे का तना सामान्यतः प्रकाश की ओर झुका हुआ होता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 17.1

उत्तर 18-
(a) सौर सेल पैनल-जब काफी संख्या में सौर सेलों को एक साथ विशेष प्रकार के बोर्ड पर लगाकर ऊंचा खड़ा कर देते हैं तो इस व्यवस्था को सौर सेल पैनल कहते हैं। इन सभी सौर सेलों से उत्पन्न विद्युत ऊर्जा काफी अधिक मात्रा में विभवांतर उत्पन्न कर सकते हैं। सौर सेल पैनलों का उपयोग कृत्रिम उपग्रहों में तथा दूर-दराज़ के स्थानों पर विद्युत आपूर्ति के लिए किया जाता है। सौर सेलों को परस्पर संयोजित करके सौर पैनल बनाने में सिल्वर का उपयोग होता है क्योंकि सिल्वर विद्युत का अच्छा चालक है जिसकी प्रतिरोधकता कम है। सिल्वर सौर सेलों की गुणवत्ता में वृद्धि करता है।
(b) पवन चक्की का कार्य सिंद्धात-पवन चक्की एक संयंत्र है जिससे पवन की गतिज ऊर्जा का उपयोग कर विद्युत ऊर्जा बनाई जाती है। पवन की तेज़ गति से पवन चक्की के आँखों को घूर्णन गति दी जाती है। इस घूर्णन गति से जनित्र के टरबाईन को गतिशील किया जाता है। टरबाईन की गतिज ऊर्जा को फिर जनित्र द्वारा विद्युत ऊर्जा में रूपांतरित किया जाता है। पवन चक्की की पंखुड़ियों की घूर्णी गति का उपयोग कुओं से जल खींचने के लिए, आटे की मिल, पानी के पम्प आदि में भी किया जाता है। जिस विशाल क्षेत्र में बहुत-सी पवन चक्कियाँ लगाई जाती हैं उस क्षेत्र को पवन ऊर्जा फॉर्म कहते हैं।
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उत्तर 19-
इन यौगिकों के अणुओं में केवल कार्बन व हाइड्रोजन के ही परमाणु होते हैं इसलिए इन्हें हाइड्रोकार्बन यौगिक कहते हैं।
सामान्य सूत्र :
• एल्केन – CnH2n+2
• एल्कीन – CnH2n
• एल्काइन – CnH2n-2
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 19

उत्तर 20-
(a) (i) अण्डाशय-इसमें मादा जनन कोशिकाएँ बनती है तथा दो प्रकार के हार्मोन स्रावित होते हैं-एस्ट्रोजन तभा प्रोजैस्टरॉन।
(ii) गर्भाशय-मादा अण्डाणु के निषेचन के बाद वह गर्भ में भ्रूण के रूप में विकसित होने लगता है। यह भ्रूण फिर गर्भाशय के प्लेसेंटा पर स्थापित होकर पूर्ण बच्चे में विकसित होता है।
(iii) अण्डवाहिका-इस भाग में नर शुक्राणु द्वारा मादा अण्डाणु का निषेचन होता है तथा निषेचित अण्डाणुओं को गर्भाशय तक अण्डवाहिका द्वारा पहुँचाया जाता है।
(b) प्लेसेंटा की संरचना-यह एक तश्तरीनुमा सरंचना है जो गर्भाशय की भित्ति में धंसी होती है। इसमें भ्रूण की तरफ के उत्तक में विशेष प्रकार के प्रवर्ध होते हैं। मां के उत्तकों में रिक्त स्थान होते हैं जो प्रवर्ध को आच्छादित करते हैं।
प्लेसेंटा के कार्य-भ्रूण को ग्लूकोज, ऑक्सीजन एवं अन्य पदार्थ प्लेसेंटा से माँ के रक्त द्वारा प्रदान किये जाते हैं। विकासशील भ्रूण द्वारा जो अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न किए जाते हैं उनको प्लेसेंटा के माध्यम से मां के मूत्र द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।

उत्तर 21-
(a) ये दर्पण उतल दर्पण है।
किरण आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 21
इसका उपयोग गाड़ियों में पीछे देखने वाले दर्पण (rear view mirror) के रूप में, एवं दुकानों तथा फैक्टरियों में सुरक्षा दर्पण के रूप में उपयोग किया जाता है।
(b) गोलीय दर्पण का परावर्तक पृष्ठ जिस गोले का भाग है उसकी त्रिज्या दर्पण की वक्रता त्रिज्या कहलाती है। वक्रता त्रिज्या को R से दर्शाते हैं। यह दर्पण के PC दूरी के बराबर होती है। R = 24 cm, f = ?
f = \(\frac { R }{ 2 }\) = \(\frac { 24 }{ 2 }\) = 12 cm
f = +12 cm (+) धन चिन्ह यह दर्शाता दर्पण उतल दर्पण है।
अथवा
(a) निकट दृष्टि दोष के दो कारण :
• उसके नेत्रगोलकों का आकार बढ़ गया है।
• उसकी आंख के लेंस की वक्रता सामान्य लेंस की वक्रता से अधिक हो गई है।
(i) किरण आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 21.1
(ii) इस दोष को दूर करने के लिए अवतल लेंस का उपयोग करना पड़ता है।
निकट दृष्टि दोष के संशोधन के लिए किरण आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 21.2
(b) f = -5 m (अवतल लेंस की । ऋणात्मक होती है); P = ?
P = \(\frac { 1 }{ f }\) = \(\frac { 1 }{ -5 }\) = -0.2D
ठीक करने वाले अवतल लेंस की शक्ति -0.2 D (डायपटर) है।

उत्तर 22-
(a) दो बिंदुओं के बीच किसी वोल्टमीटर द्वारा कम से कम विभवांतर मापने की क्षमता को उसकी न्यूनतम माप कहते है।
(b) दो बिंदुओं के बीच माप = 0.5 – 0.0 = 0.5V
इन दो बिंदुओं के बीच भाग = 20
∴ वोल्टमीटर की न्यूनतम माप = \(\frac { 0.5 }{ 20 }\) = \(\frac { 5 }{ 200 }\) = 0.025 वोल्ट

उत्तर 23-
(a) एक ड्रीपर की सहायता से दिए गए विलयन की एक बूंद pH पेपर की कतरन पर डालने पर जो रंग pH पेपर की कतरन पर प्राप्त होता है उस रंग का pH चार्ट के रंग से मिलान कर के उस विलयन का pH मान ज्ञात किया जाता है।
(b) (i) सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन [NaOH (aq)] का मान pH मान 7 से अधिक होगा क्योंकि सोडियम हाइड्रॉक्साइड क्षारीय प्रकृति का है।।
(ii) तनु HCI विलयन का pH मान 7 से कम होगा क्योंकि तनु HCI अम्लीय प्रकृति का है।

उत्तर 24-
अस्थाई स्लॉइड बनाते समय की जाने वाली सावधानियाँ :
(i) झिल्ली हमेशा ताजी तोड़ी गई पत्ती से लेनी चाहिए।
(ii) झिल्ली को हमेशा स्लाइड के मध्य भाग में रखना चाहिए।
(iii) पत्ती की झिल्ली सूखनी नहीं चाहिए।
(iv) झिल्ली पर कवर स्लिप धीरे-धीरे आराम से रखनी चाहिए ताकि हवा के बुलबुले बीच में न रह जाएं।
(v) स्लाइड को हमेशा किनारे से पकड़ना चाहिए ताकि वह गंदी न हो जाए।

उत्तर 25-
साबुन बनाने के लिए आवश्यक रसायन-कोई एक वनस्पति तेल, सांद्र सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन वे साधारण नमक।
साबुन बनने के पश्चात् साबुन की पहचान लिटमस पत्र द्वारा की जाती है। साबुन लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है इससे पता चलता है कि साबुन एक क्षारीय पदार्थ है।।

उत्तर 26-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 2 26

उत्तर 27-
(a) वह लेंस को हर बार पर्दे से दूर करता जाएगा।
(b) प्रतिबिम्ब आकार में छोटे से बड़ा होता जाएगा।
(c) प्रतिबिम्ब की चमक फीकी पड़ती जाएगी।
(d) अब परदे पर ज्वाला का प्रतिबिम्ब नहीं बनेगा।

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CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 is part of CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium . Here we have given CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3

CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3

Board CBSE
Class X
Subject Science
Sample Paper Set Paper 3
Category CBSE Sample Papers

Students who are going to appear for CBSE Class 10 Examinations are advised to practice the CBSE sample papers given here which is designed as per the latest Syllabus and marking scheme as prescribed by the CBSE is given here. Paper 3 of Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium is given below with free PDF download solutions.

समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80

सामान्य निर्देश :

  • इस प्रश्न पत्र के दो भाग, A व B हैं। आप को दोनों भाग करने हैं।
  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • भाग A के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं तथा भाग B के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं।
  • भाग A के प्रश्न सं० 1 व 2 एक अंक के हैं। इनका उत्तर एक शब्द अथवा एक वाक्य में लिखना है।
  • प्रश्न सं० 3 से 5 तक दो अंक के हैं। इनका उत्तर 30 शब्दों में (प्रत्येक प्रश्न के लिए) लिखिए।
  • प्रश्न सं० 6 से 15 तक तीन अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में लिखिए।
  • प्रश्न सं० 16 से 21 तक पाँच अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 70 शब्दों में लिखिए।
  • भाग B के प्रश्न सं० 22 से 27 तक प्रयोगात्मक कौशल पर आधारित हैं। प्रत्येक प्रश्न दो अंक का है।

SECTION A

प्र०1.
मेंडल के एक प्रयोग में बैंगनी रंग के पुष्पों वाले मटर के पौधों का संकरण सफेद फूलों वाले मटर के पौधों से कराया गया। F1 संतति में क्या परिणाम प्राप्त होंगे?

प्र०2.
जल विद्युत संयंत्र में होने वाले ऊर्जा-रूपान्तरण लिखिए।

प्र०3.
कोई यौगिक ‘X’ आधिक्य सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ 443 K पर गर्म करने पर कोई असंतृप्त | यौगिक ‘Y’ बनाता है। यौगिक ‘X’ सोडियम धातु से भी अभिक्रिया करता है जिसमें कोई रंगहीन गैस ‘Z’ निकलती है। ‘X’, ‘Y’ तथा ‘Z’ को पहचानिए। ‘Y’ उत्पन्न होने की रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण भी लिखिए तथा इसमें सांद्र सल्फ्यूरिक अम्ल की भूमिका का उल्लेख भी कीजिए।

प्र०4.
(a) मानवों में पाए जाने वाले एक रस संवेदी ग्राही तथा एक घ्राणग्राही का नाम लिखिए।
(b) नीचे दिए गए न्यूरॉन के प्रवाह आरेख, जिसमें सूचना विद्युत आवेग के रूप में गमन करती है,को अपनी उत्तर पुस्तिका पर खींचकर इसमें a और b का नाम लिखिए।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 4

प्र०5.
यदि किसी गोलीय दर्पण द्वारा उसके सामने रखे बिम्ब की किसी भी स्थिति के लिए सदैव ही बिम्ब का सीधा और साइज़ में छोटा प्रतिबिम्ब बनता है, तो यह दर्पण किस प्रकार का है? अपने उत्तर की पुष्टि के लिए नामांकित किरण आरेख खींचिए।

प्र०6.
वियोजन (अपघटन) अभिक्रियाओं में अभिकारकों को तोड़ने के लिए या तो ऊष्मा अथवा प्रकाश अथवा विद्युत ऊर्जा की आवश्यकता होती है। प्रत्येक प्रकार की वियोजन अभिक्रिया, जिसमें ऊष्मा, प्रकाश और विद्युत ऊर्जा की आपूर्ति की जाती है, के लिए एक-एक रासायनिक समीकरण लिखिए।

प्र०7.
किसी परखनली में दानेदार जिंक के कुछ टुकड़े लेकर उसमें 2 mL सोडियम हाइड्रॉक्साइड का विलयन डाला गया। परखनली की सामग्री को गर्म करने पर कोई गैस उत्सर्जित हुई जिसका परीक्षण करने से पूर्व उसे साबुन के विलयन से प्रवाहित किया गया जिसमें गैस के बुलबुल बने। होने वाली अभिक्रिया का समीकरण तथा इस गैस के संसूचन के लिए परीक्षण लिखिए। यदि यही धातु किसी प्रबल अम्ल के तनु विलयन से अभिक्रिया करे, तो जो गैस उत्सर्जित होगी उसका नाम लिखिए।
अथवा
पकौड़ों को स्वादिष्ट और खस्ता बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले किसी लवण का pH मान 9 है। इस लवण को पहचानिए तथा इसके निर्माण के लिए रासायनिक समीकरण लिखिए। इसके दो उपयोगों की सूची बनाइए।

प्र०8.
(a) कार्बन के अधिकांश यौगिक विद्युत के कुचालक क्यों होते हैं?
(b) किसी ऐसे संतृप्त यौगिक का नाम और उसकी संरचना दीजिए जिसमें कार्बन परमाणु वलय के रूप में व्यवस्थित होते हैं। इस यौगिक में उपस्थित एकल आबन्धों की संख्या लिखिए।

प्र०9.
निम्नलिखित अन्तःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित हॉर्मोनों का नाम तथा प्रत्येक का एक प्रकार्य लिखिए।
(a) अवटु ग्रंथि
(b) पीयूष ग्रंथि
(c) अग्न्याशय

प्र०10.
अलैंगिक जनन और लैंगिक जनन के बीच एक अन्तर लिखिए। अलैंगिक जनन करने वाली अथवा लैंगिक जनन करने वाली स्पीशीज़ में से किसके द्वारा जनित स्पीशीज़ की उत्तरजीविता के अपेक्षाकृत अधिक संयोग हो सकते हैं? अपने उत्तर की पुष्टि के लिए कारण दीजिए।

प्र०11.
प्रकाश के अपवर्तन के नियम लिखिए। पद “किसी माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक” की व्याख्या कीजिए और इस पद तथा निर्वात में प्रकाश की चाल के बीच के संबंध को दर्शाने के लिए व्यंजक लिखिए।
अथवा
किसी लेंस की क्षमता से क्या तात्पर्य है? इसका SI मात्रक लिखिए। कोई छात्र 40 cm फोकस दूरी का लेंस उपयोग कर रहा है तथा कोई अन्य छात्र -20 cm फोकस दूरी का लेंस उपयोग कर रहा है। इन दोनों लेंसों की प्रकृति और क्षमता लिखिए।

प्र०12.
यह दर्शाइए कि तीन प्रतिरोधकों, जिनमें प्रत्येक का प्रतिरोध 9Ω है, को आप किस प्रकार संयोजित करेंगे कि संयोजन को तुल्य प्रतिरोध
(i) 13.5 Ω,
(ii) 6 Ω प्राप्त हो?
अथवा
(a) जूल का तापन नियम लिखिए।
(b) दो विद्युत लैम्प जिनमें से एक का अनुमतांक 100 W; 220 V तथा दूसरे का 60 W; 220 V है, किसी विद्युत मेन्स के साथ पाश्र्वक्रम में संयोजित हैं। यदि विद्युत आपूर्ति की वोल्टता 220 V है, तो दोनों बल्बों द्वारा विद्युत मेन्स से कितनी धारा ली जाती है?

प्र०13.
(a) किसी चालक, जिसकी आकृति तार जैसी है, का प्रतिरोध जिन कारकों पर निर्भर करता है, उनकी सूची बनाइए।
(b) धातुएँ विद्युत की अच्छी चालक तथा काँच विद्युत का कुचालक क्यों होता है? कारण दीजिए।
(c) विद्युत तापन युक्तियों में सामान्यतः मिश्रधातुओं का उपयोग क्यों किया जाता है? कारण दीजिए।

प्र०14.
किसी विद्यालय के छात्रों ने प्रातः कालीन सभा में यह समाचार सुना कि दिल्ली में कूड़े का कोई पर्वत अचानक फट गया और कई गाड़ियाँ उस मलबे में दब गयीं। कुछ लोग भी जख्मी हो गए और हर ओर ट्रैफिक जाम हो गया। शिक्षक महोदय ने बौद्धिक सत्र में भी इसी विषय पर चर्चा की तथा छात्रों से कूड़े की समस्या का हल खोजने के लिए कहा। अन्ततः छात्रों ने दो बिन्दुओं का निष्कर्ष निकालापहला यह है कि जो कूड़ा हम उत्पन्न करते हैं उसका प्रबन्धन हम स्वयं करें, तथा दूसरा यह कि निजी स्तर पर हम कम कूड़ा उत्पन्न करें।
(a) जो कूड़ा हम उत्पन्न करते हैं उसके प्रबन्धन के दो उपाय सुझाइए।
(b) निजी तौर पर, कम से कम कूड़ा उत्पन्न करने के लिए हम क्या कर सकते हैं? दो बिंदु दीजिए।

प्र०15.
बांध क्या होता है? हम बड़े बांध क्यों बनाना चाहते हैं? बड़े बांधों का निर्माण करते समय किन तीन समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए, ताकि स्थानीय लोगों में शांति बनी रहे, उनका उल्लेख कीजिए।

प्र०16.
(a) सक्रियता श्रेणी के मध्य की धातु के कार्बोनेट अयस्कों से शुद्ध धातुओं के निष्कर्षण की विधि के चरणों को लिखिए।
(b) कॉपर (तांबे) के सल्फाइड अयस्क से कॉपर का निष्कर्षण किस प्रकार किया जाता है? निष्कर्षण के विभिन्न चरणों की व्याख्या रासायनिक समीकरणों सहित कीजिए। कॉपर के विद्युत अपघटनी परिष्करण का नामांकित आरेख खींचिए।

प्र०17.
(a) आधुनिक आवर्त सारणी का विकास डॉबेराइनर, न्यूलैण्ड तथा मेण्डेलीफ के प्रांरभिक प्रयासों के कारण हो पाया है। इन तीनों प्रयासों की एक-एक उपलब्धि और एक-एक सीमा की सूची बनाइए।
(b) उस वैज्ञानिक का नाम लिखिए जिसने सर्वप्रथम यह दर्शाया कि किसी तत्त्व की परमाणु संख्या उसके परमाणु द्रव्यमान की तुलना में अधिक आधारभूत गुणधर्म है।
(c) आधुनिक आवर्त नियम लिखिए।

प्र०18.
(a) रुधिर के किन्हीं दो अवयवों का उल्लेख कीजिए।
(b) शरीर में ऑक्सीजन-प्रचुर रुधिर के गमन का पथ लिखिए।
(c) आलिन्द और निलय के बीच वाल्वों का कार्य लिखिए।
(d) धमनी और शिरा के संघटनों के बीच कोई एक संरचनात्मक अन्तर लिखिए।
अथवा
(a) उत्सर्जन की परिभाषा लिखिए।
(b) वृक्क में उपस्थित आधारी निस्पंदन एकक का नाम लिखिए।
(c) मानव के उत्सर्जन तंत्र को आरेख खींचिए और उस, पर उत्सर्जन तंत्र के उस भाग का नामांकन कीजिए
(i) जो मूत्र तैयार करता है।
(ii) जो लम्बी नलिका है और वृक्क से मूत्र संचित करती है।
(iii) जिसमें मूत्र त्यागने तक मूत्र भण्डारित रहता है।

प्र०19.
(a) मानव मादा जनन तंत्र के नीचे दिए गए प्रत्येक भाग का कार्य लिखिए :
(i) अण्डाशय
(ii) अंडवाहिनी
(iii) गर्भाशय
(b) प्लैसेन्टा की संरचना और कार्य का संक्षेप में वर्णन कीजिए।

प्र०20.
(a) कोई छात्र लगभग 3 m दूरी पर स्थित श्यामपट्ट पर लिखे अक्षरों को स्पष्ट नहीं देख पाता। यह छात्र जिस दृष्टि-दोष से पीड़ित है उसका नाम लिखिए। इस दोष के संभावित कारण लिखिए और इसके संशोधन की विधि की व्याख्या कीजिए।
(b) तारे क्यों टिमटिमाते हैं? व्याख्या कीजिए।
अथवा
(a) मानव नेत्र के नीचे दिए गए प्रत्येक भाग का कार्य लिखिए :
(i) पुतली
(ii) परितारिका
(iii) क्रिस्टलीय लेंस
(iv) पक्ष्माभी पेशियाँ
(b) प्रातःकाल सूर्य रक्ताभ क्यों प्रतीत होता है? क्या कोई अंतरिक्षयात्री इस परिघटना का प्रेक्षण चन्द्रमा पर भी कर सकता है? अपने उत्तर की पुष्टि के लिए कारण दीजिए।

प्र०21.
(a) फ्लेमिंग को वाम हस्त नियम लिखिए।
(b) विद्युत मोटर का कार्यकारी सिद्धान्त लिखिए।
(c) विद्युत मोटर के नीचे दिए गए भागों का कार्य लिखिए।
(i) आर्मेचर
(ii) बुश
(iii) विभक्त वलय

SECTION B

प्र०22.
किसी छात्र ने दो परखनलियों A और B में लिए गए आयरन सल्फेट तथा कॉपर सल्फेट के जलीय विलयनों में ऐलुमिनियम धातु के कुछ टुकड़े डाले। प्रयोग के दूसरे भाग में उसने C और D परखनलियों में क्रमशः लिए गए ऐलुमिनियम सल्फेट और कॉपर सल्फेट के जलीय विलयनों में आयरन धातु के टुकड़े डाले। किस अथवा किन परखनलियों में उस छात्र को रंग में परिवर्तन दिखाई देगा? इस प्रयोग के आधार पर उल्लेख कीजिए कि कौन-सी धातु सर्वाधिक अभिक्रियाशील है और क्यों।

प्र०23.
क्या प्रेक्षण किया जाता है जब किसी परखनली में लिए गए बेरियम क्लोराइड के विलयन में सोडियम सल्फेट विलयन मिलाया जाता है? सम्मिलित रासायनिक अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण तथा इस प्रकरण में होने वाली अभिक्रिया के प्रकार का नाम लिखिए।

प्र०24.
किसी पत्ती के छिलके में रंध्रों को प्रेक्षण करने के लिए अस्थायी आरोपण तैयार करने की प्रक्रिया के चरणों की सूची बनाइए।

प्र०25.
अमीबा के जनन की प्रक्रिया का नाम लिखिए। इसके जनन की प्रक्रिया के विभिन्न चरणों को उचित क्रम में चित्रित कीजिए।
अथवा
कोई छात्र यीस्ट में मुकुलन द्वारा अलैंगिक जनन के विभिन्न चरणों की स्थायी स्लाइड की सूक्ष्मदर्शी द्वारा प्रेक्षण कर रहा है। वह स्लाइड में जो कुछ प्रेक्षण करता है उसे आरेख खींचकर (क्रमवार) दर्शाइए।

प्र०26.
4.0 cm ऊँचाई का कोई बिम्ब 20 cm फोकस दूरी के किसी उत्तल लेंस के प्रकाशिक केन्द्र ‘O’ से 30 cm दूरी पर स्थित है। बनने वाले प्रतिबिम्ब की स्थिति और साइज़ ज्ञात करने के किरण आरेख खींचिए। इस आरेख में प्रकाशिक केन्द्र ‘O’ तथा मुख्य फोकस ‘F’ अंकित कीजिए। प्रतिबिम्ब की ऊँचाई और बिम्ब की ऊँचाई का लगभग अनुपात भी ज्ञात कीजिए।

प्र०27.
किसी प्रतिरोधक, जिसका प्रतिरोध (R) है, से प्रवाहित विद्युत धारा (I) और उसके सिरों के बीच तदनुरूपी विभवान्तर (NV) के मान नीचे दिए गए अनुसार हैं :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 27
धारा (I) और विभवान्तर (V) के बीच ग्राफ खींचिए और प्रतिरोधक का प्रतिरोध ज्ञात कीजिए।

Answers

उत्तर 1-
मेंडल के प्रयोगानुसार जब बैंगनी रंग के पुष्पों वाले मटर के पौधों का संकरण सफेद फूलों वाले मटर के , पौधों से करवाया जाएगा तो F, संतति में सभी बैंगनी रंग के पुष्पों वाले मटर के पौधे प्राप्त होंगे।

उत्तर 2-
जल विद्युत संयंत्र में, पानी की स्थितिज ऊर्जा का पहले गतिज ऊर्जा में रूपांतरण होता है, फिर इस गतिज ऊर्जा का रूपांतरण विद्युत ऊर्जा में होता है।

उत्तर 3-
‘X’ यौगिक एथेनॉल (C2H5OH) है।
‘Y’ यौगिक एथीन (CH2= CH2) गैस है।
‘Z’, H2 गैस है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 3
इस अभिक्रिया में सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल, उत्पादित जल अणुओं को अवशोषित करता है अर्थात् यह एक निर्जलीकारक के रूप में कार्य करता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 3.1

उत्तर 4-
(a) रस संवेदी ग्राही जिह्वा पर होती है तथा यह स्वाद का पता लगाती है।
घ्राणग्राही हमारे नाक में उपस्थित होता है तथा यह गंध का पता लगाता है।
(b)
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 4

उत्तर 5-
• यह दर्पण एक उत्तल दर्पण है।।
• उत्तल दर्पण द्वारा किरण आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 5

उत्तर 6-
(i) ऊष्मा द्वारा वियोजन अभिक्रिया-कैल्सियम कार्बोनेट को गर्म करने पर वह कैल्सियम ऑक्साइड तथा कार्बन-डाइआक्सॉइड में वियोजित हो जाता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 6
(ii) प्रकाश द्वारा वियोजन अभिक्रिया-प्रकाश की उपस्थिति में सिल्वर क्लोराइड का सिल्वर तथा क्लोरीन में वियोजन हो जाता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 6.1
(iii) विद्युत ऊर्जा द्वारा वियोजन अभिक्रिया-अम्लीकृत जल में विद्युत धारा को प्रवाहित करने पर हाइड्रोजन तथा आक्सीजन गैस में वियोजन होता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 6.2

उत्तर 7-
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड के विलयन को दानेदार जिंक के साथ गर्म किया जाता है तो सोडियम जिंकेट और हाइड्रोजन गैस प्राप्त होती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 7
H2 गैस के संसूचन के लिए परीक्षण : H2 गैस को जब जलाते हैं, तो यह फट-फट की ध्वनि करते हुए जलती है।
जिक धातु, तनु अम्ल के विलयन के साथ अभिक्रिया करने पर, H2 गैस उत्पादित करती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 7.1
अथवा
पकौड़ों को स्वादिष्ट तथा खस्ता बनाने के लिए बेकिंग सोडा या सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट लवण (NaHCO3) का उपयोग किया जाता है।
लवण के निर्माण का रासायनिक समीकरण :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 7.2
इस लवण के दो उपयोग :
(i) इसका उपयोग, धावन सोडा के निर्माण में किया जाता है।
(ii) इसका उपयोग आग बुझाने के संयंत्र में किया जाता है।

उत्तर 8-
(a) कार्बन यौगिकों के अणुओं में सहसंयोजी बंध होते हैं इसलिए ये अणु अपने आयनों के रूप में विघटित नहीं होते, जिस कारण कार्बन के अधिकांश यौगिक विद्युत धारा के कुचालक होते हैं। (b) एक संतृप्त यौगिक जिसमें कार्बन वलय के रूप में व्यवस्थित होते हैं साइक्लो हैक्सेन कहलाता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 8
इसके अणु में 18 एकल आबन्ध हैं।

उत्तर 9-
(a) अवटु ग्रंथि-इसके द्वारा थाइरॉक्सिन हॉर्मोन स्रावित होती है।
यह हॉर्मोन हमारे शरीर में प्रोटीन, वसा तथा स्टार्च आदि की उपापचय क्रियाओं पर नियंत्रण करता है।
(b) पीयूष ग्रंथि-इसके द्वारा वृद्धि हॉर्मोन स्रावित होता है।
यह हॉर्मोन हमारे शरीर की वृद्धि को नियंत्रित करता है।
(c) अग्न्याशय ग्रंथि-इसके द्वारा इंसुलिन हॉर्मोन स्रावित होता है।
यह हॉर्मोन रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है।

उत्तर 10-
अलैंगिक जनन में केवल एक जनक भाग लेता है।
लैंगिक जनन में नर तथा मादा दोनों जनक भाग लेते हैं।
लैंगिक जनन करने वाली स्पीशीज़ द्वारा जनित स्पीशीज़ की उत्तरजीविता के अपेक्षाकृत अधिक संयोग होते हैं। क्योंकि लैंगिक जनन में दो प्रकार की जनन कोशिकाओं में डी०एन०ए० अणुओं की प्रतिकृति बनने के कारण, नई संतति में अधिक विभिन्नताएँ आती हैं, इसलिए उनमें उत्तरजीविता के अपेक्षाकृत अधिक संयोग होते हैं।

उत्तर 11-
प्रकाश के अपवर्तन के नियम :
(i) पहला नियम-आपतित किरण, अपवर्तित किरण तथा दोनों माध्यमों को पृथक् करने वाले पृष्ठ के आपतन बिंदु पर अभिलम्ब सभी एक ही तल में होते हैं।
(ii) दूसरा नियम-प्रकाश की किसी किरण द्वारा किन्हीं दो माध्यमों के युग्म के लिए आपतन कोण की ज्या (sine) तथा अपवर्तन कोण की ज्या (sine) का अनुपात स्थिर होता है। इस नियम को स्नेल का अपवर्तन का नियम भी कहते हैं।
\(\frac { sini }{ sinr }\) = स्थिरांक
किसी माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक वायु में प्रकाश की चाल तथा किसी माध्यम में प्रकाश की चाल के अनुपात को उस माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक कहते हैं।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 11
अथवा
लेंस की क्षमता-किसी लेंस की फोकस दूरी के व्युत्क्रमानुपात को उस लेंस की क्षमता कहते हैं।
P(लेंस की क्षमता) = \(\frac { 1 }{ f }\)
इसका S.I. मात्रक डाइऑप्टर (D) है।
(i) लेंस की फोकस दूरी (f) = 40 cm = 0.4 m
इस लेंस की क्षमता (P) = \(\frac { 1 }{ 0.4 }\) = \(\frac { 10 }{ 4 }\) = + 2.5 D
प्रकृति-यह एक उत्तल लेंस है क्योंकि उत्तल लेंस की क्षमता धनात्मक (Positive) होती है।
(ii) इस लेंस की फोकस दूरी (f) = -20 cm = -0.2 m
इस लेंस की क्षमता (P) = \(\frac { 1 }{ -0.2 }\) = \(\frac { -10 }{ 2 }\) = -5.0D
प्रकृति-यह एक अवतल लेंस है क्योंकि अवतल लेंस की क्षमता ऋणात्मक (Negative) होती है।

उत्तर 12-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 12
(a) किसी प्रतिरोधक में उत्पन्न होने वाली ऊष्मा दिए गए प्रतिरोधक (R) में प्रवाहित होने वाली विद्युत धारा (I) के वर्ग के अनुक्रमानुपाती होती है एवं दी गई विद्युत धारा के लिए प्रतिरोध और उस समय (t) के अनुक्रमानुपाती होती है जिसके लिए दिए गए प्रतिरोध से विद्युत धारा प्रवाहित होती है। इसे निम्न सूत्र द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
H = I² Rt …[H = ऊष्मीय ऊर्जा; I = विद्युत धारा; R = प्रतिरोध; t = समय
(b) (i) पहले लैम्प के लिए :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 12.1
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 12.2

उत्तर 13-
(a) किसी चालक तार का प्रतिरोध तीन कारकों पर निर्भर करता है :
(i) उस तार की लंबाई पर;
(ii) उसे तार की अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर; तथा
(iii) चालक तार को बनाने वाले पदार्थ की प्रकृति पर।
अतः चालक का प्रतिरोध (R) उसकी लम्बाई (l) के समानुपाती उसकी अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
∴R ∝ \(\frac { l }{ A }\) ∴ \(R=\frac { p\times l }{ A } \)
(b) धातुओं की वैद्युत प्रतिरोधकता बहुत कम होती है, इस लिए वे विद्युत के अच्छे चालक होते हैं, कांच की वैद्युत प्रतिरोधकता बहुत अधिक होती है, इस लिए कांच विद्युत का कुचालक होता है।
(c) मिश्रधातुओं का गलनांक ताप उच्च होता है जिस कारण इनका शीघ्र अपचयन नहीं होता तथा इनकी वैद्युत प्रतिरोधकता अवयवी धातुओं की अपेक्षा अधिक होती है। यही कारण है कि उनका उपयोग विद्युत तापन युक्तियों जैसे विद्युत इस्तरी, टोस्टर आदि बनाने में किया जाता है।

उत्तर 14-
(a) (i) जैव निम्नीकरणीय तथा जैव अनिम्नीकरणीय कूड़े को भिन्न-भिन्न कूड़ेदानों में एकत्रित करना।
(ii) कूड़े को खुले में न फेंक कर तथा कूड़े के उचित निपटान के प्रति लोगों को जागरूक करना।
(b) (i) प्लास्टिक, कागज़, काँच, धातु की बनी. वस्तुओं का पुनः चक्रण कर उसे उपयोगी वस्तुओं में परिवर्तित किया जाना चाहिए।
(ii) घरों में प्लास्टिक की बोतलों, डिब्बों आदि का घरेलु वस्तुओं को रखने के लिए पुनः उपयोग करके।

उत्तर 15-
किसी नदी के जल को, ऊँचाई पर बहुत बड़े कुंड-रूपी संरचना में एकत्र करने की प्रक्रिया को बांध कहते है।
बड़े बाँध द्वारा जल सग्रहण पर्याप्त मात्रा में किया जा सकता है जिसका प्रयोग न केवल सिंचाई वरन् विद्युत का अधिक मात्रा में उत्पादन करने के लिए भी किया जाता है।
बड़े बांधों के निर्माण करते समय हमें निम्नलिखित समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए ।
(i) बांध बनाने के कारण विस्थापित हुए किसानों तथा आदिवासी लोगों को पुनः स्थापित करना।
(ii) बांध के निर्माण के समय होने वाले खर्च पर नियंत्रण रखना।।
(iii) बांध बनने से पर्यावरण का नुकसान कम से कम होना चाहिए।

उत्तर 16-
(a) धातु के कार्बोनेट अयस्कों से शुद्ध धातुओं के निष्कर्षण की विधि के चरण :
(i) पहले ज़िक कार्बोनेट अयस्क को निस्तापन क्रिया द्वारा जिंक ऑक्साइड यौगिक में बदला जाता है। जब जिंक कार्बोनेट को उच्च ताप पर वायु की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है तो यह विघटित होकर जिंक ऑक्साइड तथा कार्बनडाइऑक्साइड बनाता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 16
(ii) अब ज़िक ऑक्साइड को कार्बन (कोक) के साथ गर्म करने पर ऑक्साइड का अपचयन हो जाता है, तथा ज़िक धातु प्राप्त हो जाती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 16.1
(iii) अशुद्ध धातु से शुद्ध धातु प्राप्त करने लिए उसका विद्युत अपघटनी परिष्करण कर प्राप्त कर सकते है।
(b) ताँबे को उसके सल्फॉइड अयस्क Cu2S से प्राप्त किया जाता है। अयस्क का सांद्रण झाग प्लवन विधि द्वारा किया जाता है। फिर सांद्रित अयस्क का वायु में भर्जन किया जाता है। तब अयस्क कॉपर ऑक्साइड में बदल जाता है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 16.2
कॉपर ऑक्साइड को वायु की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है। इस रासायनिक अभिक्रिया के समय SO2 गैस उत्पन्न होती है जो प्राप्त हुए कॉपर के अंदर ही फंसी रह जाती है जिसके कारण कॉपर की सतह पर छाले जैसी संरचना दिखाई देती है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 16.3
कॉपर के विद्युत अपघटनी परिष्करण का नामांकित आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 16.4

उत्तर 17-
(a) डॉबेराइनर की आवर्त सारणी :
उपलब्धि : डाबेराइनर ने सिद्ध किया कि मध्य वाले तत्त्व का परमाणु द्रव्यमान, बाकी दो तत्त्वों के परमाणु द्रव्यमान के औसत के लगभग बराबर होता है।
सीमा : डाबेराइनर अपने समूहों में केवल 9 तत्त्वों को ही स्थान दे सका इसलिए त्रिक में वर्गीकृत करने की यह पद्धति सफल नहीं हुई।
न्यूलैण्ड की आवर्त सारणी :
उपलब्धि : न्यूलैण्ड ने तत्त्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु द्रव्यमानों के अनुसार रख कर पहली आवर्त सारणी बनाई।
सीमा : न्यूलैण्ड द्वारा निर्धारित तत्त्वों के Ca के बाद के तत्त्वों के गुण उन से ऊपर रखे तत्त्वों के गुणों से नहीं मिलते थे।
मेण्डेलीफ की आवर्त सारणी :
उपलब्धि : मेण्डलीफ ने अपने समय में खोजे गये सभी तत्त्वों को अपनी सारणी में उचित स्थान दिया, तथा बाद में खोजे जाने वाले तत्वों के लिए रिक्त स्थान भी अपनी आवर्त सारणी में रख दिये थे ताकि सारणी में बिना किसी परिवर्तन के आसानी से उन्हें सम्मलित किया जा सके।
सीमा : मेण्डेलीफ ने एक ही तत्त्व के समस्थानिकों को, उनके परमाणु द्रव्यमान अलग-अलग होने के कारण, सारणी में भिन्न-भिन्न स्थान दिया था।
(b) हेनरी मोज्ले ने सर्वप्रथम यह दर्शाया कि किसी तत्त्व की परमाणु संख्या उसके परमाणु द्रव्यमान की तुलना में अधिक आधारभूत गुणधर्म है।
(c) आधुनिक आवर्त नियम-आधुनिक आवर्त सारणी यह वर्णित करती है कि ‘तत्त्वों के गुणधर्म उनकी परमाणु संख्या का आवर्त फलन होते हैं।’

उत्तर 18-
(a) रुधिर के दो अवयव हैं-
(i) तरल प्लाज्मा तथा
(ii) रक्त कोशिकाएँ।।
(b) ऑक्सीजन-प्रचुर रुधिर गमन का पथ ।।
फेफड़े → बांया आलिंद → बांया निलय → महाधमनी → धमनियाँ → विभिन्न अंग ।
(c) आलिन्द और निलय के बीच वाल्व, एक दरवाजे की तरह कार्य करते हैं। वे रक्त को आलिंद से निलय – की तरफ बहने देते हैं परंतु निलय से पुनः रक्त को आलिंद की तरफ नहीं बहने देते हैं।
(d) धमनियों की भित्ति मोटी होती है, जबकि शिराओं की भित्ति पतली होती है।
अथवा
(a) उत्सर्जन-शरीर में विभिन्न जैव प्रक्रियाओं में उत्पादित होने वाले हानिकारक तथा ज़हरीले उत्पादों को शरीर से बाहर निकालने के प्रक्रम को उत्सर्जन कहते हैं।
(b) वृक्क में उपस्थित आधारी निस्पंदन एकक का नाम वृक्काणु है।
(c) मानव उत्सर्जन तंत्र का आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 18

उत्तर 19-
(a) (i) अण्डाशय-इसमें मादा जनन कोशिकाएँ बनती है तथा दो प्रकार के हार्मोन स्रावित होते हैं-एस्ट्रोजन तभा प्रोजैस्टरॉन।
(ii) अण्डवाहिका-इस भाग में नर शुक्राणु द्वारा मादा अण्डाणु का निषेचन होता है तथा निषेचित अण्डाणुओं को गर्भाशय तक अण्डवाहिका द्वारा पहुँचाया जाता है।
(iii) गर्भाशय-मादा अण्डाणु के निषेचन के बाद वह गर्भ में भ्रूण के रूप में विकसित होने लगता है। यह भ्रूण फिर गर्भाशय के प्लेसेंटा पर स्थापित होकर पूर्ण बच्चे में विकसित होता है।
(b) गर्भस्थ भ्रूण माँ के रुधिर से अपना पोषण विशेष उत्तकों द्वारा बनी नलिका से प्राप्त करता है जिसे अपरा (प्लैसेन्टा) कहते हैं। यह एक तश्तरीनुमा संरचना होती है जो गर्भाशय की भित्ति में धंसी होती है। प्लेसेन्टा माँ से भ्रूण को ग्लूकोज़, ऑक्सीजन एवं अन्य पदार्थों के स्थानान्तरण हेतु एक बड़ा क्षेत्र प्रदान करता है। विकासशील भ्रूण द्वारा उत्पादित अपशिष्ट पदार्थों को प्लेसेन्टा के माध्यम द्वारा माँ के रुधिर को भेजा जाता है। माँ के रुधिर से ये अपशिष्ट पदार्थ माँ के मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकलते हैं।

उत्तर 20-
(a) यह छात्र निकट दृष्टि-दोष से पीडित है।
इस दोष के सभांवित कारण :
(i) नेत्र गोलक का अधिक लम्बा हो जाना।।
(ii) आंख के लेंस की त्रिज्या का कम हो जाना अर्थात् लेंस का मोटा हो जाना।
इस दोष का संशोधन, उचित क्षमता वाले अवतल लेंस के उपयोग द्वारा किया जा सकता है।
(b) तारों को टिमटिमाना-किसी तारे का टिमटिमाना उसके प्रकाश के वायुमण्डलीय अपवर्तन के कारण होता है। तारे का प्रकाश पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करने पर पृथ्वी के पृष्ठ पर पहुँचने तक निरंतर अपवर्तित होता जाता है।
चूँकि वायुमंडल की विभिन्न परतों का घनत्व तथा अपवर्तनांक प्रति क्षण बदलता रहता है, अतः जब तारों से चलने वाला प्रकाश वायुमंडल में से होकर जाता है तो अपवर्तित किरणें अपना मार्ग बदलती रहती हैं। इस प्रकार एक निश्चित स्थिति में खड़े मनुष्य की आँख में प्रवेश करने वाली किरणों की संख्या बदलती रहती है। अधिक किरणों के प्रवेश करने पर तारे अधिक चमकदार होते हैं और हमें टिमटिमाते हुए प्रतीत होते हैं।
अथवा
(a) पुतली : यह नेत्र में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करती है।
परितारिका : यह एक गहरा पेशीय डायाफ्राम होता है, जो प्रकाश की तीव्रता अनुसार पुतली के साइज़ को नियंत्रित करती है।
क्रिस्टलीय लेंस : यह लेंस विभिन्न दूरियों पर रखी वस्तुओं से आने वाली किरणों को रेटिना पर फोकसित करता है।
पक्ष्माभी पेशियाँ : ये पेशियाँ आँख के लेंस की फोकस दूरी को वस्तु की दूरी अनुसार परिवर्तित करती है, ताकि हर बार वस्तु का प्रतिबिम्ब आँख की रेटिना पर ही बने।
(b) सूर्योदय के समय सूर्य क्षितिज के समीप होता है। क्षितिज के समीप स्थित सूर्य से आने वाला प्रकाश हमारे नेत्रों तक पहुँचने से पहले पृथ्वी के वायुमंडल में वायु की मोटी परतों से होकर गुजरता है। क्षितिज के समीप नीले तथा कम तरंगदैर्घ्य के प्रकाश का अधिकांश भाग वायुमंडल के सूक्ष्म कणों द्वारा प्रकीर्ण हो जाता है। इसलिए हमारे नेत्रों तक पहुँचने वाला प्रकाश अधिक तरंगदैर्ध्य अर्थात् लाल रंग का होता है। इससे सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय सूर्य रक्ताभ प्रतीत होता है।
कोई प्रेक्षक इस परिघटना की प्रेक्षण चंद्रमा पर नहीं कर सकता क्योंकि यह परिघटना सूर्य के प्रकाश की किरणों की वायुमंडल के कणों द्वारा प्रकीर्णन के कारण ही होती है और चंद्रमा पर कोई वायुमंडल नहीं होता।

उत्तर 21-
(a) फ्लेमिंग का वाम हस्त नियम-इस नियमानुसार यदि हम अपने वाम (बांये) हस्त की प्रथम, मध्यमा उँगली तथा अंगूठे को परस्पर लम्बवत खींचें और यदि प्रथम उँगली, चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा बताए, मध्यमा उँगली, विद्युत धारा की दिशा को बताए तो अंगूठी, चालक तार पर लगने वाले बल की दिशा को बताता है।
(b) विद्युत मोटर का सिंद्धात-जब एक आयताकार कुण्डली चालक को एक चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है और उसमें से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो आयताकार कुण्डली पर इस प्रकार बल लगता है। कि चालक कुण्डली अपने अक्ष पर चक्राकार घूमने लगती है। यह सिद्धांत फ्लेमिंग के वामहस्त नियम पर आधारित है। एक विद्युत मोटर कार्य करने के लिए इस प्रकार वैद्युत ऊर्जा को गतिज ऊर्जा में परिवर्तित करती है।
(c) (i) आर्मेचर-वह नर्म लौह-क्रोड जिस पर कुण्डली को लपेटा जाता है, दोनों मिलकर आर्मेचर कहलाते हैं। इससे विद्युत मोटर की शक्ति अधिक हो जाती है।
(ii) बुश-चालक ब्रुशों द्वारा, बाहरी विद्युत परिपथ से कुण्डली में विद्युत धारों का प्रवाह होता है। 3
(iii) विभक्त वलय-विद्युत मोटर में विभक्त वलय दिक्परिवर्तक का कार्य करता है अर्थात् यह विद्युत परिपथ में विद्युत धारा के प्रवाह को उत्क्रमित (आधे चक्र के बाद, विद्युत धारा की दिशा को बदलता है) करता है।

उत्तर 22-
A, B तथा D परखनलियों के विलयनों के रंगों में परिवर्तन होगा। A परखनली में आयरन सल्फेट विलयन का हरा रंग, रंगहीन हो जायेगा। B परखनली के विलयन का नीला रंग भी रंगहीन हो जायेगा क्योंकि दोनों परखनलियों में एल्युमिनियम सल्फेट बनेगा जिसका विलयन रंगहीन होता है। परखनली D के विलयन का रंग नीले से हरा हो जायेगा, ऐसा उसमें आयरन सल्फेट का विलयन बनने के कारण हुआ है। इनमें से एल्युमिनियम धातु सर्वाधिक अभिक्रियाशील है क्योंकि इसने आयरन तथा कॉपर दोनों धातुओं को उसके विलयनों से विस्थापित कर दिया है।

उत्तर 23-
बेरियम क्लोराइड के विलयन में सोडियम सल्फेट के विलयन को मिलाने पर, बेरियम सल्फेट के सफेद अवक्षेप प्राप्त होते हैं। यह द्विविस्थापन अभिक्रिया है।
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 23

उत्तर 24-
अस्थाई आरोपण तैयार करने की प्रक्रिया के चरण :
(i) पत्ती के निचले भाग को छिलका निकाल कर उसे पानी में एक पैट्री डिश में रख लें।
(ii) अब एक साफ स्लाइड लेकर उसके मध्य भाग पर ब्रुश की सहायता से पत्ती के छिलके को रखें।
(iii) पत्ती के छिलके पर एक बूंद मेथेलीन ब्लू (नील) की डालें।
(iv) अब पत्ती के छिलके पर एक बूंद ग्लिसरीन की डालें।
(v) अब पत्ती के छिलके पर धीरे-धीरे कवर स्लिप इस प्रकार रखें कि बीच में वायु के बुलबुले न आ सकें।

उत्तर 25-
अमीबा में द्विखण्डन विधि द्वारा जनन होता है।
अमीबा के जनन की प्रक्रिया का क्रमानुसार चित्र-देखें
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 25
अथवा
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 25.1

उत्तर 26-
दिया है : h1 = +4 cm; u = -30 cm; f = +20 cm
किरण आरेख :
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 26
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 26.1

उत्तर 27-
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 27

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